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December 22, 2024

नैनीताल के आज 4 जून के चुनिंदा ‘नवीन समाचार’ (Nainital News 4 June 2023)

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शेरवुड कॉलेज में भव्य तरीके से मनाया गया 154वां स्थापना दिवस

नवीन समाचार, नैनीताल, 4 जून 2023। (Nainital News 4 June 2023) शिक्षा नगरी नैनीताल के सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों में शामिल शेरवुड कॉलेज का इन दिनों तीन दिवसीय 154वां स्थापना दिवस समारोह मनाया जा रहा है। रविवार को समारोह के दूसरे दिन चोयर प्रजेंटेशन एवं शैक्सपियर के प्रसिद्ध अंग्रेजी नाटक मैकबेथ का मंचन किया गया। साथ ही रात्रि में हर वर्ष आकर्षण का केंद्र रहने वाली पीटी, जिम्नास्टिक, अंधेरे में मशालों के साथ भव्य ड्रिल एवं टॉर्च लाइट टैटू का प्रदर्शन किया गया।

आयोजन में विद्यालय के ही पूर्व छात्र विशिष्ट अतिथि मेजर जनरल राकेश कुमार झा, भारतीय रेलवे के महानिदेशक-आरडीएसओ रमेश कुमार झा एवं आंध्र प्रदेश के मुख्य प्रमुख वन संरक्षक आनंद कुमार झा के साथ ही प्रधानाचार्य अमनदीप संधू, सेंट मेरीज कॉन्वेंट कॉलेज की प्रधानाचार्य सिस्टम मंजूषा एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक आरपी सिंह भी अन्य गणमान्यों के साथ मौजूद रहे।

‘बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन’ की थीम पर मनाया जाएगा विश्व पर्यावरण दिवस

नैनीताल। पर्यावरण हमारे आस-पास का परिवेश है, जो चारों तरफ से हमे जीवन देता है। इसके तत्व तथा परिस्थितियाँ जो हमारे चारों ओर हैं पर्यावरण कहलाती हैं। इसे प्राकृतिक वास, जनसंख्या पारिस्थितिकी एवं जीवमंडल नाम से भी जाना जाता है। पर्यावरण का अर्थ परि और आवरण यानी हमारे चारों ओर पृथ्वी पर फैली प्रत्येक वस्तु हमारे पर्यवरण का हिस्सा है। मौलिक तथा जैविक तत्वों के पारस्परिक संबंध से बना है। इन तत्वों में भूमि, भू आकृतियाँ, जलाशय, जलवायु, जल प्रवाह, शैल, मृदा, खनिज संपत्ति आदि सम्मिलित है, जबकि जैविक तत्व में मानव, पशु, पक्षी एवं वनस्पति सम्मिलित हैं।

विश्व पर्यावरण दिवस हमें प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाता है। 1972 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पर्यावरण पर स्टॉकहोम सम्मेलन के पहले दिन 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में नामित किया था। 2023 के लिए इस दिवस की थीम ‘बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन’ है। ग्लोबल वार्मिंग, वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक कार्बन उत्सर्जन ने कई समस्याओं को जन्म दिया है। पहला विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून, 1974 को ‘ओनली वन अर्थ’ यानी “केवल एक पृथ्वी” की थीम के साथ मनाया गया था।

इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व के लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाना तथा साथ ही प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करना भी था। पर्यावरण संरक्षण पर विचार करते हुए 19 नवंबर, 1986 को पर्यवरण संरक्षण अधिनियम लागू किया गया। संयुक्त राष्ट्र ने पारिस्थितिकी तंत्र का पुनर्निर्माण विषय के साथ वर्ष 2021 से 2030 तक ‘ईकोसिस्टम रेस्टोरेशन’ दशक की घोषणा भी की गई जिससे पर्यावरण को हुई क्षति की भरपाई की जा सके। जंगल, पहाड़, मरुभूमि या सागर हो, प्रत्येक का पुनर्निर्माण करना इसका उद्देश्य रखा गया है।

