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एक ही रात में 26 अवैध मजार ध्वस्त, मजारों में नहीं मिला कोई मानव अवशेष…

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नवीन समाचार, देहरादून, 15 मार्च 2023। उत्तराखंड प्रशासन द्वारा अवैध मजारों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई किए जाने का समाचार है। स्थानीय मीडिया के अनुसार इस अभियान के तहत राज्य के संरक्षित वन क्षेत्र में बनी 26 अवैध मजारों को में एक ही रात में तोड़ दिया गया है। यह बड़ा खुलासा भी हुआ है कि इन मजारों में कोई मानव अवशेष नहीं था, यानी इनमें किसी को दफनाया नहीं गया था। यह भी पढ़ें : घर में चलता मिला कोठा, दो लड़कियां व चार लड़के आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार, जेल भेजा…

प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी 26 मजारें उत्तराखंड वन विभाग की जमीनों पर बनाई गई थीं। इनमें से कई हालिया दिनों ही में बनाई गई थीं। हैरान करने वाली बात यह भी रही कि इन मजारों के अंदर कोई मानव अवशेष नहीं मिले। यानी ये मजारें किसी पीर, गुरु या आध्यात्मिक व्यक्ति की कब्र नहीं थी, बल्कि ऐसे ही अतिक्रमण के लिए बना दी गई थीं। बताया गया है कि उत्तराखंड राज्य सरकार ने करीब 1400 ऐसे स्थानों को चिन्हित किया है, जिसमें इसी तरह से धार्मिक अवैध निर्माण करके अतिक्रमण किया गया है। यह भी पढ़ें : अजीबोगरीब खुलासा : नाबालिग बहन ने अपने शादीशुदा प्रेमी की मदद से अपने सगे भाई को मार कर शव दफना दिया, एक माह बात हुआ खुलासा…

बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई स्वयं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा अधिकारियों को दिये गए कड़े निर्देशों के बाद की गई है। यह भी बताया जा रहा है कि अभी ऐसे और धार्मिकअवैध निर्माणों को चिन्हित करने का कार्य भी जारी है। आगे इन सभी स्थानों पर भी इसी तरह की कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में मदरसों की जांच के आदेश, तीन सदस्यीय विभागीय कमेटी एक माह के भीतर जांच कर देगी रिपोर्ट…

affiliation to 167 madrassa is stopped in uttarakhand - उत्तराखंड: 167  मदरसों की मान्यता पर रोक लगी, जानिए कारणनवीन समाचार, देहरादून 13 फरवरी 2023। उत्तराखंड में मदरसों की जांच की काफी लंबे समय से चर्चाएं थीं, लेकिन अब प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री चंदन रामदास ने प्रदेश में चल रहे मदरसों की जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके लिए तीन सदस्यीय विभागीय कमेटी गठित कर दी गई है, जो जांच कर सरकार को एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी। यह भी पढ़ें : नैनीताल-भीमताल झीलों से  बरामद हुए शव….

समाज कल्याण मंत्री दास ने सोमवार को विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक में इसके निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि कमेटी जांच में देखेगी कि मदरसों के पास शिक्षा विभाग की मान्यता है या नहीं। शिक्षक मानकों के अनुकूल हैं या नहीं और उन्हें नियमानुसार वेतन दिया जा रहा है या नहीं। यह भी पढ़ें : नैनीताल: टैक्सी में चलती मिली निजी स्कूटी सीज

मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 419 में से 192 मदरसों को सरकारी मदद मिल रही है। पूर्व में सीधे शिक्षकों के खातों में वेतन दिया जाता था, लेकिन अब प्रबंधन के खाते में शिक्षकों का वेतन जा रहा है। देखने में आया है कि प्रबंधन कई दिन तक शिक्षकों का वेतन अपने खाते में रोके रखते हैं। यह भी पढ़ें : उफ ऐसा नशा, नशे की बेहोशी में हत्या कर डाली, होश में आया तो खुद ही पुलिस को किया फोन….

जांच कमेटी यह भी देखेगी कि मदरसों को जो सरकारी मदद मिल रही है उसका सदुपयोग हो रहा है या नहीं। समाज कल्याण मंत्री ने कहा, एक महीने पहले जिलाधिकारियों को मदरसों की जांच के आदेश दिए थे, लेकिन जिलाधिकारियों ने जांच कर रिपोर्ट नहीं भेजी। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड: उद्योगपति से 32 करोड़ की ठगी….

यही वजह है कि विभागीय कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए गए हैं। मंत्री ने कहा नियमों को ताक पर रखकर चल रहे मदरसों को बंद किया जाएगा। जबकि शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त कक्षा एक से आठवीं तक के मदरसों को हाईटेक किया जाएगा। इन मदरसों को कंप्यूटर, ड्रेस एवं अन्य सुविधाएं दी जाएगी। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : गत विधानसभा चुनाव में मुस्लिम यूनिवर्सिटी की बात कहने वाले नेता ने किया नई पार्टी का ऐलान, नां-नां कर भी अलापा मुस्लिम यूनिवर्सिटी का राग…

नवीन समाचार, देहरादून, 5 फरवरी 2023। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पूर्व उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना की मांग को लेकर चर्चाओं में आए तत्कालीन एवं बाद में 6 साल के लिए निष्कासित पूर्व कांग्रेस नेता अकील अहमद ने ‘आम इंसान विकास पार्टी’ नाम की नई पार्टी के गठन का ऐलान कर दिया है। अकील ने कहा-उनकी पार्टी आने वाले नगर निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारेगी। साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी राज्य की पाचों लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने के साथ ही मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी। यह भी पढ़ें : तल्लीताल पुलिस ने संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद कीं बुर्के पहनीं दो लड़कियां….

इस मौके पर अकील अहमद ने भाजपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा दोनों पार्टियों ने राज्य को लूटने का काम किया है। प्रदेश की महिलाओं और युवाओं के साथ धोखा किया है। दोनों ने हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति की है। बकौल अकील, जब से राज्य में भाजपा की सरकार आई है, तब से धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है, लेकिन उनकी पार्टी सभी वर्गों को साथ लेकर चलने वाली पार्टी होगी। यह भी पढ़ें : महिला से एक करोड़ 30 लाख रुपए की ठगी, आरोपित गिरफ्तार 

वहीं एक बार फिर उन्होंने मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर कहा, प्रदेश में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने के लिए उन्होंने आम इसान विकास पार्टी का गठन नहीं किया है, बल्कि पार्टी इसलिए बनाई गई है कि आज भारत को आजाद हुए 74 साल हो चुके हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी अपने स्वार्थ के लिए मुस्लिमों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करती आ रही है। अपने जीवन के 15 साल उन्होंने कांग्रेस को समर्पित किए, लेकिन कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में दो बार टिकट की दावेदारी करने के बावजूद उनकी अनदेखी की। यदि देश का संविधान उन्हें इजाजत देगा तो वह मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने की दिशा में भी काम किया जाएगा, जिसमें सभी लोग पढ़ेंगे। यह भी पढ़ें : मुख्य कृषि अधिकारी पर अज्ञात ने किया गोली चला कर जानलेवा हमला

गौरतलब है कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मांग को लेकर विवादों में आए अकील अहमद को कांग्रेस ने अनुशासन तोड़ने के आरोप में 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। उनके इस बयान को प्रदेश में कांग्रेस की हार का कारण भी माना गया, जिसे भाजपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव में जमकर भुनाया। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : गांधी परिवार के करीबी पूर्व बाहुबली सांसद डम्पी के खिलाफ वक्फ की संपत्ति से संबंधित धोखाधड़ी के मामले में अभियोग दर्ज

पूर्व सांसद अकबर अहमद ने एमपी एमएलए कोर्ट में दाखिल की अग्रिम जमानत याचिकानवीन समाचार, नैनीताल, 27 जनवरी 2023। इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल में उनके पुत्र संजय गांधी के करीबी माने जाने वाले तथा उनके संजय विचार मंच से जुड़े तथा कांग्रेस से विधायक एवं बसपा से सांसद रहे बाहुबली अकबर अहमद ‘डम्पी’ का विवादों से पुराना नाता रहा है। अब डंपी के खिलाफ वक्फ की भूमि से संबंधित धोखाधड़ीर के मामले में अभियोग दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह भी पढ़ें : अपडेट : आज निकली दीपक की अंतिम यात्रा…

वक्फ संख्या 610 के सचिव हसमत अली पुत्र मरहूम महफूज अली निवासी गौलापुर काठगोदाम द्वारा कोतवाली भवाली में शिकायत के आधार पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद नैनीताल के ग्राम विसारदगंज रामगढ़ स्थित वक्फ संख्या 610 वक्फ गुलाम कादिर नैनीताल की 28 एकड़ यानी 535 नाली मुट्ठी जमीन वक्फ अभिलेखों तथा ग्राम विसारदगंज के खाता संख्या 2 के खसरा संख्या 21, 23, 24., 25, 27, 28, 29, 30, 31 व 32 में दर्ज चली आ रही है। इस वक्फ सम्पत्ति को किसी भी दशा में बेचा नहीं जा सकता है।  यह भी पढ़ें : नैनीताल : टैक्सी बाइक को गुलदार ने हमला कर किया चोटिल, लगातार क्षेत्र में गुलदार की आवक से भय का माहौल…

इसके बावजूद इस वक्फ भूमि में से 100 नाली भूमि को आलिया डेवलपर्स के स्वामी अकबर अहमद डम्पी पुत्र मरहूम इस्लाम अहमद निवासी सिडार लॉज रामगढ़ ने फर्जी दस्तावेज के सहारे वक्फ अधिनियम 1995 की धारा 51 का उल्लंघन करते हुए अवैधानिक रूप से खरीद कर अपने नाम अभिलेखों में दर्ज करा लिया है। कहा है कि ऐसा करना वक्फ अधिनियम की धारा 104 के तहत अपराध है। यह भी पढ़ें : विधायक को गाजर मूली की तरह काटकर जान से मारने की धमकी

शिकायतकर्ता का दावा है कि तिकोनिया हल्दवानी निवासी आशीष गुप्ता पुत्रः शशिकान्त गुप्ता द्वारा चन्दन सिंह पुत्र स्वर्गीय शेर सिंह निवासी ग्राम धानाचूली पट्टी सुन्दरखाल से 900 वर्ग मीटर भूमि दिनांक 13 दिसंबर को, राजेन्द्र बिष्ट द्वारा हेमन्त बिष्ट से दिनांक 4 सितंबर 2017 को 1 नाली 8 मुट्ठी भूमि खरीदी थी, एवं हेमन्त सिंह ढैला को मोहन बहादुर सिंह ने 2 नाली 9 मुट्ठी भूमि उपहार स्वरूप 9 दिसंबर 2020 को दान दी थी। जबकि वक्फ अधिनियम 1995 यथासंशोधित 2013 की धारा 51 तथा 104 (ए) के अन्तर्गत यह अपराध है। यह भी पढ़ें : नैनीताल: भाजपा के मंडल प्रभारियों की हुई घोषणा..

भवाली के कोतवाल उमेश मलिक ने बताया कि मामले में भारतीय दंड संहिता की धोखाधड़ी से संबंधित धारा 420 व अन्य संबंधित उपधाराओं तथा वक्फ अधिनियम 1995 यथासंशोधित 2013 की धारा 51 तथा 104 (ए) के तहत अकबर अहमद के विरुद्ध अभियोग दर्ज कर लिया गया है। आगे मामले में जांच के उपरांत अग्रेत्तर कार्रवाई की जाएगी। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : भाजपा सरकार का ‘सबका साथ-सबका विकास’: नैनीताल के देवता गांव में 40 लाख से कब्रस्तान की चहारदीवारी का शिलान्यास

Chhattisgarh News | जानिए बीजेपी को किसने दिया था ''सबका साथ, सबका विकास''  का मशहूर नारा | Hari Bhoomiनवीन समाचार, नैनीताल, 24 जनवरी 2023। मंगलवार को नगर के निकटवर्ती ग्राम देवता में राज्य की भाजपा सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ के अपने सूत्र वाक्य को आगे बढ़ाती दिखी। बताया गया कि नगर के कृष्णापुर वार्ड से लगे देवता गांव में स्थानीय विधायक, सरिता आर्य की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब ने 40 लाख की लागत से बनने वाली कब्रस्तान की चहारदीवारी का शिलान्यास किया। यह भी पढ़ें : लोगों को उत्तराखंड सरकार की सरकारी नौकरियां दिलाकर लाखों हड़पने वाला एक और ‘हाकम’ सरकारी गाड़ी व हूटर लगी गाड़ी संग गिरफ्तार….

बताया गया कि यह कार्य जिला समाज कल्याण अधिकारी असलम अली व ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता महेंद्र सिंह के निर्देशन व देखरेख में प्रारंभ किया जा रहा है। इस अवसर पर, भाजपा के मंडल अध्यक्ष आनंद बिष्ट, दया किशन पोखरिया, क्षेत्रीय सभासद, कैलाश रौतेला, दीपिका बिनवाल, सभासद गजाला कमाल, केएल आर्य, संतोष कुमार, रोहित भाटिया, अलीम खान, फरमान अली, सलमान जाफरी, संजय चंदेल, रमजान अली, अमजद खान, गुलाम अली, सरवर खान व कासिम अली आदि लोग उपस्थित रहेे। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी कमेटी की नई कार्यकारिणी का गठन

नवीन समाचार, नैनीताल, 28 नवंबर 2022। नगर की जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी कमेटी की नई कार्यकारिणी का गठन हो गया है। नव नियुक्त कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को शपथ भी दिला दी गई है। यह भी पढ़ें : बड़ी दुर्घटना : बेकाबू ट्रक ने कई लोगों को रोंदा..

