नवीन समाचार, हल्द्वानी, 9 फरवरी 2024 (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured) । हल्द्वानी में गुरुवार को हुई कार्रवाई पर शुक्रवार सुबह डीएम वंदना सिंह ने हल्द्वानी के नगर निगम कार्यालय में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने गाइयों का पूरा काला चिट्ठा खोल दिया। साथ ही बताया कि घटना में 2 लोगों की मृत्यु की पुष्टि (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured) है।
नोट: हल्द्वानी में हिंसा मामले की अपडेट हम ‘नवीन समाचार’ के इसी लिंक पर आगे भी देते रहेंगे। इसलिए अपडेटेड समाचार देखने के लिये ‘नवीन समाचार’ के इस लिंक को रिफ्रेश करते रहें। धन्यवाद।
हल्द्वानी में पुलिस-प्रशासन पर पथराव-आगजनी… शहर में कर्फ्यू, दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश
उल्लेखनीय है कि ‘नवीन समाचार’ ने कल रात्रि ही 2 लोगों की मृत्यु की बात लिखी थी, जबकि कई चैनल 4 और इससे अधिक लोगों की मौत का भी दावा कर रहे थे। डीएम ने बताया कि पहले दो लोगों को मृत अवस्था में कृष्णा अस्पताल ले जाया गया था, वहां उन्हें नहीं लिया तो एसटीएच ले जाया गया। इस कारण 4 मौतों पर भ्रम की स्थिति थी। देखें पूर्व समाचार : हल्द्वानी के पीछे किसकी साजिश ?अधिकारियों को घेरकर मारने की थी कोशिश ? 1 बड़ा सवाल-कहां से आया इतना बारूद ?
बताया कि बिना उकसावे की कार्रवाई के अधिकारियों को थाने में जिंदा जलाने की कोशिश की गयी। अभी हल्द्वानी में स्थितियां नियंत्रण में हैं। शहर में 1100 पुलिस कर्मी तैनात हैं। कर्फ्यू अगले आदेश तक जारी है। यह घटना कानून एवं राज्य को चुनौती थी, हमला था। एसएसपी ने कहा कि 4 उपद्रवी उनके कब्जे में हैं। ढाई घंटे के भीतर पूरे मामले को नियंत्रित कर लिया गया। देखें पूर्व समाचार : हल्द्वानी में पुलिस-प्रशासन पर पथराव-आगजनी… शहर में कर्फ्यू, दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश
प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एपी अंशुमन को हल्द्वानी में कैंप करने को कहा गया है। इस बीच उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी हल्द्वानी पहुंची हैं और उन्होंने अस्पताल का दौरा किया जहां हल्द्वानी हिंसा में घायल हुए लोग भर्ती हैं। डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय-एसटीएच में करीब 15 पुलिस कर्मियों को घायल अवस्था में बस से लाया गया है। वहीं एसटीएच के आईसीयू में भर्ती 3 दंगाइयों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
राज्य व कानून को चुनौती देने का प्रयास था, धार्मिक-सांप्रदायिक हमला नहीं (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured)
डीएम वंदना सिंह ने बताया, पहले से लगातार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चल रही थी। कई दुकानें भी हटाईं। लेकिन तब कोई विरोध नहीं हुआ। इस मामले में उच्च न्यायालय जाने का भी समय दिया गया। वहां से भी कोई राहत नहीं मिलने के बाद कार्रवाई हुई। प्रशासन की कार्रवाई में किसी का घर नहीं टूटा, कोई बेघर नहीं हुआ।
वहां कोई धार्मिक स्थल नहीं था। नजूल भूमि पर अतिक्रमण था। भीड़ उसे बचाने की कोशिश नहीं कर रही था बल्कि प्रशासनिक मशीनरी पर हमला करने की कोशिश थी। कोई धार्मिक-सांप्रदायिक हमला नहीं था। राज्य व कानून को चुनौती देने का प्रयास था। हल्द्वानी की कानून व शासन व्यवस्था को बनाये रखना उनकी प्राथमिकता है।
सुनियोजित हमला था (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured)