मानवीय कृत्यों से प्रदूषण का स्तर बहुत बड़ा है। पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ रहा है। इस प्रदूषण से पृथ्वी पर जीवन की परिकल्पना भी कठिन हो सकती है। कुमाऊं विवि के डीएसबी परिसर के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक एवं कुमाऊं विवि के शोध निदेशक प्रो. ललित तिवारी ने बताया कि भारतीय महाद्वीप में वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, कचरा, घरेलू रूप से प्रतिबंधित सामान और प्राकृतिक पर्यावरण का प्रदूषण चुनौतियाँ हैं। आंकड़ों और पर्यावरण आकलन के अनुसार 1995 से 2010 के बीच भारत ने इन पर सुधार किया है। हालांकि प्रदूषण अभी भी देश के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।

विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष सफाई अभियान एवं मिलेट मेले का आयोजन

नैनीताल। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2023 के अवसर पर जनपद मुख्यालय में कई कार्यक्रम होने जा रहे हैं। इस अवसर पर गत वर्षों की तरह संत निरंकारी चैरिटेबल मिशन के तत्वावधान में डीएसए मैदान में सुबह 8 बजे से विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। संत निरंकारी मिशन से जुड़े भाजपा नेता प्रकाश आर्य ने बताया कि अवसर पर मिशन से जुड़े स्वयं सेवक नैनी झील सहित पूरे नगर में सफाई अभियान चलाएंगे।

इसके अलावा इस अवसर पर कुमाऊं विवि के डीएसबी परिसर के रसायन विज्ञान विभाग में नेहरू युवा केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में इस अवसर पर ‘बाजरा खाद्य मेले’ का आयोजन किया जाएगा। बताया गया है कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत के मिलेट यानी मोटे अनाज बाजरा को लोकप्रिय बनाना और इसके पोषण मूल्यों के बारे में जागरूकता फैलाना है। बाजरा को देशवासी युगों से विभिन्न रूपों में खाते आ रहे हैं। इसे पुनः आमजन के आहार में शामिल करने की कोशिश की जा रही है।

इधर आज विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर नगर के तामीर ग्रुप और ग्रीन आमी्र के शुभांकर वर्मा, कंचन वर्मा, गौरव, देव राजपूत, अर्शी अहमद, अर्पित महाजन, भरत अहलावत, श्रयांश शुक्ला, पीयूष, सत्यम साह, गोविंद प्रसाद, तनुज आर्य, सुरेश चंद्रा व विक्की आर्य आदि सदस्यों ने नगर की ठंडी सड़क पर सफाई अभियान चलाया।

स्वर्गीय चंद्र लाल साह स्मृति शताब्दी समारोह के तहत ट्रेकिंग पर टिफिन टॉप-बारापत्थर गए बच्चे

नैनीताल। नगर के सबसे पुराने 1858 में स्थापित सीआरएसटी इंटर कॉलेज मे पूर्व प्रबंधक स्वर्गीय चंद्र लाल साह की स्मृति में सीआरएएसी, एनटीएमसी तथा पहाड़ संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किए जा रहे शताब्दी समारोह के तहत रविवार को ट्रेकिंग और मोबाइल फोटोग्राफी का आयोजन किया गया। ट्रेकिंग दल के साथ विभिन्न विद्यालयों के बच्चों ने अन्यार जंगल कैंप से टिफिन टॉप, अरविंद आश्रम, बारापत्थर पहुंचे और वहां रैपलिंग तथा कृत्रिम दीवार पर आरोहण का प्रदर्शन किया। ट्रेकिंग के दौरान बच्चों ने अपने मोबाइल से प्रतियोगिता के लिए फोटो भी खींचीं।

इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ सीआरएसटी के प्रधानाचार्य मनोज पांडे ने किया। पर्यावरणविद विनोद पांडे ने छात्रों को पर्यावरण की जानकारी देते हुए ट्रेकिंग के मार्ग में आने वाले फ्लोरा और फौना की जानकारी दी। छायाकार प्रदीप पांडे ने प्रतियोगिया के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। अक्षोभ सिंह द्वारा फ्लैग ऑफ कर ट्रेकिंग दल को रवाना किया। ट्रेकिंग दल में पदमश्री अनूप साह ने बच्चों को जैव विविधता पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। ट्रेकिंग में राजेश साह, महेंद्र सिंह, मोहन बिष्ट, मनमोहन चिलवाल,योगेश साह, सिद्धार्थ साह, शैलेंद्र चौधरी, रितेश साह, राजेश लाल, ललित जीना व गणेश लोहनी भी शामिल रहे। संचालन डॉ. एसएस बिष्ट ने किया। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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