प्राप्त जानकारी के अनुसार नई कार्यकारणी के चुनाव में 600 मतदाताओं में से 368 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। मतदान के बाद फिरोज खान को अध्यक्ष, फहीम को उपाध्यक्ष, मो. खालिद को महासचिव व परवेज आलम को कोषाध्यक्ष चुना गया है। जबकि आसिफ खान निर्विरोध सचिव चुने गए। यह भी पढ़ें : होटल में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिला अधेड़

मुख्य चुनाव अधिकारी शाहनवाज खान ने बताया कि रविवार को आयोजित मतदान प्रक्रिया में अध्यक्ष पद में फिरोज खान को 204, उपाध्यक्ष पद पर फहीम को 193, सचिव पद में आसिफ बख्श को 218 व कोषाध्यक्ष पद पर परवेज आलम को 166 मत मिले। यह भी पढ़ें : सुबह-सुबह शव मिलने से सनसनी

सहायक चुनाव अधिकारी नाजिम बख्श, सैयद कासिफ जाफरी, अलीम खान, शान अहमद, फैसल खान, समीर अली, मो. साबिर, मो. इब्राहिम, मो. शाहिद, मारुफ सिद्दीकी, निसार अहमद ने चुनाव की प्रक्रिया में सक्रिय योगदान दिया। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों की शादी वैध या अवैध ? उत्तराखंड हाईकोर्ट में हुई सुनवाई

18 साल से कम उम्र की मुस्लिम लड़की किसी से भी कर सकती है शादी | Women  Expressडॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 11 अक्तूबर 2022। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने मुस्लिम पर्सनल लॉ में 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों को शादी की अनुमति को गैर कानूनी घोषित किए जाने की मांग करने वाली जनहित याचिका पर मंगलवार को सुनवाई की। मामले को सुनने के बाद मुख्य न्यायधीश विपिन सांघी व न्यायमुर्ति मनोज कुमार तिवारी की खंडपीठ ने केंद्र व राज्य सरकार को अंतिम अवसर देते हुए 16 नवम्बर तक जबाव दाखिल करने को कहा।

विदित हो कि यूथ बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा दायर इस जनहित याचिका में कहा गया है कि कुछ न्यायालय 18 वर्ष से कम उम्र में शादी करने के बावजूद नव विवाहित जोड़े को मान्यता देते हुए उन्हें पुलिस सुरक्षा देने का आदेश इसलिए दे रहे हैं, क्योंकि मुस्लिम पर्सनल लॉ इसकी अनुमति देता है। जबकि 18 साल से कम उम्र में शादी होने, नाबालिग युवती से शारीरिक सम्बन्ध बनाने व कम उम्र में बच्चे पैदा करने से लड़की के स्वास्थ्य व नवजात बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। इसके अलावा एक ओर सरकार पॉक्सो जैसे कानून लाती है वहीं दूसरी ओर 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों को शादी की अनुमति देना इस अधिनियम का उल्लंघन है।

इसलिए 18 साल से कम उम्र की लड़की की शादी को अमान्य घोषित कर शादी के बाद भी उसके साथ होने वाले शारीरिक सम्बन्ध को दुराचार की श्रेणी में रखकर आरोपी के खिलाफ पॉक्सो के तहत कार्यवाही की जाए। याचिका में लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़कर 21 किये जाने वाले विधेयक को पास किये जाने और जब तक यह विधेयक पास नहीं होता तब तक न्यायालय से कम उम्र में किसी जाति, धर्म में हो रही शादियों को गैर कानूनी घोषित करने का आग्रह किया गया है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : मदरसों के सर्वे पर यूपी की योगी सरकार की राह पर धामी सरकार, सीएम ने दिए बड़े संकेत…

Imageनवीन समाचार, देहरादून, 13 सितंबर 2022। उत्तराखंड में मदरसों की गतिविधियों का सर्वे किया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में बड़ा बयान जारी करते हुए कहा है, ‘बहुत सारी जगह पर मदरसों को लेकर तमाम तरह की बातें आ रही है, इसलिए उनका एक बार सर्वे होना नितांत जरूरी है। जिससे कि सारी वस्तुस्थिति एकदम स्पष्ट हो जाए।’ देखें विडियो :

मुख्यमंत्री धामी ने मंगलवार को सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एक प्रश्न के जवाब में यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी मदरसों का यूपी की तर्ज पर सर्वे किया जाएगा। इसके लिए जांच प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इससे एक दिन पूर्व सोमवार को भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा है कि कलियर इलाके के कुछ होटलों और ढाबों में ड्रग्स, सेक्स रैकेट और मानव तस्करी हो रही है। लोगों के सहयोग से इनका सफाया किया जाएगा।

इधर, मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद भाजपा ने प्रदेश मे मदरसों का सर्वे कराये जाने की सरकार की योजना को शिक्षा के क्षेत्र मे एक बेहतर पहल बताया। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि मदरसे तालीम का केंद्र रहें तो यह बेहतर है, लेकिन यह पड़ताल जरूरी है की क्या सभी मदरसें शिक्षा के मिशन मे पूरी कर्तव्यनिष्ठा से लगे है या नही। उनकी शैक्षिक, सामजिक गतिविधियां क्या है और वह देश के भावी कर्णधारों को क्या परोस रहे है इस ओर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।

चौहान ने कहा कि मुसलिम समुदाय की ओर से भी जागरुक नागरिक आवाज उठा रहे है और इस बात के पक्षधर है कि मदरसो में भी गुणवत्तापरक शिक्षा और अनुशासन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कई बार असमाजिक या राह भटक रहे युवकों के बारे में यह सोच उभरकर आती रही है कि वहां पर धार्मिक कट्टरपंथ के वातावरण को बढ़ावा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि आज के व्यवसायिक दौर मे नये परिवेश में ढलना ही होगा।

इसके अलावा बेहतर कार्य कर रहे पंजीकृत संस्थान के साथ ऐसे भी भीड़ को बढ़ा रहे है जो कि न शिक्षा का हिस्सा है न उनका कोई सामाजिक योगदान। महज अनुदान लेने और अन्य गतिविधियों मे लिप्त संस्थानों पर इससे रोक लग सकेगी। चौहान ने कहा कि बेहतर कार्य करने वाले संस्थानों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और शिक्षा के नाम पर गैर शैक्षिक और समाज विरोधी तथा देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सभी वर्गों को एक साथ लेकर चल रहे है शिक्षा के क्षेत्र मे सुधारों को लेकर अहम निर्णय ले रहे है। सरकार की यह पहल शिक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र मे अहम बदलाव लाएगी। आगे देखने वाली बात होगा कि इस पर मुस्लिम संगठनों एवं विपक्ष व खासकर कांग्रेस पार्टी की क्या प्रतिक्रिया रहती है। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी की हालिया विधानसभा चुनाव में हार का बड़ा कारण पार्टी का मुस्लिम मुद्दों, खासकर मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर बोलने को भी माना गया था। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : नैनीताल : मोहर्रम कमेटी की चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 13 अगस्त 2022। मोहर्रम कमेटी के चुनाव का कार्यक्रम जारी हो गया है। बताया गया है कि चुनाव 15 अगस्त को होंगे। इस हेतु 14 अगस्त की शाम चार बजे तक सदस्य बनाए जाएंगे। सदस्यों को ही मोहर्रम कमेटी के चुनाव में वोट डालने का अधिकार होगा।

मोहर्रम कमेटी के महासचिव नाजिम बख्श ने बताया कि इस चुनाव मे पांच पदाधिकारियों-1 सदर यानी अध्यक्ष, दो नायब सदर यानी उपाध्यक्ष के साथ 1-1 महासचिव व कोषाध्यक्ष तथा दो सदस्यों का चयन किया जाएगा। चुनाव हेतु नामांकन पत्र 14 अगस्त की अपराह्न दो बजे से लिए जा सकेंगे और 15 अगस्त की अपराह्न दो बजे तक जमा किए जाएंगे। 15 अगस्त को ही 3 से 5 बजे तक नाम वापसी की जा सकेगी और शाम 6 से 8 तक मतदान होगा। इसके बाद रात्रि 9 से 10 बजे तक मतों की गिनती के बाद चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : बिहार-झारखंड की तरह उत्तराखंड के विद्यालय में भी जुम्मे की छुट्टी, रद्द हो सकती है मान्यता…

Private school in Dehradun declares Friday as half days, apologises after  outrageनवीन समाचार, देहरादून, 27 जुलाई 2022। झारखंड के स्कूलों में शुक्रवार के दिन छुट्टी होने के मामले को जमकर उठाने वाली भाजपा के राज्य बिहार के बाद अब उत्तराखंड मे भी एक विद्यालय में जुम्मे की दिन छुट्टी होने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। इसे एक धर्म विशेष का तुष्टीकरण बताया गया है। इस पर राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी समान नागरिक संहिता लागू करने की कवायद शुरू कर चुकी राज्य की धामी सरकार घिरती नजर आने लगी। अलबत्ता सरकार ने इस मामले के संज्ञान में आने पर तुरंत ही मोर्चा संभालते हुए संबंधित विद्यालय की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। मंगलवार को विद्यालय को नोटिस जारी हो गया।

बताया गया है कि विकासनगर के जीवनगढ़ में संचालित ब्राइट एंजेल्स पब्लिक स्कूल का मालिक कादिर हुसैन मुस्लिम सम्प्रदाय का है। उसने पिछले शुक्रवार सप्ताह यानी जुम्मे के दिन अपने विद्यालय में नमाज के लिए दिन में साढ़े बारह बजे छुट्टी घोषित कर दी थी और इसकी सूचना बच्चों की स्कूल डायरी में भेजी गई थी। इससे पहले भी पिछली सरकार के दौर में भी उसने ऐसा किया था। विद्यालय में करीब साढ़े तीन हजार बच्चे पढ़ते हैं, और इनमें 90 प्रतिशत बच्चे हिंदू हैं। लिहाजा उन्होंने इसकी शिकायत हिंदूवादी संगठनों से की और मामला चर्चाओं में आ गया। इस पर हिन्दू संगठनों के रोष के साथ धामी सरकार ने भी कड़ा रुख अपनाया।

इस पर पहले विकास नगर के उप जिलाधिकारी विनोद कुमार ने जिलाधिकारी सोनिका के आदेश पर स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों की बैठक बुलाई। इस दौरान अभिभावकों से माफी मांगते हुए स्कूल प्रबंधक ने अपनी घोषणा वापस ले ली। अलबत्ता, इसके बाद भी मामले में दबाव बढ़ने पर शिक्षा विभाग भी सक्रिय हो गया, और उसने स्कूल की मान्यता रद्द करने के संदर्भ में कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। खंड शिक्षा अधिकारी ने मामले में अपनी जांच कर उच्चाधिकारियों को आख्या सौंप दी है।

बताया गया है कि आरोपित स्कूल के प्रबंधक द्वारा शिक्षकों को समय से वेतन नहीं दिए जाने सहित स्कूल परिसर में अन्य कमियां भी पाई गई हैं। इसके बाद स्कूल की मान्यता खत्म की जा सकती है। इस पर जनपद के मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ. मुकुल सती ने ‘नवीन समाचार’ को बताया कि इस हेतु विद्यालय को नोटिस भेज दिया गया है। शिक्षा विभाग इस मामले में विद्यालय में पढ़ने वाले हजारों बच्चों के भविष्य को भी संज्ञान में रखेगा। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : 18 वर्ष से कम उम्र की मुस्लिम लड़कियों की शादी को लेकर उत्तराखंड HC में दायर हुई याचिका, केंद्र व राज्य सरकार को नोटिस

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 22 जुलाई 2022। उत्तराखंड उच्च न्यायालय में मुस्लिम लॉ में 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों को शादी की अनुमति को गैर कानूनी घोषित किए जाने को लेकर जनहित याचिका दायर हुई है। शुक्रवार को यूथ बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया की इस याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति न्यायमूर्ति विपिन सांघी व न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ ने केंद्र व राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जबाव दाखिल करने को कहा है।

जनहित याचिका में कहा गया है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ 18 वर्ष से कम उम्र में शादी करने की अनुमति देता है। इस कारण कुछ न्यायालय 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की के नवविवाहित जोड़े को मान्यता देते हुए उन्हें पुलिस सुरक्षा देने का आदेश दे रहे हैं। याचिका में कहा गया है कि 18 साल से कम उम्र में शादी होने, नाबालिग लड़की से शारीरिक संबंध बनाने व बच्चे पैदा करने से लड़की के स्वास्थ्य व नवजात बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित होता है।

यह भी कहा गया है कि18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों को शादी की अनुमति देना पॉक्सो अधिनियम का उल्लंघन है। लिहाजा ऐसे मामलों में 18 साल से कम उम्र की लड़कियों की शादी को अमान्य घोषित कर शादी के बाद भी उसके साथ होने वाले शारीरिक संबंध को दुराचार की श्रेणी में रखकर आरोपित के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए।

याचिका में इसके साथ ही लड़कियों की उम्र 18 से बढ़कर 21 किये जाने वाले विधेयक को पास किये जाने और जब तक यह विधेयक पास नहीं होता तब तक न्यायालय से कम उम्र में किसी जाति, धर्म में हो रही शादियों को गैर कानूनी घोषित करने का आग्रह भी किया गया है। अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : मदरसों पर शिकंजा कसने की तैयारी में राज्य सरकार, दिये कमेटी बनाकर जांच के आदेश

Classes six to eight will start in madrasas too in uttar pradesh - यूपी :  मदरसों में भी शुरू होंगी कक्षा छह से आठ तक की कक्षाएं, आदेश जारीनवीन समाचार, देहरादून, 23 मई 2022। उत्तराखंड सरकार भी अब मदरसों पर शिकंजा कसने जा रही है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री चंदन राम दास ने राज्य के शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर शिक्षा विभाग से गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की सूची मांगी है। तथा ऐसे मदरसों पर कार्रवाई करने के लिए कमेटी गठित करने तथा कमेटी से जांच कराने के निर्देश दिए हैं।

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री चंदन राम दास ने कहा कि पिछले काफी समय से उन्हें राज्य में बिना मान्यता के मदरसे चलने की शिकायतें मिल रही हैं। इसकी वजह से यहां पढ़ने वालों छात्रों को आगे प्रवेश मिलने में दिक्कत होती है। बताया कि राज्य में 425 मदरसे हैं, इन में से 192 मदरसों को केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से बजट दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जो मदरसे बिना मान्यता के चल रहे हैं उन मदरसों का बजट रोका जाएगा।

