उत्तराखंड के पहले समाचार पोर्टल या समाचार वेबसाईट ‘नवीन समाचार’ और ‘नवीन समाचार’ के संपादक ‘डॉ. नवीन जोशी’ के बारे में
About ‘नवीन समाचार‘ उत्तराखंड का पहला समाचार पोर्टल या वेबसाईट :
‘नवीन समाचार‘ विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी नैनीताल से ‘मन कही’ के रूप में जनवरी 2010 से इंटरननेट-वेब मीडिया पर सक्रिय*, उत्तराखंड का सबसे पुराना ऑनलाइन पत्रकारिता में सक्रिय समूह*, उत्तराखंड शासन से वर्ष 2019 से ‘A श्रेणी’ में मान्यता प्राप्त, अलेक्सा रैंकिंग के अनुसार उत्तराखंड के समाचार पोर्टलों में अग्रणी, गूगल सर्च पर उत्तराखंड के सर्वश्रेष्ठ, भरोसेमंद समाचार पोर्टल के रूप में अग्रणी, समाचारों को नवीन दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने वाला ऑनलाइन समाचार पोर्टल है। प्रतिदिन औसतन 10 हज़ार पाठक* ‘नवीन समाचार‘ से जुड़ते हैं।
जबकि ‘नवीन समाचार‘ वर्तमान में 13 जुलाई 2017 से अपने स्वतंत्र डोमेन ‘नवीन समाचार डॉट कॉम’ पर चल रहा है। इस प्रकार ‘नवीन समाचार‘ को उत्तराखंड का पहला समाचार पोर्टल या वेबसाईट कहा जाता है। ‘नवीन समाचार‘ के बढ़ते कदमों-एनलिटिक्स के बारे में जानने को यहाँ क्लिक करें और ‘नवीन समाचार’ पर विज्ञापन देने के लिए यहाँ क्लिक करें।
नवीन समाचार के संस्थापक-संपादक डॉ. नवीन चन्द्र जोशी (डॉ. नवीन जोशी) नैनीताल, उत्तराखंड में पिछले 20 वर्षों से कार्यरत, उत्तराखंड सरकार से पिछले 8 वर्षों से मान्यता प्राप्त एक पत्रकार एवं देश के पत्रकारों के संगठन नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स-इंडिया (एनयूजे-आई) के नैनीताल जिलाध्यक्ष हैं। काव्य क्षेत्र में उनकी पहचान नवीन जोशी “नवेन्दु” के रूप में है।
उनका जन्म 26 नवंबर 1972 को उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद के ग्राम तोली, पोस्ट फुलवारी, कपकोट में हुआ था। वर्तमान में वह मार्च 2008 से राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्र-‘राष्ट्रीय सहारा‘ में ब्यूरो प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं। साथ ही जनवरी 2010 से ‘नवीन समाचार’ समाचार वेबसाइट के संस्थापक-संपादक तथा 1948 में स्थापित देश की प्राचीनतम समाचार एजेंसी ‘हिन्दुस्थान समाचार‘ के संवाददाता भी हैं।
इससे पहले उन्होंने पांच वर्ष हिंदी समाचार पत्र ‘दैनिक जागरण‘’ में कार्य किया है। कुमाऊँ विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग से ‘न्यू मीडिया का प्रिंट मीडिया पर प्रभाव: कुमाऊं के समाचार पत्रों के विशेष संदर्भ में’ विषय पर पी.एचडी. डिग्री प्राप्त। शौक के साथ दुनियां की खूबसूरती को अपनी ओर से चिरस्थाई बनाने का एक माध्यम मानकर फोटोग्राफी करते हुए एक फोटो पत्रकार के रूप में उनकी नैनीताल राजभवन सहित विभिन्न प्रदर्शनियों में फोटो प्रदर्शनियां आयोजित हो चुकी हैं।
वह फोटोग्राफी के लिए उत्तराखंड की राज्यपाल श्रीमती मार्गरेट अलवा के हाथों भी सम्मानित हो चुके हैं। उनके कुछ चित्रों को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं। वह चार राष्ट्रीय एवं एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में शोध पत्र भी प्रस्तुत कर चुके हैं। उनके चार शोध पत्र यूजीसी से स्वीकृत शोध ग्रंथों में प्रकाशित हो चुके हैं।
वह कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर स्थित पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग एवं जहांगीराबाद मीडिया इंस्टीट्यूट जहांगीराबाद, जनपद बाराबंकी, उत्तर प्रदेश में जुलाई 2012 से डिग्री एवं डिप्लोमा के छात्रों को अनवरत समय-समय पर अतिथि शिक्षक के रूप में सेवा भी देते हैं। वह उत्तराखंड सरकार से मान्यता प्राप्त राज्य आंदोलनकारी हैं, वह भारतीय सांस्कृतिक निधि-इन्टैक, मेरा पहाड़ फोरम व रेडक्रॉस सहित कई अन्य संस्थाओं से भी जुड़े हैं।
