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November 22, 2024

हल्द्वानी(Bachche): मां को अपने 3 वर्षीय बच्चे (Bachche) की जान गंवाकर चुकानी पड़ी अपनी लापरवाही की कीमत…

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Bachche

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नवीन समाचार, हल्द्वानी, 17 जनवरी 2024 (Bachche) घर में बच्चे होने पर विशेष सतर्कता की आवश्यकता होती है। खासकर बिजली के उपकरणों के उपयोग एवं गर्म वस्तुओं एवं कहीं से गिरने की संभावना के मामलों में। लेकिन इन तीनों मामलों में एक साथ लापरवाही बरतने की कीमत एक मां को अपने बच्चे की जान गंवाकर चुकानी पड़ी।

एक 3 वर्षीय मासूम बच्चा मां की लापरवाही से बिजली की रॉड लगी खौलते पानी की बाल्टी में गिर गया, इससे बच्चे की मौत हो गई। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मूलरूप से चंपावत जनपद के पाटी निवासी एवं दिल्ली स्थित एक बेकरी में काम करने वाले लाल सिंह पाटनी की पत्नी नीतू अपने बच्चों बबली (11 वर्ष), लक्की (10 वर्ष) और तनुज (3 वर्ष) के साथ चोरगलियां थाना क्षेत्र के लाखनमंडी में किराये के मकान में रहती है।

बताया जा रहा है कि मंगलवार रात को नीतू ने बर्तन धोने के लिए पानी को गर्म करने के लिए बाल्टी में इमर्शन रॉड लगाई थी। इसके बाद वह दूसरे कामों में व्यस्त हो गई। इसी बीच खेलते-खेलते तीन वर्षीय तनुज बाल्टी में गिर गया। खौलते पानी में गिरते ही वह तेज आवाज में रोने लगा। आवाज सुनकर दौड़ी नीतू के पहुंचने तक बच्चा बिजली के करंट और गर्म पानी से काफी झुलस चुका था।

आनन-फानन में नीतू ने बच्चे को बाल्टी से निकाला। और परिचितों की मदद से उसे निजी वाहन से बेस अस्पताल लेकर पहुंची। लेकिन लगभग पूरी तरह झुलस चुके तनुज की हालत खराब थी। बेस से उसे सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) रेफर कर दिया गया लेकिन एसटीएच पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।

लाल सिंह ने बताया कि घटना के वक्त वह दिल्ली में थे और परिजनों की सूचना पर बुधवार सुबह हल्द्वानी पहुंचे। बुधवार को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। मासूम की मौत के बाद परिवार में कोहरा मचा हुआ है।

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नवीन समाचार, ऋषिकेश, 22 दिसंबर 2023। उत्तराखंड के ऋषिकेश से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। यहां 12 साल के एक मासूम (Bachche) ने मां की डांट से आहत होकर जहर खाकर कीटनाशक पदार्थ का सेवन कर लिया।

इसके बाद डरकर बच्चा अपने दादा जी के पास जा कर लेट गया। तबीयत बिगड़ी तो परिवार को उसके जहर खाने की बात पता चली। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।

Father Gets 16 Years Jailed For Plotting Acid Attack On 3-year-old Son -  अपने ही बेटे की देखभाल नहीं कर पा रहा था पिता, गुंडे को पैसे देकर बोला- डाल  दो तेज़ाबप्राप्त जानकारी के अनुसार बच्चे (Bachche) का नाम तनुज बताया जा रहा है। वह टिहरी जिले के लंबगांव स्थित ग्राम धनगड़ा के रहने वाले संजय भट्ट का इकलौता बेटा था। कोतवाली पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार तनुज को उसकी मां ने किसी बात पर डांट दिया था। इससे बच्चा इतना नाराज हो गया कि उसने खेती के लिए घर में रखा कीटनाशक खा लिया। इसके बाद डर लगा तो चुपचाप आकर अपने दादाजी के पास लेट गया।

पुलिस ने बताया कि तबियत बिगड़ने पर परिवार परेशान हो गया। उन्होंने तनुज से पूछा तो तो उसने बताया कि उसने कीटनाशक खा लिया गया है। यह सुनते ही परिवार वालों के हाथ-पांव फूल गए। आनन फानन में वह उसे लेकर लंबगांव के सरकारी अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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(Bachche)  11 साल की बच्ची ने दिखाई बहादुरी, जान की परवाह किए बिना किडनैपर्स से बचाया  सहेली को - 11 year old girl saved friends life from kidnappers in Rajasthan  while going school - GNT

नवीन समाचार, पिथौरागढ, 16 फरवरी 2023 (Bachche) । उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के सीमांत धारचूला में 13 व 14 साल की दो नाबालिग बच्चियां पायलट बनना चाहती हैं। परिजनों ने उन्हें इस पर डांट दिया। इससे नाराज होकर वह घर छोड़कर 90 किमी दूर जिला मुख्यालय पहुंच गईं। बहरहाल, दोनों बच्चियों को पुलिस ने ढूंढकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। यह भी पढ़ें : सुबह का रोचक एवं बड़ा समाचार: नैनीताल की मॉल रोड पर खड़े हर व्यक्ति के कदमों के नीचे हैं एक लाख रुपए, जानें आपके कदमों के नीचे हैं कितने रुपए ?

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते रविवार को धारचूला की 13 और 14 वर्ष की दो लड़किया एकाएक लापता हो गई। परिजनों की तहरीर के बाद प्रभारी निरीक्षक केएस रावत ने दोनों की खोजबीन शुरू की। उन्होंने कंट्रोल रूम के माध्यम से घटना की सूचना जिले भर के थानों को दी। जिला मुख्यालय में भी दोनों की खोजबीन के लिए अभियान चलाया गया। लेकिन 24 घंटे तक दोनों का कहीं कुछ सुराग नहीं लगा। यह भी पढ़ें : हल्द्वानी में 17-20 वर्षीय युवती से सामूहिक दुष्कर्म, पुलिस पर तीन दिन तक मामला दबाने का आरोप….

अगले दिन सोमवार को जिला मुख्यालय के केएमओयू स्टेशन में कांस्टेबल देवेंद्र सिंह, नारायण राम व होमगार्ड ललित प्रसाद को दोनों लड़कियां बैठी मिली। बाद में पुलिस ने दोनों के परिजनों को बुलाकर लड़कियों को उनके सुपुर्द कर दिया। परिजनों ने पुलिस का आभार जताया। यह भी पढ़ें : 7 साल की बच्ची को खेत में ले गया युवक, लेकिन…

धारचूला के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पूछताछ के दौरान परिजनों ने बताया कि लड़कियों ने बड़े होकर पायलट बनने की बात कही थी। अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देकर तब उन्होंने उन्हें डांट दिया था। उन्होंने सभी परिजनों से बच्चों का हतोत्साहित करन की बजाए उनका हौसला बढ़ाने की अपील की है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। 

यह भी पढ़ें : 11 वर्ष की बच्ची के घर से भागने पर पुलिस के हाथ पांव फूले, वजह चिंताजनक…

नवीन समाचार, हरिद्वार, 4 जनवरी 2023। यूनिट टेस्ट खराब होने पर घर में डांट पड़ने की आशंका पर 11 साल की नाबालिग लड़की घर से बिना बताए चली गई। पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर बच्ची को ऋषिकेश से बरामद कर लिया। पुलिस ने करीब आठ घंटे में 95 सीसीटीवी खंगाले जाने के बाद बच्ची को बरामद कर लिया है। यह भी पढ़ें : पेंशनरों की अनिवार्य कटौती पर हाईकोर्ट से आया बड़ा निर्णय, कहा-अनिवार्य कटौती नहीं कर सकते, वर्ष में एक बार मौका दें….

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलौर के आकाशदीप कॉलोनी में रहने वाले एक परिवार ने पुलिस को सूचना दी कि उनकी 11 साल की नाबालिग बेटी घर से बिना बताए कहीं चली गई है। मामला नाबालिग से जुड़ा होने के कारण एसएसपी अजय सिंह ने पूरे जनपद की पुलिस को अलर्ट करते हुए अलग-अलग टीमों का गठन किया।

(Bachche) पुलिस ने करीब 95 सीसीटीवी कैमरे खंगाले। पुलिस टीम को लीड मिली कि बच्ची रोडवेज बस अड्डे से ऋषिकेश जाने वाली बस में बैठी थी। यह भी पढ़ें : निजी चिकित्सालय में फिल्म गब्बर जैसी शर्मनाक हरकत, 7 माह के मृत बच्चे को गंभीर बताते हुए थमा दिया सवा दो लाख का बिल…

पुलिस ने बस की लोकेशन को ट्रेस किया। करीब आठ घंटे के अंदर ही पुलिस ने नाबालिग को सकुशल ऋषिकेश से बरामद कर लिया बरामदगी के बाद बच्ची को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। बच्ची ने परिजनों को बताया कि यूनिट टेस्ट सही नहीं हुए थे। स्कूल में पैरेंट्स टीचर मीटिंग (पीटीएम) होनी थी। यह भी पढ़ें : नैनीताल में साहूकार की करतूत: 7 हजार देकर 27 हजार रुपए वसूले, गर्भवती महिला से की मारपीट…