डीएम ने यह भी बताया कि यह एक सुनियोजित हमला था। 30 जनवरी को वहां घरों की छतों पर पत्थर नहीं थे। आधे घंटे के भीतर नगर निगम की टीम पर बिना उकसावे के पथराव किया गया। उन्हें शांत किया तो दूसरी भीड़ ने पेट्रोल बमों से हमला किया। इसके बाद भी टीमें नहीं हटीं। इस पर थाने का घेराव किया गया। थाने में पूरी मशीनरी पर हमला किया गया। वहां अधिकारी मौजूद थे। उन पर पथराव व पेट्रोल बमों से हमला किया गया। बाहर वाहन फूंक दिये गये। इससे थाने में धुंवा भर गया। (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured)
अधिकारियों की सुरक्षा के लिये दिये गये कमर से नीचे गोली मारने के आदेश (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured)
इस पर उपद्रवियों को बल प्रयोग की चेतावनी दी गयी व आग बुझाने को पानी की बौछार की। इसके बाद भी भीड़ नहीं हटी तो थाने पर हथियारों से हमला किया गया। गोलियां भी चलायी गयीं। इस पर अधिकारियों की सुरक्षा के लिये, खुद को बचाने के लिये कमर से नीचे गोली मारने के आदेश दिये गये। हो सकता है कि किसी को गिरने से चोटें लगी हों।
यहां से भीड़ को हटाया गया तो भीड़ गांधीनगर क्षेत्र में हमला करने लगी। वहां सभी धर्मों के लोग रहते हैं। वहां रहने वाले लोगों को भयग्रस्त करने की कोशिश की गयी। तब तक पीएसी व अतिरिक्त पुलिस बल आ गये थे। वहां भी बिना अतिरिक्त बल प्रयोग किये उन्हें शांत किया गया। (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured)
जितना समय दिया जाता, उतना और जनहानि की संभावना बढ़ती (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured)
पुलिस ने काफी धैर्य बरता। हल्द्वानी के वनभूलपुरा को छोड़कर अन्यत्र कोई घटना न घटित हो। अन्य क्षेत्रों में कोई प्रतिक्रियात्मक घटना नहीं की। उकसावे में नहीं आई। इसके लिये जनता का धन्यवाद दिया। डीएम ने कहा कि जितना समय दिया जाता, उतना और जनहानि की संभावना बढ़ती। यह भी कहा कि यह इंटेलीजेंसी फेलर नहीं था। अतिक्रमण हटाने की पूरी तैयारी थी। किसी युद्ध की तैयारी नहीं थी। (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured)
2-ढाई घंटे में सब कुछ नियंत्रित किया गया (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured)
2-ढाई घंटे में सब कुछ नियंत्रित किया गया। थाने में अधिकारी फंस गये थे। उनकी रक्षा के लिये ही अतिरिक्त बलों की जरूरत पड़ी। अन्य जगह नहीं। यह तैयारी थी। बाहर से कोई भी नहीं आया। इसकी भी तैयारी की गयी थी। यह भी कहा कि पुलिस कर्मचारियों से सीधे उपद्रवियों का आमने सामने मुकाबले नहीं हुआ। (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured)
उदाहरण प्रस्तुत किया जाएगा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति फिर न हो (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured)
बताया कि इस घटना में 2 लोगों की मृत्य हुई है। जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए है। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया, अभी हल्द्वानी में 1100 पुलिस कर्मचारी तैनात हैं। जांच की जा रही है कि मौत किसी हथियार से हुई। 4 उपद्रवी कब्जे में हैं। 15-20 लोग भड़काने वाले के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। इनसे वसूली की जाएगी। उदाहरण प्रस्तुत किया जाएगा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति फिर न हो। अगले तीन घंटों में कार्रवाई की जाएगी। यह भी कहा कि कोई भी पुलिस कर्मी, अधिकारी बड़े स्तर पर घायल नहीं हुआ है। (2 killed in Haldwani violence 3 seriously injured)
आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यहां क्लिक कर हमारे व्हाट्सएप चैनल से, फेसबुक ग्रुप से, गूगल न्यूज से, टेलीग्राम से, कू से, एक्स से, कुटुंब एप से और डेलीहंट से जुड़ें। अमेजॉन पर सर्वाधिक छूटों के साथ खरीददारी करने के लिए यहां क्लिक करें। यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें सहयोग करें..।