वही मदरसों में राष्ट्रगान गाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में अभी बिना शिक्षा विभाग की मान्यता के मदरसे चल रहे हैं तो फिर शिक्षा विभाग के नियम उन पर लागू नहीं हो सकते हैं। इसलिए पहले मदरसों को शिक्षा विभाग की मान्यता दिलाई जाएगी उसके बाद सभी नियम मदरसों पर लागू कराए जाएंगे। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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पीएम के खिलाफ पर्चे की जानकारी होती ही इंटेलीजेंस व एलआइयू टीम भी सक्रिय हो गई है।नवीन समाचार, काशीपुर, 20 मई 2022। नगर के राधेहरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में चल रही वार्षिक परीक्षा के दौरान शुक्रवार को एक छात्र के पर्स में उड़नदस्ते की टीम में शामिल एक प्रोफेसर को बेहद आपत्तिजनक पर्चा मिला। इससे हड़कंप मच गया। बताया गया है कि पर्चे में हिंदुओं और मुस्लिमों को लेकर भड़काने वाली बात लिखी है, साथ ही प्रधानमंत्री का भी जिक्र है। मामले में आरोपित छात्र के विरुद्ध पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार परीक्षा के दौरान छात्र-छात्राओं की चेकिंग करने पहुंची उड़नदस्ता टीम में शामिल डॉ. राघव कुमार झा को तलाशी के दौरान बीकॉम प्रथम वर्ष के छात्र मुशाहिद अली की जेब से पर्स में नकल से संबंधित तो नहीं पर अंग्रेजी, हिंदी तथा उर्दू में लिखे कई तरह के कागजातों के अंग्रेजी में लिखी एक आपत्तिजनक पर्ची मिली।

पर्ची में आपत्तिजनक भाषा में हिंदुओं व मुस्लिमों के साथ ही देश के पीएम का भी जिक्र है, तथा इसमें दो अन्य लोगों के हस्ताक्षर भी हैं। पर्ची में कुछ सामग्री समझ नहीं आ पा रहा है। मामले की सवेदनशीलता को समझते हुए स्थानीय पुलिस और एलआईयू आदि अभिसूचना इकाइयां भी सक्रिय हो गई। मौके पर एलआइयू की टीम ने भी जानकारी जुटाई। छात्र ने इस बारे में कुछ नहीं बताया कि उसे यह पर्ची किसने दी है।

इसके बाद महाविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को एक तहरीर सौंपी, जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपित युवक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए, 295 ए, 298 ए, 505 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया और उसे गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। कहा गया है कि पुलिस की जांच के बाद महाविद्यालय प्रशासन की ओर से भी मामले में कार्रवाई की जा सकती है। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : एक वर्ग विशेष के ही अवैध निर्माण-अतिक्रमण तोड़ने का आरोप

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 5 मई 2022। नैनीताल प्रशासन की गुरुवार को बारापत्थर क्षेत्र में की गई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को घोड़े वालों ने एक वर्ग विशेष के खिलाफ की गई कार्रवाई बताया। नैनीताल घोड़ा चालक संघ के पूर्व अध्यक्ष लियाकत अली ने कहा कि नगर में स्वार रामपुर क्षेत्र के घोड़े वाले आज के नही, बल्कि अंग्रेजी दौर में आए बाप-दादाओं की चौथी पीढ़ी के लोग हैं।

उन्होंने कहा कि 2001 में उच्च न्यायालय के आदेशों पर उन्हें बारापत्थर क्षेत्र में स्थानांतरित किया गया था। 1997-98 तक नगर पालिका 225 लाइसेंस देती थी। जिसे बाद में सीमित कर दिया गया। वर्तमान में नगर पालिका ने 94 घोड़ेवालों को लाइसेंस दिए हैं पर 56 घोड़ों के लिए ही शेड बने हैं, इसलिए 38 घोड़े बारापत्थर चुंगी से कब्रस्तान जाने वाले पैदल मार्ग पर अस्थायी शेड बनाकर रहते हैं। इन्हें आज प्रशासन ने अवैध व सरकारी भूमि पर अतिक्रमण बताकर तोड़ दिया। जबकि उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने भी उनके पक्ष में आदेश दिया था और उनके शेड निर्माण हेतु 803 वर्ग फिट जमीन भी आवंटित हुई थी।

उन्होंने दावा किया कि इसी पैदल मार्ग पर पर्यावरण मित्रों के इसी तरह नगर पालिका व नजूल की भूमि पर अतिक्रमण कर 50 घर बने हुए हैं। यही नहीं यहां एक होटल भी नगर पालिका व नजूल की भूमि पर चल रहा है। इसके कुछ कमरों की रजिस्ट्री भी हुई है। लेकिन उन्हें नहीं तोड़ा गया। उन्होंने कहा कि इसी क्षेत्र में कैमल्स बैक की चोटी के नीचे 200 मकान नगर पालिका की भूमि पर अवैध रूप से बने हुए है।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी नगर के सूखाताल में बंगाली कॉलोनी, जुबली हॉल-आरिफ कैसल्स क्षेत्र, सात नंबर, रजा क्लब के पास भी सैकड़ों की संख्या में अवैध घर बने हुए हैं। लेकिन प्रशासन ने केवल उन्हें लक्षित कर कार्रवाई की है। अलबत्ता उन्होंने माना कि घोड़ वालों की आढ़ में नगर में टैक्सी का अवैध कारोबार हो रहा है। साथ ही अनेक लोग नगर के पर्यटन स्थलों की फोटो दिखाकर उन्हें घुमाने के नाम पर परेशान करते हैं। अन्य अनेक लोग भी उनके नाम पर नगर में अतिक्रमण कर रहे हैं। प्रशासन को ऐसे लोगों की जांच करनी चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : हिंदू जागरण मंच ने सत्यापन अभियान पर आभार व ईद के बाद की भीड़ पर चेताया…

हिन्दू जागरण मंच ने उत्तर प्रदेश में बनाये 20 लाख राष्ट्र रक्षकडॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 29 अप्रैल 2022। हिंदू जागरण मंच नैनीताल ने शुक्रवार को एसडीएम नैनीताल के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा उत्तराखंड राज्य में बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन करवाने का आदेश देने पर धन्यवाद पत्र भेजा। साथ ही ईद के तुरंत बाद नैनीताल शहर में अनियंत्रित भीड़ को रोकने की मांग रखी।

ज्ञापन में कहा गया है कि संगठन के द्वारा लंबे समय से राज्य में बाहरी राज्यों से अपनी असली पहचान छुपाकर स्थानीय लोगों की भावनाओं को आहत करने वाले कृत्य करने तथा समाज की सुरक्षा के लिए खतरा बने लोगों की जांच करवाने की मांग की जा रही थी। ज्ञापन में सरकार द्वारा बाहरी लोगों के सत्यापन के लिए चलाए जा रहे अभियान की सफलता हेतु सक्रिय सहयोग का आश्वासन भी दिया गया।

कहा गया कि यह अभियान केवल कुछ दिनों के लिए नहीं, बल्कि दीर्घ काल के लिए चलाये जाने की जरूरत है। साथ ही कहा कि पिछले वर्षों ईद के बाद अनियंत्रित भीड़ में संदिग्ध व्यक्तियों ने शहर में आकर असुरक्षा का माहौल बनाया था और गंदगी व तोड़फोड़ की गई थी। इनसे नगर की यातायात व्यवस्था भी बिगड़ी थी तथा एवं नगर में आने वाले पर्यटक भी प्रभावित हुए थे। इसलिए इस संबंध में उचित कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है। ज्ञापन भेजने वालों में पान सिंह बिष्ट, नवीन तिवारी, पूरन चंद्र, बीएस कठायत, दिग्विजय बिष्ट, हरीश सिंह, राकेश नेगी व भरत मेहरा सहित एक दर्जन से अधिक सदस्य शामिल रहे।  आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : अब भीमताल के लोगों ने लगाया समुदाय विशेष के लोगों द्वारा जमीनें खरीदने का आरोप, उठायी रजिस्ट्री में रोक लगाने की मांग

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 27 अप्रैल 2022। जिला मुख्यालय नैनीताल व धारी तहसील के बाद अब जनपद के भीमतालवासियों ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अब क्षेत्र में समुदाय विशेष के लोगों द्वारा जमीनें खरीदने का आरोप लगाया है, और रजिस्ट्री में रोक लगाने की मांग की है।

बुधवार को सीडीओ के माध्यम से जिलाधिकारी को भेजे गए ज्ञापन में कहा गया कि इन दिनों नगर में बाहर से आये हुए विशेष समुदाय के लोगों की संख्या अचानक बढ़ गई है। यह एक गंभीर विषय है। उनके द्वारा नगर में बड़े पैमाने पर जमीन क्रय की जा रही है। जानकारी मिली है कि उनके द्वारा नगर के ढुंगशिल रावत पट्टी पांडेय गांव में खरीदी गई लगभग 5 रजिस्ट्री होने वाली है। इससे यहां कि शांत पर्यटन नगरी में सांप्रदायिक अशांति फैल सकती है। इसलिए समुदाय विशेष के लोगों के द्वारा जमीन खरीदने पर तुरंत रोक लगाई जाए। जांच भी की जाए कि इनकी कोई आपराधिक पृष्ठभूमि तो नहीं है।

ज्ञापन में भाजपा के मंडल अध्यक्ष प्रकाश भट्ट, विधायक प्रतिनिधि पंकज उप्रेती, क्षेत्र पंचायत सदस्य ढुंगशिल गोपाल दत्त भट्ट, जंगलियागांव के क्षेपंस मदन मोहन सिंह, जिला पंचायत सदस्य अनिल चनौतिया, ग्राम प्रधान ढुंगशिल मुन्ना लाल, सभासद भारत लोशाली व भुवन पडियार, पूर्व अध्यक्ष पंकज जोशी के साथ ही दीपक पांडे, गौतम मटियाली, रवि कुमार सहित कई अन्य लोगों के भी हस्ताक्षर हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : सत्यापन अभियान पर भाजपाई डीएम से मिले, कहा बाहरी लोगों को बाहर करने को चले अभियान

-विदेशी फंडिंग होने व दो-दो पहचान पत्र होने जैसे बड़े आरोप भी लगाए
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 22 अप्रैल 2022। नगर में चल रहे सत्यापन अभियान पर नगर के भाजपा कार्यकर्ता मंडल अध्यक्ष आनंद बिष्ट के नेतृत्व में डीएम धीराज गर्ब्याल से मिले और उन्हें 5 सूत्रीय ज्ञापन सोंपकर कुछ वर्षों में नगर में आ बसे बाहरी लोगों की जमीनों व अन्य कागजातों का सत्यापन किए जाने की मांग रखी। बताया गया है कि डीएम ने उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई करने और कमेटी बनाने का आश्वासन दिया हैं

ज्ञापन में भाजपाइयों ने कहा है कि हालिया वर्षों में नगर में आए बाहरी लोगों ने नगर के विभिन्न हिस्सों में सरकारी जमीनों पर कच्चे-पक्के घर बना लिये हैं और उनमें दर्जनों लोग बस गए हैं। इनमें कई संदिग्ध लोग भी शामिल हैं। उन्होंने नगर में टैक्सी संचालन व भवन निर्माण सामग्री उपलब्ध कराने जैसी व्यवसायिक गतिविधियों में भी कब्जा कर लिया है। उनके द्वारा नगर में कई होटल भी भारी-भरकम धनराशि लेकर लीज पर लिए हैं, और कई रेस्टोरेंट भी अप्रत्याशित दरों पर किराये पर लिये हैं। उनके द्वारा इतनी ऊंची दरों पर काम किया जाना शक पैदा करता है कि आखिर उनके पास इतना पैंसा कहां से आया और लाखों रुपये किराया देने के बाद वह क्या कमाते होंगे।

चर्चा है कि बाहरी देशों से उन्हें फंडिंग होती है। इसलिए ज्ञापन में ऐसे लोगों के कागजात, पहचान पत्र, आधार कार्ड का गहनता से सत्यापन करने, उनके अवैध कब्जों एवं जमीनों की खरीद-फरोख्त की जांच करवाने, नगर के हरिनगर, बूचड़खाना, मेट्रोपोल, बारापत्थर स्थित घोड़ा स्टेंड, रुकुट कंपाउंड, सीआरएसटी व भोटिया बैंड सहित अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में अवांछित तत्वो की पहचान हेतु गहन सत्यापन करने, रोपवे संचालन केंद्र मल्लीताल के आसपास अवैध रूप से रह रहे बाहरी लोगों के जमीन-जायदाद सहित अन्य मूक दस्तावेजों की जांच करवाने, टैक्सी, पिकअप, फड़ व फेरी आदि व्यवसायिक गतिविधियों के शैक्षिक व लाइसेंस आदि मूल दस्तावेजों का सत्यापन करने एवं किराये पर रह रहे बाहरी लोगों का पुलिस से सत्यापन करने की मांग की गई है।

ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि नगर में कुछ अवांछित तत्व मेट्रोपोल कंपाउंड जैसे कई क्षेत्रों में सरकारी जमीनों पर काबिज हो चुके हैं। यह लोग साम्प्रदायिक सौहार्द वाली पर्यटन नगरी की शांतिप्रिय छवि को आंच पहुंचा सकते हैं, इसलिए शहर में ऐसे आ घुसे तत्वों को शहर से बाहर करने के लिए प्राथमिकता से व्यापक अभियान चलाया जाए। ज्ञापन सोंपने वालों में पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दयाकिशन पोखरिया व पूर्व जिला उपाध्यक्ष अरविंद पडियार, उमेश भट्ट, उमेश गड़िया, दीपक व मोहित आदि भी शामिल रहे। ज्ञापन की प्रतियां एसएसपी, जिला विकास प्राधिकरण और नगर पालिका को भी दी गई है। अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : सत्यापन अभियान में पहले दिन ही पश्चिम बंगाल निवासी कबाड़ी का नैनीताल में आधार कार्ड बनने का खुलासा

-पुलिस ने शुरू किया बाहरी लोगों व रोहिंग्याओं का सत्यापन, दो का 10-10 हजार का चालान

बाहरी लोगों का सत्यापन करती पुलिस की संयुक्त टीम।

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 21 अप्रैल 2022। जनपद के एसएसपी के निर्देशों पर जनपद मुख्यालय में नैनीताल पुलिस ने बाहरी लोगों व रोहिंग्याओं का संपूर्ण सत्यापन अभियान गुरुवार से प्रारंभ कर दिया गया है। गुरुवार को सीओ संदीप नेगी, तल्लीताल थाना प्रभारी रोहताश सिंह सागर, एलआईये के उपनिरीक्षक सौरभ राठौर, उप निरीक्षक त्रिवेणी प्रसाद जोशी, चीता मोबाइल प्रभारी शिवराज राणा व पीएसी के दो आरक्षियो राजकुमार व अमित की टीम ने तल्लीताल बूचड़खाना क्षेत्र में अभियान चलाया। इस दौरान दो लोगो का 10-10 हजार रुपए का चालान किया गया।

