कैंसर पीड़ित की हुई मौत, लेकिन अंतिम स्नान कराते समय उठ खड़ा हुआ मृतक, पूछने लगा यह क्या कर रहे हो….
नवीन समाचार, हरिद्वार, 8 मार्च 2023। कैंसर से जूझ रहे एक व्यक्ति की मौत के बाद परिजन श्मशान ले जाने की तैयारी कर रहे थे। इस बीच अचानक वह बैठकर बोलने लगा। ग्रामीण को जिंदा देख लोग खुशी मिश्रित हैरत में पड़ गए। परिजन उसे तत्काल अस्पताल ले गए, लेकिन उनकी खुशी कुछ ही पलों की रही। चिकित्सकों ने व्यक्ति को एक बार फिर मृत घोषित कर दिया। यह भी पढ़ें :
प्राप्त जानकारी के अनुसार झबरेड़ा कस्बा निवासी 58 वर्षीय दीपक कुमार काफी दिनों से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। बीते सोमवार सुबह अचानक दीपक की तबीयत खराब हो गई और इसके बाद उनकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने रिश्तेदारों को अंतिम दर्शन के लिए बुला लिया और अर्थी बनाकर श्मशान घाट ले जाने की तैयारी करने लगे। यह भी पढ़ें :
लेकिन आखिरी स्नान कराते समय अचानक दीपक अर्थी से उठ गये और बोले, यह सब तुम क्या कर रहे हो। यह नजारा देख लोग हैरत में पड़े गए। इसके बाद परिजन दीपक को रुड़की के सिविल अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह घटना झबरेड़ा क्षेत्र में दिनभर चर्चा का विषय बनी रही। इसके बाद परिजनों ने मृतक दीपक का अंतिम संस्कार कर दिया। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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नवीन समाचार, गोपेश्वर, 28 फरवरी 2023। उत्तराखंड के गोपेश्वर निवासी एक युवक को संगीत के शौक ने न केवल चोर बना दिया, बल्कि जेल भी पहुंचा दिया। हुआ यह कि युवक ने पहले चोरी की और फिर चोरी पर भी रैप गा दिया और रैप इंटरनेट मीडिया पर वायरल भी कर दिया। यह रैप पुलिस की नजर में आया तो पुलिस ने उसे पकड़कर न्यायालय के आदेशों से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जिला कारागार पुरसाड़ी भेज दिया है। आरोपित ने पुलिस थाने में भी अपने चोरी पर बनाए गए रैप को सुनाया तथा कहा कि वह इन मोबाइलों को बेचकर गिटार लेना चाह रहा था। इसलिए उसने जितनी आवश्यकता थी उतना ही सामान चोरी किया। यह भी पढ़ें : 7 साल की बच्ची ‘भैया-भैया’ चीखती रही, और नाबालिग किशोर करता रहा दुष्कर्म, लहूलुहान छोड़कर भागा….
गोपेश्वर पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पूर्व गोपेश्वर बाजार की एक दुकान से ताले टूटे बिना तीन लाख रुपए से अधिक मूल्य के पांच मोबाइल व एक डीएसएलआर कैमरा गायब हो गये थे। दुकान स्वामी संजय सिंह निवासी रामपुर रुद्रप्रयाग ने 24 फरवरी को गोपेश्वर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। दुकान स्वामी पहले दुकान का ताला न टूटने के कारण इसे चोरी की घटना मानने के बजाय अपने कर्मचारियों की करतूत मान रहा था। यह भी पढ़ें : दूसरे धर्म का सौतेला पिता कर रहा रिश्तों को तार-तार, नाबालिग बेटी से पिछले 8 माह से कर रहा है दुष्कर्म…
जब पुलिस ने आसपास सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो कोई संदिग्ध व्यक्ति भी नजर नहीं आया। ऐसे में पुलिस इसे ठगों का कार्य मानकर ऐसे लोगों की तलाश कर ही रही थी कि तभी उसे पता लगा कि एक युवक कैमरे से रैप बनाकर रिकॉर्ड कर रहा है। वह चोरी की घटना को रैप में गाए गाने में अपने को चोर बनकर आगे बढ़ने की कहानी बयां कर रहा है। जब यह वीडियो पुलिस के हाथ लगा तो उसने युवक से पूछताछ की। तब पता लगा कि उसी ने दुकान में मोबाइलों व कैमरे पर हाथ साफ किया था। यह भी पढ़ें : होली पर शराब पीने की सोच रहे हैं तो यह समाचार पढ़ें और ऐसी कुछ पहल करें…
पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि पकड़ा गया आरोपित जिला रुद्रप्रयाग के ग्राम इसाला दशज्यूला निवासी सुमित खत्री 10वीं फेल है। उसे बचपन से संगीत का शौक है। स्कूल में भी वह सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेता था। इधर फेल होने के बाद उसे संगीत के क्षेत्र में कुछ नया करने की सूझी, लेकिन उसके पास मोबाइल, कैमरा व गिटार नहीं था। लिहाजा उसने इसे खरीदने के लिए कुछ दिनों मजदूरी भी की, परंतु इतने रुपए इकठ्ठे नहीं हुए कि वह शौक पूरे कर सके। मजदूरी करने के दौरान वह गीत-संगीत में ही खोया रहता था। ऐसे में ज्यादा दिन मजदूरी का कार्य भी नहीं चल पाया। यह भी पढ़ें : होली पर शराब पीने की सोच रहे हैं तो यह समाचार पढ़ें और ऐसी कुछ पहल करें…
पुलिस अधीक्षक डोबाल ने बताया कि आरोपित गोपेश्वर आया और उसने मोबाइल की दुकान की रेकी की। इस दौरान जब मालिक दुकान से किसी कार्य से बाहर निकला तो उसने दुकान में घुसकर पांच मोबाइल व एक डीएसएलआर कैमरा चोरी किया। दुकान मालिक जब दुकान में वापस पहुंचा तो उसे लगा ही नहीं कि दुकान में चोरी हुई है। हालांकि जब डीएसएलआर कैमरा नहीं मिला तो फिर शक होने पर मोबाइल की गिनती की गई, तब पांच कीमती मोबाइल गायब मिले।यह भी पढ़ें : सप्ताह भर का रिस्क लेकर कमाएं डॉलर….
पुलिस अधीक्षक ने आरोपित को गिरफ्तार करने वाली टीम के उपनिरीक्षक संजीव कुमार चौहान, कांस्टेबल चंदन नागरकोटी,आशुतोष तिवाड़ी, रविकांत, राजेंद्र को ढाई हजार का इनाम दिया है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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नवीन समाचार, हरिद्वार, 6 फरवरी 2023। हरिद्वार के पूर्णानंद तिवारी लॉ कॉलेज में सोमवार को अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां एक छात्र अपनी दुल्हन को सात फेरे लेने के बाद छोड़कर दूल्हे की ड्रेस में ही एलएलबी के 5वें सेमेस्टर के परीक्षा देने पहुंच गया और उसने दूल्हे की ड्रेस में ही परीक्षा दी। इस दौरान उसकी पत्नी बाहर गाड़ी में परिवार वालों के साथ दूल्हे की प्रतीक्षा करती रही। यह भी पढ़ें : भाजयुमो से कांग्रेस में आए चर्चित नेता की गोलियों से भूनकर हत्या, हड़कंप मचा
दरअसल, हुआ यह कि गाजी वाली श्यामपुर कांगड़ी के रहने वाला युवक तुलसी प्रसाद उर्फ तरुण का विवाह बीती रात ही हिसार हरियाणा में हुआ। आज उसकी एलएलबी के 5वें सेमेस्टर के परीक्षा थी। जिसके लिए दूल्हा अपनी पत्नी को विदा कराकर वहां से सीधे अपने कॉलेज पहुंचा। प्रधानाचार्य से दूल्हे की ड्रेस में ही परीक्षा देने की अनुमति प्राप्त कर उसने परीक्षा दी। बताया कि परीक्षा देने के बाद घर जाकर वह विवाह की बाकी की रस्मों को पूरा करेगा। यह भी पढ़ें : सौतेले पिता नाबालिग बेटी का अश्लील वीडियो बनाकर कर रहा परेशान, महिला को पति के नंबर पर आ रहे अश्लील संदेश…
कॉलेज के प्रधानाचार्य अशोक कुमार तिवारी ने छात्र की प्रशंसा की। उन्होंने कहा अगर वह आज परीक्षा छोड़ देता तो उसका एक साल खराब हो जाता। उसने शादी के साथ परीक्षा को प्राथमिकता दी।यह बहुत अच्छी बात है। उन्होंने बताया पेपर देने के दौरान उसकी दुल्हन भी साथ आई थी। वह परिवार के साथ बाहर प्रतीक्षा करती रही। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : चिकित्सकों द्वारा मृत घोषित महिला को वापस ला रहे थे परिजन, तभी उसने पकड़ लिया एक का हाथ, और….
नवीन समाचार, नैनीताल, 29 दिसंबर 2022। नगर में एक महिला की कथित मौत के बाद फिर से जीवित होने की चौंकाने वाली घटना सामने आई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के सूखाताल के समीप मोटर मैकेनिक की दुकान चलाने वाले मो. नईम की 45 वर्षीय पत्नी मेहरुन्निशा को मंगलवार दोपहर ब्रेन हैमरेज हो गया। यह भी पढ़ें : महिला से दहेज न मिलने पर पति ने की दरिंदगी, अप्राकृतिक संबंध बनाकर और एक साथ दे दिया तीन तलाक….
इस पर परिजन उसे तत्काल बीडी पांडे जिला चिकित्सालय ले गये। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां बेड न मिलने के कारण महिला को हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उपचार के दौरान महिला को मृत घोषित कर दिया गया। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड के स्कूलों में कोरोना को लेकर शिक्षा महानिदेशक ने दिए नए निर्देश, जरूरी होगा नियमों का पालन…
इस पर परिजन महिला के शरीर को लेकर नैनीताल वापस ला रहे थे। बताया गया है कि इस दौरान मेहरुन्निशा की अचेत देह ने साथ में बैठी महिला का हाथ पकड़ दिया। इससे हर कोई सकते में आ गया। घटना से भयभीत हुए परिजन उसे लेकर वापस हल्द्वानी लौट गए और पुनः उसी निजी चिकित्सालय में ले गए। लेकिन वहां से चिकित्सकों ने उसे एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया। बताया गया है कि मेहरुन्निशा वहां अभी भर्ती है और कोमा में है। उसका उपचार किया जा रहा है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : अजब-गजब : मूंगफली-लहसुन खाने वाली मुर्गी ने एक दिन में दिए 31 अंडे, विश्व रिकॉर्ड खंगाला जाने लगा…
नवीन समाचार, रानीखेत, 28 दिसंबर 2022। अल्मोड़ा जनपद के भिकियासैंण में एक मुर्गी ने गत दिवस, बड़े दिन यानी 25 दिसंबर के दिन, एक दिन में 31 अंडे देने का अनोखा रिकॉर्ड बनाने का दावा किया गया है। इसके बाद मुर्गी और उसके अंडे देखने के लिए दूर-दराज से लोग पहुंच रहे है और उसके इस रिकॉर्ड को विश्व रिकॉर्ड में शामिल करने के लिए रिकॉर्ड बुक खंगाली जा रही है। लोग इसे प्रकृति की देन के साथ कोई चमत्कार दैवीय चमत्कार होने को लेकर भी चर्चा कर रहे हैं। यह भी पढ़ें : हल्द्वानी में शुरू हुआ रेलवे व प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान, क्षेत्रवासियों के विरोध के बीच पीलर हदबंदी की कोशिश
दावा किया जा रहा है कि रानीखेत तहसील के बासोट में गिरीश चंद्र बुधानी की मुर्गी ने गत 25 दिसंबर को सुबह आठ बजे से पूरे दिन रुक-रुककर रात करीब 10 बजे तक सामान्यतया दो-दो कर कुल 31 अंडे दे दिए। इसकी जानकारी पूरे क्षेत्र में तेजी से फैलने लगी तो उनके घर इस मुर्गी को देखने के लिए लोगों की भीड़ भी जमा होने लगी। यह भी पढ़ें : पति को महंगा पड़ा प्रेमिका बनी पत्नी का मायके जाने पर अनजान महिला से चैटिंग करना, राज खुला तो वह निकली अपनी ही पत्नी और
बताया जा रहा है कि उनकी दो मुर्गियां हैं और वह मुर्गियों को सामान्य भोजन के साथ ही मूंगफली भी खिलाते हैं। प्रतिदिन मुर्गी करीब 200 ग्राम मूंगफली के साथ लहसुन भी खा लेती है। उसके एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में अंडे देने से परिवारजन मुर्गी के स्वास्थ्य के प्रति भी चिंतित होने लगे। इस पर पशु चिकित्सक की भी सलाह ली गई। पशु चिकित्सक ने मुर्गी के पूरी तरह स्वस्थ होने की बात कही। अलबत्ता, इसके बाद ऊपरी हवा, दैवीय चमत्कार या अंध विश्वास को लेकर भी चर्चाए भी होती रहीं। यह भी पढ़ें : नैनीताल : महिला को उच्च न्यायालय परिसर में पति-पत्नी ने दी जान से मारने की धमकी
अल्मोड़ा के मुख्य पशु अधिकारी डॉ.उदय शंकर ने बताया कि मौके पर पशु चिकित्सकों की टीम गई थी। लेकिन उसके कोई प्रमाण अभी तक नहीं मिले। लिहाजा वह इसकी पुष्टि नहीं कर सकते है। वैज्ञानिक तरीके से ऐसा होना संभव नहीं है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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नवीन समाचार, हरिद्वार, 16 दिसंबर 2022। हरिद्वार जनपद के कलियर में एक 10 वर्ष का बच्चा काफी दिनों से सड़कों पर घूमता हुआ दर-दर की ठोकरें खा रहा था। इधर किसी ने उसे पहचान कर उसके परिजनों को उसकी सूचना दी तो वह बच्चा करोड़ों की जायदाद का मालिक निकला। यह भी पढ़ें : उम्रकैद की सजा काट रहा युवक नैनीताल में आत्महत्या की धमकी देकर गायब, खोज में दो दिन से परेशान पुलिस, एसडीआरएफ… अंदेशा कुछ और ही….
