April 27, 2024

क्यों मिले गुनसोला, गोदियाल और टम्टा को टिकट ? प्रदेश अध्यक्ष की जानकारी के बिना (!) थके-हारे, छटे-छटाये उम्मीदवारों से कैसे चुनाव लड़ेगी कांग्रेस ?

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डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 13 मार्च 2024 (Why did Gunsola Godiyal and Tamta get tickets)। कहते हैं जब वक्त बुरा होता तब अच्छे से किये जाने वाले काम भी उल्टे हो जाते हैं। ऐसे में अधिक सतर्कता, धैर्य व सोच-विचार से कार्य करने से सकारात्मक परिणाम पाये जा सकते हैं। लेकिन लगता है कि कांग्रेस पार्टी इस नीति वाक्य से कोई सबक नहीं लेती। पार्टी ने उत्तराखंड में ऐसे प्रत्याशी उतार दिये हैं जो न केवल थके-हारे और छटे-छटाये हैं, बल्कि उनके चयन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को भी विश्वास में नहीं लिया गया है। टिकटों के बंटवारे में कांग्रेस पार्टी भविष्य के लिये भी कोई संदेश नहीं दे सकी है।

(Why did Gunsola Godiyal and Tamta get tickets) कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, उत्तराखंड की तीन सीटों पर  इन नामों पर लगी मुहर - Congress released second list of candidates for  Upcoming lok sabha elections ...कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की तीन बैठकों के बाद कांग्रेस ने उत्तराखंड में तीन लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने पौड़ी से गणेश गोदियाल, अल्मोड़ा से प्रदीप टम्टा और टिहरी सीट से जोत सिंह गुनसोला को उम्मीदवार बनाया है। यह भी तब जब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा कह रहे थे कि टिकटों की घोषणा 15 या 18 मार्च को हो सकती है। इससे संकेत मिल रहे है कि टिकटों की घोषणा बिना उन्हें विश्वास में लिये की गयी है।

गुनसोला को क्यों मिला टिकट ? (Why did Gunsola Godiyal and Tamta get tickets)

टिहरी से उम्मीदवार बनाये गये जोत सिंह गुनसोला की बात करें तो वह उम्रदराज हैं। 1988 व 1997 में मसूरी नगर पालिका के अध्यक्ष, 2002 व 2007 में मसूरी विधानसभा से विधायक रहे हैं। 2012 में वह मसूरी से भाजपा प्रत्याशी गणेश जोशी से विधानसभा चुनाव हारे तो एक तरह से स्वयं ही सक्रिय राजनीति से दूर हो गये और क्रिकेट की राजनीति में जाकर 2019 में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष बन गये।

उन्हें टिकट केवल इस कारण मिला है कि उन्होंने टिकट के लिये आवेदन किया था। पार्टी पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह को टिकट देना चाहती थी, उन्होंने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया तो पहले झटके में ही गुनसोला को टिकट दे दिया है।

गोदियाल को क्यों मिला टिकट ? (Why did Gunsola Godiyal and Tamta get tickets)

वहीं पौड़ी सीट से प्रत्याशी गणेश गोदियाल की बात करें तो उन्हें भी टिकट, पैनल में पहले नंबर पर रहे मनीष खंडूड़ी के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने की परिस्थितियों में, वह भी तब मिला है, जब टिकट मिलने के कुछ घंटे पहले उन्होंने कहा कि वह चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। उनके पास चुनाव लड़ने के लायक संसाधन नहीं हैं। वह खुद चुनाव लड़ने की जगह जिसे भी टिकट मिलेगा, उसे चुनाव लड़ायेंगे।

वहीं गोदियाल के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो प्रदेश अध्यक्ष के कार्यकाल के बीच से हटाये गये गोदियाल 2002 व 2012 में थलीसैंण व श्रीनगर से विधायक रहे हैं, लेकिन 2007 के साथ 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों यानी पिछले दो लगातार विधानसभा चुनाव में हारे हैं। उन्हें नां-नां करते हुऐ टिकट दिया गया है।

प्रदीप को क्यों मिला टिकट ? (Why did Gunsola Godiyal and Tamta get tickets)

वहीं अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ संसदीय सीट से टिकट पाने वाले प्रदीप टम्टा की बात करें तो 2002 में सोमेश्वर की अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित सीट से विधानसभा चुनाव जीते और 5 साल बाद 2007 में उन्हें सोमेश्वर की जनता ने नकार दिया। लेकिन 2009 में उन्हें अल्मोड़ा की अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित लोकसभा सीट से चुनाव में उतारा गया और वह जीत गये। यहां भी उन्हें 5 साल बाद 2014 में अल्मोड़ा लोकसभा की जनता ने नकार दिया। (Why did Gunsola Godiyal and Tamta get tickets)

2016 में कांग्रेस की सरकार के दौर में उन्हें लोकसभा चुनाव में हार के बावजूद राज्यसभा भेजा गया। 2019 में वह फिर से अल्मोड़ा से लोकसभा चुनाव लड़े और लगातार दूसरी बार चुनाव हारे। लेकिन अब पार्टी आलाकमान ने एक बार फिर 2-2 बार लोकसभा व विधानसभा का चुनाव हारने के बावजूद उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें अल्मोड़ा लोकसभा सीट से प्रत्याशी बना दिया है। (Why did Gunsola Godiyal and Tamta get tickets)

तो क्या करना चाहिए था कॉंग्रेस को ? (Why did Gunsola Godiyal and Tamta get tickets)

बेहतर होता कि कांग्रेस पार्टी इस बार अपने वरिष्ठ नेताओं के चुनाव लड़ने से इंकार के साथ चुनाव से पहले ही हार मानने जैसी स्थितियों के बीच संबंधिक लोक सभा से ऐसे युवा चेहरों को लोक सभा का चुनाव लड़ाती जो भविष्य में कम से कम आगामी विधानसभा चुनाव के लिये तैयार होते। इससे पार्टी का भविष्य तो मजबूत होता। लेकिन लगता है कि कांग्रेस पार्टी कुछ भी करने को तैयार नहीं है। (Why did Gunsola Godiyal and Tamta get tickets)

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