बताया गया कि सत्यापन की प्रक्रिया के दौरान वैष्णो देवी मंदिर के पास स्थित खान मंजिल में डेढ़ वर्ष से एक परिवार बिना सत्यापन के रहता हुआ मिला। इस पर खान मंजिल के स्वामी अब्दुल वहाब का 83 पुलिस एक्ट के तहत 10 हजार रुपए चालान किया गया। बताया गया कि अब्दुल वहाब के क्षेत्र में कई घर किराये में चलते हैं। पूर्व में भी उसके कई चालान हुए हैं।

इसके अलावा मस्जिद के पीछे धोबीघाट वाली रोड को कबाड़ रखकर अवरुद्ध करने पर असगर अली पुत्र जब्बारअली निवासी ग्राम सकड़हा पोस्ट मुकद्दम नगर वीरभूमि पश्चिम बंगाल का 10 हजार रुपए का चालान किया गया। बताया गया कि असगर अली ने मस्जिद के पास का मार्ग कबाड़ से अवरुद्ध कर दिया है। उसने स्थानीय पते पर अपना आधार कार्ड भी बना लिया है। इसकी पुलिस जांच कर रही है। इस दौरान कुल 70 लोगों का सत्यापन किया गया। अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : जनपद में रोहिंग्या मुसलमानों की आमद के आरोपों की होगी जाच…

एसएसपी पंकज भट्ट भी कोरोना … - Sach Ki Top (सच की तोप)डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 18 अप्रैल 2022। नैनीताल जनपद के एसएसपी पंकज भट्ट ने जनपद में रोहिंग्या मुसलमानों की आमद व मौजूदगी की बड़े पैमाने पर व शत-प्रतिशत जांच व सत्यापन कराने की बात कही। मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में पूछे जाने पर एसएसपी ने कहा कि यह समयबद्ध कार्यक्रम नहीं वरन व्यापक पैमाने पर होने वाला कार्य है।

इस कार्य हेतु सभी पुलिस क्षेत्राधिकारियों को प्रभारी-नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो अपने क्षेत्र के थानों एवं एलआईयू को शामिल करते हुए सत्यापन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह मामला पहले ही संज्ञान में आया था, और इधर हाल में भी कई लोगों ने यह बात कही है, और इन आरोपों की संवेदनशीलता को देखते हुए इनकी पुष्टि आवश्यक है।

उल्लेखनीय है कि गत 7 अप्रैल को नगर के भाजपा नेताओं-नगर पालिका के नामित सभासद मनोज जोशी एवं भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष नितिन कार्की ने देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर नैनीताल में अनियंत्रित तरीके से बाहरी लोगों की अवैध कब्जे कर घुसपैठ बढ़ने की ओर ध्यान आकृष्ट किया था। उन्होंने कहा था कि नगर में कोरोना काल के उपरांत अचानक से अवैध कब्जे व घुसपैठ लगातार बढ़ती जा रही है, जो आने वाले भविष्य के लिए चेतावनी है।

यह घुसपैठ बारापत्थर से नीचे, तल्लीताल धर्मशाला से नीचे व शहर की अधिकतर खाली पड़ी सरकारी जमीनों पर एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा की जा रही है। यह भी आशंका व्यक्त की कि इन घुसपैठियों में रोहिंग्या व बांग्लादेशी नागरिकों की संख्या अधिक हो सकती है। यदि ऐसा हुआ तो नगर में चिंताजनक स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में भी भाजपा को वोट देने पर यूपी जैसा कांड, मुस्लिम पति-पत्नी पर धारदार हथियारों से हमला

नवीन समाचार, रुद्रपुर, 7 अप्रैल 2022। यूपी में भाजपा को वोट देने पर दानिश नाम के युवक की पीटकर हत्या किए जाने जैसी घटना की उत्तराखंड में भी पुनरावृत्ति किए जाने का प्रयास करने का मामला प्रकाश में आया है। रुद्रपुर के भूतबंगला निवासी एक महिला और उसके पति ने आरोप लगाया है कि भाजपा को समर्थन देने और वोट देने की वजह से मोहल्ले के मुस्लिम लोग उनसे रंजिश रखने लगे हैं, और इसी कारण उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया गया। इससे वह घायल हो गए। इस मामले में पुलिस ने आरोपित पति-पत्नी सहित तीन लोगों को नामजद करते हुए दो अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।पत्नी ने पति पर किया धारदार हथियार से हमला, हालत गंभीर – Janpad News Live

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार भूतबंगला, वार्ड नंबर 20 निवासी परवीन जहां पत्नी अनीस मियां ने पुलिस को तहरीर सौंप कर कहा है कि वह मुस्लिम बहुल क्षेत्र में रहती है। उसके पति अनीस मियां भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं और पूरा परिवार भाजपा का सहयोग करता है। विधानसभा चुनाव में उसने और उसके परिजनों ने भाजपा के चुनाव कार्यक्रम में भाग लिया था। इससे उसके आस-पास के मुस्लिम समाज के लोग नाराज हो गए थे और उनसे रंजिश रखने लगे।

इधर बुधवार शाम को वह अपने पति अनीस मियां उर्फ गुड्डू के साथ दुकान के आगे खड़ी थी। इसी बीच मोहल्ले के ही युनुस और उसकी पत्नी रेशमा, इरफान और दो अन्य युवक वहां पर धारदार हथियार लेकर पहुंच गए। उन्होंने उनसे गालीगलौज की, और विरोध करने पर यह कहते हुए पिटाई कर दी कि भाजपा का साथ देने पर उन्हें सबक सिखाएंगे।

आरोप है कि हमलावर युनुस ने अपने हाथ में लिए चाकू से उस पर वार किया, इससे वह घायल हो गई। उसके पति पर भी लाठी-डंडों से हमला किया गया। शोर होने पर आरोपित उसके कानों से सोने की बाली भी लूट ले गए। कोतवाल विक्रम राठौर ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है, इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : मुस्लिम यूनिवर्सिटी का मुद्दा उछालने वाले पूर्व कांग्रेस नेता ने फिर कहा-उत्तराखंड में बनाएंगे मुस्लिम यूनिवर्सिटी, साथ ही की बड़ी घोषणा

-कांग्रेस से निष्कासित अकील अहमद ने की 2024 में हरिद्वार से चुनाव लड़ने की घोषणा
-कहा चुनाव बाद बनाएंगे मुस्लिम यूनिवर्सिटी और दलितों के लिए भव्य मंदिर
कांग्रेस से निष्कासित अकील अहमद ने की 2024 में हरिद्वार से चुनाव लड़ने की  घोषणा - हिन्दुस्थान समाचारनवीन समाचार, पिरान कलियर-हरिद्वार, 30 मार्च 2022। देवभूमि उत्तराखंड की राजनीति को भी हिंदू-मुस्लिम संप्रदायीकरण की राजनीति की नजर लग गई है, और यह जल्दी उतरती भी नजर नहीं आ रही है। मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर उत्तराखंड कांग्रेस से निष्कासित पूर्व उपाध्यक्ष अकील अहमद ने बुधवार को दरगाह पिरान कलियर शरीफ में जियारत करने के बाद 2024 में हरिद्वार से लोकसभा चुनाव लड़ने तथा उत्तराखंड में एक मुस्लिम यूनिवर्सिटी और दलितों के लिए एक भव्य मंदिर का निर्माण कराने की घोषणा की।

अकील अहमद बुधवार को पिरान कलियर पहुंचे। यहां उन्होंने दरगाह साबिर पाक में चादर-पोशी की। इसके बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए अकील अहमद ने 2024 में हरिद्वार सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया। उन्होंने कांग्रेस-भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कश्मीर फाइल्स फिल्म और हिजाब जैसे मुद्दों पर भाजपा को खरी-खोटी भी सुनाई। साथ ही कहा कि वह लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उत्तराखंड में एक मुस्लिम यूनिवर्सिटी और दलितों के लिए एक भव्य मंदिर का निर्माण कराएंगे। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में मदरसों के शिक्षकों का भौतिक सत्यापन होगा, तभी मिलेगा अगला वेतन…

मदरसा/अल्पसंख्यकों के लिए शिक्षा देने के लिए बीते 5 सालों में ₹520.54 करोड़  जारी हुए: केंद्र - Falana Dikhanaनवीन समाचार, देहरादून, 25 फरवरी 2022। केंद्र सरकार की ‘स्टेंडर्ड प्रोवाइडिंग एजुकेशन मदरसाज माइनॉरिटी’ (एसपीईएमएम) योजना के तहत रखे गए शिक्षकों की जांच कराई जाएगी। मदरसा बोर्ड मदरसों में उनकी उपस्थिति का भौतिक सत्यापन कराएगा। इसके बाद ही मदरसा शिक्षकों को मानदेय दिया जाएगा।

बताया गया है कि मदरसों में कई जगहों पर शिक्षकों के न होने की शिकायतों के बाद यह कदम उठाया गया है। मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संघ की ओर से भी ऐसी मांग उठाई गई थी। बताया गया है कि प्रदेश में इस योजना के तहत 211 मदरसों में 404 शिक्षक तैनात है। मदरसा बोर्ड को शिकायत मिली है कि कई मदरसे ऐसे हैं जिसमें कम शिक्षक तैनात है, लेकिन दिखाए ज्यादा गए हैं। वहीं कई शिक्षक छोड़कर जा चुके हैं, जबकि कई का चयन दूसरे विभागों में हो गया है।

उत्तराखंड मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संघ के अध्यक्ष मेहरबान अली, महासचिव मोहम्मद इस्लाम, उपाध्यक्ष इशरान अली के अनुसार मदरसा बोर्ड निदेशक, अल्पसंख्यक आयोग, मदरसा बोर्ड डिप्टी रजिस्ट्रार को ज्ञापन दिया गया है कि कई मदरसा शिक्षकों ने सरकारी स्कूलों में नियुक्ति पाई है। कई कोरोना काल में जान गंवा बैठे है। कई स्कूलों में पूर्व की संख्या के तहत शिक्षक वर्तमान में उपलब्ध नहीं है।

इसलिए उन्होंने 2021-22 के सत्र में मानदेय देने से पहले सभी शिक्षकों के सत्यापन तथा वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाण पत्र भी अनिवार्य किये जाने की मांग उठाई गई है, जिससे मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों व शिक्षकों की भी सुरक्षा सुनिश्चित हो। साथ ही ऐसी व्यवस्था बने जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग न हो। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : मुस्लिम यूनिवर्सिटी व जुम्मे पर अल्पावकाश के बाद अब कांग्रेस प्रत्याशी की चुनाव रैली में लगे ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे..

नवीन समाचार, देहरादून, 6 फरवरी 2022। राजनीतिक चुनाव प्रचार में धार्मिक नारे लगाने पर पाबंदी है। लेकिन इसके बावजूद भाजपा की चुनावी रैलियों में ‘हर-हर मोदी-घर घर मोदी’ व ‘जय श्री राम’ के नारे लगते रहते हैं। अब उत्तराखंड में कांग्रेस की रैली में ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगे हैं। देखें वीडियो:

पहले ही उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने का कथित वादा करने, उत्तराखंड भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री तजिंदर पाल सिंह बग्गा द्वारा हरीश रावत की तुलना ‘सर सैयद अहमद खान’ से किए जाने और कांग्रेस द्वारा इसकी शिकायत चुनाव आयोग से किए जाने व उस पर बग्गा की चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी सार्वजनिक किए जाने तथा हरीश रावत सरकार द्वारा जुम्मे की नमाज के लिए अल्पावकाश घोषित करने का शासनादेश सार्वजनिक होने के बाद अब कांग्रेस प्रत्याशी की चुनाव रैली में ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा लगने के बाद देखना होगा कि उत्तराखंड की राजनीति किस करवट बैठती है।

Imageबताया गया है कि गत दिवस कांग्रेस के सहसपुर सीट से प्रत्याशी आर्येंद्र शर्मा की चुनाव रैली में यह नारा लगा है। इस दौरान के वीडियो में मस्जिद के पास कांग्रेस का झंडा भी दिख रहा है तथा लोग कांग्रेस पार्टी व आर्येंद्र शर्मा के नाम के साथ ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगा रहे हैं। इस पर भाजपा ने तंज कसा है, ‘सोच हुर्रियत की और बात उत्तराखंडियत की करने वाली ढोंगी कांग्रेस ने पहले तो मुस्लिम यूनिवर्सिटी की डिमांड को माना और अब इनका अधिकारिक नारा भी बदल कर हो गया है… ‘नारा ए तकबीर, अल्लाह हो अकबर!’ माँ लक्ष्मी के प्रतीक कमल में विनाश ढूँढने वालों को इस नारे से क्यों इतना प्रेम है!’

Imageउल्लेखनीय है कि भाजपा इसके अलावा भी हरीश रावत एवं कांग्रेस पार्टी को उनके ‘उत्तराखंडियत’ के नारे के साथ हिंदू पलायन, डेमोग्राफी चेंज, लैंड जिहाद, पहाड़ी संस्कृति का खात्मा, मस्जिदों के जीर्णोद्धार तथा पीरान कलियर को पांचवा धाम घोषित करने को लेकर भी घेर रही है। बताया गया है कि कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर भी भाजपा की चुनाव आयोग को शिकायत की है, और आयोग ने इस पर उत्तराखंड भाजपा को नोटिस भी भेजा है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : अब क्या कहेंगे हरीश रावत ? सामने आया उनके शासनकाल का ‘जुम्मे की छुट्टी’ वाला शासनादेश !

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 2 फरवरी 2022। प्रदेश की सत्तारूढ़ भाजपा कांग्रेस पार्टी और उसकी पिछली सरकार के मुखिया हरीश रावत को ‘जुम्मे की छुट्टी’ के लिए घेरती रहती है, और हरीश रावत चुनौती देते रहते हैं कि ऐसा कोई आदेश हो तो दिखाएं। ठीक चुनाव के बीच अब हरीश रावत सरकार का वह विवादित ‘जुम्मे की छुट्टी’ वाला शासनादेश सामने आ गया है। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भी हिंदू-मुस्लिम ?, हरीश रावत सीएम बने तो मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाएंगे…! 