बताया गया है कि बेटा अपनी ससुराल छोड़कर आई मां के साथ अकेला रहता था, लेकिन कोरोना की वजह से मां की मौत हो जाने के बाद से वह दो वक्त की रोटी के लिए भीख मांगने को भी मजबूर था। उधर उसकी मां के घर छोड़ने के बाद उसके पिता व दादा की भी मौत हो गई, और दादा ने मरने से पहले अपनी आधी जायदाद उसके नाम कर दी थी। वसीयत लिखे जाने के बाद से परिजन उसे ढूंढ रहे थे। सूचना मिलने पर परिजन उसे अपने साथ घर ले गए। बच्चे के नाम पर गांव में पुश्तैनी मकान और पांच बीघा जमीन निकली है। यह भी पढ़ें : नैनीताल: पुलिस कर्मी ने पत्नी पर किया चाकू से हमला…
प्राप्त जानकारी के अनुसार यूपी के सहारनपुर जनपद के गांव पंडोली में रहने वाली इमराना अपने पति मोहम्मद नावेद के निधन के बाद 2019 में अपने ससुराल वालों से नाराज होकर अपने करीब छह साल के बेटे शाहजेब को साथ लेकर अपने मायके यमुनानगर चली गई थी, और कुछ वर्ष पूर्व से कलियर में रह रही थी। यह भी पढ़ें : भाजपा के प्रदेशभर के सभी सांगठनिक जिलों की इकाइयों की हुई घोषणा
इधर कोरोना की महामारी में उसकी मौत हो गई, इससे शाहवेज के सिर से मां का साया भी उठ गया, और वह दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो गया। तब से वह कलियर में लावारिस जिंदगी जी रहा था। चाय व अन्य दुकानों पर काम करने के साथ ही पेट भरने को सड़क पर भीख भी मांगने को मजबूर था। यह भी पढ़ें : नैनीताल में इस रविवार से ही शुरू हो जाएगी होली की शुरुआत…
इधर उसके परिजनों ने दादा की मौत के बाद उनकी वसीयत में उसके लिए पुश्तैनी मकान व जमीन छोड़े जाने पर व्हाट्सएप ग्रुपों और सोशल मीडिया पर उसके फोटो अपलोड कर उसे तलाशने वाले को इनाम का एलान किया गया था। इस दौरान उसके दूर के एक रिश्तेदार मोबिन ने उसे कलियर में पहचान लिया और उसकी पुष्टि करने के बाद सूचना देने वाले उसके परिजनों को सूचना दी। इसके बाद उसके दादा के छोटे भाई शाहआलम का परिवार अब उसे सहारनपुर ले गया है। यह भी पढ़ें : प्राधिकरण के नैनीताल में ध्वस्तीकरण अभियान पर मिली 15 दिन की मोहलत….
बताया गया है कि उसकी मां के घर छोड़कर आने के बाद उसके पिता की भी मौत हो गई थी। पहले बहू का घर छोड़कर जाने और उसके बाद बेटे की मौत से उसके दादा मोहम्मद याकूब सदमे में थे। वह हिमाचल में एक स्कूल से रिटायर हुए थे। सदमे में याकूब की भी करीब दो साल पहले मौत हो गई। याकूब ने अपनी वसीयत में लिखा था कि जब कभी भी मेरा पोता वापस आए तो उसे आधी जायदाद सौंप दी जाए। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : अजब मामला : चोरों ने रात्रि में दुकान का गल्ला तोड़कर उड़ाए 9 लाख रुपए, पर सुबह दुकान में होने लगी नोटों की बारिश….
नवीन समाचार, हरिद्वार, 28 अक्तूबर 2022। क्या ऐसा हो सकता है कि चोर किसी दुकान के गल्ले से करीब 9 लाख रुपए की चोरी कर लें लेकिन इस बड़ी धनराशि को साथ न ले जाएं और वह धनराशि दुकान स्वामी को ही मिल जाए। ऐसा मामला हरिद्वार जनपद के कस्बा झबरेड़ा से सामने आया है। यहां चोरी होने के बाद भी व्यापारी को उसकी 9 लाख की रकम वापस मिल गई। यह भी पढ़ें : हाथ में फटा पटाखा, महंगे उपचार के बाद भी काटना पड़ गया हाथ
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के जटौल तिराहे के नजदीक मैसर्स रोहित ट्रेडिंग कंपनी के नाम से खल, चोकर, तेल व चीनी की थोक दुकान हैं। गुरुवार रात्रि दुकान स्वामी रोजाना की तरह अपनी दुकान बंद कर अपने घर चले गए। इधर शुक्रवार सुबह जब वह दुकान पर पहुंचे तो देखा कि गल्ले के ताले टूटे हुए हैं तथा गल्ले में रखी करीब 9 लाख रुपए की धनराशि गायब है। इस पर व्यापारी ने शोर मचाया तो आस-पास के लोग जुट आए। यह भी पढ़ें : सुबह का सुखद समाचार : आज निकलेंगी 891 पदों पर भर्तियां
पुलिस भी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची। तभी पुलिस को दुकान में तिरपाल के ऊपर एक प्लास टंगा हुआ मिला। पुलिस की मौजूदगी में जब तिरपाल को खींचकर प्लास उतारने का प्रयास किया गया, तो वहां रखे हुए कट्टे से नोटों की गड्डियां नीचे गिरने लगीं। यह देखकर सभी की आंखें फटी की फटी रह गईं। ऐसी क्या घटना हुई कि चोरों ने नकदी चोरी करने के बाद भी उसे तिरपाल के ऊपर छोड़ दिया। यह भी पढ़ें : हल्द्वानी में 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला का शव मिलने से हड़कंप, पुलिस को भी हत्या की आशंका
माना जा रहा है कि दुकान के ऊपर से हाईवोल्टेज की विद्युत लाइन गुजर रही है। लगता है कि कोई चोर सइस लाइन से टकराया होगा और करंट लगने से उसकी हालत बिगड़ गई होगी और पुलिस से बचने के लिए चोर अपने साथी को उठाकर अपने साथ ले गये होंगे और अफरा-तफरी में रकम यहीं छूट गई होगा। नकदी मिलने से जहां एक ओर व्यापारी ने राहत की सांस ली, तो वहीं अन्य दुकानदार इस घटना से घबराये हुये हैं। चोर कौन थे, पुलिस इसकी तलाश में जुटी है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : अपना मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर कुमाऊं कमिश्नरी पहुंचा शख्स, बोला मैं जिंदा हूं, व्यवस्था जरूर मर गई है….
नवीन समाचार, हल्द्वानी, 2 अगस्त 2022। यह बड़ी अजीब सी स्थिति है जब किसी व्यक्ति के जीवित रहते शासन-प्रशासन उसका मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर देता है, और संबंधित व्यक्ति खुद को जीवित साबित करने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं। यह स्थिति यह जरूर बताती है कि जीते-जी व्यक्ति को मृत व्यवस्था जरूर मर गई है, या मरने जा रही है।
गत दिवस उत्तर प्रदेश में एक मामला आया था, जिसमें करीब आधा दर्जन बुजुर्गों का कोतवाली पहुंचकर कहना था उन्हें मृत बताकर उनकी वृद्धावस्था पेंशन बंद कर दी है। अब उत्तराखंड के नैनीताल जनपद में भी एक व्यक्ति को बताना पड़ रहा है कि वह जिंदा है।
सोमवार को कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत के दरबार में एक ऐसा मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति अपना खुद का मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर पहुंचा और खुद यह कहने लगा, ‘साहब मैं जिंदा हूं, मुझे आपकी व्यवस्था, या कि मातहतों ने कागजों में जीते-जी मार दिया है।’
उसने बताया कि वह हरि कृष्ण बुधलाकोटी है। उसे तहसील और ग्राम पंचायत के कर्मचारियों द्वारा फर्जी तरीके से 1980 में मृत घोषित कर 2010 में प्रमाण पत्र बना कर मृतक घोषित होने के बाद उनकी नैनीताल के पंगोट स्थित जमीन को 2011 में कुछ भू माफियाओं ने खरीद लिया है। न्याय पाने के लिए सरकारी ऑफिसों के चक्कर काटते-काटते निराश होकर वह अब कुमाऊं कमिश्नर के दरबार में आया है।
उन्होंने बताया कि रामनगर में तैनात वन विभाग के एक बड़े अधिकारी ने कोश्या-कुटौली तहसील के कर्मचारियों की मिलीभगत से उसकी पंगोट स्थित 3 नाली जमीन को भूमाफियाओं से मिलकर खरीदा है। उन्होंने इस संबंध में तहसील में भी शिकायत की है, लेकिन तहसीलदार भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उसका मृत्यु प्रमाण पत्र पंचायत और तहसील के कर्मचारियों की मिलीभगत से बनाया गया है।
उनकी समस्या पर कुमाऊं मंडलायुक्त दीपक रावत ने तहसीलदार कोश्या-कुटौली को पूरे मामले में निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह बेहद गंभीर मामला है और इसकी निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : ‘बरेती न्यौता’ देकर बारात में नहीं ले गया दूल्हा, आत्महत्या करने निकला दोस्त, समझाया तो दूल्हे को भेजा 50 लाख रुपए का नोटिस…
नवीन समाचार, हरिद्वार, 23 जून 2022। बारात में चलने का न्यौता देने के बावजूद बारात में न ले जाने पर एक दोस्त द्वारा अपने दूल्हे दोस्त को मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए 50 लाख रुपये का मानहानि का नोटिस भेजने का अनूठा मामला प्रकाश में आया है। युवक के अधिवक्ता का कहना है कि वह बारात में न ले जाये जाने पर इस हद तक मानसिक तनाव में आ गया था कि आत्महत्या करने की सोचने लगा था।
हरिद्वार के अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने बताया कि बहादराबाद निवासी रवि नामक युवक ने अन्य लोगों के साथ-साथ अपने दोस्त चंद्रशेखर को विवाह का न्यौता दिया था और बारात में चलने के लिए भी कहा था। लेकिन दूल्हा रवि अपने दोस्त को छोड़कर कथित रूप से समय से पहले ही बारात लेकर चला गया और जब चंद्रशेखर समय पर बारात में जाने के लिए पंहुचा तो देखा कि वहां कोई नहीं था।
उसने आस-पास पूछा तो पता चला कि बारात तो जा चुकी थी। इस पर चंद्रशेखर ने अपने दोस्त रवि को फोन किया तो उसने कहा की वह तो बारात लेकर निकल गए हैं और आप को अब बारात में आने की कोई जरूरत नहीं है। आप अपने घर जाओ। इसे चंद्रशेखर ने अपना अपमान समझा और वह इस हद तक मानसिक तनाव में आ गया कि आत्महत्या करने की सोचने लगा।
अधिवक्ता भदौरिया का कहना है कि चंद्रशेखर बहुत ज्यादा मानसिक तनाव में आ गया था और वह इस अपमान को सहन नहीं कर पर रहा था। उन्होंने किसी तरह उसे इस अपमान को लेकर न्याय दिलाने का भरोसा देकर आत्महत्या करने से रोका। और दूल्हे रवि पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए 50 लाख रुपये के मानहानि का कानूनी नोटिस भेज दिया है। नोटिस में दूल्हे रवि से तीन दिन में सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगने पर कानूनी कारवाई करने की चेतावनी दी गई है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : रोचक भी-चिंताजनक भी: तीसरी कक्षा के बच्चे द्वारा चिकित्सक से तीन करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में चर्चित गायक टोनी कक्कड़ तक पहुंची बात…!