डॉ. नवीन जोशी द्वारा किये गए लघु शोध अध्ययन: 1. प्राकृतिक आपदाऐं: भूकंप व भूस्खलन (इतिहास, चुनौतियां एवं संभावित समाधान) (2011) 2. नैनीताल व नैनी झील की समस्याऐं, नगर वासियों की नैनी झील के प्रति संवेदनशीलता तथा उनका प्रतिक्रिया स्तर (2012) 3. भारत में नए मीडिया का प्रभाव और भविष्य (कागज रहित मीडिया की ओर अग्रसर वेब पत्रकारिता और सोशल मीडिया के विशेष संदर्भ में)। (2016) वेबसाइट: नवीन समाचार, ब्लॉग–ऊंचे पहाड़ों से जीवन के स्वर, मन कही, उत्तराखंड समाचार, प्रकृति मां और पत्रकारिता के गुर।
डॉ. नवीन जोशी की प्रकाशित पुस्तकें: 1. कुमाउनी कविता संग्रह ‘उघड़ी आंखोंक स्वींण’ (खुली आंखों के सपने), प्रकाशन वर्ष 2013। 2. कुमाऊं-उत्तराखंड के स्थलों के धार्मिक-आध्यात्मिक पर्यटन महत्व के स्थलों एवं लोक संस्कृति, परंपरागत लोक परंपराओं-त्योहारों आदि पर पुस्तक ‘देवभूमि के कण-कण में देवत्व’ प्रकाशन वर्ष 2017। 3. कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुमाउनी भाषा के पाठ्यक्रम में कुमाउनी भाषा एवं साहित्य के पांचवे सेमेस्टर के पहले प्रश्न पत्र के लिए 1950 से अब तक के कवियों की कुमाउनी कविताओं के संग्रह ‘अर्वाचीन कुमाउनी काव्य’ नाम से एक पुस्तक का संपादन प्रस्तावित
तथा दूसरे प्रश्न पत्र में ‘बोलिक सज समाव’ निबंध संग्रह में संग्रहीत निबंध ‘जड़ बटी हो भाषाकि सज समाव’ पाठ्यक्रम में शामिल। 4. एक कुमाउनी कविता उत्तराखंड सरकार के कुमाउनी पाठ्यक्रम में भी शामिल। 5. उत्तराखंड की कुमाउनी-गढ़वाली-जौनसारी सहित सभी लोकभाषाओं को एक मंच प्रदान कर रही पत्रिका ‘कुमगढ़’ सहित अनेक पत्र-पत्रिकाओं के संपादन में भी संपादकीय सहयोग। 6. आकाशवाणी के अल्मोड़ा केंद्र से कई कुमाउनी कविताएं एवं लेख-निबंध प्रसारित। 7. कई कुमाउनी भाषा सम्मेलनों, संगोष्ठियों एव कवि सम्मेलनों में सहभागिता।
यह भी पढ़ें : वरिष्ठ पत्रकार नवीन जोशी ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग से प्राप्त की शोध उपाधि
प्रो. गिरीश रंजन तिवारी के निर्देशन में नवीन जोशी ने पत्रकारिता विभाग से शोध उपाधि प्राप्त की
— Navin Samachar @ navinsamachar.com (@navinsamachar) January 15, 2021
यहां है एक पत्रकार, लेखक, कवि एवं छाया चित्रकार के रूप में मेरी रचनात्मकता, लेख, आलेख, छायाचित्र, कविताएं, हिंदी-कुमाउनी के ब्लॉग आदि कार्यों का पूरा समग्र। मेरी कोशिश है कि यहां नैनीताल, कुमाऊं, उत्तराखंड और वृहद संदर्भ में देश की विरासत, संस्कृति, इतिहास और वर्तमान को समग्र रूप में संग्रहीत करने की….।
मेरे फेसबुक पेज को पसंद कर मुझसे जुड़ें @ नवीन जोशी समग्र , ट्विटर पर @ नवीन जोशी और लिंक्ड-इन पर @ नवीन जोशी
मेरे दिल में बसता है, मेरा नैनीताल, मेरा कुमाऊं और मेरा उत्तराखंड
- पढ़िए मेरी कुमाउनी कविताओं की पुस्तक-उघड़ी आंखोंक स्वींड़ और कुमाउनी नाटक-जैल थै, वील पै।
प्रकाशित हो गयी है नयी पुस्तक –
देवभूमि के कण-कण में ‘देवत्व’, जिसमें है : देवभूमि उत्तराखंड के धार्मिक एवं देवलोक सदृश नैसर्गिक सुंदरता से परिपूर्ण पर्यटन महत्व के स्थलों, सांस्कृतिक पहचान और लोक पर्वों की झांकी…
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लेखक द्वारा किये गए लघु शोध अध्ययन :
1. प्राकृतिक आपदाऐं : भूकंप व भूस्खलन (इतिहास, चुनौतियां एवं संभावित समाधान) (2011)
2. नैनीताल व नैनी झील की समस्याऐं, नगर वासियों की नैनी झील के प्रति संवेदनशीलता तथा उनका प्रतिक्रिया स्तर (2012)
3. भारत में नए मीडिया का प्रभाव और भविष्य (कागज रहित मीडिया की ओर अग्रसर वेब पत्रकारिता और सोशल मीडिया के विशेष संदर्भ में)। (2016) - देखें नैनीताल की पुरानी फोटो का पावर-प्वाइंट प्रजेंटेशन-ओल्डी गोल्डी ब्यूटी ऑफ नैनीताल।