29 दिसबर 2016 को तत्कालीन प्रभारी सचिव शैलेश बगोली के हस्ताक्षरों से प्रदेश के सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव, प्रदेश के दोनों मंडलों के आयुक्तों, सभी जिलाधिकारियों व विभागाध्यक्षों व कार्यालयाध्यक्षों को संबोधित, ‘प्रदेश के मुस्लिम एवं अन्य धर्मों के राजकीय सेवकों को नमाज एवं प्रार्थना हेतु कार्यदिवस में विशेष अल्पावकाश की सुविधा के सम्बन्ध में’ विषयक शासनादेश संख्या 1502/xxxi (15)G-84(सा)/2016 सामने आया है। इस शासनादेश में कहा गया है, ‘उपर्युक्त विषयक के सम्बन्ध में सम्यक् विचारोपरान्त मुझे यह कहने का निदेश हुआ है कि प्रदेश के मुस्लिम एवं अन्य धर्मो के राजकीय सेवकों को क्रमशः नमाज एवं प्रार्थना हेतु कार्यदिवस में विशेष अल्पावकाश की सुविधा अपरान्ह 12.30 से 2.00 बजे (डेढ़ घंटा अर्थात 90 मिनट) तक प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है।

उक्त अल्पावकाश की सुविधा “रमजान के महीने में पड़ने वाले जुम्मे की नमाज के लिए एवं अन्य समुदायों, सम्प्रदायों, धर्मों व जातियों के कार्मिकों को भी उनसे सम्बन्धित बड़े त्यौहारों की तिथि पर सामूहिक प्रार्थना में सम्मिलित होने हेतु अनुमन्य होगी। उक्त विशेष अल्पावकाश से सम्बन्धित निर्णय लेने का अधिकार सम्बन्धित विभागाध्यक्ष का होगा।

अब देखने वाली बात होगी कि आज ही मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर घिरी कांग्रेस के नेता व खासकर हरीश रावत इस पर क्या जवाब देते हैं। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : कांग्रेस के गढ़, 37% मुस्लिमों के क्षेत्र में सीएम धामी की जनसभा में उमड़ी मुस्लिम महिलायें, क्या बदल रही उत्तराखंड की राजनीति !

Hundreds Of Muslim Women Joined Bjp In Varanasi - पीएम मोदी के संसदीय  क्षेत्र में सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं ने ली भाजपा की सदस्यता - Amar Ujala  Hindi News Liveनवीन समाचार, नैनीताल, 1 दिसंबर 2021। कुमाऊं के प्रवेशद्वार जसपुर, कांग्रेस के गढ़, जहां लगातार कांग्रेस जीतती रही है, यहां तक कि 2017 में प्रचंड मोदी लहर में भी जहां से कांग्रेस जीती, जहां 37 फीसद आबादी मुस्लिमों की है, बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जनसभा में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं पहुंची। इसे जानकार उत्तराखंड में भी राजनीति के बदलने का संकेत मान रहे हैं।

जसपुर में मुस्लिम महिलाओं की सीएम की जनसभा में भीड़ को देखकर महिला आयोग की उपाध्यक्ष सायरा बानो ने इसका इशारा भी किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीति सबका साथ और सबका विश्वास है। यही कारण है कि आज बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं पार्टी के साथ जुड़ रही हैं। उन्होंने कहा मुस्लिम महिलाओं के हित में पूर्व सरकारों ने सिर्फ बातें कीं, लेकिन भाजपा ने करके दिखाया। इसलिए आज भाजपा से बड़ी तादाद में महिलाएं जुड़ रही हैं।

मुख्यमंत्री की जनसभा में उमड़ी मुस्लिम महिलाओं की भीड़ तो सायरा बानो ने कही ये बातउल्लेखनीय है कि जसपुर विधान सभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाने की स्थिति में हैं। 2017 में प्रचंड मोदी लहर में जब भाजपा राज्य की 70 में से 57 सीटें जीती, तब भी जसपुर से भाजपा से कांग्रेस में दलबदल कर गए प्रत्याशी आदेश चौहान चुनाव जीते, और एक चिकित्सक के रूप में उत्कृष्ट छवि रखने वाले कांग्रेस में विधायक रहे डॉ. शैलेंद्र मोहन जिंदल चुनाव हार गए।

यदि यहां कुछ बदलाव दिख रहा है तो इसका प्रभाव राज्य की दूसरी मुस्लिम बहुल विधानसभाओं में भी दिख सकता है। जरूर, खासकर मुस्लिम महिलाओं के लिए पारिवारिक बंदिशें कुछ अधिक होती हैं। ऐसे में उनके लिए अपने मन में क्या है, दिखा पाना उतना आसान नहीं होता, लेकिन यह भी है कि पहनावा जहां उनकी उपस्थिति को साफ-साफ दिखा देता है, वहीं खासकर भाजपा जैसी विपक्ष के द्वारा ‘साम्प्रदायिक’ तथा मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए अछूत कही जाने वाली पार्टी की रैली में उनकी उपस्थिति राजनीतिक इशारा अवश्य करती है।

जानिए, यूपी में मुसलमानों ने किस तरह बीजेपी को जिताया - know whom muslims  voted in UP election 2017ऐसे में कहा जा रहा है कि मुस्लिम महिलाओं का हजारों की तादाद में भाजपा की रैली में उमडना भाजपा के लिए आगे की राह आसान करने वाला प्रतीत हो रहा है। यानी अब तक भाजपा विरोधियों के कब्जे में रहे जसपुर के 37 प्रतिशत से ज्यादा अल्पसंख्यक वोटों का मिथक टूटता दिख रहा है। मुस्लिम महिलाओं में सैकड़ों ऐसी थीं, जो समूहों के जरिये आत्मनिर्भर बनने की तरफ बढ़ चुकी हैं। जसपुर इलाके से समूह चलाने वाली एक महिला ने बताया कि कोविड के दौरान समूहों के जरिये काम कर अपना घर चलाया। इस दौरान भाजपा सरकार की तरफ से दिए जाने वाले राशन से ही हमारी रसोई चली। नफरत की राजनीति नहीं, हम विकास करने वालों के साथ हैं।

इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जसपुर की ग्राम पंचायत गढ़ीनेगी को नगर पंचायत का दर्जा देने की घोषणा की। साथ ही तीरथ को राजस्व ग्राम बनाए जाने का एलान करते हुए जसपुर को स्टेडियम की भी सौगात दी। इसके अलावा जसपुर कृषि मंडी में सीएम धामी ने 15.89 करोड़ के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। जसपुर में स्टेडियम का निर्माण व ग्राम तीरथ को राजस्व ग्राम बनाए जाने की घोषणा भी की। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : Breaking : अंजुमन इस्लामिया के चुनाव के परिणाम घोषित

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 17 नवंबर 2021। पांच वर्ष बाद अंजुमन ए इस्लामिया की 23 सदस्यीय कार्यकारणी के लिये मंगलवार को हुए मतदान के बाद देर रात्रि चुनाव परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। चुनाव परिणाम के अनुसार क्रम से शुएब अहमद, दानिश लईक सिद्दीकी, हारून खान, शाहनवाज खान, महमूद अली, मोहम्मद कय्यूम, जमाल, मोहम्मद आसिम, फैसल खान, हामिद अली, कय्यूम, मोहम्मद इब्राहीम, शाह फैसल, मोहम्मद जुहैब, अतीक हुसैन, समीर अली, मोहम्मद हनीफ, शाकिर अली, मोहम्मद फुरकान, शानू अहमद, जाहिद हुसैन, मोहम्मद फारूक सिद्दीकी व अब्दुल अलीम खान जीते हैं

गौरतलब है कि चुनाव में अंजुमन-ए-इस्लामिया के करीब 300 स्थायी सदस्यों सहित 1975 मतदाताओं में से 1257 ने चुनाव में पहली बार खड़े हुए रिकॉर्ड 82 प्रत्याशियों में से अपनी पसंद के 23 या उससे कम प्रत्याशियों के लिए मतदान किया। गौरतलब है कि इन प्रत्याशियों मे कईं निवर्तमान कार्यकारिणी के पदाधिकारी भी शामिल थे।

बताया गया है कि अंजुमन ए इस्लामिया के चुनाव में केवल पुरुष ही मतदान कर सकते थे। चुनाव व मतदान की प्रक्रिया में चुनाव अधिकारी अधिवक्ता नावेद सिद्दीकी, नाजिम बख्श, अथर सिद्दीकी, सुवाले अली व अफजाल सिद्दीकी आदि लोग जुटे रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : नैनीताल में पांच वर्ष बाद एक खास चुनाव में 23 पदों के लिए रिकॉर्ड 82 प्रत्याशी, सिर्फ पुरुष ही करेंगे मतदान…

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 13 नवंबर 2021। पांच वर्ष बाद आगामी 16 नवम्बर को अंजुमन ए इस्लामिया की 23 सदस्यीय कार्यकारणी के लिये होने वाले चुनाव दिलचस्प हो गये हैं। कारण, इस चुनाव में पहली बार रिकॉर्ड 82 प्रत्याशी मैदान में उतर आए हैं। इन प्रत्याशियों मे कईं निवर्तमान कार्यकारिणी के पदाधिकारी भी पुनः अपनी किस्मत आजमा रहे हैं ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार अंजुमन ए इस्लामिया के चुनाव हेतु इस माह के शुरुआत में ही नामांकन प्रक्रिया सम्पन्न हो चुकी थी। इसके फलस्वरूप पहली बार 23 सदस्यीय कार्यकारिणी के लिये 82 प्रत्याशी मैदान में उतर गए। उल्लेखनीय है कि इस चुनाव हेतु करीब 21 सौ लोगों ने मतदाता सूची में नाम दर्ज कराया है, जबकि करीब 300 लोग इंजुमन-ए-इस्लामिया के स्थायी सदस्य हैं। जिन्हें मतदान का अधिकार है। खास बात यह भी है कि इस चुनाव में केवल पुरुष ही मतदान करते हैं। महिलाओं को मतदान का अधिकार नहीं है।

अंजुमन ए इस्लामिया के चुनाव हेतु अधिवक्ता नावेद सिद्दीकी को चुनाव अधिकारी तथा नाजिम बख्श, अथर सिद्दीकी, सुवाले अली व अफजाल सिद्दीकी को सहायक चुनाव अधिकारी बनाया गया है। सहायक चुनाव अधिकारी नाजिम बख्श ने बताया कि 16 नवम्बर को प्रातः 8 बजे से रजा क्लब मल्लीताल में मतदान शुरू होगा जो सायं 5 बजे तक चलेगा । उसके बाद मतगणना शुरू होगी। उन्होंने बताया कि एक मतदाता 23 प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान कर सकता है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : यूपी निवासी ने उत्तराखंड में दूसरे के घर को फर्जी कागजों से मस्जिद दिखाकर उसे वक्फ घोषित करने को आवेदन किया

-मस्जिद बनाने के लिए चंदा भी वसूला, पकड़ा गया
आरोपी गिरफ्तार।नवीन समाचार, हरिद्वार, 29 अक्टूबर 2021। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद के एक प्रॉपर्टी डीलर ने ज्वालापुर में दूसरे के मकान को अपना बताते हुए मस्जिद दर्शा दिया और फर्जी कागजात तैयार करके उसे वक्फ घोषित कराने के लिए आवेदन कर दिया।

आरोप यह भी है कि उसने मस्जिद के नाम पर चंदा उगाही भी शुरू करा दी थी। मामला खुलने पर रिपोर्ट दर्ज हो गई है, और ज्वालापुर थाना पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ज्वालापुर के मोहल्ला कैथवाड़ा निवासी जावेद आलम के मकान को अब्दुल हाफिज व उसके बेटों मुस्तफा व मुजबता द्वारा फर्जी कागजों के जरिये मस्जिद दर्शाते हुए वक्फ घोषित कराने की प्रक्रिया होती सामने आई। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के निरीक्षक ने इस मामले की जांच की तो सच्चाई सामने आई कि मकान अब्दुल हाफिज या उसके बेटों के नाम नहीं है।

इस पर जावेद आलम ने कोतवाली ज्वालापुर में अब्दुल हाफिज तथा उसके पुत्रों मुस्तफा व मुजबता के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करवाया। इस पर बीती शाम ज्वालापुर थाना पुलिस ने खान आलमपुरा से अब्दुल हाफिज को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन मौके पर उसके पुत्र नहीं मिले।

बताया गया है कि आरोपित अब्दुल हाफिज सहारनपुर के मोहल्ला खान आलमपुरा का रहने वाला है और प्रापर्टी डीलर है। जांच में पता चला है कि आरोपित ने मस्जिद के नाम पर चंदा भी वसूला है। इस पर उसके खिलाफ सिडकुल थाने में भी रिपोर्ट दर्ज है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में आसान किस्तों में मुस्लिम कॉलोनी में प्लॉट उपलब्ध बताने वालों के खिलाफ जांच के आदेश

नवीन समाचार, रुद्रपुर, 25 अक्टूबर 2021। गत दिवस 19 अक्टूबर को ‘नवीन समाचार’ ने रुद्रपुर में धर्म के आधार पर मुस्लिम कॉलोनी काटे जाने के समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस मामले के प्रकाशित होने के बाद कुमाऊं परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डॉ. नीलेश आनंद भरणे से संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

डॉ. भरणे ने सोमवार को जनपद के एसएसपी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया जाएगा। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद मुस्लिम कॉलोनी के लिए पोस्टर लगाने वालों में हड़कंप मचना तय है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में जनसांख्यिकी बदलाव पर बड़ा समाचार: उत्तराखंड में आसान किस्तों पर मुस्लिम कॉलोनी में प्लॉट उपलब्ध, यूपी में लगे पोस्टर

नवीन समाचार, रुद्रपुर, 19 अक्टूबर 2021। उत्तराखंड में जनसांख्यिकी में बदलाव पर तेज हुई चर्चाओं के बीच राज्य के सीमावर्ती ऊधमसिंह नगर जनपद में मुस्लिम धर्म विशेष के लिए कालोनी बनाई जा रही है। चिंताजनक बात यह भी है कि इसका प्रचार न केवल स्थानीय तौर पर बल्कि उत्तर प्रदेश के बहेड़ी व रामपुर के बिलासपुर में बकायदा बैनर व पोस्टर लगाकर तथा पंफलेट बांटकर किया जा रहा है।

इस प्रकार चिंताजनक बात यह भी है कि बाहरी राज्य के लोगों के मुस्लिम लोगों से उत्तराखंड में आकर बसने को कहा जा रहा है। पोस्टरों पर लिखा गया है, ‘लालपुर-रुद्रपुर में पहली बार मुस्लिम कालोनी, आसान मासिक किस्तों में, 50 वर्ग गज का प्लाट मात्र 2.50 लाख रुपए में।’ पोस्टरों पर जनता इंटर कॉलेज के निकट होटल कॉर्बेट इन, रुद्रपुर का पता और दो मोबाइल नंबर भी लिखे गए हैं।