उसे डर था कि उसके नंबर कम आएंगे और घर में डांट पड़ेगी। इस कारण वह बिना किसी को कुछ बताए घर से चली गई। एसएसपी ने कहा कि हर बच्ची की सुरक्षा पुलिस की जिम्मेदारी है। परिजन भी यह ध्यान दें कि कहीं बच्चे (Bachche) पर अनावश्यक दबाव तो नहीं बना रहे है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। 

यह भी पढ़ें : 11 साल के बच्चे के अपहरण की सूचना से मचा रहा हड़कंप, पर खुलासा हुआ तो ऐसा कि कोई सोच भी नहीं सकता था…

Screenshot 2022 12 10 09 36 31 92 7ecc343528d84aae1423bfb8eca3bd44नवीन समाचार, हरिद्वार, 9 दिसम्बर 2022। शनिवार को हरिद्वार में तीन बैंकट हाल के मालिक ज्वालापुर पीठ बाजार निवासी अनुराग झा के पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले 11 वर्षीय बेटे देव झा ने यह कहकर हड़कंप मचा दिया कि तीन अज्ञात बाइक सवारों ने ट्यूशन जाते समय उसका अपहरण कर लिया था। कुछ दूर जाकर वह उनके चंगुल से भाग निकला। लेकिन पुलिस की जांच में यह मामला झूठा निकला। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड के दामाद बनने जा रहे हैं ‘मामाजी’, फिल्मी कलाकारों का लगा जमावड़ा…

शाम को घटित बताये गए इस सनसनीखेज मामले में बच्चे (Bachche) ने बताया कि चार युवक दो अलग-अलग दुपहिया वाहनों पर थे। दो युवकों ने उसे जबरदस्ती अपनी बाइक पर बैठा लिया। जबकि दूसरे बाइक का एक युवक उसकी साइकिल लेकर चला गया। चौथा युवक दूसरी बाइक से उनके पीछे आने लगा। बताया कि लोधमंडी में उसे युवक लेकर पहुंचे।

(Bachche) जहां एक साधु रास्ते में खड़ा था। उसे देखकर युवकों ने बाइक रोक दी। युवक उससे बात करने लगे और साधु के चरण स्पर्श करने लगे। इसी बीच वह उनके चंगुल से निकल गया और किसी तरह बचकर घर पहुंचा। यह भी पढ़ें : बच्चियों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश…

एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने गंभीरता से लेते हुए ज्वालापुर पुलिस को तत्काल सक्रिय किया। पुलिस ने बच्चे और उसके परिजनों को लेकर पीठ बाजार घटनास्थल एवं हर उस रूट पर गए जहां बच्चे के अनुसार 3 स्पलेंडर सवार और एक स्कूटी सवार युवक उसे अपहरण कर ले गए थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम द्वारा रूट के आसपास लगे करीब दो दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला पर कहीं ऐसी कोई वीडियो नहीं मिली।

(Bachche) इसके बाद पुलिस ने बच्चे को पूर्ण विश्वास में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह पढ़ाईं में डांट के कारण घरवालों से परेशान था, इसलिए उसने फिल्मों में देखी घटनाओं से प्रेरित होकर ये कहानी रच डाली। यह भी पढ़ें : करवाचौथ के दिन पति ने पत्नी से गलत तरीके से बनाए संबंध, साथ ही अश्लील फोटो उसके पिता को भेज दिए…

एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि बच्चा ट्यूशन नहीं जाना चाहता था। इसे लेकर उसकी मां ने उसे दोपहर में डांट दिया था। सिर्फ ट्यूशन जाने से बचने के लिए और घर पर ही रहने के लिए उसने अपने अपहरण की फर्जी कहानी आकर घरवालों को बताई।

(Bachche) परिवार ने ज्वालापुर पुलिस को इसकी सूचना दी। लेकिन जांच में कहीं भी अपहरण की पुष्टि नहीं हो पाई। बाद में बच्चे ने भी स्वीकार किया कि उसने सिर्फ ट्यूशन जाने से बचने के लिए उसने यह सब किया। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : ढाई साल की बच्ची की गला रेत कर हत्या, शिनाख्त नहीं

ढाई साल की बच्ची का गला रेतकर हत्या, गन्ने के खेत में मिला लहूलुहान शव नवीन समाचार, हरिद्वार, 23 अगस्त 2022। हरिद्वार के सिडकुल थाना क्षेत्र के खाला टिहरा के जंगल में ढाई साल की बच्ची का गला रेत कर हत्या किए जाने का सनसनीखेत मामला प्रकाश में आया है। बच्ची का शव गन्ने के खेत में बरामद हुआ है। पुलिस ने मौके से मोबाइल फोन, दो नशे की गोलियां, खून से लथपथ एक टी-शर्ट व जूते बरामद हुए हैं। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके से कई सबूत एकत्र किए है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को करीब साढ़े ग्यारह बजे एक किसान अपने खेत पर गया था। तभी उसे गन्ने के खेत में ढाई साल की बच्ची का खून से लथपथ शव पड़ा हुआ मिला। सूचना मिलने पर सिडकुल पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी जुटाई और आसपास के लोगों से बच्ची की शिनाख्त कराने के प्रयास किए। लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाई।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र कुमार रावत ने बताया कि जिस किसान के खेत में बच्ची का शव मिला है। उसके सामने सोमवार को संदिग्धों को देखा गया था। माना जा रहा है, कि उन्होंने ही बच्ची की हत्या की होगी। पुलिस उसका स्केच बनवा रही है। मामले में लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली महिला से विवाद के बाद आरोपित के द्वारा मासूम बेटी की हत्या कर देने की बात निकलकर सामने आ रही है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड : 6 वर्षीय बच्ची के साथ मां की मौजूदगी में चलती कार में गैंगरेप की बड़ी घटना

Hyderabad में नाबालिग बच्ची से चलती कार में हुआ गैंगरेप, 5 आरोपियों में से  3 नाबालिग - India TV Hindi Newsनवीन समाचार, रुड़की, 25 जून 2022। हरिद्वार जिले के रुड़की ब्लॉक में एक महिला को अपनी 6 वर्षीय मासूम बच्ची सहित देर रात कार से लिफ्ट लेना भारी पड़ गया। आरोप है कि चलती कार में कार चालक ने अपने साथियों के साथ मिलकर महिला की 6 वर्षीय मासूम बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और मां बेटी को रास्ते में फेंक कर फरार हो गए। बच्ची की हालत गंभीर बताई गई है।

प्राप्त जानकारी व आरोपों के अनुसार कलियर स्थित रैन बसेरे में रहने वाली और भीख मांगकर अपना गुजारा करने वाली महिला शुक्रवार 24 जून की देर रात्रि अपनी 6 वर्ष की बेटी के साथ कलियर से रुड़की आ रही थी। महिला के अनुसार रास्ते में उसने एक कार से लिफ्ट मांगी तो कार चालक ने दोनों मां-बेटी को गाड़ी में बिठा लिया।

महिला द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार इसके बाद कार चालक ने अपने साथियों के साथ मिलकर तेज रफ्तार चलती कार में ही महिला की 6 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और दोनों मां व बेटी को गंगनहर पटरी के पास छोड़कर फरार हो गए। किसी तरह महिला ने रुड़की सिविल लाइन कोतवाली पहुंचकर पुलिस को इस घटना की पूरी जानकारी दी। पुलिस ने महिला की शिकायत पर आरोपितों की रात-भर तलाश की। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका।

एसपी देहात परमेंद्र डोभाल ने बताया कि पीड़ित बच्ची की हालत गंभीर होने के कारण उसे रुड़की के सिविल अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। महिला ने कार चालक का नाम सोनू बताया है और वह कलियर का ही रहने वाला है। उसकी लगातार तलाश की जा रही है। अज्ञात आरोपितों के खिलाफ सिविल लाइन कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द से जल्द सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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बालिका वधू बनने से बची 14 वर्षीय लड़की, 21 साल के युवक से होने वाला था ब्याह
प्रतीकात्मक चित्र

नवीन समाचार, धारचूला, 20 जून 2022। धारचूला के एक दूरस्थ गांव में 21वीं सदी में एक 12 साल की नाबालिग को खुद से तीन गुनी उम्र के सहित दो युवकों से शादी किए जाने का आदिम दौर का जैसा मामला प्रकाश में आया है। मामले का खुलासा नाबालिग के दो माह की गर्भवती होने के बाद हुआ है। पुलिस ने नाबालिग से शादी करने वाले उसके दूसरे 36 वर्ष की उम्र के पति को गिरफ्तार कर लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार धारचूला तहसील निवासी नाबालिग की मां और सौतेला पिता ने बीते वर्ष जून 2021 माह में धारचूला तहसील क्षेत्र के ही रहने वाले युवक से शादी करा दी थी। लेकिन इस दौरान नाबालिग को कई शारीरिक व मानसिक यातनाएं झेलनी पड़ीं। इस पर वह अपने पति को छोड़कर वापस अपने मायके आ गई।

इसके बाद दिसंबर 2021 में यानी 6 माह बाद ही उसकी मां ने दोबारा उसकी शादी बेरीनाग तहसील निवासी 36 वर्षीय युवक दीपक कुमार से करा दी। लेकिन एक बार फिर नाबालिग को दीपक के अत्याचारों को सामना करना पड़ गया। आरोप है कि वह रोजाना उससे मारपीट करता है। इधर किशोरी अपने इसी पति से दो माह से गर्भवती भी हो गई है।