नवीन समाचार, हल्द्वानी, 12 मई 2022। नैनीताल पुलिस ने बुधवार को 9 मई की शहर के रामपुर रोड स्थित गर्व डायग्नोस्टिक सेंटर एंड हॉस्पिटल के मालिक व ईएनटी विशेषज्ञ डा. वैभव कुच्छल से तीन करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में हापुड़ उत्तर प्रदेश के एक कारपेंटर के 10 वर्षीय पुत्र के शामिल होने का सनसनीखेज खुलासा किया था। अब इस मामले में और भी अधिक रोचक जानकारी सामने आ रही है।
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बारात में रहें सतर्क, यहां दो चोर बाराती बनकर घुसे और कर दी इतनी बड़ी चोरी….
बताया गया है कि बच्चे ने चर्चित गायक टोनी कक्कड़ के गीत ‘नंबर लिख 98971 डम डिका डम डम डम’ से प्रेरित होकर यूं ही, और अपने दोस्त का नंबर समझ़कर चिकित्सक को गलती से फोन कर दिया है। हालांकि फोन करने के बाद उसने जिस तरह चिकित्सक को इस तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे ने उसके बच्चे को मारने की धमकी देकर 3 करोड़ की रंगदारी मांगी वह भी आज के दौर में खासकर सोशल मीडिया के बुरे पक्ष के मकड़जाल में फंसने की चेतावनी है। देखें टोनी कक्कड़ का सम्बंधित गाना :
अब जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार चिकित्सक को धमकी देने वाला 10 साल का बच्चा होशियार होने के साथ काफी शातिर दिगाग का है और सोशल मीडिया में काफी एक्टिव रहता है। यहां तक की उसने अपना यूट्यूब चैनल भी बना रखा है और चर्चित गायक टोनी कक्कड़ का फैन है। पहली और दूसरी कक्षा में वह प्रथम स्थान से पास हुआ है। अब वह तीसरी कक्षा में पढ़ रहा है।
पुलिस को पूछताछ में बच्चे ने बताया कि उसकी मां घर के काम में व्यस्त थीं। इसी बीच उसने यूटयूब पर गायक टोनी कक्कड़ का गाना ‘नंबर लिख 98971, उसके आगे डम डिका डम डम डम’ सुना, और इसके बाद उसके मन में विचार आया कि दोस्त को फोन करे। मोबाइल में दोस्त का नंबर नहीं मिला तो उसने अंदाजे से उसने टोनी कक्कड़ के गाने के आगे की डम डिगा डम डम’ की तर्ज पर 98971 के आगे यूं ही पांच जोड़ दिये और डॉक्टर को फोन मिल गया।
फोन उठते ही तीन करोड़ देने और न देने पर बच्चे के अपहरण की धमकी दी। उसे शाम तक यही लगा कि दोस्त के पिता का काल है और वह वापस कॉल करेंगे। देर शाम पिता घर आए तो बताया किसी को कॉल करके उसने रंगदारी मांगी है। बच्चे ने कहा कि उसे अब अपनी गलती पर पछतावा हो रहा है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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नवीन समाचार, खटीमा, 4 मई 2022। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पूर्ववर्ती खटीमा विधानसभा में आगामी सात मई को अनूठा नजारा देखने को मिल सकता है। यहां के सिसैया मेलाघाट, बंधा, बगुलिया, खेलड़िया के ग्रामीणों ने धामी की हार पर पश्चाताप करने के लिए सामूहिक रूप से सांकेतिक जल समाधि लेने की घोषणा की है। इस आशय का ज्ञापन उन्होंने एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट को सौंपा है। साथ ही सीएम धामी के प्रति आस्था व सम्मान को देखते हुए कार्यक्रम को सपन्न कराने में सहयोग की अपील की है।
ग्रामीणों ने मंगलवार को एसडीएम बिष्ट को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि वह सीएम धामी की हार से आहत हैं। चुनाव में सीएम धामी के प्रति विरोधियों द्वारा झूठ, फरेब व नकारात्मक संदेश फैलाये गये। वह उस झूठ, फरेब में फंस गए जो सीएम धामी की हार का मुख्य कारण बना। उनकी हार से आर्थिक व सामाजिक रूप से वंचित लोगों को सबसे बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। ग्रामीणों ने कहा कि काफी आत्ममंथन के बाद वह सीएम धामी की हार का प्रायश्चित करते हैं। क्योंकि उनकी वजह से सीएम को हार का सामना करना पड़ा।
इसलिए वह धामी पर आस्था व्यक्त करते हुए गंगा को साक्षी मानकर सात मई को सामूहिक रूप से 22 पुल खिलड़िया शारदा नहर में जलासमाधि लेंगे। जिसमें 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग शामिल रहेंगे। ज्ञापन में मास्टर रामनारायण, छोटे लाल राजभर, राजीव राव, रमई राम, मंगरु, सहदेव, उमाशंकर व रामबढ़ई आदि के नाम शामिल है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : अधिकारी ने जल्दबाजी में पुलिस में रिपोर्ट लिखाई-झेलनी पड़ी रुसवाई…
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 22 अप्रैल 2022। यह घटना हालांकि एक दिन पुरानी यानी गुरुवार की है, लेकिन सबक लेने वाली है। कई बार लोग अपने प्रभाव का इस्तेमाल जल्दबाजी में बिना सोचे-समझे, बिना जरूरी जांच-पड़ताल किए कर डालते हैं, इससे कई बार उन्हें पछताना पड़ता है। ऐसा ही कुछ हुआ उच्च न्यायालय में कार्यरत लोनिवि के एक अभियंता के साथ।
अभियंता गुरुवार सुबह कार्यालय जाने के लिए अपनी कार से निकले थे, तभी तल्लीताल चंुगी पर दो युवकों ने उनसे लिफ्ट मांगी और रास्ते में ही पर्यटन विभाग के कार्यालय के पास पहुंचकर उतर गए। उनके उतरने के बाद अभियंता को अहसास हुआ कि उनका लैपटॉप गायब हो गया है। इस पर वह तत्काल थाना तल्लीताल पहुंचे और उनकी कार में लिफ्ट लेने वाले युवकों पर शक जताकर उनका हुलिया पुलिस को बताकर मुकदमा दर्ज करवाने की जिद करने लगे।
बहुत कहने पर पुलिस ने भी अभियोग पंजीकृत कर लिया। साथ ही तल्लीताल थाना प्रभारी रोहताश सिंह सागर ने लैपटॉप व युवकों की तलाश करवाई। इस बीच पता चला कि अभियंता के बच्चों ने ही उनका लैपटॉप कार में पीछे की ओर रखवाया था और लैपटॉप कार में ही मिल गया।
ऐसे में चूंकि इससे पहले ही मुकदमा दर्ज हो गया था। ऐसे में उन्हें पुलिस के समक्ष लिखित में माफी मांगनी पड़ी कि भविष्य में ऐसी गलती दुबारा नहीं करेंगे। यह भी हो सकता कि तब तक पुलिस युवकों को ढूंढ लेते और उनके विरुद्ध चोरी के इल्जाम में कार्रवाई हो जाती या वह झूठा इल्जाम लगने पर कोई आत्मघाती कदम उठा लेते। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
यह भी पढ़ें : रोचक-सुखद : चार दिन वेंटीलेटर पर रखने के बाद थम गई थीं, लेकिन अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान फिर चलने लगीं सांसें…
नवीन समाचार, लक्सर, 9 अप्रैल 2022। हरिद्वार जिले के खानपुर क्षेत्र में शनिवार को हैरतअंगेज मामला सामने आया है। यहां जब एक व्यक्ति को मृत समझकर परिजन अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे तो उसकी सांसें चलने लगीं। यह देखकर परिजनों ने फिर उसे अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत स्थिर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खानपुर क्षेत्र के कर्णपुर गांव निवासी अजब सिंह की तबीयत खराब होने पर परिजन उन्हें डोईवाला स्थित अस्पताल ले गए थे। बताया गया कि उनका रक्तचाप काफी कम हो गया था। उपचार के दौरान चिकित्सकों ने उन्हें वेंटीलेटर पर रखा, लेकिन इसके बावजूद चार दिनों बाद भी उनकी तबीयत नहीं सुधरी तो परिजन उनको अस्पताल से छुट्टी कराकर वापस घर ले आए। घर पर अजब सिंह की सांसें थम गयीं। इस पर परिजनों ने उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी।
बताया गया कि जब अंतिम संस्कार से पहले उन्हें नहलाया जा रहा था तभी उनकी सांस चलती महसूस हुई। इसके बाद आनन-फानन में परिजन उन्हें वापस अस्पताल लेकर आए। बताया गया है कि लक्सर के एक अस्पताल में ग्रामीण को भर्ती कराया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। अजब सिंह के पुत्र अर्जुन ने बताया कि उन्होंने अपने पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी थी लेकिन ईश्वर का शुक्र है कि समय रहते उन्हें नया जीवन मिल गया है। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिये यहाँ क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नवविवाहिता 10 दिन में मायके लौटी, कोतवाली जाकर बोली ‘मैं ससुराल नहीं जाऊंगी….’