उल्लेखनीय है कि ऊधमसिंह नगर जनपद एक संप्रदाय विशेष की बढ़ती आबादी के लिए और जनसांख्यिकी बदलाव के चिंताजनक स्तर पर है। राज्य सरकार भी इस पर गंभीर बताई जा रही है। इस पर स्थानीय लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिवाकर पांडे ने इस पर कहा है कि लोकतंत्र में किसी को जाति, धर्म विशेष के नाम से कालोनी बनाने का हक नहीं है। इससे समाज में गलत संदेश जाता है। यह उत्तराखंड व तराई के लिए ठीक नहीं है।

एसपी क्राइम मिथिलेश सिंह ने इस पर कहा कि मामला संज्ञान में आने पर जांच कराई जाएगी और रिपोर्ट के आधार पर कालोनाइजर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, डीडीए उपाध्यक्ष हरीश चंद्र कांडपाल का कहना है कि संप्रदाय विशेष के नाम पर कालोनी व प्लाटिंग का किसी को अधिकार नहीं है। किसी को ऐसी अनुमति भी नहीं दी गई है। कालोनाइजर से सभी दस्तावेज तलब किए जाएंगे। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : नैनीताल : फतेह निशान, ताजियों की झांकी, नोहे, मरसिया व जंजीर के मातम के साथ मनाया गया मोहर्रम

-सरकार के कोविड संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन भी करने का प्रयास किया गया

ताजियों के साथ मुस्लिम समुदाय के लोग।

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 20 अगस्त 2021। नगर में कोविड-19 की महमारी के चलते मोर्हरम कमेटी द्वारा सादगी के साथ मोर्हरम मनाया गया। सुबह मल्लीताल स्थित रजा क्लब इमामबाड़े में फातिया, कुरानखानी ने मोहर्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद सुबह 11 बजे से 3 बजे तक आम लंगर एवं अपराह्न साढ़े तीन बजे से रायल होटल से फतेह निशान रजा क्लब इमामबाड़े लाया गया। मोर्हरम कमेटी द्वारा तीन ताजियो की झांकी इमामबाडे में बनायी गयी। इस दौरान रजा क्लब में अखाड़ा भी खेला गया और वहीं पर डोल ताशों के साथ ताजियों का समापन किया गया और सूखाताल स्थित कर्बला में ताजियों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।

इस अवसर पर मोर्हरम कमेटी के अध्यक्ष नाजिम बख्श, उपाध्यक्ष मो. नसीम, महासचिव मो. समीर, कोषाध्यक्ष मो. साबिर,, सचिव मो. कासिम मौजूद रहे। जबकि ताजियों बनाने वालों मे सहूद बख्श, अबरार अहमद, तालिख अहमद, मो. फैसल, मो. अयान, मो. अनस, तथा अखाड़ा समिति के अध्यक्ष अब्दुल अजीज, अब्दुल हकीम, इकराम हुसैन, अबरार हुसैन, मो. ताहिर, साहिद वारसी, अब्दुल वासिद आदि ने योगदान दिया।

जबकि उधर तल्लीताल स्थित कृष्णापुर मोटापानी इमामबाड़े में शिया समुदाय द्वारा 10वें मोर्हरम पर सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत मजलिस की गई। इस दौरान मंगलौर से आए मौलाना सलीम हैदर ने मजलिस को खिताब फरमाते हुए बताया कि किस तरह से रसूल के नवासे इमाम हुसैन ने कर्बला में इंसानियत को जिंदा रखते हुए 72 साथियां के साथ अपनी शहादत पेश की थी। इस तरह मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन ने कर्बला के मैदान में इस्लाम को बचाने के लिए अपने पूरे खानदान और अपने असहाबरों यानी साथियों की कुर्बानी पेश की। कहा गया कि आज अगर इस्लाम जिंदा है तो वह रसूल के नवासे इमाम हुसैन की वजह से ही है।

इस दौरान नोहे मरसिया भी पढे़ गए और जंजीर का मातम भी किया गया। इस दौरान एक छोटी बच्ची ने भी इमाम हुसैन के बारें में जानकारी दी। इस दौरान सदर एआर खान, फरमान खान, मंजूर हुसैन, गुलाम अली, अमजद अली, मुस्ताक खान, सरवर खान, सुल्तान खान, रजाक खान, रजा खान, रमजानी खान, कासिम खान, महमूद अली, हुसैन अली, एहसान खान, अमजद खान, गुड्डू खान, रजब खान, मुख्तार खान, अकबर खान, मेंहदी हसन आदि शिया समुदाय के लोग मौजूद थे। शिया समुदाय द्वारा जुलूस नहीं निकाला गया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। 

यह भी पढ़ें : ऐसे अता की गई ईद की नमाज

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 21 जुलाई 2021। सरोवर नगरी में ईद उल अजहा की नमाज बुधवार को जामा मस्जिद मल्लीताल में प्रातः 7 बजे रुक-रुक कर हो रही वर्षा के बीच कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए अता की गई। मस्जिद में 50 लोगों ने नमाज अता की। बताया गया कि अंजुमन मस्जिद कमेटी ने कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए 50 लोगों के मस्जिद के अंदर आने के बाद मस्जिद के द्वार बंद कर दिए जिसके चलते दर्जनों लोग बाहर ही खड़े रहे और अपने घरों को वापस लौटना पड़ा। इसके बाद लोगों ने घर पर जाकर ही ईद उल अजहा की नमाज अता की। इस दौरान मौलाना मुफ्ती अब्दुल खालिक ने ईद की नमाज अता कराई और मुल्क की खुशहाली और कोरोना संक्रमण खात्मे के लिए खुदा के दरबार में हाथ फैला कर दुआ मांगी।

मल्लीताल जामा मस्जिद में ईद की नमाज अता करते मुस्लिम समुदाय के लोग।

उधर, तल्लीताल स्थित छोटी मस्जिद में भी ईद उल अजहा की नमाज प्रातः 7 अता की गई। यहां मौलाना मोहम्मद नईम ने नमाज अता कराई। बारिश व कोरोना गाइड लाइन के कारण ईद की नमाज में रौनक नजर नहीं आई। अधिकतर लोगों ने घरों पर ही नमाज अता की। इसके बाद लोगों ने स्लॉटर हाउस जाकर कुर्बानी दी। ईद की नमाज के कारण प्रातः से ही नगर कोतवाल अशोक कुमार वर्मा जामा मस्जिद पर व तल्लीताल थाना प्रभारी विजय मेहता व उप निरीक्षक हरीश पुरी तल्लीताल छोटी मस्जिद पर पुलिस जवानों के साथ तैनात दिखाई दिए।

इस मौके पर नमाज पढ़ने वालों में अंजुमन इस्लामिया कमेटी के सदर मोहम्मद फारुख, मतलूब अहमद, मोहम्मद शाहनवाज, शोएब अहमद, कौशल सिद्दीकी, जमाल सिद्दीकी, दिलशाद हुसैन, अकरम शाह, एजाज कुरैशी, वसी कुरैशी, गुड्डू, मोहम्मद उस्मान, मोहम्मद तैयब, मोहम्मद फुरकान, नदीम अहमद अफजल फौजी, शादली शाह, मुजरफ शाह, सरफराज कुरैशी जकी कुरैशी, शानू कुरैशी, महफूज सिद्दीकी, महबूब सिद्दीकी आदि मुस्लिम समाज के लोग प्रमुख रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। 

यह भी पढ़ें : ईद पर नमाज पढ़ने व गले मिलने के लिए तय हुए कोविड प्रोटोकॉल

-ईद पर मस्जिद में सिर्फ 50 लोग पढ़ेंगे नमाज, गले मिलने से भी रहेगा परहेज
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 18 जुलाई 2021। नगर में कोविड-19 की परिस्थितियों के कारण ईद पर मस्जिद में केवल 50 लोग ही नमाज अदा करेंगे। रविवार को मल्लीताल कोतवाली में एसडीएम अनुराग आर्य की अध्यक्षता में हुई शांति कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में श्री आर्य ने भाईचारे के साथ ईद का त्योहार मनाने की अपील की। साथ ही इमाम अब्दुल खालिक ने सभी मुस्लिम धर्मावलंबियों से गुजारिश की कि वह कोरोना को देखते हुए नमाज के बाद गले न मिलें। बैठक में कोतवाल अशोक कुमार, तल्लीताल एसओ विजय मेहता, दिलशाद, गुड्डू खान, मतलूफ, मो. फारुख, मो. जुनैद, शहबाज, कय्यूम आदि मौजूद थे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। 

यह भी पढ़ें : ब्रेकिंग: भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की जिला कार्यकारिणी व मंडल अध्यक्षों की हुई घोषणा

नवीन समाचार, नैनीताल, 27 दिसम्बर 2020। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के नैनीताल जिलाध्यक्ष मेहबूब अली ने रविवार देर रात्रि जिला कार्यकारिणी की घोषणा कर दी हैं। जमील अहमद, मो. इलियास, मो. नफीस पप्पू व दानिश सिद्दीकी को जिला उपाध्यक्ष, निमरत पाल सिंह व अली नकवी को महामंत्री, हल्द्वानी के पार्षद महबूब आलम, नेनीताल की सभासद गजाला कमाल, मो. खालिद बेग, हसीन अहमद अंसारी व मो. राजा को मंत्री, महमूद मियां को कोषाध्यक्ष, कालाढुंगी के पत्रकार शाकिर हुसैन को मीडिया प्रभारी, अफरोज कमाल अंसारी को सोशल मीडिया प्रभारी व शोएब सिद्दीकी को सह सोशल मीडिया प्रभारी तथा राहत हुसैन खान, सरफरात हुसैन, मो. अबरार सलमानी, आबिद शाह, मो. रिजवान, मो. मुशैब मिकरानी, आबिद हुसैन अंसारी, मो. शादाब गुड्डू व अनीस आलम को जिला कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है।

इनके अलावा मो. यूसुफ मलिक को हल्द्वानी नगर, तसलीम अहमद कुरैशी को कालाढुंगी, तोफीक उमर को लालकुआं, फैसल कुरैशी को नैनीताल, मो. यामीन सलमानी को रामनगर उत्तर व जगजीत सिंह भुल्लर को हल्द्वानी पश्चिमी का मंडल अध्यक्ष बनाया गया है। सभी पदाधिकारियों को भाजपा व अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश व जिला पदाधिकारियों ने बधाई दी हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। 

यह भी पढ़ें : भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के लगातार चौथी बार प्रदेश उपाध्यक्ष बने बंजारा..

नवीन समाचार, कालाढूंगी (नैनीताल), 06 दिसम्बर 2020। महमूद हसन बंजारा भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के चौथी बार प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किए गए हैं। उनकी पार्टी के प्रति वफादारी व इमानदारी को देखते हुए चौथी बार फिर से मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष इंतेजार हुसैन ने प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत व प्रदेश नेतृत्व की संस्तुति पर बंजारा को प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया है।

उल्लेखनीय है कि स्वच्छ व साफ छवि के नेता महमूद हसन बंजारा ने 1990 से सक्रिय कार्यकता के रूप में भाजपा की सदस्यता ली थी। तब से वह मंडल महामंत्री, मोर्चे के जिला अध्य्ाक्ष, प्रदेश कार्यकरणी सदस्य, प्रदेश मंत्री व लगातार 3 बार अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके हैं। उनके मनोयन पर प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट, मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष इंतेजार हुसैन, राज्य मंत्री मजहर नईम नवाब, जिला अध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, राजेन्द्र बिष्ट, मनोज पाठक, गजराज बिष्ट, रहमत अली खा, मंडल अध्य्ाक्ष महेंद्र दिगारी, नगर पंचायत अध्यक्ष पुष्कर कत्यूरा, अखिलेश वर्मा, तारा चंद्र पांडे, गोपाल बुड़लाकोटी, दीवान बिष्ट, कैलाश बुड़लाकोटी, भगवान सिंह कुमटिया, जहिर अंसारी, पूर्व सभासद नसीम जहाँ, तसलीम कुरैसी व शाकिर हुसैन आदि कार्यकर्ताओं ने उनको शुभकामनाएं दी हैं। इस दौरान महमूद हसन बंजारा ने प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुवे कहा कि उनको जो जिमेदारी दी गई है वह उसको पूरी इमानदारी से निभाएंगे। आगामी 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुवे अधिक से अधिक अल्पसंख्यकांे को पार्टी से जोड़ा जाएगा। 

यह भी पढ़ें : क्वारंटाइन में रखे 41 जमातियों व परिजनों को मिली छुट्टी

पर्यटक आवास गृह सूखाताल से क्वारंटाइन से जमातियों व उनके परिजनों को घर भेजते पुलिस स्वास्थ्य व पुलिस कर्मी।

नवीन समाचार, नैनीताल, 15 अप्रैल 2020। नैनीताल। दिल्ली से आई जमात के संपर्क में आने के कारण केएमवीएन के पर्यटक आवास गृह सूखाताल में पिछले करीब 14 दिनों से क्वारन्टाइन में रखे गए 53 में से 41 जमातियों व उनके पारिवारिक सदस्यों को बुधवार को छुट्टी दे दी गई। चिकित्सकों ने बताया कि वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। फिर भी उन्हें आगे घर पर भी ऐहतियात के साथ रहने और आगे किसी तरह की सर्दी, जुकाम, बुखार आदि के लक्षण देने पर चिकित्सकों को सूचित करने को कहा गया है। इनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे। इसके बाद यहां 12 लोग क्वारन्टाइन में बच गए हैं। बताया गया है कि उन्हें भी 14 दिन के एकांतवास की अवधि पूरी करने पर घर भेज दिया जाएगा।

इससे पूर्व बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केएस धामी व वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एमएस दुग्ताल ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया और उन्हें स्वस्थ घोषित किया। इस मौके पर स्वास्थ्य कर्मचारियों, पुलिस जवानों और होटल कर्मचारियों ने ताली बजाकर उन्हें घर के लिए रवाना किया। इस मौके पर डॉ. अनिरुद्ध गंगोला, डॉ. सोहरेंद्र धूलिया, डॉ. प्रियांशु श्रीवास्तव, डॉ. रीता, शिवप्रसाद, कुंदन बिष्ट, शालिनी, किरण चौहान केएस कोरंगा, उप निरीक्षक मोहम्मद यूनुस सहित व शाहिद खान सहित कई पुलिस कर्मी मौजूद रहे।