इस बात की शिकायत बाल विकास विभाग को मिली तो विभाग ने इसकी तहरीर तुरंत पुलिस को दी। इस पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376, पॉक्सो अधिनियम और बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज कर लिया है। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कर सूचना बेरीनाग तहसील को दी है, साथ ही महिला हेल्प लाइन की प्रभारी एसआइ रेनू और पुलिस टीम ने रविवार को बेरीनाग के रीठा ठिठौली गांव जाकर दीपक कुमार को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है।

इस शादी को सात माह बीत चुके हैं लेकिन पुलिस या अन्य जिम्मेदार विभाग इससे अनभिज्ञ रहे। बहरहाल अब पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि दोषियों को सजा मिल सके। बताया गया है कि नाबालिग के परिवार में मां, सौतेला पिता और आठ भाई-बहन हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : जान पर आफत बना जाम, एंबुलेंस के जाम में फंसने से महिला ने बीच बाजार में दिया बच्चे को जन्म

नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 14 जून 2022। उत्तराखंड में बढ़ती सैलानियों व वाहनों की संख्या और इनके कारण लग रहा जाम लोगों की जान पर बन आया है। जाम के कारण जनपद के पुरोला में प्रसव पीड़ा से कराह रही एक प्रसूता को बीच बाजार सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद के आराकोट निवासी मीनाक्षी पत्नी अपने गांव में स्वास्थ्य सुविधा न होने के कारण एक माह पहले अपने मायके पुरोला आ गई थी। लेकिन शायद उसे इस बात का अहसास नहीं था कि उसे अपने मायके में भी प्रसव के लिए उपयुक्त सुविधा नहीं मिल पाएगी। सोमवार सुबह प्रसव पीड़ा शुरू होने पर उसके परिजन उसे 108 एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला के लिए लेकर चले।

लेकिन एंबुलेंस कुमोला रोड और मुख्य बाजार में आधा घंटा जाम में फंस गई। जबकि मीनाक्षी को दर्द असह्य होता जा रहा था। इस पर परिजन उसे पैदल ही कुछ ही दूर स्थित अस्पताल के लिए चल पड़े। लेकिन अस्पताल से करीब आधा किमी पहले पुरोला बाजार में मीनाक्षी का प्रसव का समय आ गया।

(Bachche) ऐसे में आसपास की महिलाओं ने चादर की ओट बनाकर बाजार में ही उसका प्रसव कराया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि एम्बुलेंस जगह-जगह जाम होने के कारण समय पर नहीं पहुंच सकी। महिला और उसका नवजात बेटा स्वस्थ हैं। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी देखें एक अन्य महिला के रास्ते में प्रसव का वीडियो: 

यह भी पढ़ें : रिश्ते के भाई ने किया मासूम बच्ची का अपहरण

Delhi:A young man raped with a 4 year-old girl in Vinod Nagar,Arrested |  दिल्ली: विनोद नगर में चार वर्ष की मासूम बच्ची के साथ पड़ोसी युवक ने किया  रेप,गिरफ्तार | Patrika News

नवीन समाचार, रुद्रपुर, 11 जून 2022। शहर के खेड़ा मोहल्ले में एक मासूम बच्ची का आइसक्रीम खिलाने के बहाने अपहरण कर लिया गया। मासूम अपहरणकर्ता को भाई कहकर संबोधित करती थी। पुलिस ने इस मामले में अपहरणकर्ता तथा तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित क्षेत्र का डॉन बताया जा रहा है।

मासूम की मां परवीन ने बताया कि उसकी बच्ची शफी उर्फ सफिया की किसी जमाने में खेड़ा क्षेत्र में साफिया की तूती बोलती थी। उसे डॉन कहा जाता था। लेकिन वह पीड़ित परिवार का दूर का रिश्तेदार था। उसने ही बच्ची का आइसक्रीम खिलाने के नाम पर अपहरण कर लिया और उसे हल्द्वानी ले आया। शक होने पर बच्ची के परिजनों ने पुलिस का सूचना दी तो वह पकडा गया।

(Bachche) बरामद होने के बाद भी बच्ची को शायद अहसास नहीं था कि उसका अपहरण हो गया था। क्योंकि रिश्ते के भाई ने ही उसके विश्वास को छला था। खुशी इस बात की भी थी कि वह अपनों की गोद में थी। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : 10 वर्ष की मासूस से घर में घुसकर दुष्कर्म

नवीन समाचार, रुड़की, 26 मई 2022। रुड़की के कलियर थाना क्षेत्र निवासी कक्षा चार में पढ़ने वाली एक 10 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ पड़ोस में रहने वाले फैक्ट्री कर्मचारी द्वारा दुष्कर्म करने का दूषित मानसिकता का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कलियर थाना क्षेत्र निवासी पीड़िता अपनी मौसी के घर रहती है। वहीं पड़ोस में मूल रूप से झांसी, उत्तर प्रदेश का निवासी एक फैक्ट्री में काम करने वाला भागवत अपनी मां के साथ करीब पांच साल से किराये पर रह रहा है। इधर मंगलवार दोपहर को किशोरी की मौसी किसी काम से घर से बाहर गई थी। इसका फायदा उठाकर भागवत उनके घर में घुस गया और उसने बच्ची को दबोच कर उसके साथ दुष्कर्म कर दिया और फरार हो गया।

घटना के बाद पीड़िता की मौसी आई तो उसने मामला जानकर घटना की तहरीर पुलिस को दी। इस पर पुलिस ने भागवत पर मुकदमा दर्ज कर लिया ओर देर शाम उसे गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक ऐश्वर्य पाल ने बताया कि आरोपित से पूछताछ की जा रही है। आरोपित फैक्ट्रीकर्मी की मां मंगलवार को अपने गांव चली गई थी। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : ब्रेकिंग नवीन समाचार एक्सक्लूसिव-नैनीताल: तालाब में मिला नवजात का सड़ा-गला शव

प्रतीकात्मक चित्र 17 सप्ताह की गर्भावस्था - BabyCenter India
प्रतीकात्मक चित्र

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 19 मई 2022। गुरुवार को ज्योलीकोट चौकी पुलिस ने हल्द्वानी रोड पर आमपड़ाव के पास एक नवजात का सड़ा-गला शव बरामद किया है। शव को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए मुख्यालय भेज दिया हैै। पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बच्चा किसका था और उसे कौन यहां मारकर अथवा जीते-जी छोड़ गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार दोपहर आमपड़ाव के पास सड़क से करीब 100 मीटर नीचे झरने के पास तालाब में शव दिखाई देने पर किसी ने पुलिस को 112 के माध्यम से सूचना दी। सूचना डीसीआर के माध्यम से ज्योलीकोट चौकी पुलिस को मिली।

ज्योलीकोट के चौकी प्रभारी नरेंद्र कुमार ने बताया कि इस सूचना पर ज्योलीकोट चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और तालाब के पास पत्थर पर बेहद बुरी, सड़ी-गली अवस्था में बहुत छोटे आकार के नवजात बच्चे का शव बरामद किया। नवजात के शव को देर शाम पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने के साथ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : अपनी नवजात बच्ची को जंगल में जन्म देकर वहीं छोड़ आई महिला, गिरफ्तार…

नवीन समाचार, बेरीनाग, 16 मई 2022। पिथौरागढ़ जनपद के बेरीनाग क्षेत्र में एक महिला द्वारा अपनी नवजात बच्ची को जंगल में फेंककर मानवता को शर्मसार करने का मामला प्रकाश में आया है। महिला ने भी आरोप स्वीकार कर लिया है। इसके बाद पुलिस महिला के खिलाफ बच्ची की हत्या से संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। सोमवार को उसे जेल भेजने की तैयारी है।

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को जनपद के बेरीनाग विकासखंड के ग्राम दौलीगाड़ पोस्ट नरगोली ब्लॉक बेरीनाग के जंगल में एक नवजात शिशु मृत अवस्था में फेंके जाने की सूचना मिली। इस पर थानाध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जंगल में नवजात शिशु की तलाशी के लिए अभियान चलाया। इस बीच जानकारी मिली कि ग्राम दौलीगाड़ निवासी एक महिला का नाम सामने आया। महिला के पहले से तीन बच्चे (Bachche) हैं, जबकि उसका पति रमेश उपाध्याय चंडीगढ़ में प्राइवेट नौकरी करता है।

महिला ने पुलिस की पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने गत 6 मई को गांव के पास जंगल में एक बच्ची को जन्म दिया, और उसे एक शॉल में लपेट कर जंगल में ही छोड़ आई। जिस पर थानाध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी, पुलिस कर्मी, उक्त महिला व इस पर महिला की निशानदेही पर इस शनिवार यानी 14 मई को जंगल गई पुलिस को नवजात बच्ची तो नहीं, लेकिन उसे लपेटा गया शॉल छिपाए गए स्थल से करीब 20 से 25 मीटर दूर एक चीड़ के पेड़ की जड़ पर फंसा हुआ मिला। महिला ने भी उसकी शिनाख्त की। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : हल्द्वानी की 4 साल की मासूम बच्ची से स्कूल बस में शर्मनाक हरकत करने वाले चालक-परिचालक को 7-7 साल की जेल