नवीन समाचार, रुड़की, 2 मार्च 2022। रुड़की में एक नवविवाहिता शादी के 10 दिन बाद ही ससुराल से भागकर अपने मायके आ गई। मायके वालों ने ससुराल भेजने का दबाव बनाया तो विवाहिता रोते हुए कोतवाली पहुंच गई। कोतवाली पहुंचकर वह बस यही कहती रही कि इंस्पेक्टर सर मुझे ससुराल नहीं जाना है। वहां बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है। मुझे आगे पढ़ना है। लेकिन माता-पिता जबरन मुझे ससुराल भेज रहे हैं। पुलिस ने विवाहिता को समझा बुझाकर शांत कराया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को गंगनहर कोतवाली क्षेत्र निवासी एक विवाहिता रोते हुए कोतवाली पहुंची। विवाहिता को रोता देख पहले तो पुलिस को लगा कि शायद ससुराल के लोग उसे परेशान कर रहे होंगे। लेकिन जब विवाहिता को बैठाकर पूरी बात पूछी गई तो उसने बताया कि उसकी शादी 10 दिन पहले ही बहादराबाद निवासी एक युवक से हुई थी। ससुराल में उसका मन नहीं लग रहा था। इसलिए वह अपने मायके में आ गई। उसके माता-पिता जबरन उसे ससुराल भेजने पर अमादा हैं। जबकि वह पढ़ना चाहती है। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिये यहाँ क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : यहां अचानक एक रुपए किलो के भाव बिकने लगा टमाटर
नवीन समाचार, हल्द्वानी, 27 फरवरी 2022। आजकल लोग सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए क्या-क्या कर डालते हैं। ऐसा ही कुछ किया हल्द्वानी के ऊंचापुल क्षेत्र में। यहां सब्जी की एक दुकान पर एक रुपए प्रति किलो के भाव से टमाटर बिकने लगा, जबकि बाजार में 20 से 30 रुपए प्रति किलो के भाव टमाटर बिक रहा था। ऐसे में लोग बिना जरूरत के भी इस दुकान पर टमाटर खरीदने उमड़ पड़े। बाद में पता चला कि युवक सस्ता सामान मिलने पर लोगों की प्रतिक्रिया को रिकॉर्ड करने के लिए ऐसा कर रहे थे।
हुआ यह कि ऊंचापुल क्षेत्र में सब्जी की दुकान पर तीन युवक ‘टमाटर एक रुपया किलो’ की आवाज लगाने लगे। इस पर एक ओर लोग टमाटर खरीदने को उमड़ पड़े और देखते ही देखते ठेले से सारे टमाटर बिक गये। दूसरी ओर युवाओं ने इस घटना का वीडियो बनाना भी शुरू कर दिया।
इतना सस्ता टमाटर बेचने के सवाल पर टमाटर बेच रहे युवक विश्वजीत पांडे ने कहा कि वह सस्ती चीज उपलब्ध होने पर जनता की प्रतिक्रिया देखना चाहते हैं। हालांकि टमाटर इतनी जल्दी बिक गया कि कुछ ही लोग टमाटर ले पाए। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिये यहाँ क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : देखें चुनाव के दिन जनता ने कैसे लिए हरीश रावत से मजे… सामने लगाए ‘कमल के फूल’ के नारे
नवीन समाचार, लालकुआं, 15 फरवरी 2022। चुनाव में राजनेताओं को कैसी-कैसी स्थितियों से दो-चार होना पड़ता है। अब हरीश रावत को ही लीजिए। लालकुआं सीट से चुनाव लड़ रहे हरीश रावत सोमवार को मतदान के दिन जब बिंदूखत्ता के घोड़ानाला क्षेत्र से गुजर रहे थे तो एक जगह कुछ लोगों को एकत्र देख उनसे वोट देने की अपील करने के लिए रुके तो लोग उनसे मजाक करने में जुट गए। कोई वहां भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल के फूल का नारा लगाने लगा तो कोई पहले रावत को ही वोट देने की बात करने लगा।आप भी देखें यह वीडियो:
जबकि अन्य लोग कहते सुने गए कि उन्होंने वोट ही नहीं दिया। फिर लोग रावत से नौकरी लगवाने और नौकरी पक्की करवाने को कहने लगे। ऐसी अजीबोगरीब स्थितियों को देखते हुए हरीश रावत ने वहां ने निकल जाना ही उचित समझा। यह पूरा वाकया किसी ने कैमरे में भी कैद कर लिया। इस पर लोग कह रहे हैं कि एक पूर्व मुख्यमंत्री होते हुए लोग हरीश रावत के साथ गरिमापूर्ण बर्ताव नहीं कर रहे हैं। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : प्रोफेसर साहब निकले मोबाइल चोर, 30 मोबाइल फोन बरामद
नवीन समाचार, श्रीनगर, 20 दिसंबर 2021। एक ऐसे प्रोफेसर साहब पकड़ में आए हैं, जिनका ध्यान पढ़ाने से अधिक चोरी करने में अधिक रहता है। उत्तराखंड के श्रीनगर राजकीय मेडिकल कॉलेज के इन प्रोफेसर साहब की सच्चाई एक छात्र का मोबाइल चोरी होने के बाद सामने आई है।
हुआ यह कि छात्र का मोबाइल खोने के बाद दर्ज कराई गई शिकायत पर जब कॉलेज की सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो प्रोफेसर साहब का कारनामा सामने आ गया। मगर कॉलेज प्रशासन और पुलिस को हैरान होना बाकी था। जब उनके कमरे की तलाशी ली तो वहां एक-दो नहीं, पूरे 30 मोबाइल फोन बरामद हुए और वो भी सभी चोरी के। प्रोफेसर पर पर कक्षा में न पढ़ाने व फोन पर अनावश्यक मैसेज भेजने के भी आरोप हैं। अब कॉलेज प्रशासन ने सभी आरोपों की जांच के लिए कमेटी बैठा दी है।
इन 30 मोबाइल में छात्र का फोन भी मिला, जो फार्मेट कर दिया गया था। इससे जाहिर होता है कि फोन भूलवश नहीं उठाया गया। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीएम रावत ने बताया कि 15 दिसंबर को मेडिकल कॉलेज में परीक्षा थी। जो छात्र मोबाइल लाए थे, उनके फोन कक्ष निरीक्षकों ने जमा करवा दिए। परीक्षा खत्म होने के बाद एक छात्र का फोन नहीं मिला। इससे एनोटॉमी विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल द्विवेदी ने सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग खंगाली तो उसमें 10 साल से कार्यरत वरिष्ठ प्रोफेसर फोन ले जाते दिखे।
जब उनसे फोन के बारे में पूछा गया, तो वह साफ मुकर गए। यहां तक कि जब उन्हें बताया गया कि वह कैमरे में दिखाई दे रहे हैं तो भी वह नहीं माने। इसके बाद तलाशी ली गई तो उनके पास से लगभग 30 फोन मिले। पूछने पर उन्होंने बताया कि सारे फोन उनके हैं। फोन की पहचान के लिए छात्र बुलाया गया तो उसने अपना फोन पहचान लिया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : बेनाम पोस्टर लगाकर पूछ रहे ‘मम्मी, मेरे पापा कौन ?’, आये जांच के दायरे में
नवीन समाचार, द्वाराहाट-अल्मोड़ा, 13 दिसंबर 2021। विधानसभा चुनाव के तेज होती बिसात के बीच अल्मोड़ा जनपद की द्वाराहाट विधानसभा क्षेत्र में रविवार की रात अज्ञात लोगों ने मां की गोद में बच्चे के रेखाचित्र के साथ ‘मम्मी मेरे पापा कौन? ऐसे में कैसे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ लिखे पोस्टर चिपका दिए गए हैं। सुबह-सुबह लोगों को क्षेत्र में यह पोस्टर लगे हुए दिखे। कई जगह यह पोस्टर विधायक नेगी के पूर्व में लगे पोस्टरों के ऊपर भी चिपकाए गए हैं।
इन पोस्टरों पर ना ही निमयानुसार पोस्टर छापने वाले प्रकाशक, मुद्रक व छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस का का नाम छपा है और ना ही छपे पोस्टरों की संख्या। इसलिए यह पोस्टर कानूनी कार्रवाई की जद में आ गए हैं। प्रशासन इसी आधार पर मामले की जांच करवाने की बात कह रहा है।
केवल द्वाराहाट विधानसभा में लगे इन पोस्टरों को स्थानीय भाजपा विधायक महेश नेगी व उनके साथ गत दिनों जुड़े सैक्स स्केंडल से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें पुलिस की फाइनल रिपोर्ट के आधार पर विधायक को उच्च न्यायालय से भी राहत मिल चुकी है। लिहाजा पोस्टरों के जरिये यह सवाल उठाने की कोशिश की गई है कि भले पुलिस की रिपोर्ट विधायक नेगी उन पर आरोप लगाने वाली महिला की बच्ची के पितृत्व विवाद में निर्दोश बताए जा रहे हों, परंतु यह सवाल आगामी विधानसभा चुनावों में भी उनके पीछे बरकरार रखा जाएगा कि आखिर बच्ची का पिता कौन है।
गौरतलब है कि यह पोस्टर विधायक महेश नेगी को क्लीन चिट मिलने के दूसरे दिन ही उनकी विधानसभा में लगाए गए है। बहरहाल फिलहाल भाजपा सहित कोई राजनीतिक दल इसमें बोलने को तैयार नही दिख रहा है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल: 65 वर्ष के ‘किशोर’ वृद्ध ने आधी उम्र की पत्नी पर शक के चक्कर में रची झूठी कहानी पर भारी पड़े चीता मोबाइल प्रभारी की जासूसी
-चौकीदार ने गढ़ी भी राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में तोड़फोड़ की झूठी कहानी
-जासूस की भूमिका में दिखे तल्लीताल थाने के चीता मोबाइल प्रभारी ने पैनी नजरों से कुछ ही घंटों में किया घटना का खुलासा

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 12 दिसंबर 2021। रविवार सुबह नगर के तल्लीताल स्थित अटल आदर्श राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में लूट की घटना से सनसनी फैल गई। कॉलेज की प्रधानाचार्या सावित्री दुग्ताल ने तल्लीताल पुलिस थाने के चीता मोबाइल प्रभारी शिवराज राणा को उनके व्यक्तिगत मोबाइल नंबर पर इसकी जानकारी दी।
कॉलेज में लूट की सनसनीखेज सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचे राणा ने कुछ ही घंटों में जासूस जैसी भूमिका निभाते हुए घटना का रोचक खुलासा कर दिया। बताया गया कि कॉलेज के ही करीब 65 वर्षीय किशोर नाम के बुजुर्ग चौकीदार ने अपनी 38-40 वर्षीया पत्नी पर शक करने के कारण लूट की झूठी कहानी गढ़ी थी।
चीता मोबाइल प्रभारी शिवराज राणा ने बताया कि कॉलेज पहुंचने पर उन्होंने पूछताछ की तो चौकीदार किशोर ने बताया कि रात्रि में एक नौका चालक सहित दो लोग कॉलेज परिसर में घुस आए। उन्होंने सभी दरवाजों के शीशे और एक दरवाजा तोड़ दिया। वह वृद्ध होने के कारण उन्हें रोक नहीं पाए। इस पर राणा ने संबंधित नौका चालक को बुलाकर पूछताछ की तो उसने कहा कि वह कभी भी कॉलेज ही नहीं गया। लेकिन नौका चालक को देखकर चौकीदार बेहद आक्रोशित व हमलावर हो गया। इस पर राणा ने नौका चालक को अलग कराया। चौकीदार की बातों की सीसीटीवी में पुष्टि नहीं हुई।
इस बीच राणा की नजर चौकीदार के हाथ ही छड़ी पर पड़ी जिसके ऊपरी-हाथ से पकड़ने वाले स्थान के पास काली टेप चिपकी हुई थी। शक होने पर राणा ने टेप हटाकर देखी तो लोहे की रॉड से बनी भारी-मजबूत छड़ी पर कांच के टुकड़े और चोट के निशान मिले। इस पर चौकीदार से जब यह कहकर पूछताछ की गई कि वह झूठ क्यों बोल रहा है ? चौकीदार ने खुलासा किया कि वह अपनी पत्नी पर शक करता था। उसने इस मामले में संबंधित लोगों को फंसाने के लिए यह झूठी कहानी गढ़ी।
बाद में कॉलेज की प्रधानाचार्या ने चौकीदार की उम्र को देखते हुए और उसके माफीनामे और उसके द्वारा नुकसान की भरपाई किए जाने की शर्त पर उसे बिना कानूनी कार्रवाई किए छोड़ दिया गया। अलबत्ता उसे नौकरी से भी हटा दिया गया। अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : पूर्व सीएम रावत के नक्शे-कदम पर ठेले पर राजमा-चावल खाते नजर आए सीएम धामी, विडियो वायरल…
नवीन समाचार, रुद्रपुर, 2 दिसंबर 2021। गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की तरह शहर में एक ठेले पर राजम चावल खाते हुए देखे गए। लेकिन मामला कुछ और था। देखें विडियो :
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की तर्ज पर रुद्रपुर में एक ठेले पर राजम चावल खाते हुए देखे गए। बताया गया कि विधायक व भारतीय जनता युवा मोर्चा में रहते धामी अग्रसेन चौक स्थित ‘रस्तोगी राजमा चावल’ नाम के राजा राम के ठेले पर राजमा चावल खाने आते थे। आज पुनः वह अचानक उसी ठेले पर जा पहुंचे और राजमा चावल खाया। इस दौरान स्वयं धामी ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए यह खुलासा किया। वह मौके पर मौजूद डीआईजी डॉ. नीलेश आनंद भरणे को भी राजमा-चावल खाने के लिए प्रेरित करते रहे।
