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November 22, 2024

गणेश पूजा एवं अखंड रामायण के साथ शुरू हुआ नयना देवी मंदिर का वार्षिकोत्सव….

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Nayna Devi

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 8 जून 2022। पहली बार दो दिन मनाया जा रहा नैनीताल की आराध्य देवी माता नयना के मंदिर का 139वां वार्षिकोत्सव बुधवार को गणेश पूजा एवं अखंड रामायण के पाठ के साश शुरू हो गया। सुबह मंदिर के मुख्य पुजारी बसंत बल्लभ पांडे ने प्रदीप साह व नीलिमा साह के यजमानत्व में गणेश पूजा से आयोजन की शुरुआत की। देखें विडियो :

इसके उपरांत 10 बजे से हल्द्वानी से आऐ कमल जोशी व उनके साथियों ने गोस्वामी तुलसीदास रचित श्रीराम चरित मानस का अखंड पाठ शुरू किया, जो गुरुवार तक लगातार चलता रहेगा। इस दौरान मंदिर में श्रद्धालुओं का पूरे दिन मेला लगा रहा। आयोजन में मंदिर प्रबंधन से जुड़े अमर-उदय ट्रस्ट के मुख्य न्यासी राजीव लोचन साह, महासचिव हेमंत शाह, महेश लाल साह, घनश्याम लाल साह, राधा रमण व अन्य न्यासी तथा चंद्रशेखर तिवारी, भुवन चंद्र कांडपाल, गणेश बहुगुणा, नवीन तिवाड़ी आदि पुजारी व सुरेश मेलकानी, बसंत जोशी आदि सभी कर्मचारी आयोजन की सफलता हेतु जुटे रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : इस बार दो दिन का होगा माता नयना देवी का 139वां वार्षिकोत्सव, मंदिर में शालीन वस्त्रों में ही प्रवेश की हो रही शुरुआत…

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 4 जून 2022। ज्येष्ठ माह की नवमी को आदि शक्ति का जन्म दिन माने जाने वाले दिन ही 1883 में नगर के मौजूदा नयना देवी मंदिर की स्थापना हुई थी। तभी से इस दिन, पिछले 138 वर्षों से माता नयना देवी मंदिर का स्थापना दिवस-वार्षिकोत्सव मनाया जाता है।

पिछले दो वर्ष कोविड काल में मात्र धार्मिक आयोजन के रूप में मनाये गए इस आयोजन में इस वर्ष आम श्रद्धालु भी शामिल हो सकेंगे। इस वर्ष यह आयोजन दो दिन 8 एवं 9 जून को आयोजित होगा। आयोजक संस्था, मंदिर का प्रबंधन करने वाले अमर उदय ट्रस्ट के अध्यक्ष राजीव लोचन साह ने उम्मीद जताई कि इस बार भारी संख्या में श्रद्धालु इस आयोजन में जुटेंगे। इस हेतु 20 हजार लोगों के लिए महाभंडारे, प्रसाद की व्यवस्था की जा रही है।

श्री साह ने बताया कि वार्षिकोत्सव की शुरुआत 8 जनवरी की सुबह गणेश पूजा के उपरांत हल्द्वानी के कमल जोशी की टीम द्वारा पूरे गीत-संगीत के साथ अखंड रामायण के पाठ से होगी। 9 जून को नवमी व गंगा दशहरा के दिन प्रातः ब्रह्ममुहूर्त में मंदिर के संस्थापक अमर नाथ शाह के वंशजों के द्वारा लगातार 139वें वर्ष मंदिर के गर्भगृह में पारंपरिक कुलपूजा की जाएगी।

इसके उपरांत विश्वशांति हेतु हवन यज्ञ व कन्यापूजन तथा चाट पार्क में भंडारा एवं शाम को बृजमोहन जोशी व भीम सिंह कार्की की अगुवाई में भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। पत्रकार वार्ता में ट्रस्ट के हेमंत शाह, महेश लाल साह व सुरेश मेलकानी आदि लोग भी शामिल रहे। उन्होंने इसी वर्ष नंदा देवी महोत्सव के तहत पालिका-प्रशासन से मंदिर ट्रस्ट को देय करीब 43 लाख रुपए की धनराशि से शीघ्र मंदिर के प्रांगण एवं मुख्य मंदिर की छत के जीर्णोद्धार का इरादा भी जताया।