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 29 अप्रैल 2022। नैनीताल जनपद के विशेष न्यायाधीश-पाक्सो अधिनियम नंदन सिंह राणा की अदालत ने एक चार वर्षीय मासूम के साथ स्कूल बस में आते-जाते शर्मनाक हरकत करने वाले केवीएम स्कूल के चालक व परिचालक को दोषी करार देते हुए सात-सात साल की सजा सुनाई है। साथ ही दोनों पर 60-60 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है।

जनपद के सहायक शासकीय अधिवक्ता नवीन चंद्र जोशी ने आरोपितों को सजा के प्रश्न पर अदालत में तर्क दिया कि वर्ष 2018 में हीरानगर स्थित केवीएम स्कूल में पढने वाली चार वर्षीय मासूम के साथ स्कूल वैन के चालक रतन सिंह निवासी पनियाली कठघरिया और परिचालक गरुड़ जैंती जिला अल्मोड़ा निवासी प्रदीप जोशी स्कूल लाने और घर छोड़ते समय लगातार छेड़खानी व अश्लील हरकतें करते रहते थे।

मासूम के शरीर में दर्द होने पर 17 सितंबर 2018 को उसकी मां व मौसी उसे लेकर नैनीताल रोड स्थित नर्सिंग होम में पहुंचे। जहां महिला चिकित्सक द्वारा की गई जांच में संदेह होने पर स्कूल वैन के चालक-परिचालक के खिलाफ 20 सितंबर 2018 को तिकोनिया निवासी चिकित्सक डा. अनिल कुमार गुप्ता की शिकायत पर काठगोदाम थाने में मुकदमा दर्ज हुआ, और पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया।

न्यायालय में उनके खिलाफ 14 गवाहों का परीक्षण करवाया गया। इसके बाद दोष सिद्ध होने पर विशेष न्यायाधीश पाक्सो नंदन सिंह राणा ने चालक रतन सिंह व परिचालक प्रदीप जोशी को सजा सुनाई। मुकदमे की विवेचना महिला सेल की प्रभारी लता बिष्ट ने की थी। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : सुबह-सुबह अस्पताल के शौचालय में मिला 5 माह का भ्रूण

नवीन समाचार, अल्मोड़ा, 25 अप्रैल 2022। जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा के शौचालय में सोमवार सुबह-सुबह मानव भ्रूण मिलने से हड़कंप मच गया। करीब 5 माह का भ्रूण करीब दो दिन पुराना हो सकता है। पुलिस ने भ्रूण के मिलने की जांच शुरू कर दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह जब चिकित्सालय का एक पर्यावरण मित्र जनरल ओपीडी के सार्वजनिक शौचालय की सफाई के लिए गया तो वहां तीव्र दुर्गंध आ रही थी। इस पर उसे शौचालय के टॉयलेट सीट में उसे एक मानव भ्रूण दिखाई दिया। जिसकी तत्काल सूचना उसने जिला अस्पताल के प्रशासन को दी। प्रशासन ने मौके पर पुलिस को भी बुलाया। भ्रूण को टॉयलेट सीट से निकालकर मोर्चरी में रख दिया गया है। बताया गया है कि कल रविवार होने की वजह से शौचालय शनिवार अपराह्न दो बजे से बंद था।

पुलिस जांच कर रही है कि किसने चिकित्सालय के सार्वजनिक शौचालय में भ्रूण डाला। यह भी साफ नहीं है कि भ्रूण अस्पताल में भर्ती किसी ने डाला या नहीं, क्योंकि अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए वार्ड में अलग शौचालय है, तथा जनरल वार्ड के शौचालय का प्रयोग आम लोग भी करते हैं।

अस्पताल की पीएसएम डॉ कुसुमलता ने कहा कि पता लगाया जाएगा कि अस्पताल में पिछले कुछ दिनों में कौन-कौन महिलाएं जांच कराने आई और कोई गर्भवती महिला अस्पताल में भर्ती तो नही थी। तभी पूरे मामले का पता चल पाएगा। अलबत्ता घटना के बाद शहर में तरह-तरह की चर्चायें हो रही हैं। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : निंदनीय: दो वर्षीय बच्चे पर खेलते हुए तेजाब से हमला…

नवीन समाचार, ऋषिकेश, 24 अप्रैल 2022। प्रदेश की राजधानी देहरादून जनपद में ऋषिकेश के पास एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां तिलक रोड क्षेत्र में घर के बाहर खेल रहे दो वर्षीय बच्चे पर बीती शाम अज्ञात व्यक्ति ने तेजाब डाल दिया। जब बच्चे की चीख पुकार सुनी तो उसकी मां मौके पर पहुंची। लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुका था। परिजनों ने अज्ञात के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दे दी है। पुलिस आरोपित का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

कोतवाली पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार तिलक रोड भजन आश्रम-तीन क्षेत्र में रहने वाला दो वर्षीय रूद्र कटारिया शनिवार रात करीब साढ़े आठ बजे घर के बाहर खेल रहा था। उस की मां हिमांशी कटारिया भी उसके साथ थी। जबकि पिता महेश कटारिया किसी काम से हरिद्वार गए हुए थे। तभी एक अज्ञात व्यक्ति आया और उसने बच्चे के निचले हिस्से में तेजाब डाल दिया। तेजाब बच्चे के नेकर के पास गिरा, इससे बच्चा बिलख उठा।

उसकी चीख-पुकर सुन मा व अन्य परिजन भागते हुए मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक तेजाब डालने वाला भाग चुका था। बच्चे को तुरंत एसपीएस राजकीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका उपचार कराया गया। ऋषिकेश कोतवाली को वरिष्ठ उपनिरीक्षक दर्शन प्रसाद काला ने बताया कि मामले में तहरीर मिली है और मामले की जांच की जा रही है।  (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : दुःखद ब्रेकिंग: किच्छा में दरिंदगी की हद, साढ़े 3 वर्ष की बच्ची की दरिंदगी के बाद हत्या…

three and half year old child dies after falling from 10th floor | 10वीं  मंजिल पर बालकनी में खेल रहे साढ़े तीन साल के बच्चे की नीचे गिरने से मौत,  पानी लेनेनवीन समाचार, किच्छा, 15 अप्रैल 2022। ऊधमसिंह नगर जनपद के किच्छा में दरिंदगी की सारी हदें पार करने वाला मामला सामने आया है। हालांकि आरोपों की पुष्टि तो जांच के बाद ही होगी लेकिन आरोपों के अनुसार मासूम बच्ची के साथ उसके ही मौसरे भाई ने पहले दुष्कर्म किया। उसके बाद मामला खुल न जाए इसलिए हत्या कर शव को डैम में फेंक दिया। पुलिस ने देर रात मासूम का शव बरामद कर लिया। बच्ची का पोस्टमार्टम पैनल के माध्यम से करवाया जाएगा। दृश्य ऐसा भयावह था कि लोग घटनास्थल पर बच्ची के शव को देख भी पा रहे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार किच्छा कोतवाली क्षेत्र के कलकत्ता फार्म चौकी अंतर्गत ग्राम बब्बरपुर की रहने वाली साढ़े तीन साल की बच्ची बच्ची गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे घर घर के बाहर खेलते हुए गायब हो गई थी। जब काफी देर तक बच्ची नहीं आई तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। तभी परिजनों को पता चला कि इसी दौरान उसका मौसेरा भाई उसे अपनी बाइक पर बैठा कर ले गया था। इस पर उसके घर जाकर पता किया। पर उन्होंने जब कुछ नहीं बताया तो अनहोनी की आशंका से ग्रसित हो परिजन कलकत्ता फार्म चौकी पहुंचे और पुलिस को बच्ची के गायब होने की सूचना दी।

इस पर पुलिस तुरंत हरकत में आ गयी। पुलिस ने देर रात मासूम का शव बरामद कर लिया। बताया गया है कि 24 वर्षीय आरोपित मौसेरे भाई को रात्रि में ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित अपनी मां को पूरी जानकारी देकर गया था। लेकिन उसने किसी को इसकी जानकारी नहीं दी। इसलिए उसकी मां को भी थाने में बैठाया गया है। मामले में एक और सह आरोपित भी शामिल बताया जा रहा है।

इधर कानून व्यवस्था बिगड़ने के खतरे को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुलिस के आला अधिकारी किच्छा कोतवाली पहुंच गए हैं। साथ ही आसपास के थानों ओर कोतवालियों की पुलिस भी किच्छा कोतवाली बुला ली गई है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : मेडिकल कालेज के सामने कूड़े के ढेर में मिला बेजान मानव भ्रूण

प्रतीकात्मक चित्रनवीन समाचार, हल्द्वानी, 5 अप्रैल 2022। मंगलवार सुबह शहर के रामपुर रोड स्थित मेडिकल कालेज के सामने कूड़े के ढेर में बेजान मानव भ्रूण मिलने से सनसनी फैल गई। भ्रूण पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ था। पुलिस ने करीब चार माह के मृत भ्रूण को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सीसीटीवी फुटेज से आरोपितों की तलाश की जा रही है। माना जा रहा है कि भ्रूण को मंगलवार सुबह तड़के फेंका गया होगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को मेडिकल कालेज के सामने कूड़े के ढ़ेर में नगर निगम का कर्मचारी कूड़ा डालने के लिए गया था। तभी उसे कूड़े के ढ़ेर में एक मृत भ्रूण दिखा। कर्मचारी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मेडिकल पुलिस चौकी प्रभारी अनिल आर्या मौके पर पहुंचे और भ्रूण को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया।