इस दौरान उनके साथ जनपद के प्रभारी मंत्री यतीश्वरानंद, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा व रुद्रपुर के विधायक राजकुमार ठुकराल मौजूद रहे। इसे धामी के चुनाव से पूर्व खुद को जनता के बीच जनता के व्यक्ति या जननेता के रूप में दिखाने का प्रयास भी माना जा रहा है। इस पर बरेली मीरगंज निवासी राजा राम ने बताया कि यहां आदर्श नगर कालोनी वार्ड-13 में परिवार संग रहते हैं। करीब 40 वर्ष से ठेली लगाते आ रहे हैं। शुरुआती दाैर में डिग्री कालेज में शिकंजी लगाते थे। करीब 20 वर्ष पहले से विधायक राजकुमार ठुकराल और पुष्कर सिंह धामी एक साथ दुकान पर आकर शिकंजी पीते थे, फिर बाद में राजमा चावल शुरू किया तो वे अक्सर खाने आते थे।
उन्होंने कहा-यह राजमा चावल का नहीं बल्कि रिश्तो का स्वाद है। बताया कि धामी ने विधायक बनने के बाद भी कई बार उनके ठेले पर राजमा चावल खाया है। सीएम बनने की खबर मिली थी, सुनकर अच्छा लगा था, लेकिन अनुमान नहीं था कि कभी सीएम बनने के बाद पुष्कार सिंह धामी ठेली पर हमारे यहां राजमा चावल खाएंगे। आज अचानक आये तो राजमा चावल लगाने के लिए कहा, कुर्सी मेज ठीक करने लगा तो बोले ऐसे ही लगा दो। उन्होंने राजमा चावल खाकर तारीफ की और इनाम दो हजार रुपये देकर चले गए। काफी अच्छा लग रहा है, कि समय बदलता रहा लेकिन आज भी स्नेह और लगाव वही बरकरार है। धामी जमीन से जुड़े नेता हैं। वह आज भी आए तो पहले के जैसे ही हाथ में प्लेट लेकर बिना कुर्सी के खड़े होकर ही खाया। उनका मानना है कि जो नेता बड़ा पद पाने के बाद भी बदलता नहीं और बिना तामझाम के रहता है वह लंबी राजनीतिक पारी खेलता है। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : बिना कारण शादी तोड़ने पर युवक पर लगाया शादी करने पर दो वर्ष का प्रतिबंध, 40 हजार का जुर्माना भी
नवीन समाचार, रुड़की, 22 नवंबर 2021। सगाई के बाद युवती से रिश्ता तोड़ने वाले एक युवक को उसकी बिरादरी की पंचायत ने ऐसा फरमान सुनाया है कि इसकी चर्चा हो रही है। पंचायत ने युवक की शादी पर दो साल तक की पाबंदी लगा दी है। यानी वह दो साल तक शादी नहीं कर सकता है। यदि वह ऐसा करता है तो बिरादरी उसके परिवार का बहिष्कार कर देगी। साथ ही पंचायत ने युवक के परिजनों पर 40 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माने की यह राशि युवती के परिजनों को हर्जाने के तौर पर दी जाएगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रुड़की के एक गांव निवासी व्यक्ति ने अपनी बेटी का रिश्ता देवबंद निवासी एक युवक के साथ तय किया था। इसके लिए रस्में भी हुई थी। छह माह बाद युवक ने युवती से रिश्ता तोड़ दिया। युवक पक्ष की ओर से रिश्ता तोड़ने का कोई ठोस कारण भी नहीं बताया गया। इस बात से परेशान युवती के पिता ने रुड़की, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर समेत आसपास के बिरादरी के सम्मानित लोगों की पंचायत बुलाई। पंचायत में युवक व उसके परिजनों को भी बुलाया गया। पंचायत में युवक, युवती से शादी न करने का कोई ठोस कारण नहीं बता पाया। इस पर उसे यह सजा सुनाई गई। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : काशीपुर में महिला ने 7 मिनट में तीन बच्चों को दिया जन्म
नवीन समाचार, काशीपुऱ, 13 जुलाई 2021। शहर के एक मुरादाबाद रोड स्थित आयुष्मान अस्पताल में निकटवर्ती ग्राम बाबरखेड़ा निवासी एक महिला द्वारा एक ही प्रसव में 7 मिनट के दौरान तीन बच्चों को जन्म दिया है। चिकित्सालय के एमडी डॉ. विकास गहलौत के अनुसार जज्जा-बच्चा सभी स्वस्थ हैं, अलबत्ता बच्चों का वजन कम होने के वजह से एनआईसीयू में विशेष चिकित्सकीय देखभाल में में आयुष्मान योजना के अंतर्गत निःशुल्क किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 24 वर्षीय आंचल पत्नी मनोज को यहां प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती किया गया था। इस दौरान उसने एक साथ तीन बच्चों-दो बेटियों और एक बेटे को जन्म दिया है। तीनों बच्चे दो से पांच मिनट के अंतराल पर पैदा हुए। डॉ.गहलोत के अनुसार एक बच्चा एक किलो 800 ग्राम का है। दूसरी बेटी एक किलो 500 ग्राम और तीसरी बेटी एक किलो 600 ग्राम वजन की है। महिला और उसके तीनों बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। स्वास्थ्यकर्मी और नर्स यह देखकर काफी हैरान हैं। सभी की देखभाल और उनका इलाज तीनों बच्चों का जन्म सफल रहा है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : डीएम के बेटे को कोरोना काल में प्रतिबंधित पार्क में जाने से रोका तो डीएम ने कर दिया 3 वर्ष के लिए निलंबित !
नवीन समाचार, चमोली, 09 जुलाई 2021। शुरुआती दौर में अपनी सादगी के लिए चर्चाओं में रहीं उत्तराखंड के चमोली जिले की डीएम स्वाति भदौरिया अब एक होमगार्ड को सस्पेंड करने को लेकर चर्चाओं में हैं। खबरों के अनुसार डीएम ने होमगार्ड के जवान को इसलिए सस्पेंड कर दिया क्योंकि उसने कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाते हुए डीएम के बच्चे को कोरोना काल में पार्कों में जाने पर लगी रोक के कारण पार्क में जाने से रोक दिया था। उल्लेखनीय है कि इससे पहले डीएम साहिबा एक आपदा प्रभावित महिला को डांटने के लिए भी चर्चाओं में रही थीं।
घटनाक्रम के अनुसार अप्रैल माह में जब सार्वजनिक पार्कों में कोरोना की गाइडलाइन के कारण प्रवेश वर्जित किया गया था, उस समय डीएम आवास के ठीक सामने बने शहीद पार्क में कोई प्रवेश न कर पाए, यह सुनिश्चित करने के लिए एक होमगार्ड सुरेंद्र लाल की तैनाती पार्क के बाहर की गई थी। इस दौरान अपनी ड्यूटी करते हुए होमगार्ड ने डीएम के बच्चे को भी पार्क में जाने से रोक दिया था। इस कारण डीएम की ओर से पत्र जारी कर उस होमगार्ड को 3 साल तक ड्यूटी पर लिए जाने से रोक लगा दी गई है। इस कारण नौकरी जाने से होमगार्ड का जवान दफ्तरों की चौखट पर अपनी बहाली की गुहार लगा रहा है। पीड़ित का कहना है कि उसे निष्ठा से अपनी ड्यूटी करने की सजा मिली है। अगर उसे पता होता कि डीएम के बच्चे को पार्क में जाने से रोकने पर डीएम उसे नौकरी से हटा देंगी तो वह कभी भी ऐसा नहीं करता। उसे पता भी नहीं था कि जिसे वह रोक रहा है वह डीएम का बेटा था। ड्यूटी पर नहीं होने के कारण उसे घर चलाने के लिए रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। गौरतलब है कि शहीद पार्क पर सुरेंद्र लाल को हटाये जान के बाद ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड के दूसरे जवान बुद्धि लाल का कहना है कि उन्हें सख्त आदेश दिया गया है कि पार्क में किसी को प्रवेश न करने दिया जाए। इसलिए पार्क में ताला भी लगाया गया है।
इस मामले पर होमगार्ड के सहायक जिला कमांडेंट दीपक भट्ट का कहना है कि हटाये गए होमगार्ड सुरेंद्र लाल की ड्यूटी डीएम आवास के सामने बने शहीद पार्क में लगाई गई थी, ताकि कोरोना संक्रमण के दौरान कोई पार्क में प्रवेश न कर सके। होमगार्ड जवान के द्वारा डीएम के बेटे को पार्क में जाने से रोका गया। जिसके बाद डीएम कार्यालय की ओर से जिला कमांडेंट के कार्यालय को एक पत्र जारी किया गया। जिसमें होमगार्ड सुरेंद्र लाल द्वारा पार्क में आने जाने वाले बच्चों और अभिभावको से अभद्रता करने का हवाला देते हुए जवान को 3 साल के लिए ड्यूटी से मुक्त रखने के आदेश दिए गए हैं। गौरतलब है कि यदि पत्र में यही भाषा लिखी गई है तो डीएम पर लग रहे आरोपों की एक तरह से पुष्टि हो जाती है। जब पार्क में जाने पर रोक स्वयं डीएम के आदेशों से लगी हुई थी तो किन अभिभावकों के बच्चों से होमगार्ड ने अभद्रता की। यह अभद्रता उन्हीं से की गई होगी तो डीएम के आदेश को न मानते हुए पार्क में बच्चों को ले जाने की जिद कर रहे होंगे। ऐसे में आदेश का पालन कराने वाले को कैसे सजा दी जा सकती है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : युवक ने जिला जज की नाम पट्टिका सहित शहर में जगह-जगह लिख दिया ‘नाम में क्या रखा है’
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 05 जुलाई 2021। सरोवरनगरी में पिछले कई दिनों से एक युवक शाम ढलते शहर के अलग-अलग क्षेत्रों और रोड पर स्प्रे पेंट से ‘डब्लूआईएन’ लिख रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले लगभग 10 दिनों से इस युवक ने नगर के छावनी बोर्ड क्षेत्र के साथ ही जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आवास के गेट पर नाम पट्टिका के पास स्प्रे पेंट से एक विशिष्ट तरीके से ‘डब्लूआईएन’ लिख दिया। इस पर पुलिस एवं प्रशासनिक मशीनरी किसी अवांछित गतिविधि का संदेह करते हुए हरकत में आ गई और छानबीन शुरू कर की।
जांच में आगे बढ़ने पर बमुश्किल पुलिस को छावनी परिषद क्षेत्र में चेहरे को हुड आदि से छुपाकर पेंटिंग करता हुआ युवक दिखाई दिया, लेकिन पड़ताल करने पर उसके बारे में कुछ भी पता नहीं चल पा रहा था। अलबत्ता, सोमवार को रूसी बाईपास पर ड्यूटी के दौरान पुलिस एक ताजा पेंटिंग देखने के बाद पेंटिंग करते हुए करीब 20-21 वर्षीय युवक पुलिस की गिरफ्त में आ गया। पूछताछ में युवक की पहचान हरिनगर निवासी आयुष नाम के युवक के रूप में हुई। पूछताछ में पता चला कि युवक पूना में रहकर टैटू बनाने का काम करता था और अभी कुछ दिन पहले ही नैनीताल आया है। युवक का कहना है कि वह नशे के बचाव को लेकर युवाओं को जागरूक करने का प्रयास कर रहा है, इसी के चलते वह जगह-जगह पेंट से लिख रहा है। उसका मकसद सिर्फ युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करना था। हालांकि पुलिस के अनुसार वह स्वयं भी मानसिक तौर पर भटका हुआ सा लग रहा था। तल्लीताल थाना प्रभारी ने बताया कि पेंटर अपने संदेश के साथ अपना कुछ अलग सा ‘टैग नाम’ भी लिखते हैं। इसी तरह यह युवक ‘डब्लूआईएन’ लिखता है, जिसका अर्थ है ‘ह्व्ट‘स इन नेम’ यानी ‘नाम में क्या रखा है’। उन्होंने युवक को 81 पुलिस एक्ट के तहत चालान कर और हिदायत देकर छोड़ दिया है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : चेतन और उनके बनाए गहत के पराठे साबित हुए नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए लकी चार्म

नवीन समाचार, देहरादून, 04 जुलाई 2021। चेतन सिंह असवाल और उनके बनाए गहत के पराठे नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए लकी चार्म साबित हुए हैं। केवल तीन दिन पहले चेतन ने धामी के घर पर सहायक के तौर पर काम संभाला है। तब वे केवल एक सामान्य विधायक के सहयोगी बने थे, और अब वह मुख्यमंत्री के सहयोगी बन गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ केवल तीन दिन में उनकी किस्मत भी बदल गई है। चेतन ने शनिवार सुबह धामी को उनके पसंदीदा गहत के पराठे खिलाकर भेजा था। और शाम तक खबर आई कि धामी मुख्यमंत्री बन रहे हैं।
मूलतः पौड़ी जनपद के यमकेश्वर के खेड़ा गांव के निवासी चेतन कुछ समय पहले तक नेहरूग्राम में अपना रेस्त्रां चलाते थे। कोरोना और उसके बाद लॉकडाउन के कारण उनका काम ठप हो गया तो उन्हें रेस्त्रां बंद करना पड़ा। करीब दो माह खाली रहने के बाद उन्होंने नौकरी की तलाश की। किसी परिचित की मदद से वो धामी के पास पहुंचे और काम देने का अनुरोध किया। धामी ने उन्हें अपने यमुना कॉलोनी स्थित सिंचाई विभाग की कॉलोनी वाले आवास पर घर की देखरेख करने और खाना इत्यादि बनाने के लिए काम पर रख लिया। पिछले तीन दिन से धामी के साथ सिर्फ चेतन ही रहे। उन्होंने बताया कि उनका परिवार नेहरू ग्राम में रहता है। वो शादीशुदा हैं और उनका एक बेटा है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : गजब: पड़ोसन पर तांक-झांक करने वाले पति से परेशान महिला ने की खुदकुशी की कोशिश, इससे पहले ही कुर्सी से गिरी, आईसीयू में भर्ती..