शालीन-मर्यादित वस्त्रों में मंदिर आने की अपील
नैनीताल। नयना देवी मंदिर अमर उदय ट्रस्ट अपने 139वें स्थापना दिवस से मंदिर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए शालीन व मर्यादित वस्त्रों में मंदिर आने की उम्मीद एवं अपील कर रहा है। इस हेतु मंदिर में जगह-जगह पोस्टर भी लगाए जाएंगे। उम्मीद की जा रही है कि लोग पूर्ण वस्त्रों में एवं सिर को ढककर पूरी श्रद्धा के साथ मंदिर में आएंगे।

नयना देवी मंदिर का इतिहास
कहा जाता है कि नैनीताल में नगर की स्थापना से पूर्व भी माता नयना देवी का मंदिर वर्तमान बोट हाउस क्लब व फव्वारे के बीच के स्थान पर कहीं था। अमर उदय ट्रस्ट के अध्यक्ष राजीव लोचन साह ने बताया कि 1815 से 1830 के बीच पहले कुमाऊं कमिश्नर रहे जीडब्लू ट्रेल ने इस मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए अल्मोड़ा के गुज्जे शाह को कहा। उनकी जगह उनके पुत्र मोती राम शाह ने, जो मूल रूप से नेपाल के निवासी तथा उस दौर में अल्मोड़ा के प्रमुख व्यवसायी, अग्रेज सरकार बहादुर के बैंकर और तत्कालीन बड़े ठेकेदार थे। वे ही नैनीताल में शुरूआती वर्षों में बने सभी बंगलों व अनेक सार्वजनिक उपयोग के भवनों के शिल्पी और ठेकेदार और नैनीताल में बसने वाले पहले हिंदुस्तानी भी थे। उन्होंने ही पीटर बैरन के लिए नगर का पहला घर पिलग्रिम हाउस का निर्माण भी उन्होंने ही कराया था, इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया।

यह मंदिर 18 सितम्बर 1880 को आऐ विनाशकारी भूस्खलन में ध्वस्त हो गया। कहा जाता है कि 1882 में इसके अवशेष वर्तमान मन्दिर के करीब स्वप्न में मिले संकेतों के आधार पर मिले। इस पर अंग्रेजों ने मंदिर के लिए पूर्व के स्थान बदले वर्तमान स्थान पर लगभग सवा एकड़ भूमि हस्तांतरित की। इस पर 1883 में तब तक दिवंगत हो चुके मोती राम शाह जी के ज्येष्ठ पुत्र स्वर्गीय अमर नाथ शाह ने माँ नयना देवी का मौजूदा मंदिर बनवाया। मंदिर के लिए मां की मूर्ति काले पत्थर से नेपाली मूर्तिकारों से बनवाई, और उसकी स्थापना 1883 में मां आदि शक्ति के जन्म दिन मानी जाने वाली ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को की।

तभी से इसी तिथि को मां नयना देवी का मंदिर का स्थापना दिवस मनाया जाता है, और इसे मां का जन्मोत्सव भी कहा जाता है। मंदिर की व्यस्था वर्तमान में मां नयना देवी अमर-उदय ट्रस्ट द्वारा की जाती है, और ट्रस्ट की ‘डीड’ की शर्तों के अनुसार इस परिवार के वंशजों को वर्ष में केवल इसी दिन मन्दिर के गर्भगृह में जाने की अनुमति होती है। बताते हैं कि शुरू में मंदिर परिसर में केवल तीन मन्दिर ही थे, इनमें से मां नयना देवी व भैरव मन्दिर में नेपाली एवं पैगोडा मूर्तिकला की छाप बताई जाती है, वहीं इसके झरोखों में अंग्रेजों की गौथिक शैली का प्रभाव भी नजर आता है। तीसरा नवग्रह मन्दिर ग्वालियर शैली में बना है। इसका निर्माण विशेष तरीके से पत्थरों को आपस में फंसाकर किया गया और इसमें गारे व मिट्टी का प्रयोग नहीं हुआ। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : कार्तिक पूर्णिमा पर नयना देवी मंदिर में चढ़ाए गए 18 बड़े घंटे