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coronavirus : उत्तराखंड के हॉटस्पॉट बनभूलपुरा में बवाल, हजारों लोग सड़क पर उतरे, म‍िल चुके हैं दस कोरोना पॉजीटि‍वनवीन समाचार, हल्द्वानी, 12 अप्रैल 2020। देश-दुनिया में कोरोना विषाणु कोविद-19 के कारण महामारी एवं स्वास्थ्य आपातकाल घोषित है, बावजूद कुछ लोग अपनी हरकतों से स्वयं को ही नहीं पूरी मानवता को खतरे में डालने से बाज नहीं आ रहे। रविवार को जनपद के कोरोना के दृष्टिगत एकमात्र घोषित हॉट स्पॉट व सील किये गए बनभूलपुरा क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व पुलिस-प्रशासन पर फूल बरसाने वालों में से ही, हजारों लोग सामाजिक दूरी के सिद्धांत को धता बताते हुए उनकी चिकित्सा एवं सुविधाएं प्रदान करने वाले फ्रंट लाइन कोरोना फाइटर्स के खिलाफ एकत्र होकर नारेबाजी करने लगे। यही नहीं आरोपों के अनुसार उन्होंने घरों की छतों से पथराव भी किया। गनीमत रही कि इससे किसी को चोट नहीं लगी। क्षेत्र के कुछ समझदार लोगों ने उन्हें समझाने का प्रयास भी किया किंतु संख्या सीमित होने के कारण उनकी आवाज निष्प्रभावी रही, और उन्हें भी अपने ही लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। ऐसे में क्षेत्र में भारी पुलिस बल भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैनात कर दिया गया है। क्षेत्र में शांति एवं सौहार्द बनाने के प्रयास भी तेज हो रहे हैं। समाज के प्रतिष्ठित लोग भी उन्हें शांत करने का प्रयास कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि विवाद कथित तौर पर एक मस्जिद के इमाम को क्वारन्टाइन करने को लेकर शुरू हुआ।
उल्लेखनीय है कि बनभूलपुरा क्षेत्र में ही जनपद के आठ में से सात लोगों का निवास है। ये सातों जमाती हैं। साथ ही मुरादाबाद यूपी में भी यहां के निवासी तीन लोगों का उपचार किया जा रहा है। शनिवार को इस क्षेत्र का एक कोरोना जैसे लक्षणों वाला युवक यहां से भागकर नैनीताल पहुंच चुका है। फिर भी क्षेत्रीय लोगों के हजारों की संख्या में एकत्र होने को किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता है।

यह भी पढ़ें : अच्छी खबर : जनवरी से राज्य में आए 1493 जमातियों में से 1481 मिल चुके, छुपने पर तीन के खिलाफ दफा 307 में मुकदमा

नवीन समाचार, देहरादून, 9 अप्रैल 2020। इस वर्ष जनवरी से अब तक उत्तराखंड में तबलीगी जमात के कुल 1,493 सदस्य लौटे हैं जिनमें से 1,481 को पृथक किया जा चुका है और बाकी के विवरण का सत्यापन किया जा रहा है। उप महानिरीक्षक (विशेष कार्यबल-एसटीएफ) रिद्धिम अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि जमात के सदस्यों के संपर्क में आए अन्य 27,500 लोगों को भी चिन्हित किया जा चुका है तथा इन्हें पृथक कर उनका चिकित्सा परीक्षण किया जा रहा है।
इधर पुलिस ने बृहस्पतिवार को तीन और व्यक्तियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अशोक कुमार ने बताया कि प्रशासन और पुलिस के सामने प्रस्तुत न होने पर हरिद्वार में तीन और लोगों पर हत्या के प्रयास के अन्तर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इस प्रकार अब तक प्रदेश में कुल पांच व्यक्तियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। इससे पहले सात अप्रैल को तबलीगी जमात के दो सदस्यों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए रेलवे पटरी और जंगल के रास्ते प्रदेश की सीमा में दाखिल होने वालों पर ड्रोन कैमरों से नजर रखी जा रही है। इसके अलावा प्रदेश में लागू लॉकडाउन का उल्लघंन करने पर बृहस्पतिवार को कुल 69 मामले पंजीकृत किये गये और 257 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। इस प्रकार प्रदेश में लॉकडाउन उल्लंघन के लिए अब तक कुल 1,155 मामले दर्ज किए गये हैं और 4,692 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।

यह भी पढ़ें : नैनीताल : जामा मस्जिद के इमाम व अंजुमन इस्लामिया पर तब्दीगी जमात से संबंध के आरोप

नवीन समाचार, नैनीताल, 9 अप्रैल 2020। मुख्यालय स्थित सबसे बड़ी जामा मस्जिद के इमाम एवं जामा मस्जिद का संचालन करने वाली अंजुमन इस्लामिया कमेटी पर नगर के मुस्लिमों की ही एक संस्था ने तब्लीगी जमात से सीधा संबंध होने के आरोप लगाये हैं। दरअसल मोहर्रम कमेटी ने प्रेस को जारी एक बयान में जामा मस्जिद के इमाम उस बयान का खंडन जारी किया गया है, जिसमें इमाम ने तब्लीगी जमात से कोई संबंध न होने का दावा किया था। इस पर मोहर्रम कमेटी की ओर से सदर नाजिम बख्श, इकराम हुसैन व मो. ताहिर आदि का दावा है कि लगभग 15 वर्षों से तबलीगी जमात का कार्य अंजुमन इस्लामिया के तत्वावधान में संचालित किया जा रहा है। साथ ही तब्लीगी जमात के लिए जामा मस्जिद में रहने के साथ ही किचन का इंतजाम भी अंजुमन इस्लामिया द्वारा किया गया है। यह भी दावा किया गया है कि मस्जिद में तमाम जमातों की सरपरस्ती इमाम अब्दुल खलिक कासमी की देखरेख ही की जाती रही है। लिहाजा मोहर्रम कमेटी ने इमाम अब्दुल खलिक की ओर से जारी पुराने बयान का खंडन किया है। इधर बताया गया है कि इमाम अब्दुल खलिक पिछली 20 मार्च से शहर में नहीं हैं, लिहाजा उनसे इस बारे में बात नहीं हो पाई। यदि वे इस मामले में अपना कोई पक्ष रखेंगे तो उसे भी यथासमय प्रकाशित किया जाएगा।

यह भी पढ़ें : तब्लीगी जमात पर उत्तराखंड के लिए राहत भरा समाचार, उत्तराखंड में नहीं, दिल्ली में हैं राज्य के सभी 26 जमाती

नवीन समाचार, देहरादून, 1 अप्रैल 2020। उत्तराखंड में निजामुद्दीन मरकज दिल्ली की तब्लीगी जमात की खबरों से संबंधित एक बड़ा राहत देने वाला समाचार है। निजामुद्दीन मरकज में हुई 40 दिन की तब्लीगी जमात में शामिल होने गयी उत्तराखंड की जमात के सभी 26 सदस्य अभी दिल्ली में ही हैं। उत्तराखंड नहीं लौटे हैं। राज्य के पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अशोक कुमार ने बुधवार को देहरादून में बताया कि निजामुद्दीन मरकज में उत्तराखंड से शामिल जमात के सभी 26 लोग अभी दिल्ली में ही हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों की मोबाइल लोकेशन से भी इस बात की पुष्टि कर ली गयी है। साथ ही कुमार ने कहा कि तबलीगी जमातें देश में एक जगह से दूसरी जगह आती-जाती रहती हैं और ऐसे में अगर किसी भी सदस्य में कोरोना संक्रमण के लक्षण नजर आयें तो उसे छुपाना नहीं चाहिए और सामने आना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार इस मामले में पूरी तरह से मुस्तैद है। अगर किसी को पृथक रखने की जरूरत है तो ऐसा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना विषाणु से मृत्यु दर केवल दो प्रतिशत है और इससे पीड़ित लोगों के स्वस्थ होने की काफी संभावना है इसलिए इसे छुपाना नहीं चाहिए।

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नवीन समाचार, हल्द्वानी, 21 दिसंबर 2019। तमाम अटकलों को खारिज करते हुए शनिवार के दिन हल्द्वानी में हजारों लोगों ने गंगा जमुनी तहजीब के इतिहास के एक नए अध्याय का सृजन किया। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ वक्ताओं ने केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की, लेकिन कहीं से भी शांति के संकल्प को नहीं टूटने दिया। करीब दो घंटे तक मुजाहिद चौक से ताज चौराहे तक उमड़े जनसैलाब से पुलिस एवं प्रशासन भयाक्रांत था, लेकिन यहां सब जगह सर्व धर्म समभाव का नजारा दिखा। लोगों ने एक स्वर से इस नए कानून को वापस लेने तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया, जबकि समापन डीएम एवं एसएसपी की मौजूदगी में राष्ट्रगान से किया गया।
शनिवार को सुबह आठ बजे से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी को रद्द करने की मांग को लेकर मुजाहिद चौक पर भीड़ एकत्र होनी शुरू हुई हो गई थी। करीब दो घंटे के भीतर पूरा चौक हजारों की भीड़ में तब्दील हो गया। लोग हाथों में तख्ती, पोस्टर, बैनर और राष्ट्रीय ध्वज लेकर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन में जुटे। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित साह के खिलाफ भीड़ में भारी आक्रोश नजर आया। इस मौके पर हुई सभा को जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती शाहिद रजा अजहरी, मुफ्ती नईमउद्दीन साहब ने संबोधित किया। इसके बाद मंच पर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन पढ़ा गया।

यह भी पढ़ें : हल्द्वानी में शांतिपूर्व ऐसे निपटा सीएए का विरोध, नैनीताल पुलिस ने सोशल मीडिया के लिए जारी की एडवाइजरी…
नवीन समाचार, नैनीताल, 21 दिसंबर 2019।
नैनीताल पुलिस ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक, अभद्र एवं भड़काऊ पोस्ट न करने के लिए एडवाइजरी जारी की है। जनपद के एसएसपी सुनील कुमार मीणा की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि लोग फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब व व्हाट्सएप आदि पर किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक, अभद्र एवं भड़काऊ पोस्ट न करें, एवं किसी भी प्रार की अफवाहों पर ध्यान न दें। सोशल मीडिया पर झूठी अफवाहों, पोस्टों पर किसी भी प्रकार का संशय होने पर तत्काल पुलिस के अधिकारियों से संपर्क कर सही सूचना की पुष्टि करें। पुलिस सोशल मीडिया के सभी माध्यमों पर नजर रखे हुए है।

उधर हल्द्वानी में शनिवार को मुस्लिम उलेमाओं द्वारा आहूत सीएए का विरोध शांतिपूर्वक निपटने से पुलिस ने राहत की सांस ली है। बताया गया है कि विरोध में भारी संख्या में उमड़े लोगों ने तिरंगा राष्ट्रध्वज हाथों में लेकर विरोध किया और राष्ट्रज्ञान भी गाया।

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यह भी पढ़ें : ब्रेकिंग: शनिवार को उत्तराखंड में 41 मस्जिदों के उलेमाओं की सीएए के विरोध में बड़े प्रदर्शन की तैयारी

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 20 दिसंबर 2019। नागरिकता संशोधन कानून पर उत्तराखंड के हल्द्वानी में शनिवार को बड़ा विरोध प्रदर्शन हो सकता है। हल्द्वानी में मुस्लिम उलेमा ने वनभूलपुरा चौकी पुलिस को नोटिस देकर शनिवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की इजाजत मांगी है। खबरों के अनुसार हल्द्वानी की 41 मस्जिदों के मौलाना शनिवार को की जाने वाले इस रैली का नेतृत्व कर सकते हैं। हालांकि मुस्लिक उलेमाओं की ओर से आश्वस्त किया गया है कि विरोध प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा, किंतु शुक्रवार को दिल्ली में जामा मस्जिद के पास शांति पूर्ण प्रदर्शन के नाम पर देर शाम जो हुआ, उससे सबक लेकर पुलिस किसी तरह की ढिलाई बरतने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं। नैनीताल पुलिस ने ऐहतियातन पक्के सुरक्षा इंतजाम करते हुए शहर में तीन कंपनी पीएसी, एक कंपनी महिला पीएसी सहित फायर और दंगा नियंत्रण बल को तैनात कर किसी भी तरह की अराजकता को बर्दास्त न करने के दिये है।

यह भी पढ़ें : ईद पर बलि न होने की फैली वायरल खबर की यह है सच्चाई

नवीन समाचार, नैनीताल, 10 अगस्त 2019। ईद के त्योहार से ठीक पहले शनिवार को सोशल मीडिया पर यह अफवाह तेजी से फैली की उच्च न्यायालय ने प्रदेश में ईद पर होने वाली बलि पर रोक लगा दी गयी है। शहर में भी अफवाह काफी चर्चा में रही। मुस्लिम धर्म से जुड़े लोग इसके बाद चिंतित हो गये और आपस में इस अफवाह की सच्चाई जानने और ऐसा होने पर बलि कैसी होगी, इस पर बात करने लगे। इस पर शनिवार को मल्लीताल कोतवाली में एसडीएम विनोद कुमार ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं मुस्लिम समाज के लोगों को बुलाकर ‘शांति कमेटी’ की बैठक ली, एवं तथ्यों की जांच कर बताया कि प्रवीण शर्मा वर्सेज उत्तराखंड सरकार के एक मामले में उत्तराखंड उच्च न्यायालय पूर्व में ही आदेश दे चुका है कि बलि कुछ प्रतिबंधों के साथ ही की जाएगी। खुले में एवं सार्वजनिक स्थानों पर बलि नहीं की जाएगी, और जानवरों के अंश, रक्त आदि खुले में नहीं बहाये जाएंगे। लिहाजा इन प्रतिबंधों के साथ बलि की जा सकेगी। बलि पर पूरी तरह से कोई रोक नहीं है। श्री कुमार ने बताया कि यह प्रतिबंध न केवल मुस्लिम बल्कि हिंदू एवं अन्य समाजों के लिए भी हैं। इसी आधार पर मंदिरों में होने वाली बलि पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस स्पष्टीकरण के बाद लोग संतुष्ट हो गये। इधर बताया जा रहा है कि इस प्रकार की अफवाह पौड़ी अथवा अल्मोड़ा जनपद से फैलाने की शुरुआत हुई, जिससे के बाद लोग बिना पुष्टि किये इसे फैलाते चले गये।

यह भी पढ़ें : नैनीताल में मुस्लिम समाज के दर्जनों लोगों ने ली अब तक अस्पृश्य मानी जाने वाली पार्टी की सदस्यता !