नवीन समाचार, हल्द्वानी, 29 जून 2021। ‘आसमान से गिरना और खजूर पे अटकना’, ‘गए थे हरि भजन को-ओटन लगे कपास’ और ‘गए थे रोजे छुड़ाने-नमाज गले पड़ी’ पता नहीं इनमें से कौन सी कहावत इस पूरी घटना के सबसे करीब बैठती है। घटना हल्द्वानी की है। यहां एक महिला से पड़ोसी महिला ने शिकायत की कि उसका पति उसे यानी पड़ोसन से तांक-झांक करता है। महिला ने अपने पति से इसकी शिकायत की तो दोनों में विवाद हो गया। उल्टे पति ही उस पर चढ़ने लगा। इससे आहत होकर महिला ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने की ठान ली और अपनी चुन्नी लेकर कुर्सी पर चढ़ गई, ताकि चुन्नी को पंखे में लटकाकर खुद भी उस पर लटक जाए। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। ऐसा करते हुए महिला के लटकने से पहले कुर्सी पलट गयी, और महिला असंतुलित होकर धड़ाम से फर्श पर जा गिरी। ऐसी चोटें लगीं कि आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में वार्ड आया के पद पर कार्य करती है। उसका पति भी यहीं संविदा पर वार्ड ब्वॉय का काम करता है, और पति-पत्नी अस्पताल की आवासीय कॉलोनी में रहते हैं। बताया गया है कि गत दिवस पड़ोस में ही रहने वाली एक अन्य नर्स ने महिला के पति पर ताक-झांक का आरोप लगाकर मेडिकल अधीक्षक से शिकायत की थी। इस पर महिला के पति का अधीक्षक ने ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया था। नोटिस मिलने के बाद आरोपित की पत्नी को जब मामले की जानकारी हुई तो वह पति लड़ पड़ी। पति अपनी गलती मानने की जगह उससे ही लड़ने लगा तो महिला ने आत्महत्या करने की ठान ली। इस पर सोमवार शाम करीब चार बजे वह अस्पताल के आवास में वार्ड आया पंखे से लटकने के लिए कुर्सी पर चढ़ कर खड़ी हुई, तभी पंखे की ऊंचाई अधिक होने की वजह से वह चुन्नी लटकाते हुए असंतुलित होकर गिर पड़ी। इससे उसे काफी चोटें आईं। सुशीला तिवारी अस्पताल के अधीक्षक डा. अरुण जोशी ने बताया कि वार्ड आया ने आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसके बाद उसे आइसीयू में भर्ती किया गया। उसकी हालत बेहतर हो रही है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : गजब, जब विलेन हीरोइन से शादी कर उसके बच्चों का पिता बन चुका, तब पहुंच पाई पुलिस…
नवीन समाचार, रुद्रपुर, 06 जून 2021। अक्सर पुरानी बॉलीवुड फिल्मों में पुलिस तब आती थी, जब हीरो विलेन को मार लेता है और हीरोइन से शादी करने या मिलने के फिल्म के अंतिम दृश्य के करीब होता है। लेकिन यहां एक ऐसी कहानी सामने आई है, जिसमें पुलिस तब पहुंची जब एक नाबालिग किशोरी को जबरन भगाने वाला आरोपित विलेन न केवल हीरो बन कर हीरोइन से शादी कर चुका है, वरन हीरोइन के बच्चों का पिता भी बन चुका है।
स्पेशल टास्क फोर्स के एसएसपी अजय सिंह के हवाले से आई जानकारी के अनुसार वर्ष 2012 में 16 मार्च को रुद्रपुर निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि राजस्थान के अलवर जिले के बिदरका गांव निवासी अंशु राजपूत व चंदन उसकी 15 साल की पुत्री को अगवा कर ले गए हैं। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी थी। लेकिन वे दोनों पुलिस के हाथ नहीं लगे। इस पर पुलिस ने उन पर ढाई-ढाई हजार का इनाम रख दिया। लेकिन अब इस बीच मुखबिर से एसटीएफ को जानकारी मिली कि चंदन नौ साल बाद अपने गांव बिदरका आया है। इस पर एसटीएफ देहरादून की टीम राजस्थान के लिए रवाना हुई और चंदन को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि अंशु भी उसके संपर्क में है और वह ऊधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर में है। इस पर कार्रावाई करते हुए एसटीएफ ने अंशु राजपूत को भी रुद्रपुर से गिरफ्तार कर लिया। उन्हें किशोरी को अगुवा करने के जुर्म में अदालत में पेश करने के लिए भेजे जाने की तैयारी के दौरान जब एसटीएफ ने पकड़े गए आरोपियों से बात की, तो पता चला कि आरोपी चंदन ने उसी युवती से विवाह कर लिया है और अब उनके बच्चे भी हैं। इस प्रकार यह मामला देर से मिलने वाले न्याय के अन्याय के बराबर होने की कहानी को सही साबित करने वाला मामला बन गया है। अब यदि आरोपियों को यदि सजा मिलती भी है तो उससे पीड़ित पक्ष को भी परेशानी होगी। हालांकि आगे कानूनी प्रक्रिया में क्या होता है, यह देखने वाली बात होगी।
यह भी पढ़ें : हल्द्वानी में दो महिलाओं से शादी करने के लिए चर्चित हुई कृष्णा की अविश्वसनीय कहानी आएगी फिल्मी परदे पर, अभिनेत्री स्वरा भास्कर के भाई बना रहे फिल्म…
डॉ.नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 30 मई 2021। पुरुष बनकर दो महिलाओं से न केवल शादी रचाने बल्कि करीब चार वर्ष तक पति-पत्नी की तरह शादीशुदा संबंध भी बरकरार रहने वाली वर्ष 2019 में चर्चा में आई कृष्णा सेन की कहानी जल्द बॉलीवुड फिल्म के रूप में सामने आ सकती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री स्वरा भास्कर के भाई ईशान भास्कर के निर्देशन में कृष्णा सेन पर फिल्म बनने वाली है। इस हेतु कृष्णा सेन से उन्हें उच्च न्यायालय से जमानत दिलाने वाले अधिवक्ता सिंधु आकाश के माध्यम से अनुबंध हो चुका है। कृष्णा को इस अनुबंध के ऐवज में 5 लाख रुपए मिले हैं। साथ ही स्वरा भास्कर और ईशान पूरी कृष्णा की पूरी कहानी को विस्तार से जानने और लोकेशन को समझने के लिए टीम के साथ हल्द्वानी, नैनीताल भी आ चुके हैं। बताया गया है कि जल्द ही फिल्म का निर्माण शुरू होने वाला है।

गौरतलब है कि कृष्णा की कहानी बॉलीवुड की किसी भी मसाला फिल्म की कहानी से अधिक मसालेदार, रोचक, दिलचस्प, हैरतअंगेज व विश्वसनीय है। इस कहानी का यदि क्लाइमैक्स व अंत भी बता दिया जाये तो भी कौन खुद को यह फिल्म देखने से रोक पाएगा। कृष्णा एक ऐसी लड़की है, जिसने न केवल पुरुष बनकर एक नहीं बल्कि दो लड़कियों से शादी की, वरन उनसे कथित शारीरिक संबंध भी बनाए और उसकी पत्नियों को यह अहसास भी नहीं हुआ कि उनका पति एक पुरुष नहीं बल्कि महिला है। उसने अपनी पत्नियों का उत्पीड़न भी किया और उन्हें आर्थिक रूप से लूटा भी, और पत्नियों की शिकायत पर जब पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची तो पुलिस को यह कहकर चौंका दिया कि पुलिस के पुरुष कर्मी उसे गिरफ्तार नहीं कर सकते, क्योंकि वह पुरुष नहीं बल्कि एक महिला है। मामला तब और अधिक दिलचस्प हो गया जब वाकई पुलिस द्वारा मेडिकल कराने पर उसके महिला होने की पुष्टि हुई। उस पर हल्द्वानी कोतवाली में भारतीय दंड संहिता की धारा 417, 419, 467, 468, 469, 471, 323, 504 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ और उसे जेल जाना पड़ा। उसके कृत्य को देखते हुए निचली अदालतों ने उसे जमानत नहीं दी। बाद में उच्च न्यायालय के आदेश से वह जमानत पर रिहा हुई और अब उस पर बॉलीवुड में फिल्म बनने जा रही है।
यह भी पढ़ें : नैनीताल में ‘टॉयलेट-एक प्रेम कथा’, घर में शौचालय व पानी न होने पर मायके गई पत्नी…
-पति ने मायके पहुंचकर किया विवाद तो थाने पहुंचा मामला
नवीन समाचार, नैनीताल, 14 मार्च 2021। नगर में हिंदी फीचर फिल्म ‘टॉयलेट-एक प्रेम कथा’ जैसा मामला प्रकाश में आया है। यहां घर में शौचालय और पानी का संयोजन न होने पर पत्नी अपनी 18 वर्ष की शादीशुदा जिंदगी को खतरे में डालकर अपने 12 व 15 वर्षीय बेटा-बेटी को लेकर पति का घर छोड़कर मायके चली गई है। पत्नी का कहना है कि वह पति पर शौचालय बनाने व पानी का संयोजन लगाने का दबाव बनाने के लिए मायके गई है। पुलिस ने भी उसे फिलहाल इसकी इजाजत दे दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली पुलिस को रविवार को नगर के मल्लीताल चार्टन लॉज क्षेत्र में एक व्यक्ति द्वारा ससुराल में पत्नी व साली से मारपीट करने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस पति-पत्नी दोनों को थाने ले आई। यहां पत्नी का कहना था कि बच्चे बड़े हो रहे हैं। घर में शौचालय नहीं है। इस कारण काफी परेशानी होती है। पति पुताई का काम करता है। अधिक कमा नहीं पाता है, और उसे भी काम नहीं करने देता है। इस पर परेशान होकर वह मायके चार्टन लॉज आ गई। इधर शनिवार रात उसका पति भी मायके पहुंच गया और घर चलने की बात पर उसने पत्नी व साली से मारपीट कर दी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस दोनों को थाने ले आई। थाने में भी दोनों आपस में काफी देर तक झगड़ते रहे। एसआई सोनू बाफिला ने बताया कि पत्नी शौचालय बनाने व पेयजल का संयोजन लगाने के लिए पति पर दबाव बनाने पर मायके में रहना चाहती है। इस पर दोनों को समझा-बुझा कर भेज दिया गया है।
यह भी पढ़ें : वाह री व्यवस्था ! बड़े प्रतिष्ठान से 7 लोगों ने की मात्र 6000 की लूट, 2 वर्ष से जेल में, जमानत लेने को HC आना पड़ा..