उन्होंने बताया कि भ्रूण करीब चार माह का है। जो पूरी तरह से विकसित नहीं है। सीओ सिटी भूपेंद्र सिंह धौनी ने बताया कि आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज से आरोपितों की तलाश की जा रही है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : बड़ा समाचार: 9 वर्षीय बच्ची को पतंग दिलाने के बहाने साथ ले जाकर किया गया था दुष्कर्म और फिर हत्या, मिली फांसी की सजा

नवीन समाचार, हरिद्वार, 26 मार्च 2022। हरिद्वार में 20 दिसंबर 2020 को नौ वर्षीय बच्ची के अपहरण के बाद दुष्कर्म और हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शनिवार को विशेष पॉक्सो न्यायाधीश अंजली नौलियाल ने मुख्य अभियुक्त को फांसी तथा 1.30 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई है। साथ ही सह अभियुक्त राजीव कुमार को साक्ष्य मिटाने का दोषी मानते हुए पांच साल कारावास और एक लाख रुपये जुर्माना लगाया है। जबकि तीसरे आरोपित गंभीर उर्फ गौरव को दोषमुक्त करार दिया है।

क्यों हमेशा सुूूबह तड़के ही दी जाती है फांसी की सजा। why hanging punishment  always happen in early morning – News18 हिंदीजिला शासकीय अधिवक्ता आदेश चौहान ने बताया कि 20 दिसंबर 2020 को नगर कोतवाली हरिद्वार निवासी नौ वर्षीय बच्ची मुख्य अभियुक्त रामतीर्थ से पतंग लेने की बात अपनी मां से कहकर घर से निकली थी। अन्य बच्चों से पूछताछ में पता चला कि रामतीर्थ बच्ची को पतंग दिलाने के बहाने अपनी फैक्ट्री में ले गया था।

बाद में अभियुक्तों की निशानदेही पर लापता बच्ची का शव राजीव कुमार के घर से बरामद हुआ। जांच में पाया गया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया था, जिसके बाद डोरी से गला घोंटकर हत्या की गई थी। भीड़ का फायदा उठाकर सह अभियुक्त राजीव कुमार मौके से फरार हो गया था। उसे बाद में गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस ने मुख्य आरोपी रामतीर्थ पुत्र हिरदे सिंह निवासी न्यू ऋषिकुल, हाल पता ठकुआ खोलीपुर थाना दमौर जिला सुल्तानपुर यूपी, राजीव कुमार पुत्र प्रभुदयाल निवासी न्यू हरिद्वार मधुवन होटल ज्वालापुर, हाल पता समनबहार, थाना दमौर जिला सुल्तानपुर यूपी और उसके भाई गंभीर उर्फ गौरव के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। अभियोजन पक्ष ने 21 गवाह, जबकि बचाव पक्ष ने तीन गवाह पेश किए। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : नवजात की मौत, नर्स पर शिशु को थप्पड़ मारने का सनसनीखेज आरोप, आयोग ने सीएमओ को किया तलब

PMCH condition is not goodनवीन समाचार, कांडा-बागेश्वर, 24 मार्च 2022। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कांडा में जन्म के बाद नवजात शिशु को थप्पड़ मारे जाने के बाद मौत होने का सनसनीखेज और दुःखद मामला सामने आया है। मामले को राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने भी गंभीरता से लिया है, और सीएमओ को नोटिस भेजकर उन्हें आयोग के समक्ष उपस्थित होने को कहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कांडा के कांडे कन्याल निवासी ललित प्रसाद का आरोप है कि गत 21 फरवरी को उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर 108 सेवा भी नहीं मिलने पर स्वयं कांडा चिकित्सालय ले गए। वहां कोई चिकित्सक व अन्य कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं थे। उनके फोन करने पर लगभग आधे घंटे बाद वहां स्वास्थ्य कर्मी पहुंचे। उन्होंने बेरहमी से प्रसव कराया।

आरोप लगाया कि वहां तैनात नर्स ने नवजात शिशु को थप्पड़ मारा, जिससे उसकी मौत हो गई। इस पर पीड़ित ने 24 फरवरी को अनुसूचित जाति आयोग व कुमाऊं कमिश्नर नैनीताल सहित अन्य अधिकारियों से इसकी शिकायत की। इस पर अनुसूचित जाति आयोग के सचिव विपिन चंद्र रतूड़ी ने सीएमओ से स्पष्टीकरण मांगा है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : महिला ने सर्द रात में पैदल रास्ते में दिया बच्चे को जन्म

नवीन समाचार, अल्मोड़ा, 6 जनवरी 2022। अल्मोड़ा जनपद के भैसियाछाना विकास खंड के ग्राम सभा लिंगुड़ता के अनुसूचित जाति बहुल पतलचौरा गांव निवासी एक महिला को बीती रात्रि ठंड व बारिश के बीच चिकित्सालय ले जाते रास्ते में प्रसव कराना पड़ गया। बताया गया है कि इस मामले में दैवयोग से जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। महिला का प्रसव के बाद का वीडियो भी आया है। वीडियो में दिख रहा है कि कैसे ग्रामीण प्रसूता को सर्द मौसम में कंबल और छाते लगाकर बचा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रियंका वाणी नाम की प्रसूता को उसकी सास हेमा वाणी, बड़ी सास लक्ष्मी वाणी व आशा कार्यकर्ता संजू देवी तीव्र प्रसव पीड़ा होने पर निकटतम भैसियाछाना के अस्पताल लिए ले जा रहे थे। पतलचौरा गांव से प्रसूता को ढाई किलोमीटर की चढ़ाई व ढाई किलोमीटर ढलान के पैदल रास्ते से कनारीछीना तक सड़क तक लाया जाना था। प्रियंका के परिवारजनों के द्वारा डोली का इंतजाम करने में हुई देरी एवं मौसम की दुश्वारियों की वजह से प्रियंका ने आधे रास्ते में ही एक शिशु को जन्म दे दिया।

क्षेत्रवासियों का कहना है कि रीठागाडी दगड़ियो संघर्ष समिति के द्वारा लंबे समय से कनारीछीना-बिनूक-पतलचौरा सड़क मार्ग के लिए लंबे समय से शासन-प्रशासन को गुहार लगाई जा रही थी। इस सड़क मार्ग के लिए गजट जारी होने व सर्वे होने के बाबजूद भूगर्भ विभाग के द्वारा मिट्टी की जांच होने के बावजूद सड़क मार्ग के निर्माण में विलंब हुआ है। इस कारण स्थानीय गांवों में महिलाओं व बुजुर्ग बीमारों को कनारीछीना तक सड़क तक लाने में डोली या खच्चरों का सहारा लेना पड़ता है। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : माँ की ममता को किया शर्मसार : गर्भनाल भी ठीक से न कटा नवजात खेत में मिला

नवीन समाचार, काशीपुर, 17 नवंबर 2021। शहर में माँ की ममता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। यहां ढकिया गुलाबो क्षेत्र में एक बिना ठीक से गर्भ नाल कटा नवजात खेत में लावारिस हालात में पड़ा मिला। नवजात के मुंह में कपड़ा फंसा हुआ था। नवजात की किलकारी सुन खेत मालिक ने टांडा उज्जैन थाना पुलिस को सूचना देकर उसे आनन-फानन में एलडी भट्ट संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया, जहां उसकी हालत में सुधार हुआ है। 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंगलवार देर शाम ग्राम ढकिया गुलाबो निवासी प्रमोद कुमार अपने खेत पर गया था। तभी वह खेत में बच्चे की किलकारी सुनकर वह भौचक्का रह गया। संयुक्त चिकित्सालय के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव पुनेठा की निगरानी में स्टाफ नर्स शाजिया और पिंकी कांबोज ने शिशु की सफाई कर नाल काटी और इलाज शुरू किया।

डॉ. पुनेठा ने बताया कि शिशु को अस्पताल लाते समय सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। वार्मर पर रखकर स्टाफ नर्स उसका इलाज कर रही है। अब शिशु की हालत सामान्य है और उसने दूध पीना भी शुरू कर दिया है। बच्चे का वजन करीब सवा दो किग्रा है, जबकि सामान्य शिशु का वजन ढाई किग्रा होता है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : 14 वर्षीय नाबालिग बच्ची ने दुष्कर्म से दिया बच्चे को जन्म

नवीन समाचार, विकासनगर, 7 नवंबर 2021। नगर में एक 14 वर्षीय नाबालिग के दुष्कर्म के बाद 9 माह के गर्भ से बच्चे को जन्म देने का मामला प्रकाश में आया है। नगर के एक व्यक्ति ने विकासनगर पुलिस को लिखित तहरीर देकर कहा है कि शाहिद पुत्र रईसुद्दीन निवासी भट्टा रोड सराय गली विकासनगर देहरादून ने उसकी 14 वर्षीय नाबालिग पुत्री को बहला-फुसलाकर जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए हैं। इससे उसकी पुत्री 9 माह की गर्भवती हो गई और उसने बच्चे को जन्म दे दिया है।