नवीन समाचार, नैनीताल, 30 जुलाई 2019। क्या केंद्र सरकार द्वारा तीन तलाक बिल पास कर दिये जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी मुस्लिम समाज के लिए भी अब अस्पृश्य नहीं रही ? मंगलवार को पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा की नगर इकाई द्वारा चलाये गये सदस्यता अभियान की बैठक के दौरान दर्जनों मुस्लिम समाज के लोगों के द्वारा भाजपा की सदस्यता लेने का दावा किया गया। पार्टी ने मोहम्मद मुस्तफा को अल्पसंख्यक मोर्चा के नैनीताल मंडल का सदस्यता प्रमुख नियुक्त किया है। बताया गया कि मुस्लिम समाज के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की भाजपा सरकार पर अपना भरोसा जताते हुए पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। बैठक में अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष इकबाल हुसैन, जिला सदस्यता प्रमुख महमूद हसन बंजारा, मंडल अध्यक्ष फैसल कुरैशी, मोहम्मद जीशान, तस्लीम कुरैशी, मुस्तफा, साजिद हुसैन, अब्दुल रब, साजिद लुकमान, यूसुफ व उस्मान सहित अनेक अन्य लोग उपस्थित रहे।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में आरएसएस खोलने जा रहा है ऐसा मदरसा, जहां डॉक्टर, इंजिनियर व प्रोफेशनल बनाने के साथ ही सिखाया जाएगा राष्ट्रवाद भी…

नवीन समाचार, देहरादून, 21 मई 2019। स्कूली शिक्षा के साथ-साथ धार्मिक शिक्षा को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का विंग मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) जल्द ही उत्तराखंड में एक ख़ास मदरसा खोलने जा रहा है। एमआरएम का यह पूरे देश में छठा मदरसा होगा। इससे पहले एमआरएम ने पश्चिमी यूपी के तीन जिलों- मुरादाबाद, बुलंदशहर और हापुड़ में एक-एक और मुजफ्फरनगर में दो मदरसों की नींव रखी है। उत्तराखंड में मदरसे के लिए जमीन पहले से ही खरीद ली गई है और संभव है कि अगले 6 महीने में इसका काम पूरा हो जाएगा। यहां पढ़ने वाले छात्रों को मामूली फीस भी अदा करनी होगी। मदरसे में कक्षा एक से लेकर तीसरी कक्षा तक की पढ़ाई होगी और बाद में फीडबैक के आधार पर इन्हें बढ़ाने का फैसला लिया जाएगा।

‘डॉक्टर, इंजिनियर प्रोफेशनल बने छात्र’
एमआरएम के नैशनल डेप्युटी ऑर्गनाइजिंग जनरल सेक्रटरी तुषार कांत हिंदुस्तानी यह प्रॉजेक्ट देख रहे हैं। उन्होंने बताया, ‘हमारे मदरसे में सुनिश्चित किया जाएगा कि यहां पढ़ने वाले छात्र सिर्फ काजी (शरिया कोर्ट के जज) और इमाम, मौलाना और मुफ्ती ही बनकर न रह जाएं बल्कि डॉक्टर, इंजिनियर, साइंटिस्ट और दूसरे प्रोफेशनल के रूप में भी ग्रैजुएट हों।’

‘यहां से निकलने वाले बच्चे बनेंगे अब्दुल कलाम, अशफाकउल्ला खां’
तुषार इसे हिंदुस्तानी मदरसा कहते हैं। वह बताते हैं कि मदरसे का लक्ष्य छात्रों के मन में मानवता और राष्ट्रवाद का भाव पैदा करना है। उन्होंने कहा, ‘पाठ्यक्रम ऐसा होगा कि सिर्फ ज्ञान ही नहीं बल्कि स्टूडेंट मैनर भी सिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ताकि यहां से निकलने वाले बच्चे एपीजे अब्दुल कलाम और अशफाक उल्ला खां की तरह बने न कि अजमल कसाब की तरह। उन्होंने बताया कि सभी धर्म और बैकग्राउंड के लोगों को मदरसे में ऐडमिशन मिलेगा।’

यह भी पढ़ें : राहुल गाधी शक्ति संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रईश भाई

हज कमेटी उत्तराखंड के सदस्य रईस भाई

नवीन समाचार, नैनीताल, 27 अप्रैल 2019। नगर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता, कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूूर्व दर्जा राज्य मंत्री रईश भाई के नाम बड़ी उपलब्धि जुड़ गयी है। उन्हें राहुल गाधी शक्ति संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। वे अब तक इस राष्ट्रीय संगठन के प्रदेश महासचिव थे, लेकिन संगठन में हुए एक ताजा घटनाक्रम के बाद उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गयी है। उल्लेखनीय है रईश भाई पूर्व में एनडी तिवारी की सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण तथा वक्फ विकास निगम में दर्जा राज्य मंत्री, जबकि हरीश रावत सरकार के दौरान हज समिति के सदस्य बनाये गये थे। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सहित गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित कई प्रदेश में हजारों कार्यकर्ताओं वाला यह संगठन कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल के निर्देशन में चलता है एवं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के हाथों को मजबूत करता है। आगे शीघ्र ही वे देश भर में संगठन का विस्तार एवं दायित्वों का वितरण करने जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें : हो गयी ‘कुर्रा अंदाजी’, 70 साल से अधिक के बुजुर्गों व बिना मेहरम महिलाओं सहित इतने जाएंगे उत्तराखंड से इस बार हज पर

नवीन समाचार, नैनीताल, 12 जनवरी 2019।उत्तराखंड से इस वर्ष 70 वर्ष से अधिक उम्र के 243 बुजुर्गों एवं 5 बिना किसी पुरुष साथी के यानी मेहरम से जाने वाली महिलाओं सहित कुल 1232 लोग हज के लिए जा पाएंगे। उत्तराखंड हज कमेटी के सदस्य रईश भाई ने शनिवार को हज जाने के इच्छुक लोगों की ‘कुरा अंदाजी’ यानी लॉटरी की प्रक्रिया के बाद यह जानकारी दी। बताया कि हज जाने के लिए इस वर्ष कुल 3019 लोगों ने आवेदन किया था। उन्होंने बताया कि जिन 1232 लोगों को हज जाने के लिये चयन हुआ है उनमें सर्वाधिक 582 हरिद्वार जिले से, उधमसिंह नगर जिले से 314, नैनीताल जिले से 91, टिहरी, पौड़ी से 18, अल्मोड़ा से 9, चंपावत से 6 तथा टिहरी से 4 लोग शामिल हैं। उन्होंने सभी हाजियों को चयन पर मुबारकबाद देने हुए उनसे अपील की है कि हज पर अपने सूबे व मुल्क की खुशहाली के लिए दुवा करें।

पूर्व समाचार : हज जाने के इच्छुक 17 नवंबर तक कर सकते हैं आवेदन

नैनीताल, 12 नवंबर 2018। आगामी वर्ष 2019 में हज जाने के इच्छुक लोगों के लिए फॉर्म भरने की आखिरी तिथि 17 नवंबर है। हज कमेटी के सदस्य रईश भाई ने यह जानकारी देते हुए बताया कि फार्म मुख्यालय में मल्लीताल व तल्लीताल मस्जिद से फॉर्म लिये जा सकते हैं, एवं ऑनलाइन भी भरे जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि फॉर्म भरने के लिए 17 नवंबर 2018 से पहले का बना पासपोर्ट एवं आवेदक की उम्र 70 वर्ष से कम यानी उसकी जन्मतिथि 18 नवंबर 1948 से पहले की नहीं होनी चाहिए। महरम में यानी बिना पुरुष के जाने वाली महिलाओं की जन्मतिथि 17 नवंबर 1973 से पूर्व ही होनी चाहिए। बच्चों की उम्र 20 नवंबर 2019 को दो की होनी चाहिए। एक कवर नंबर यानी एक फॉर्म में छह बड़े अथवा पांच बड़ों व दो बच्चों के लिए ही आवेदन किया जा सकता है। फॉर्म के साथ आधार कार्ड की कॉपी लगानी भी अनिवार्य है। राज्य के लिए पिछली बार का कोटा ही बरकरार रह सकता है।

यहाँ क्लिक करके भी हज जाने के लिए आवेदन कर सकते हैं 

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड के 46 अतिरिक्त लोग इस वर्ष जा सकेंगे हज करने (2017 की खबर)

नैनीताल। प्रदेश से इस वर्ष हज यात्रा के लिये 4,100 आवेदन प्राप्त हुए हैं, इनमें से 1220 के नामों का यात्रा के लिए लाटरी के माध्यम से चयन किया जायेगा। इसमें 269 यात्री 70 वर्ष से अधिक वाले होंगे। हज कमेटी उत्तराखंड के सदस्य रईस भाई ने बताया कि इस वर्ष उत्तराखण्ड से पहली बार 45 वर्ष से अधिक उम्र की चार महिला यात्रियों ने भी आवेदन किया है, जो कि बिना मेहरम के यानी बिना किसी पुरुष सहयोगी के अकेले ही इस यात्रा में प्रतिभाग करेंगी। इनमें रफीन पत्नी नसीर, फातमा, जमीला पत्नी मो. रफीक व रमजाने पत्नी जमील शामिल हैं। उन्होंने बताया कि हज यात्रियों के चयन की लाटरी प्रक्रिया आगामी 23 जनवरी को उत्तराखंड राज्य हज हाउस कलियर सरीफ रुड़की में सम्पन्न होगी।

यह भी पढ़ें : उत्तराखण्ड में 10 वर्ष में दोगुने हो गये मुस्लिम, इसलिए दोगुने जा पाएंगे हज पर (2016 की खबर)

-हज यात्रा के लिए आवेदन के साथ ही मेडिकल कराने, आल इंडिया हज कमेटी के सूटकेस ले जाने और कुर्बानी के लिए पहले इस्लामिया बैंक से कूपन लेने संबंधी नियमों में मिली छूट

नवीन जोशी, नैनीताल। उत्तराखंड से इस वर्ष 1406 यात्री हज के लिए जा सकेंगे। यह संख्या पिछले वर्ष के 772 की करीब दो गुनी होगी। ऐसा प्रदेश में वर्ष 2011 की जनसंख्या में मुस्लिमों की संख्या के वर्ष 2001 की जनगणना के मुकाबले करीब दो गुना हो जाने की वजह से संभव हुआ है। इसके अलावा ऑल इंडिया हज कमेटी के साथ गत माह हुई बैठक के फलस्वरूप तीन महत्वपूर्ण निर्णयों में छूट मिल गयी है। अब हज के लिए आवेदन करने वाले सभी को मेडिकल नहीं कराना होगा, बल्कि केवल चयनित होने वाले यात्रियों की ही मेडिकल जांच करायी जायेगी। कुर्बानी के लिए इस्लामिया बैंक से कूपन लेने और ऑल इंडिया हज कमेटी से 5100-5100 रुपये में दो सूटकेस लेने के नियम में भी छूट मिल गयी है। अब यात्री अपनी मर्जी से तय आकार के सूटकेस ले पायेंगे तथा कुर्बानी भी अपनी मर्जी से कर पायेंगे।

उत्तराखंड हज कमेटी के सदर राव शेर मोहम्मद ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि जनगणना के 0.1 फीसद मुस्लिमों को हज पर जाने की इजाजत होती है। ऑल इंडिया हज कमेटी पिछले वर्ष तक वर्ष 2001 की जनगणना में मुस्लिमों की संख्या के आधार पर प्रदेश का हज कोटा निर्धारित कर रही थी। इस वर्ष गत 19 दिसम्बर को मुंबई में हुई हज कमेटी की बैठक में उत्तराखंड ने 2011 की जनगणना को स्वीकारने का आग्रह किया। इस पर वर्ष 2011 की जनगणना में प्रदेश में मुस्लिमों की संख्या 14 लाख छह हजार के आधार पर 1406 लोगों का हज कोटा निर्धारित हो गया है। इसमें चार वर्ष से लगातार आवेदन करने वालों व 70 वर्ष से अधिक आयु वालों को स्वत: तथा शेष बची सीटों पर लॉटरी की पद्धति से हज पर जाने की अनुमति मिल सकती है। इसके अलावा 300 यात्रियों पर एक के कोटे के अनुसार पहले के तीन के सापेक्ष इस बार पांच सरकारी अधिकारी-कर्मचारी खादिम-उल-हुज्जाम के बतौर हज यात्रियों की सहायता के लिये हज जा पायेंगे।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से यह संभव हो पाया है। पहली बार रावत सरकार के कार्यकाल में केंद्र सरकार की एमएसडीपी योजना का पूरा सदुपयोग हो पाया है। अल्पसंख्यक वर्ग को बेहतर शिक्षा व रोजगार के अवसर देना सरकार की प्राथमिकता में है।

हल्द्वानी, रुद्रपुर और देहरादून भी कर सकेंगे हज के लिये आवेदन

नैनीताल। उत्तराखंड हज कमेटी के सदर राव शेर मोहम्मद ने बताया कि कलियर शरीफ में हज के लिये आवेदन करने की सुविधा लगातार उपलब्ध रहेगी, और इसके साथ ही हल्द्वानी, रुद्रपुर और देहरादून भी शिविर लगाये जायेंगे, जहां हज पर जाने के इच्छुक लोग आवेदन कर सकेंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी मुस्लिम आबादी के शहरों में पहले ही आवेदन फार्म भिजवा दिये गये हैं।

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार
‘नवीन समाचार’ विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी नैनीताल से ‘मन कही’ के रूप में जनवरी 2010 से इंटरननेट-वेब मीडिया पर सक्रिय, उत्तराखंड का सबसे पुराना ऑनलाइन पत्रकारिता में सक्रिय समूह है। यह उत्तराखंड शासन से मान्यता प्राप्त, अलेक्सा रैंकिंग के अनुसार उत्तराखंड के समाचार पोर्टलों में अग्रणी, गूगल सर्च पर उत्तराखंड के सर्वश्रेष्ठ, भरोसेमंद समाचार पोर्टल के रूप में अग्रणी, समाचारों को नवीन दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने वाला ऑनलाइन समाचार पोर्टल भी है।
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