नवीन समाचार, नैनीताल, 07 मार्च 2021। वर्ष 2019 में नैनीताल जिले के हल्द्वानी में हुई एक कथित डकैती इन दिनों चर्चा में है। इस डकैती में 7 लोगों पर आरोप है कि उन्होंने दिनदहाड़े होलसेल के बड़े कारोबारी से एक आधार कार्ड और 6000 रुपए की लूट की है। 2019 से जेल में बंद रहने के बाद अब जाकर आरोपितों को हाईकोर्ट से जमानत मिली है।
मामले के अनुसार 14 नवम्बर 2019 को हल्द्वानी के कारोबारी अर्चित सिंघानिया ने हल्द्वानी कोतवाली में शिकायती पत्र देकर प्राथमिकी दर्ज करवाई थी कि कुछ लोग उनकी दुकान में आए और रजनीगंधा देने की मांग करने लगे। दुकानदार ने कहा कि यह थोक की दुकान है। यहां गुटका नहीं मिलता है। इस पर उन लोगों ने दुकान से जबरन एक आधार कार्ड और 6000 रुपए लूट लिए। इस शिकायती पत्र पर कोतवाली पुलिस ने डकैती समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया, और इसके अगले ही दिन पुलिस ने सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और उनसे 5000 रुपये की बरामदगी दिखाई। मामले में 2020 में निचली अदालत ने सभी की जमानत याचिका खारिज कर दी।इसके बाद ब्रजेश कुमार, घनश्याम, राम अवतार और कल्लू नाम के 4 आरोपितों ने उत्तराखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में माना कि इन डकैतों से कोई रिकवरी नहीं हुई। सिर्फ वाहन में बैठे होने से इनको अपराधी नहीं माना जा सकता।ऐसे में कोर्ट ने 4 आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया।
हाईकोर्ट में जमानत के लिए पहुंचे एक आरोपी घनश्याम ने कोर्ट में बताया कि अर्चित सिंघानिया से उनके साथी राजेन्द्र का कारोबारी लेन-देन था। लेकिन जब वो अपना पैसा लेने उसके पास गया तो अर्चित सिंघानिया ने झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया। साथ ही उनकी गाड़ी का नम्बर पुलिस को दे दिया जिस पर अगले दिन पुलिस ने सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया। हाईकोर्ट में इस केस की सुनवाई करने वाले आरोपियों के वकील दुष्यंत मैनाली कहते हैं कि दर्ज कराया गया मुकदमा फिल्मी कहानी सरीखा प्रतीत होता है। इतने बड़े प्रतिष्ठान से दिनदहाड़े जगह-जगह सीसीटीवी की मौजूदगी के बावजूद गाड़ी में आये 7 लोगों पर मात्र 6000 की लूट का आरोप हास्यास्पद है.। जबकि आरोपियों में से एक का कारोबारी से लेनदेन का पुराना मामला था।
यह भी पढ़ें : उत्तराखंड का ऐसा प्राकृतिक आकर्षण ! यूपी की चार छात्राएं घर से रुपए चुराकर बिन बताए आ गईं, पता लगाने वाली पुलिस टीम को 25 हजार का ईनाम
नवीन समाचार, लखीमपुर, यूपी, 25 फरवरी 2021। उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों के प्राकृतिक सौंदर्य का आकर्षण ही कुछ ऐसा है कि कोई भी इसके आकर्षण में बंध जाए। ताजा मामला यूपी के लखीमपुर का है। यहां के आर्य गर्ल्स इंटर कालेज की चार छात्राएं दो दिन पहले गायब हो गई थीं। इससे शहर में हड़कंप मच गया था, और पुलिस की कई टीमें उनकी तलाश में जुटी हुई थीं। अब इन चारों छात्राओं को उत्तराखंड की वादियों से सकुशल बरामद कर लिया गया है। खास बात यह भी है कि लखीमपुर के एसपी विजय ढुल ने इन छात्राओं को ढूंढ निकालने वाली टीम को 25,000 रुपए का नकद पुरस्कार देने की घोषणा भी की है। छात्राओं का कहना है कि वह उत्तराखंड की वादियों के प्राकृतिक सौंदर्य की सैर के लिए निकल गई थीं। एसपी लखीमपुर ने पत्रकारों को बताया कि घर से फरार होने वाली चार छात्राओं में तीन छात्राएं दसवीं कक्षा की और एक इंटरमीडिएट की छात्रा है। उन्होंने उत्तराखंड घूमने का प्लान बनाया और अपने घरों से पैसे चुराए। सोमवार को तीनों अपने घर से स्कूल जाने को निकली, लेकिन आधे रास्ते से ही फरार हो गई। उन्हें उनकी मोबाइल लोकेशन के आधार पर उत्तराखंड से सकुशल बरामद कर लिया गया है, और वापस लाकर परिजनों को सोंपा जा रहा है।
यह भी पढ़ें : इंटरनेट पर गोपनीय बातें सार्वजनिक करने वाली ‘श्वेता’ को ‘पंडित’ ने दिया जवाब अपने पहाड़ के RJ पंकज जीना के जरिये..
नवीन समाचार, नैनीताल, 20 फरवरी 2021। सोशल मीडिया भी अजीब है। यहां कभी ‘सोनम गुप्ता बेवफा है’ जैसी सामान्य सी बात वायरल हुई थी तो कभी कमेंट में मात्र ‘बिनोद’ लिखना। और अब वायरल हुआ है श्वेता नाम की लड़की का जूम एप पर अनजाने में पंडित नाम के लड़के द्वारा उसे बताई गोपनीय बातों को अनजाने में माइक ऑन कर सार्वजनिक करना।
देखें श्वेता का वह वीडियो :
अब सोशल मीडिया पर इस मामले में तरह-तरह के मीम्स बन रहे हैं। वहीं अब श्वेता को उस कथित ‘पंडित’ की ओर से अपने पहाड़, अपने नैनीताल के रेडियो जॉकी पंकज जीना ने रोचक तरीके से जवाब दिया है। आप भी देखें पंडित का जवाब :
यह भी पढ़ें : एक बिल्ली की तलाश में दंपति ने खर्च कर दिए ढाई लाख रुपए
नवीन समाचार, नैनीताल, 27 जनवरी 2021। जनपद में चार माह पहले खोई एक पालतू बिल्ली के खोने पर उसे तलाशन के लिए एक परिवार के दो लाख रुपए खर्च कर बेंगलुरू से नैनीताल आने का अनूठा मामला प्रकाश में आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बेंगलुरु के रहने वाले हर्ष कपूर पिछले वर्ष 1 अक्टूबर 2020 को अपनी पत्नी भव्या कपूर तथा दो पालतू बिल्लियों-लियो व कोको के साथ तीन दिन के लिए नैनीताल घूमने आए थे। इस दौरान वह हल्द्वानी रोड पर भुजियाघाट के समीप सूर्यागांव में बने बलौट रिजॉर्ट में रुके। इस दौरान ही जब कपूर दंपत्ति ने अपनी दोनों बिल्लियों को भी रिजॉर्ट के लॉन में स्वच्छंद तरीके से घूमने के लिए छोड़ा, तभी लियो नाम की एक बिल्ली गायब हो गई। इस पर परेशान कपूर दंपति ने अपनी छुट्टियां तीन और बढ़ाकर लियो की आसपास के जंगल में भी तलाश की। यहां तक कि उन्होंने बिल्ली के ढूंढने वाले या पता बताने वाले को पांच हजार रुपए का ईमान देने की भी घोषणा की। लेकिन तमाम गांव वालों और रिजॉर्ट के कर्मियों के प्रयासों के बावजूद लियो नहीं मिल पाई। इस पर दंपति मायूस होकर 10 अक्टूबर को बेंगलुरू लौट गए।

लेकिन इस बीच वह लगातार रिजॉर्ट संचालक से जुड़े लोगों से संपर्क में रहे। इधर 21 जनवरी को किसी ग्रामीण को बिल्ली दिखाई दी। इसकी सूचना कपूर दंपत्ति को दी गई। कपूर दंपत्ति 25 जनवरी को बेंगलुरु से फ्लाइट पकड़कर भुजियाघाट पहुंचे, जहां दो दिन की कड़ी मेहनत के बाद उन्हें आखिरकार 26 जनवरी की रात उनकी बिल्ली लियो जंगल से लगे एक खंडहरनुमा मकान में मिल गई है। इससे उन्होंने राहत की सांस ली है। लियो को फिर से पाकर कपूर दंपत्ति खासे खुश हैं। हर्ष कपूर का कहना है कि वैसे तो लियो और कोको सामान्य बिल्ली हैं। लेकिन दोनों बिल्लियां उन्हीं के घर में पैदा हुईं। इस कारण उनका उनसे गहरा पारिवारिक लगाव है। वो जहां भी जाते हैं बिल्लियां भी उनके साथ जाती हैं। लियो के गायब होने से वह बेहद परेशान थे। बताया गया है कि कपूर दंपत्ति के बिल्ली लियो की खोजबीन में फ्लाइट, टैक्सी, होटल और खाने-पीने से लेकर तकरीब ढ़ाई लाख रुपये खर्च हो गए हैं।
यह भी पढ़ें : इधर पिता को 6 गोलियां लगीं, उधर घर में गूंजीं किलकारियां…
नवीन समाचार, रुद्रपुर, 13 अक्टूबर 2020। सोमवार को दिनदहाड़े शहर के भदईपुरा वार्ड के भाजपा पार्षद प्रकाश सिंह धामी के सिर, गले और सीने में कार में सवार होकर आए बदमाशों ने घर से बाहर बुलाकर 6 गोलियां मार दी थीं। इससे उनकी मृत्यु हो गई। वहीं इसके कुछ ही घंटों के बाद सोमवार को ही देर रात्रि उनके घर में किलकारियां गूंजी हैं। उनकी पत्नी ने रात्रि में एक फूल सी बच्ची को जन्म दिया है। बच्ची की फोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है, और लोग जन्म से कुछ घंटे पहले ही अपने पिता को खोने वाली इस मासूम के प्रति सांत्वना व्यक्त कर रहे हैं एवं शुभकामनाएं दे रहे हैं।
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नवीन समाचार, नैनीताल, 14 जून 2020। उत्तराखंड सरकार ने जहां कोरोना का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने एवं शारीरिक दूरी बरतने के लिए अधिकतम 6 माह की जेल एवं पांच हजार रुपये तक जुर्माने की सजा का प्राविधान कर दिया है, वहीं हमेशा से ही दूसरों से हटकर कुछ करने वाले नैनीताल में अयारपाटा वार्ड के सभासद मनोज साह जगाती अपने वार्ड मंे बिना मास्क पहनने वाले लोगांे के साथ कुछ अच्छा करके अलग तरह से लोगों को कोरोना की भयावहता के प्रति जागरूक कर रहे हैं। जगाती अपने वार्ड में बिना मास्क पहने और बिना किसी काम के घूमने वाले लोगों का खुद तापमान जांच रहे हैं, और उन्हें बिच्छू घास, पुदीना, मुलेठी, कागजी नींबू व अदरक वाली आयुर्वेदिक चाय पिला रहे हैं, और आगे से मास्क पहनने व बेकार न घूमने की सलाह देते हुए कानूनी कारवाई की चेतावनी भी दे रहे हैं।
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नवीन समाचार, देहरादून, 24 मई 2020। भगवा पार्टी कही जाने वाली भाजपा के राज में यह दिलचस्प संयोग है कि कुछ और परंतु आज उत्तराखंड के सभी जनपद भगवा से ही नजर आने वाले नारंगी रंग से रंग गये हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने रविवार 24 मई को अपराह्न दो बजे राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या एवं स्थिति के तय मानकों के अनुसार जिलों के जोनों का पुर्ननिर्धारण किया है। इसमें राज्य के ग्रीन जोन में शामिल, अब तक कोरोना से अछूते पर्वतीय जनपदों को भी ऑरेंज जोन में शामिल कर दिया गया है, जबकि रेड जोन में किसी जिले को नहीं रखा गया है। इसके साथ राज्य के सभी जनपद ऑरेंज जोन में आ गये हैं।
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-पूरी रात चिकित्सालय में उपचार के बाद दूसरे दिन मौत
नवीन समाचार, नैनीताल, 26 मार्च 2020। एक 40 वर्षीय युवक को मृत्यु के बाद श्मशान घाट से जीवित मिलने पर वापस घर लाये जाने का मामला प्रकाश में आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के पुराना राजभवन, स्नोव्यू निवासी देबू नाम का युवक मस्तिष्क की बीमारी से ग्रस्त था। उसका हल्द्वानी के विवेकानंद हॉस्पिटल में वेंटीलेटर पर उपचार चल रहा था। परिजनों के अनुसार मस्तिष्क के ऑपरेशन में करीब दो लाख रुपए खर्च के बाद भी उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। बुधवार को उन्हें चिकित्सकों ने जवाब दे दिया।