पुलिस ने इस तहरीर पर भारतीय दंड संहिता की धारा 376 एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम-पॉस्को के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया है, और अभियोग पंजीकृत होने के बाद पुलिस ने नामजद आरोपित को मुखबिर की सूचना पर दबिश देकर गिरफ्तार भी कर लिया है।

इसके बाद उसे न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक प्रदीप बिष्ट, महिला उप निरीक्षक अंजना चौहान तथा आरक्षी सोहन लाल व त्रेपन सिंह आदि शामिल रहे। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : अस्पताल के शौचालय में बच्चे को जन्म देने के बाद भागने लगी मां के खिलाफ मुकदमा दर्ज

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 25 अक्टूबर 2021। नैनीताल जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरमपानी परिसर में रविवार देर शाम एक प्रसूता युवती अपने नवजात बच्चे को चिकित्सालय परिसर में ही झाड़ियों में फेंक गई। हालांकि उसे व उसके साथ आई महिलाओं को देख, पहचान व रोक लिया गया, फिर भी वह बच्चे को साथ ले जाने को तैयार नहीं थी। इस पर कलयुगी मां के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार बच्चे को जन्म देने वाली युवती निकटवर्ती गांव निवासी और अविवाहित है। वह गत दिनों दिल्ली से आई है। चिकित्सालय परिसर में घंटों की हुज्जत-होहल्ले के बावजूद वह और उसके परिजन नवजात बच्चे को साथ नहीं ले गए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार शाम एक युवती अपनी मां और चाची के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैरना पेट में दर्द की शिकायत ले कर आई थी। लेकिन इसी दौरान तीव्र प्रसव पीड़ा होने पर वह शौचालय में चली गई और वहीं बच्चे को जन्म देने के बाद बच्चे को पास की झाड़ियों में फेंककर अपनी मां व चाची के साथ भागने की फिराक में थी। तभी चिकित्सालय में कार्यरत एएनएम के पति पूरन बिष्ट की नजर बच्चे पर पड़ गई। उसने हो हल्ला मचाया। इस पर बच्चे को चिकित्सालय ले आया गया और सूचना मिलने पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने दोनों महिलाओं को रोक लिया। उसे जन्म देने वाली मां का भी चिकित्सालय में उपचार किया गया।

इसके बाद रात्रि में प्रसूता सहित तीनों महिलाओं को घर भेज दिया गया, जबकि बच्चा अस्पताल में ही भर्ती है। बताया गया है कि नवजात के परिजन उसे साथ ले जाने को राजी नहीं हैं। भवाली के कोतवाल अशोक कुमार ने इस मामले में कहा कि किसी को भी किसी की जान लेने या जान जोखिम में डालने का अधिकार नहीं है। इसलिए पुलिस ने आरोपित मां के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : परेशानी के बाद सुखद: मोबाइल की रोशनी में चारपाई पर सड़क तक पहुंची और दिया तीन जुड़वा बच्चों को जन्म

टिहरी जनपद के कीर्तिनगर क्षेत्र में एक गर्भवती महिला ने तीन बच्‍चों को जन्‍म दिया है।नवीन समाचार, नई टिहरी, 26 अगस्त 2021। टिहरी के कीर्तिनगर क्षेत्र के बडियारगढ़ क्षेत्र के चौंरीखाल में बृहस्पतिवार को अनूठा मामला प्रकाश में आया। यहां 108 एंबुलेंस सेवा कर्मचारियों की जागरुकता और समझदारी से एक महिला का न केवल सुरक्षित प्रसव हुआ, बल्कि उसने तीन जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। इससे पहले महिला और उसके परिजनों को काफी परेशान भी होना पड़ा। कर्मचारियों और परिजनों को उसे प्रसव पीड़ा के बीच गांव से सड़क तक लगभग आधा किमी दूर मोबाइल फोन की रोशनी में चारपाई पर लादकर लाना पड़ा। बहरहाल, आखिर में इस मेहनत का अच्छा सिला मिला। महिला और उसके तीनों नवजात जुड़वा बच्चे सभी श्रीनगर बेस अस्पताल में सुरक्षित हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार चौंरीखाल निवासी महिला अंजू देवी को बुधवार रात लगभग दस बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई। इस पर ग्रामीणों ने 108 सेवा को फोन पर सूचना दी। जिसके बाद रात सवा 11 बजे एंबुलेंस में कार्यरत फार्मासिस्ट हिमांशु रावल और चालक महेंद्र गांव पहुंचे। तब तक महिला घर पर ही एक बेटी को जन्म दे चुकी थी। हिमांशु ने नवजात को दवा आदि दी और उसके बाद महिला को गांव में बिजली न होने के कारण परिजन व एंबुलेंस कर्मी मोबाइल फोन की रोशनी दिखाते हुए पैदल चारपाई पर आधा किमी सड़क तक आए और वहां से एंबुलेंस में श्रीनगर बेस अस्पताल लेकर चले।

इस दौरान सात किमी आगे चिलेड़ी गांव के पास पहुंचते महिला ने एंबुलेंस में दो बच्चों को जन्म दे दिया। इसके बाद रात ढाई बजे एंबुलेंस से महिला को श्रीनगर बेस अस्पताल पहुंचाया गया। महिला और उसके तीनों नवजात बच्चों की हालत ठीक है। 108 सेवा के प्रभारी रजत उनियाल ने बताया कि महिला को समय पर अस्पताल लेकर जाने के लिए टीम पहुंच गई थी। महिला और बच्चे सुरक्षित हैं। इस संबंध में टिहरी के सीएमओ डा. संजय जैन ने कहा कि 108 सेवा के कर्मचारियों ने बेहद सूझबूझ का काम किया है जिससे महिला का सुरक्षित प्रसव हो सका। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : हल्द्वानी शहर में सक्रिय हुआ बच्चा गिरोह, चुटकी में उड़ा रहे पर्स

Child Thieves Group Active In Jodhpur - चोरों के इन नए हथकंडों से हैरान हो  जाएंगे आप, सजे-धजे बच्चे शादी में शामिल हो उड़ा रहे बैग | Patrika Newsनवीन समाचार, हल्द्वानी, 13 अगस्त 2021। हल्द्वानी में बच्चों का गिरोह राह चलते लोगों के चुटकी में पर्स उड़ा रहा है। कोतवाली पुलिस ने डीके पार्क में छापा मारकर दो किशोरों को गिरफ्तार किया। उनके पास से दस पर्स के साथ नौ हजार रुपये बरामद किए गए। पता चला है कि दोनों किशोर कुछ ही समय में करीब 20 महिलाओं के पर्स उड़ा चुके हैं। उन्होंने आठ अगस्त को मंगलपड़ाव में महिला के बैग से पर्स उड़ाने की बात भी स्वीकार की है।

कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि आवास विकास कालोनी निवासी शिखा अधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराया था कि आठ अगस्त को उसकी बहन का पर्स उचक्कों ने पार कर दिया था। पर्स में 12 हजार रुपये, दो एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड सहित अन्य कागज थे। इस मामले की जांच करने के लिए मंगलपड़ाव चौकी प्रभारी देवेंद्र बिष्ट के नेतृत्व में एक टीम गठित की। बृहस्पतिवार की सुबह चौकी प्रभारी ने डीके पार्क में 15 साल के दो किशोरों को दस पर्स के साथ पकड़ लिया। दोनों चोरी के पैसों का आपस में बंटवारा कर रहे थे।

शिखा की बहन का पर्स भी दोनों ने उड़ाया था। पुलिस ने शिक्षा के चोरी गए नौ हजार रुपये, आधार कार्ड, एटीएम और स्वास्थ्य कार्ड दोनों किशोरों से बरामद किया है। दोनों बनभूलपुरा थाना क्षेत्र के इंदिरानगर के रहने वाले हैं। पुलिस ने दोनों विधि विवादित किशोरों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें बाल सुधार गृह में भेज दिया।

उल्लेखनीय है कि हल्द्वानी में एक सैन्य अधिकारी के 10 हजार रुपए मूल्य के जूते घर के बाहर से चोरी होने की घटना भी हुई है। बताया जा रहा है कि यह घटना कूड़ा बीनने वाले बच्चों की हरकत हो सकती है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में मामले घटने के बावजूद पिछले 10 दिनों में 46 बच्चे संक्रमित

नवीन समाचार, देहरादून, 7 अगस्त 2021। कोरोना की वैश्विक महामारी की तीसरी लहर के छोटे बच्चों के लिए खतरनाक साबित होने की आशंका व भविष्यवाणी के बीच उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े चिंताजनक तस्वीर पेश कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले दस दिनों में 46 बच्चे कोरोना की चपेट में आए हैं। इनमें 10 से 19 वर्ष तक के सर्वाधिक 37 बच्चे शामिल हैं। जबकि 0 से 9 वर्ष तक के नौ मासूम भी कोरोना संक्रमित मिले हैं।

