हल्द्वानी में 26 साल की शिक्षिका की संदिग्ध मौत, मौत से पहले दी जानकारी (Haldwani-Shikshika ne ki aatmhatya)
नवीन समाचार, हल्द्वानी, 30 मई 2023। हल्द्वानी के मुखानी थाना क्षेत्र की रहने वाली एक 26 साल की शिक्षिका ने शिक्षिका ने घर से दूर जंगल में आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि आत्महत्या से पहले शिक्षिका ने अपनी सहेलियों और परिजनों को सूचना दी थी। सूचना पर उसकी एक सहेली भागते हुए घटनास्थल पर पहुंची। लेकिन तब तक वह कोई जहरीला पदार्थ गटक चुकी थी। यह भी पढ़ें : पर्यटन नगरी में बड़ा हादसा, स्कूटी सहित खाई में गिरी युवती, मौत
उसे बचाने की कोशिश में उसकी सहेली शिक्षिका को अस्पताल ले गई। लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शिक्षिका की मौत पर उसके मायके पक्ष के लोगों ने हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा भी किया और आरोप लगाया कि गीतांजलि की मौत की वजह ससुरालियों की प्रताड़ना है। यह भी पढ़ें : स्कूल गई नाबालिग हुई गायब, दिल्ली में युवक के साथ मिली..
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुखानी थाना क्षेत्र के बिठौरिया हरिपुर नायक निवासी 26 वर्षीय गीतांजलि देउपा पुत्री मनोहर सिंह देउपा एक निजी स्कूल में शिक्षिका थी। दो वर्ष पहले उसकी शादी मल्ला लोहरियासाल मुखानी निवासी अभिनव मेहरा के साथ हुई थी। दोनों की डेढ़ साल की बेटी है। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड : मौलवी ने महिलाओं के लिए जारी किया फरमान, मोबाइल के इस्तेमाल, शादी-विवाह के कार्यक्रम में जाने और वहां लड़कों के स्वागत करने पर रोक लगाने को कहा…
बताया जा रहा है कि आज शिक्षिका स्कूल से घर पहुंची और घर से निकल कर कालाढूंगी रोड के चारधाम मंदिर स्थित जंगल में चली गई। वहां से उसने अपनी एक सहेली और अपने परिजनों को इसकी सूचना दी। कहा कि उससे मिलना हो तो आखिरी बार मिलने के लिए चारधाम मंदिर पर आ जाएं। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड के व्यवसायी की बालाजी से लौटते हुए यूपी में दुर्घटना में मौत, पत्नी-बच्चे भी थे साथ में
इस पर उसकी सहेली तत्काल मौके पर पहुंची और गीतांजलि को जंगल से गंभीर हालत में उसे कालाढूंगी रोड स्थित एक निजी अस्पताल लेकर पहुंची। जहां उसकी मौत हो गई। मुखानी थाना प्रभारी रमेश बोहरा का कहना है कि फिलहाल मायके पक्ष से कोई लिखित तहरीर नहीं आई है। तहरीर आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। (Shikshika ne ki aatmhatya) (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।