इस पर उसे घर ले आये। उसकी अंतिम यात्रा के लिए लॉक डाउन की वजह से बकायदा एसडीएम से 20 लोगों के लिए अनुमति लेकर उसे पाइंस स्थित श्मशान घाट ले जाया गया। वहां उसे अंतिम संस्कार से पूर्व नहलाया जा रहा था, तभी किसी को अहसास हुआ कि उसकी सांसें चल रही थीं। जांच करने पर उसकी नब्ज भी चलती हुई मिलीं। इस पर परिजन उसे श्मशान घाट से वापस बीडी पांडे जिला चिकित्सालय लेकर आये। यहां डा. हाशिम अली ने उसके जीवित होने की पुष्टि की और उपचार के लिए हल्द्वानी रेफर कर दिया। इस पर परिजन उसे पुनः उसे विवेकानंद अस्पताल ले गये। वहां बुधवार की रात्रि वह भर्ती रहा लेकिन गुरुवार सुबह उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद बृहस्पतिवार सुबह परिजन उसे पुनः मुख्यालय लाये और उसका पाइंस स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। बताया गया है कि चिकित्सकों ने उसकी स्थिति नाजुक होने की वजह से उसके उपचार से हाथ खड़े करते हुए घर ले जाने को कहा था, लेकिन परिजनों ने समझ लिया कि चिकित्सकों ने उसकी मृत्यु बता दी है। जबकि वास्तव में उसकी मृत्यु नहीं हुई थी।
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नवीन समाचार, ऋषिकेश, 8 फ़रवरी 2020। एम्स ऋषिकेश में एक महिला द्वारा 4 स्वस्थ जुड़वा बच्चों को जन्म देने का रोचक व सुखद समाचार है। खास बात यह भी है कि ऑपरेशन से पैदा हुए बच्चों में खास बात ये रही कि शिशुओं को आईसीयू में भी रखने की जरूरत नहीं पड़ी।
यहां भर्ती उत्तरकाशी जिले के खनेड़ा गांव की ललिता ने शनिवार दोपहर एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया। चिकित्सकों की निगरानी में जच्चा और बच्चे सुरक्षित हैं। हालांकि मामले को चिकित्सकों ने हाइ रिस्क पर रखा था। बताया गया है कि प्रसूता उत्तरकाशी जिला अस्पताल में भर्ती थी। प्रसव पीड़ा होने पर उसे दून अस्पताल रेफर किया गया। यहां गर्भ में 4 बच्चे होने का पता चलने पर प्रसूता को रविवार को दून अस्पताल से एम्स ऋषिकेश भेजा गया। वहां स्त्री रोग विभाग की डा. अनुपमा बहादुर ने बताया कि प्रसूता का हिमोग्लोबिन भी काफी कम था। फिर भी प्रसव सुरक्षित करा लिया गया।
यह भी पढ़ें : बदलता वक्त: बेटे ने वीडियो कॉल से पिता के अंतिम दर्शन किये और बेटी ने किया अंतिम संस्कार
नवीन समाचार, हल्द्वानी, 22 जनवरी 2020। बदलता वक्त में सुविधाएं और समस्याएं एक साथ आ खड़ी हुई हैं। दो बच्चों और बच्चों के भी प्रगति के लिए देशों की सीमाएं फांदने के दौर में माता-पिता के अंतिम दर्शन और अंतिम संस्कार में भी समस्या आ रही है। लेकिन सुविधाओं ने समस्याओं के साथ समाधान भी उपलब्ध कराए हैं। अलबत्ता यह अलग प्रश्न है कि उपलब्ध समाधान कितने कारगर हैं।
शहर में सीबीसीआईडी में तैनात 59 वर्षीय इंस्पेक्टर नवीन चन्द्र जोशी का बुधवार सुबह हृदयाघात से असामयिक देहांत हो गया। उनका बेटा आस्ट्रेलिया में है। इतनी जल्दी बेटे का पिता के अंमित दर्शनों व अंतिम संस्कार करने के लिए वहां से आना संभव नहीं था। पुराना वक्त होता तो शायद उसे पिता की मृत्यु की सूचना भी नहीं मिल पाती। लेकिन वक्त ने समाधान प्रस्तुत किया। बेटे ने वीडियो कॉल के जरिये पिता के अंतिम दर्शन किये और यहां मौजूद शिक्षिका के तौर पर कार्यरत बहन ने सामाजिक वर्जनाएं तोड़कर पिता का अंतिम संस्कार किया। बताया गया कि स्वर्गीय जोशी की मंगलवार को अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान बुधवार तड़के उनकी मौत हो गई। इसके बाद चित्रशिला घाट पर उनके संस्कार के वक्त आस्ट्रेलिया में रह रहे बेटे ने वीडियो कॉल के जरिए अंतिम दर्शन किए तो बेटी ने पिता को मुखाग्नि दी। यह मंजर देखकर मौके पर मौजूद लोग भी भावुक हो गए। स्वर्गीय जोशी मूल रूप से ग्राम गुनाकोट पोस्ट दाड़िम ठौक बागेश्वर के निवासी थे और यहां मैत्री विहार कॉलोनी लोहरियासाल मल्ला में रहते थे। उनके अंतिम संस्कार के दौरान उन्हें अंतिम सलामी भी दी गई।
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-लेब्राडोर नस्ल के लिए दो मालिक पहुंच गए कोतवाली, अब पुलिस इस टेस्ट से पता लगाएगी असली मालिक का

नवीन समाचार, काशीपुर, 17 जनवरी 2020। वफादारी के लिए मशहूर कुत्ते को अपनी वफादारी साबित करनी पड़ेगी। इसके लिए उसे पुलिस द्वारा शनिवार को कराये जाने वाले ‘खूंटा’ टेस्ट से गुजरना होगा। इस टेस्ट के तहत शनिवार को कुत्ते को दोनों ही पक्षों के घरों के मध्य स्थित एक मॉल के पास छोड़ा जाएगा। कुत्ता जिस पक्ष की तरफ जाएगा, उसी का मालिकाना हक माना जाएगा।
असल में शहर में लेब्राडोर नस्ल के एक कुत्ते पर दो पक्षों के हक जताने के बाद मामला कोतवाली में पहुंचा है। बताया गया है कि शहर के मोहल्ला शिव नगर निवासी निर्मल सिंह वर्मा का लेब्राडोर नस्ल का कुत्ता टाइगर गत 26 दिसंबर को लापता हो गया था। निर्मल ने कटोराताल पुलिस चौकी में कुत्ते के खो जाने की तहरीर दी। इधर, 12 जनवरी को स्टेशन रोड स्थित पंत पार्क के पास रहने वाले अमित ने अपने फेसबुक पर एक कुत्ते की फोटो शेयर करते हुए लिखा था कि रेलवे क्रॉसिंग के पास मिला यह कुत्ता जिसका हो, वह संपर्क कर सकता है। यह फोटो निर्मल सिंह के बेटे आनंद ने देखी तो अपने भाई को साथ लेकर वह अमित की दुकान पर जा पहुंचा। पुरानी फोटो पहचान के रूप में दिखाकर वे कुत्ते को अपने घर ले आए। मामले में नया मोड़ तब आया, जब नगर के आवास विकास के शुभ विहार निवासी डॉ. अनुराग चौहान भी अमित के पास पहुंचे। उन्होंने बताया कि जिस कुत्ते की फोटो शेयर की है, वह उनका पालतू ब्रूनी है, जो बुधवार सुबह से घर से गायब है। उन्होंने फोटो भी दिखाई, जो शेयर की गई फोटो से मैच कर रही थी। कुत्ते को आनंद वर्मा को दिए जाने की जानकारी पर वह शिवनगर निवासी निर्मल सिंह के घर पहुंच गए और कुत्ता वापस करने को कहा। इस पर दोनों पक्ष में मालिकाना हक पर विवाद बढ़ा तो मामला एएसपी के संज्ञान में भी आया और मामला कोतवाली भी पहुंचा गया। कोतवाली में दोनों पक्ष कुत्ते के साथ पहुंच गए और वरिष्ठ उप निरीक्षक द्वितीय एसके कापड़ी से समाधान न हुआ तो मामला कटोराताल चौकी इंचार्ज एनके बिष्ट के पास पहुंचा।
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नवीन समाचार, रुड़की, 24 नवंबर 2019। उत्तराखंड के झबरेड़ा से भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल हमेशा अलग-अलग कारणों से सुर्खियों में रहते हैं। पूर्व में उनसे अधिक चर्चित रहने वाले विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन से भिड़ने वाले कर्णवाल, चैंपियन के भाजपा से निकाले जाने के बाद बरती जा रही चुप्पी के बाद लगता है अब चर्चा में रहने के मामले में चैंपियन की जगह लेने जा रहे हैं। रविवार को सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो चर्चा में है, जिसमें कर्णवाल रुड़की के वार्ड नंबर 14 से भाजपा प्रत्याशी हेमा बिष्ट के जीतने पर ‘चैत की चैत्वाला’ गीत पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नृत्य करते बताये जा रहे हैं।
देखें विधायक का कुर्ता फाड़ डांस :
नृत्य के दौरान उनके एक करीबी पार्टी कार्यकर्ता को न जाने क्या सूझती है कि वह उनका कुर्ता फाड़ लेते हैं। लेकिन यह क्या ? विधायक कर्णवाल उनका जरा भी बुरा नहीं मानते और फिर से नृत्य करने लगते हैं। इस वीडियो को लोग विधायक का कुर्ता फाड़ डांस बताते हुए खूब शेयर कर रहे हैं।
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नवीन समाचार, रुद्रपुर, 26 अक्तूबर 2019। रुद्रपुर के अगुवा हुए एक बच्चे ने गजब की बुद्धिमानी का परिचय देकर खुद के साथ अपहृत हुए एक और बच्चे को बचा लिया। हुआ यह कि रुद्रपुर के भदईपुरा इलाके में घर के बाहर खेल रहे दो बच्चे लापता हो गए। इसका पता चलते ही परिजनों में हड़कंप मच गया। उन्होंने अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी। सूचना पर महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस बच्चों की तलाश में तुरंत सक्रिय हो गई। इसी बीच एक बच्चे की मां को फोन पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। हैलो करने से उसका बच्चा बोला और फोन कट गया। बस इसी एक कॉल ने पुलिस को दोनों बच्चों के अपहर्ता तक पहंुचा दिया, और दोनों बच्चों की जान बच गई और वे अपने परिजनों तक वापस पहुंच गये।
हुआ यह कि रुद्रपुर के वार्ड 14, भदईपुरा निवासी हरी शंकर गंगवार का छह साल का बेटा योगराज और पड़ोस में रहने वाले सुनील गिरी का छह साल का पुत्र शिवा गुरुवार शाम को घर के बाहर खेल रहे थे। रात होने पर दोनों बच्चे घर नहीं आए। इस पर परिजन बाहर आए और उनकी तलाश करने लगे। आसपास योगराज और शिवा नहीं मिले तो परिजनों में हड़कंप मच गया। इस पर बच्चों के अपहरण की आशंका जताते हुए उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर कोतवाल कैलाश भट्ट, रम्पुरा चौकी इंचार्ज सतीश कापड़ी पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और जानकारी ली। कुछ देर बाद शिवा का फोन उसकी मां के पास आया। उसने हेलो ही किया था कि फोन कट गया। पुलिस ने फोन की लोकेशन ट्रेस की तो पता चला कि कॉल बहेड़ी से आई थी। जिसके बाद पुलिस टीम बहेड़ी पहुंची। वहां पता चला कि फोन नंबर टिक्की का ठेला लगाने वाले का है। उससे पूछताछ की गई तो, उसने बताया कि एक युवक दो बच्चों के साथ यहां टिक्की खाने आया था। तभी बच्चे ने मुझसे चुपके से फोन मांगकर कॉल किया था, लेकिन जैसे ही फोन रिसीव हुआ, युवक ने बच्चे से फोन छीनकर मुझे लौटा दिया। पुलिस ने ठेले वाले के साथ तलाश कर आरोपित युवक और दोनों बच्चों को बरामद कर लिया। आरोपित युवक ओमवीर उम्र 24 साल, पुत्र संजीव कुमार भदईपुरा का ही रहने वाला है। पुलिस बच्चों और आरोपित को अपने साथ ले आई। फिलहाल बच्चों को परिजनों का सौंप दिया गया है और आरोपित से अपहरण के कारणों के बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है।