नैनीताल : ‘सॉरी’ बोलने के बाद भाजपा नेता व आशा कार्यकत्रियों के बीच के विवाद का पटाक्षेप
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 20 मई 2022। भाजपा नेता मनोज जोशी व आशा कार्यकर्ता संगठन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल के बीच पिछले दिनों हुए विवाद का शुक्रवार को पटाक्षेप हो गया। कुंजवाल ने कहा कि इस मामले में उपस्थित लोगों की मौजूदगी में ‘सॉरी’ बोलने के बाद उन्होंने पुलिस में दी गई शिकायत वापस ले ली। कहा कि आशा कार्यकत्रियों के लिए एक गलत शब्द का प्रयोग किया गया, इससे वह बुरी तरह से आहत हुईं। यदि तभी मौके पर मौजूद लोग हस्तक्षेप करते तो मामला आगे ही नहीं बढ़ता।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री के नगर में आगमन के दौरान दोनों के बीच हुए विवाद के बाद मामला पुलिस कोतवाली के साथ ही जिलाधिकारी व मंडलायुक्त तक पहुंच गया था। इधर बताया गया है कि शुक्रवार को भाजपा की ओर से विधानसभा प्रभारी भावना मेहरा, मंडल अध्यक्ष आनंद बिष्ट, शिवांशु जोशी, भूपेंद्र बिष्ट, दीप नारायण बिष्ट व आशा कार्यकत्रियों की ओर से डॉ. सरस्वती खेतवाल व मुन्नी तिवारी सहित अन्य महिलाओ की मौजूदगी में दोनों ने गलतफहमी के कारण मतभेद होने की बात कही।
इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे के विरुद्ध कार्रवाई न चाहने का पत्र पुलिस कोतवाली में दे दिया। इसके बाद मल्लीताल कोतवाल प्रीतम सिंह ने बताया कि दोनों पक्षो की ओर से मिले समझौता पत्र को मंजूर कर लिया गया है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : आशा कार्यकत्रियों ने भाजपा नेता के खिलाफ पुलिस में दी नामजद तहरीर
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 14 मई 2022। नगर का आशा कार्यकत्रियों ने भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष मनोज जोशी के विरुद्ध कोतवाली पुलिस में तहरीर दी है, और उससे जान का खतरा बताते हुए कार्रवाई की मांग की है। देखें विडियो :
आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल ने आरोप लगाया कि वह विधायक सरिता आर्य के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्याओं पर बात करना चाह रही थीं, लेकिन उन्हें जोशी के द्वारा यह कहकर रोक दिया गया कि उन्हें चुनाव पूर्व भाजपा में आने को कहा गया था, किंतु वह कांग्रेस में शामिल हो गईं।
यह भी आरोप लगाया कि ‘आशा कार्यकत्रियों को चोर’ कहा गया। उन्होने कहा कि पिछले 17 वर्षों से सरकार की योजनाओं पर कार्य कर रहे हैं। पिछले एक वर्ष से सरकार से कोई धनराशि नहीं मिली है। फिर भी कार्य कर रहे हैं। नगर कोतवाल प्रीतम सिंह ने कहा कि तहरीर को जांच तलब रखा गया है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन के लिए किया आंगनबाड़ी व आशा कार्यकत्री बहनों के लिए खास तोहफे का ऐलान
नवीन समाचार, देहरादून, 17 अगस्त 2021। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षाबंधन के अवसर पर प्रत्येक आंगनबाङी और आशा कार्यकत्रियों को एक-एक हजार रुपये की अतिरिक्त सम्मान राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनवाड़ी और आशा कार्यकत्री बहनों को ये एक छोटा सा उपहार है। आंगनवाड़ी और आशा कार्यकत्री बहनों का राज्य के विकास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। विशेष रूप से कोविड से लड़ाई में उनकी बहुत बड़ी भूमिका रही है। राज्य सरकार इनके कार्यों का सम्मान करती है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : आशाओं ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कर दी 2 से कार्य बहिष्कार की धमकी
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 30 जुलाई 2021। ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के बैनर तले आशा कार्यकत्रियों ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय में बड़े संख्याबल के साथ अपनी मांगों के समर्थन में तल्लीताल डांठ बड़ा प्रदर्शन किया। यहां से एकत्र होकर कार्यकत्रियां जिलाधिकारी कार्यालय तक जुलूस के रूप में गईं और वहां से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में चेतावनी दी गई कि लंबे समय से काम के बदले मानदेय नियत करने की लड़ाई लड़ रही आशाओं को अगर अब भी 1 अगस्त तक सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की तरह मानदेय नहीं दिया, और अन्य मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो 2 अगस्त से आशाएं कार्यबहिष्कार पर जाने को मजबूर होंगी।