वहीं अब तक के राज्य में मिले कुल कोविड के मामलों की बात करें तो 0 से 9 वर्ष तक के 6162 बच्चे कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। जबकि 10 से 19 वर्ष तक के 26713 बच्चों को कोरोना अपनी चपेट में ले चुका है। इस पर बाल रोग विशेषज्ञों का का कहना है कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर बच्चों को प्रभावित कर सकती है। लिहाजा, पांच साल से ऊपर के अपने बच्चे को मास्क पहने बिना घर से बाहर न जाने दें। साथ ही बच्चों को किसी भी भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में ले जाने से बचें। इसके अलावा अगर बच्चे को कई दिन तक बुखार, खांसी, जुकाम रहता है, तो डॉक्टर को दिखाएं और कोरोना की जांच जरूर करवायें। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : सुखद पहल : तीसरी लहर आई भी तो नैनीताल के बच्चे खुशी-खुशी करेंगे सामना

-जिला चिकित्सालय में कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों के लड़ने को बने खास वार्ड

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 21 जुलाई 2021। कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर के दौरान बच्चों को बचाने के लिए जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल के निर्देशन में जनपद के स्वास्थ्य विभाग ने उल्लेखनीय कार्य किया है। मुख्यालय स्थित बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में बच्चों के वार्डों को बच्चों के मनोभावों व पसंद के अनुरुप वन्य जीवों के आकर्षक रंगीन कार्टून चित्रों से सजाया गया है, बिस्तरों में चादरें भी बच्चों के पसंद के चित्रों युक्त डाली गई हैं। साथ ही हर बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति सहित अन्य जरूरी प्रबंध भी किए गए हैं।

डीएम श्री गर्ब्याल ने बताया कि उन्होंने बच्चों को संक्रमण से सुरक्षित रखने एंव उनके तुरन्त उपचार के उद्देश्य से जनपद के चिकित्सालयोें में बच्चा वार्ड में पर्याप्त बेड व सुविधाएं बढाने के निर्देश चिकित्सा अधिकारियों को दिये थे। इसी कड़ी में जिला चिकित्सालय नैनीताल में बच्चा वार्ड का सौन्दर्यकरण व बच्चों के मुताबिक कराया गया है। उन्होंनेे कहा कि वार्ड में उपचार के दौरान बच्चों को अच्छे साफ-सुथरे बेड के साथ ही उनके मनमुताबिक घर जैसा माहौल मिले इस हेतु यह प्रबंध किए गए हैं। उन्हांेनेे बताया कि चिकित्सालय को सुदृढीकरण के साथ ही नये वार्ड के निर्माण, मरम्मत, लिफ्ट लगाने एंव अन्य सौर्न्दयकरण कार्यो हेतु जिला प्रशासन द्वारा 1 करोड की धनराशि दी गई है। आगे चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लान्ट लगाने केे लिए 36 लाख की धनराशि शीघ्र अवमुक्त की जायेगी। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : अधिकारी लेंगे कुपोषित बच्चों को गोद, सीडीओ ने खुद से की शुरुआत

डॉ नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 20 जुलाई 2021। नैनीताल जनपद में मुख्य विकास अधिकारी डॉ संदीप तिवारी की अगुवाई में ‘कुपोषण मुक्ति अभियान’ शुरू हो रहा है। इसके तहत जनपद में चिन्हित कुल 45 अतिकुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने हेतु जनपद व विकासखंड स्तरीय अधिकारियों को उनके पोषण की निगरानी हेतु गोद देने की प्रक्रिया की शुरुआत की जा रही है। सीडीओ तिवारी ने इस अभियान को स्वयं आगे आकर लीड करते हुए एक बच्चे को गोद ले लिया है।

इस विषय में मंगलवार को अधिकारियों की बैठक लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी डॉ तिवारी ने कहा कि अधिकारी अपने गोद लिए गए बच्चों की शारीरिक वृद्धि एवं विकास की निगरानी करेंगे, साथ ही बच्चो के कुपोषण के कारणों व उसके समाधान के विषय में उनके माता-पिता के साथ स्वास्थ्य व स्वच्छता संबंधी विषयांे पर आवश्यक विचार विमर्श कर बच्चों को कुपोषण मुक्त करने में उन्हें यथा संभव सहयोग प्रदान करेंगे। इसके साथ ही बाल विकास व स्वास्थ्य आदि विभागों द्वारा अतिकुपोषित बच्चो हेतु दी जा रही पोषाहार (टेक होम राशन, ऊर्जा पैकेट), आरबीएसके टीम द्वारा स्वास्थ्य जांच आदि का लाभ लेने के विषय में भी उन्हें जानकारी लेनी होगी। सीडीओ ने खुद एक अतिकुपोषित बच्चे की जिम्मेदारी लेकर इसकी शुरुआत कर दी है।

जिला विकास अधिकारी नैनीताल, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास, जिला सेवायोजन अधिकारी, जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी, जिला होम्योपैथिक अधिकारी, डीएसटीओ, जिला पूर्ति अधिकारी, एआर को-ऑपरेटिव, जिला प्रोबेशन अधिकारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी हल्द्वानी, खंड शिक्षा अधिकारी हल्द्वानी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मोटाहल्दू, बाल विकास परियोजना अधिकारी हल्द्वानी ग्रामीण, ईओ नगरपालिका कालाढूंगी, तहसीलदार कालाढूंगी, अपर सहायक अभियंता लघु सिंचाई कोटाबाग, बाल विकास परियोजना अधिकारी कोटाबाग, ईओ नगरपालिका रामनगर, बाल विकास परियोजना अधिकारी रामनगर, पूर्ति निरीक्षक रामनगर, सहायक समाज कल्याण अधिकारी रामनगर, तहसीलदार रामनगर, खंड शिक्षा अधिकारी रामनगर, उप खण्ड शिक्षा अधिकारी रामनगर, खण्ड विकास अधिकारी रामनगर, कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी धारी, खंड विकास अधिकारी धारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी धारी, नायाब तहसीलदार धारी, खंड शिक्षा अधिकारी धारी, उप खंड शिक्षा अधिकारी धारी, खंड विकास अधिकारी ओखलकांडा, उप खंड शिक्षा अधिकारी ओखलकांडा, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ओखलकांडा, चिकित्सा अधिकारी डालकन्या, बाल विकास परियोजना अधिकारी ओखलकांडा, खंड विकास अधिकारी रामगढ़, खंड विकास अधिकारी भीमताल, खंड शिक्षा अधिकारी बेतालघाट, खंड विकास अधिकारी बेतालघाट, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी गरमपानी को कुपोषित बच्चों के पोषण की जिम्मेदारी दी गई है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : नैनीताल जनपद के 146 बच्चों को मिलेगा मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का लाभ

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 14 जुलाई 2021। नैनीताल जनपद में 18 से कम उम्र के 146 बच्चों ने कोरोना काल में अपने मात-पिता, दोनों में से एक या संरक्षक को खोया। बुधवार को डीएम धीराज गर्ब्याल की अध्यक्षता में हुई वात्सल्य योजना समिति की बैठक में इन सभी बच्चों के प्रार्थना पत्रों को संस्तुति के साथ महिला कल्याण निदेशालय को प्रेषित कर दिया गया। अब इन्हें 21 वर्ष की आयु होने तक के मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के अन्तर्गत लाभान्वित किया जायेगा।

जिला प्रोवेशन एंव महिला कल्याण अधिकारी व्यौमा जैन ने बताया कि तहसील रामनगर से सर्वाधिक 43, हल्द्वानी से 39, नैनीताल से 21, कालाढूगी से 13, लालकुआं से 11, ओखलकाण्डा से 10 तथा कोश्याकुटौली व बेतालघाट से 9 प्राप्त आवेदनों को बैठक में संस्तुति दे दी गई है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. संदीप तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भागीरथी जोशी, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, जिला कार्यक्रम एंव बाल विकास अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज बर्मन व जिला प्रोवेशन एवं महिला कल्याण अधिकारी व्यौमा जैन मौजूद रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड के चार जिलों में 112 बच्चे कोरोना संक्रमित, बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए होने लगे प्रबंध..