Nayana Devi Mandir
नयना देवी मंदिर में कार्तिक पूर्णिमा पर चढ़ाए गए बड़े घंटे।

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 18 नवंबर 2021। नगर की आराध्य देवी माता नयना देवी के मंदिर में कार्तिक पूर्णमासी के दिन 18 बड़े घंटे लगाए गए हैं। बृहस्पतिवार को मंदिर के आचार्यों ने प्रतिष्ठा कर मंदिर परिसर में इन्हें लगाया गया। बताया गया कि मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाई गई पुरानी छोटी व निष्क्रिय घंटियों को पिघला कर यह बड़े घंटे बनाए गए हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : नयना देवी मंदिर का वार्षिक समारोह 19 को

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 15 जून 2021। सरोवरनगरी की आराध्य देवी माता नयना के नगर स्थित मंदिर का हर वर्ष ज्येष्ठ शुक्ल नवमी को मनाया जाने वाला स्थापना दिवस-वार्षिक समारोह इस वर्ष शनिवार 19 जून को आयोजित होगा। मंदिर ट्रस्ट की ओर से शैलेंद्र मेलकानी ने बताया कि कोविड की परिस्थितियों के कारण पिछले वर्ष की तरह यह समारोह इस बार भी प्रतीकात्मक रूप से अत्यन्त सादगी से मनाया जायेगा। सरकार-प्रशासन के दिशा निर्देशों के अनुरूप भंडारा तथा भजन संध्या जैसे कार्यक्रम इस बार भी नहीं होंगे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : फेसबुक लाइव पर लाइव विधि-विधान पूर्वक आयोजित हुआ नयना देवी मंदिर का वार्षिकोत्सव

नवीन समाचार, नैनीताल, 31 मई 2020। सरोवरनगरी की आराध्य देवी माता श्री माँ नयना देवी मंदिर का 136वां स्थापना दिवस रविवार को सादगी के साथ ही विधि विधान पूर्वक आयोजित किया गया। इस अवसर पर अन्य वर्षों की धूमधाम के विपरीत इस वर्ष मंदिर प्रांगण में सन्नाटा रहा। लेकिन फेसबुक लाइव पर बड़ी संख्या में लोगों ने इस आयोजन को देखा। मंदिर प्रबंधन ने आगे भी आयोजन का वीडियो इसके बाद भी मंदिर की फेसबुक वॉल पर उपलब्ध कराया गया है। उल्लेखनीय है कि हर वर्ष यह आयोजन आदि देवी के जन्मदिन कहे जाने वाले ज्येष्ठ माह की नवमी को मनाया जाता है।
इस अवसर पर नैनीताल नगर के निर्माता कहे जाने वाला लाला मोतीराम शाह के वंशजों की ओर से प्रतीकात्मक रूप से प्रदीप शाह और उनकी धर्मपत्नी नीरू शाह ने बतौर यजमान के वार्षिक कुल पूजा संपन्न कराई। प्रधान पुजारी आचार्य बसंत बल्लभ पांडे ने सहयोगी आचार्य नवीन चंद्र तिवारी के साथ धार्मिक अनुष्ठान करवाएं और कोरोना के संकट को यथाशीघ्र समाप्त करने की माता से कामना की। इस अवसर पर मंदिर ट्रस्ट के सचिव हेमंत कुमार शाह भी उपस्थित रहे। इस दौरान हर साल होने वाले महा भंडारा के स्थान पर सांकेतिक रूप में प्रसाद वितरण किया गया। वहीं श्रीराम चरित मानस के सुंदर कांड और भजन संध्या जैसे कार्यक्रम रद्द कर दिये गये।

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