- देखें लेखक के ब्लॉग-ऊंचे पहाड़ों से जीवन के स्वर, मन कही, उत्तराखंड समाचार, प्रकृति मां और पत्रकारिता के गुर
- देखें लेखक की नैनीताल से संबंधित फोटो का स्लाइड-शो ‘नैनीताल सिटी एंथम-ये नैनीताल है” के साथ।
साथ ही फोटो ‘पिक्सोटो’ पर। (About, Dr. Navin Joshi, Dr. Navin Joshi, Navin Samachar, Dr. Navin Chandra Joshi, Navin Joshi ‘Navendu’, Naveen Joshi, Dr. Naveen Joshi, Navin Chandra Joshi, Naveen Chandra Joshi, Dr. Naveen Chandra Joshi,)
ईटीवी पर स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई पर वक्तव्य :
मेरी कुमाउनी कविताओं का संग्रह: उघड़ी आंखोंक स्वींड़ (लिंक क्लिक कर के PDF फॉर्मेट में पढ़ सकते हैं।)
मेरी पुस्तक देवभूमि के कण-कण में ‘देवत्व’ को यहाँ क्लिक करके पीडीएफ फॉर्मेट में भी पढ़ा जा सकता है।
यह भी पढ़ें:
कुमाउनी का पहला PDF फॉर्मेट में भी उपलब्ध कविता संग्रह “उघड़ी आंखोंक स्वींण”
‘उघड़ी आंखोंक स्वींण’ में कत्ती टपकी, काँयी चटैक छन और काँयीं फचैक: डॉ. प्रभा
जनभाषा की कसौटी पर खरी उतरती है ‘नवेंदु’ की कविता
Navin Joshi (born 26th November 1972) is a Media personality, journalist, author and Renowned Photo Journalist at Nainital, Uttarakhand, working with Rashtriya Sahara from last 15 years. Earlier he worked for Dainik Jagran for Five years. He is also a well known Kumaoni Poet Navin Joshi ‘Navendu’, He wrote Kumaoni Poetry book “Ugadhi aankonk sween” and “Devbhumi ke Kan Kan men Devatva”. As a Photo Journalist, his Photographs presented in various exhibitions, including Nainital Rajbhawan and awarded by than Governor of Uttarakhand Mrs. Margret Alwa. He also got International Prize for Photography (http://www.panoramio.com/winners/?date=1-2010) He is the Son of Famous Hindi/Kumaoni Poet, writer & Editor Sri Damodar Joshi ‘Dewanshu” and Former Principal in Education Department Uttarakhand. He was born at Toli, Bageshwar. he studied initially at Naini, Jageshwar (Almora), and than GIC Almora, Diploma in Mechanical Engineering from Govt. Polytechnic Nainital, Graduation, PG Diploma and Masters Digree (With Gold Medal) in Journalism and Mass Communication from Kumaon University Nainital. He has been consistently writing, apart from working in media for Rashtriya Sahara and various Magazines.
You may Try…Also, if you search Most Popular Photos of Nainital in Google Earth and Tripmondo type travel websites, Most of them are Mine (नवीन जोशी), however some sites pasted my photos with there names…
These are the Links:
- http://www.panoramio.com/map/#lt=29.374545&ln=79.456013&z=3&k=2&a=1&tab=1&pl=all
- https://www.tripmondo.com/india/uttarakhand/nainital/picture-gallery-of-nainital/
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My More Photos can be seen at the Portfolio link and On Nainital Photos page under Page Link on the Hedder of Site and in My Blog-प्रकृति मां
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(About, Dr. Navin Joshi, Dr. Navin Joshi, Navin Samachar, Dr. Navin Chandra Joshi, Navin Joshi ‘Navendu’, Naveen Joshi, Dr. Naveen Joshi, Navin Chandra Joshi, Naveen Chandra Joshi, Dr. Naveen Chandra Joshi,) |
सुप्रभात !
नित नवीन ऊंचाईं चढ़ते रहें
यशस्वी हों :
डा० हृदेश दीपाली अल्मोड़ा
ह्रदय की गहराइयों से धन्यवाद…