गौरतलब है कि इससे पूर्व गत 23 जुलाई 2021 को आशाओं ने राज्य भर में ब्लॉकों में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा था। इस दौरान यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल ने कहा कि, सरकार आशाओं के श्रम का लगातार शोषण कर रही है लेकिन अब पानी सर के ऊपर से गुजर गया है इसलिए आशाएँ अब और बंधुवा मजदूरी नहीं करेंगी। एक्टू के प्रदेश महामंत्री डॉ. कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, पहले से ही काम के बोझ तले दबी आशाओं को मोदी सरकार आने के बाद और भी ज्यादा प्रकार के कामों में लगा दिया गया है। लेकिन जब काम के बदले मासिक वेतन या मानदेय देने की बात आती है तो आशाओं को स्वैच्छिक कार्यकर्ता बता दिया जाता है।
धरना प्रदर्शन जुलूस कार्यक्रम में दुर्गा टम्टा, मुन्नी बिष्ट, प्रेमा बृजवासी, भगवती बोरा, रिंकी जोशी, रीना बाला, मनीषा आर्य, भगवती बिष्ट, लीला, प्रीति रावत, सुमन बिष्ट, सरोज रावत, विमला उप्रेती, हेमा बिष्ट, चम्पा मेहता, अनिता, बबिता, सरिता कुरिया, भगवती शर्मा, रश्मि राणा, उमा भक्त, अनिता आर्य, इंदु, जानकी, दीपा, शहनाज, कमरुन्निशा, माया टंडन, प्रेमा, राधा नयाल, शोभा, रमा गैड़ा, अनुराधा, रेनू, सायमा सिद्दीकी, देवकी भट्ट, प्रेमा घुगत्याल, पुष्पा, हुमैरा, माया तिवारी, ममता पपनै, हेमा दरमवाल, कमला बिष्ट, हंसी बेलवाल, रश्मि, गीता नैनवाल, रुखसाना, चंद्रा, हेमा, शाइस्ता खान सहित नैनीताल जिले के सभी ब्लॉकों की आशाएँ शामिल रहीं। कुमाऊँ विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद सदस्य एडवोकेट कैलाश जोशी ने भी जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर आशाओं को संबोधित किया और समर्थन व्यक्त किया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : आशाओं ने प्रदर्शन कर सीएम को भिजवाया ज्ञापन
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 23 जुलाई 2021। एक्टू से संबद्ध आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन ने शुक्रवार को ब्लॉक मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने के अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत तल्लीताल गांधी मूर्ति के नीचे प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल को ज्ञापन सोंपा। ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि उन्हें मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए नियुक्त किया गया था लेकिन उसके बाद से ही उन पर विभिन्न सर्वे और काम का बोझ लगातार बढ़ाया गया है किंतु उनकी मेहनत का भुगतान नहीं किया जाता है। लिहाजा उन्होंने अलग-अलग कामों के छुटपुट पैसों के बजाय मासिक नियत वेतन-मानदेय देने व सेवानिवृत्त होने पर पेंशन की व्यवस्था करने की मांग की।
साथ ही उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत 8 मार्च अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ने उन्हें 10 हजार रुपए कोविड भत्ता देने की घोषणा की थी लेकिन कोई पैसा अभी तक उनके खाते में नहीं आया है। प्रदर्शन में यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल, यशोदा देवी, दीपा कनवाल, इंदु बाला, अनीता आर्या, सुनीता आर्या, कुसुमलता सनवाल, कांति, हेमा आर्या, तुलसी बिष्ट, सुधा आर्या, भगवती शर्मा, गीता नैनवाल, अनीता, दुर्गा टम्टा, प्रेमा पंत, हेमा बिष्ट, हेमा आर्या व गंगा आर्या आदि आशा कार्यकत्रियां मौजूद रहीं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : कोरोना काल में जान गंवाने वाली आशा कार्यकत्रियों को दी श्रद्धांजलि
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 15 जून 2021। कोरोना काल में कोरोना के विरुद्ध युद्ध में आशा कार्यकत्रियों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी। मंगलवार को जनपद मुख्यालय स्थित तल्लीताल गांधी मूर्ति के नीचे आशा कार्यकत्रियों ने उत्तराखंड हेल्थ वर्कर्स यूनियन के बैनर तले कोरोना काल में जान गंवाने वाली आशा कार्यकत्रियों को श्रद्धांजलि देने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस दौरान मौके पर मौजूद आशा कार्यकत्रियों ने प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल की अगुवाई में दिवंगत आशा कार्यकत्रियों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। उनकी याद में मोमबत्तियां भी जलाईं। साथ ही आरोप लगाया कि कोरोना काल में जान गंवाने वाली आशा कार्यकत्रियों को सम्मान और उनके शोक संतप्त परिजनों को सामाजिक सुरक्षा देने से सरकारें भाग रही हैं। आशाओं की मौतों से जुड़े आंकड़े भी सरकार के पास नहीं है और सरकार इन्हें छिपा भी रही हैं। इस मौके पर सुमन बिष्ट, कमला डालाकोटी, रमा गैड़ा, चंद्रा सती, बिमला ठठोला, सरिता कुरिया व हेमा बिष्ट आदि आशा कार्यकत्रियां मौजूद रहीं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।