नवीन समाचार, देहरादून, 16 मई 2021। उत्तराखंड के चार जिलों में 112 बच्चे कोरोना संक्रमित हुए हैं। इनमें नवजात शिशुओं के साथ ही दो साल के बच्चे भी शामिल हैं। हाल ही में उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से कोविड की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए आयोजित वर्चुअल बैठक में स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई थी। राज्य में कोरोना की तीसरी संभावित लहर के बच्चों के लिए अधिक खतरनाक होने की संभावनाओं के बीच जनपदों जिले में फैब्रिकेटेड कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी की जा रही है। सभी जिलों के जिलाधिकारियों से प्रस्ताव मांगे गये हैं, जिसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। प्रदेश की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि सभी सीएमओ को आदेश दिए गए हैं कि बच्चे अगर कोविड की चपेट में आते हैं और उनको इलाज की जरूरत पड़ती है तो फैब्रिकेटेड अस्पताल के लिए तत्काल प्रस्ताव बनाकर भेजें। बताया गया है कि

इस संबंध में नैनीताल जनपद की सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी ने बताया कि 50 से 100 बेड के फैब्रिकेटेड अस्पताल का प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। अस्पताल के लिए स्थान का चयन भी जल्द कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुमाऊं के मरीजों का सर्वाधिक भार सुशीला तिवारी अस्पताल पर है। यहां बच्चों के लिए 60 बेड का वार्ड पहले से हैं और 20 के करीब एसएनसीयू है। वहीं महिला अस्पताल हल्द्वानी में 12 बेड का पीआईसीयू है। इसके अलावा डीआरडीओ की ओर से पांच सौ बिस्तरों का का फैब्रिकेटेड अस्पताल भी हल्द्वानी में बन रहा है। इसमें 75 ऑक्सीजन और 50 आईसीयू बेड बच्चों के लिए होंगे। निजी अस्पतालों में केएचआरसी में आठ बेड का एनआईसीयू है, जबकि सेंट्रल हॉस्पिटल में पांच बेड का पीआईसीयू और पांच बेड का एनआईसीयू है। बच्चों के लिए दो वेंटीलेटर हैं। हालांकि, निजी अस्पताल के पीआईसीयू या एनआईसीयू अभी कोविड के लिए प्रयोग नहीं हो रहे हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

यह भी पढ़ें : गरीबी रेखा से नीचे के मेधावी बच्चों को भेंट की 2.7 लाख की छात्रवृत्ति

नवीन समाचार, नैनीताल, 11 अप्रैल 2021। अमेरिका में कार्यरत नगर के संदीप सिंह खेतवाल की प्रेरणा से डीडीएस चाइल्ड फेडरेशन के द्वारा नगर के गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के मेधावी बच्चों को पढ़ाई जारी रखने के लिए वर्ष 2018 से हर वर्ष छात्रवृत्ति दी जाती है। इस कार्य में सेवानिवृत्त मुख्य आयकर आयुक्त तारा कुमार साह के द्वारा भी फाउंडेशन को सहयोग दिया जाता है। रविवार को श्रीराम सेवक सभा के सभागार में फाउंडेशन की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में ऐसे 30 मेधावी बच्चों को प्रत्येक माह 2250 की दर से तीन माह की कुल 2.7 लाख रुपए की छात्रवृत्ति भेंट की गई। बताया गया कि इससे पहले अक्टूबर 2020 में भी इन बच्चों को 6 माह की 5.4 लाख रुपए की छात्रवृत्ति वितरित की गई थी। फाउंडेशन के द्वारा किसी एक विषय में कमजोर बच्चों को अलग से निःशुल्क कक्षाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं। इस मौके पर संस्था की अध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल, सचिव ममता रावत सहित दीपक गुरुरानी टीके साह, शंकर दत्त जोशी, पूर्व सभासद किरन साह, श्रीराम सेवक सभा के अध्यक्ष मनोज साह व उपाध्यक्ष विमल चौधरी आदि भी मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें : पिछले सप्ताह यूपी के सीएम योगी से मिले आंध्र प्रदेश के 20 बच्चे नैनीताल में निकले कोरोना पॉजिटिव

नवीन समाचार, नैनीताल, 09 अप्रैल 2021। शुक्रवार को देश-प्रदेश में काफी अधिक मामलों के बावजूद नैनीताल जिले में अपेक्षाकृत कम 22 मामले ही आए। खास बात यह है कि इन 22 में से 20 मामले नैनीताल जिला मुख्यालय से आए हैं। यह सभी आंध्र प्रदेश के आदिवासी बच्चे हैं जो दो माह पूर्व 6 फ़रवरी को आंध्र प्रदेश से साइकिलों पर भारत भ्रमण पर निकले थे। इससे भी बड़ी बात यह कि यह बच्चे पिछले सप्ताह दो अप्रैल को लखनऊ में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले थे और उनके साथ फोटो भी खिंचवाए थे। इससे पहले बच्चों का यह समूह एक सप्ताह यूपी में विभिन्न स्थानों पर घूमता रहा था। वहां उन्होंने अयोध्या में रामलला के दर्शन भी किए थे। इस दौरान होली पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनके लिए मिठाई भी भिजवाई थी। यह भी दिलचस्प है कि यह बच्चे आंध्र प्रदेश से तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश यानी छह राज्यों से होते हुए नैनीताल पहुंचे और उन्होंने स्वीकारा कि इस दौरान उनकी रास्ते में कहीं जांच नहीं हुई।

पहनने को कपड़े-जूते भी नहीं
नैनीताल। बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के पीएमएम डॉ. केएस धामी ने बताया कि शुक्रवार को आंध्र प्रदेश से आए 24 सदस्यीय दल के लोगों की कोरोना जांच की गई थी, इनमें से 20 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। संक्रमित पाए गए लोगों में 80 फीसद बच्चे हैं। इसके बाद सभी 24 लोगों को सूखाताल स्थित कोविद केयर सेंटर में रखा जा रहा है। बच्चों के पास जूते व कपड़े भी नहीं थे। डीएम धीराज गर्ब्याल ने बताया कि नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर अनुराग आर्य को भेजकर उनके लिए मां नयना देवी व्यापार मंडल की मदद से कपड़ों, जूतों T-शर्टस, पजामा, चप्पल, बिस्किट्स और फलों और साबुन आदि की व्यवस्था की गई। इस कार्य में माँ नयना देवी व्यापार मंडल के महेश अरोरा, सुमित खन्ना, गिरीश कांडपाल, तन्मय कांडपाल, राम सेवक सभा अध्यक्ष मनोज साह, व्यापार मंडल अध्यक्ष पुनीत टंडन, तरुण कांडपाल, रोमित साह, शैलेंद्र साह, अमित साह, ख़ुर्शीद हूसेन आदि ने योगदान दिया। 

यह भी पढ़ें : आंध्र प्रदेश के डेढ़ दर्जन नाबालिग बच्चों ने नैनीताल आकर खोली पूरे देश की कोरोना से संबंधित सक्रियता की पोल

-छह राज्यों से बिना कोरोना जांच कराए नैनीताल पहुंचे

नवीन समाचार, नैनीताल, 09 अप्रैल 2021। कोरोना की दूसरी लहर के लगातार बढ़ते संकट के बीच करीब डेढ़ दर्जन बच्चों ने देश की कोरोना के प्रति व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है। आठ से 15 वर्ष की उम्र के यह बच्चे आंध्र प्रदेश के निवासी हैं और वहां से बीती छह फरवरी को वनों के प्रति देश में जागरूकता फैलाने के लिए बने ‘चिल्ड्रन ऑफ फॉरेस्ट्स’ नाम के 24 सदस्यीय समूह के साथ साइकिलों से देश के भ्रमण पर निकले हैं। उनका उद्देश्य तो नेक है, लेकिन जिस तरह वह मौजूदा कोरोना के अति सक्रियता के दौर में आंध्र प्रदेश से तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश होते हुए छह राज्यों से होते हुए बिना कोरोना जांच के नैनीताल पहुंचे हैं, वह निश्चित ही बड़े सवाल खड़े करने वाला है। उल्लेखनीय है कि 18 से कम उम्र के नाबालिग बच्चे तो कोरोना के दृष्टिगत अधिक खतरे में बताए गए हैं और उन्हें घर पर ही रहने की सलाह दी गई है। अलबत्ता मुख्यालय पहुंचने पर उनका शुक्रवार को बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में कोरोना परीक्षण कराया गया है।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में दोहराया जाएगा ‘नायक’ फिल्म वाला प्रयोग, एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बनेंगी सृष्टि, विधानसभा में विभागीय समीक्षा बैठक भी लेंगी

Bal Mukhymantri Shrishti Goshwamiनवीन समाचार, देहरादून, 22 जनवरी 2021। जी हां उत्तराखंड में उत्तराखंड में भी ‘नायक’ फिल्म वाला प्रयोग दोहराया जाएगा। एक दिन के लिए सृष्टि गोस्वामी नाम की छात्रा प्रदेश की मुख्यमंत्री बनेंगी और इस  दौरान विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक भी लेंगी। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में बाल विधानसभा का प्राविधान पहले से है। हर तीन वर्ष के लिए यहां बाल मुख्यमंत्री चुना जाता है। सृष्टि वर्तमान में उत्तराखंड की बाल मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उसे आगामी बालिका दिवस 24 जनवरी के दिन एक दिन के लिए प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है। वह इस दिन राज्य की विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा बैठक भी लेंगी। बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी की ओर से बाकायदा प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इस समीक्षा बैठक के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने को कहा गया है जो उत्तराखंड विधानसभा के कक्ष संख्या 120 में पांच-पांच मिनट के लिए अपने कार्यों का प्रस्तुतीकरण देंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सृष्टि हरिद्वार जिले के गांव दौलतपुर की रहने वाली हैं। सृष्टि के पिता प्रवीण गोस्वामी गांव में ही एक छोटी सी दुकान चलाते हैं। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड बाल विधानसभा में सृष्टि के अलावा नमन जोशी विधानसभा अध्यक्ष, आसिफ हसन नेता प्रतिपक्ष तथा कुमकुम पंत को बाल गृह मंत्री, प्रियंका नौटियाल को बाल महिला एवं बाल विकास मंत्री, नितिन मेहता को बाल शिक्षा, खेलकूद एवं युवा कल्याण मंत्री व भरत सिंह को बाल आपदा प्रबंधन एवं समाज कल्याण मंत्री बनाया गया है।  

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