December 23, 2025

क्या पाकिस्तान में किसी तरह का न्यूक्लियर रिसाव हुआ है ? जानें सच्चाई…

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नवीन समाचार, नई दिल्ली, 14 मई 2025 (Fact Check-Has there any Nuclear Leak inPakistan)भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान में न्यूक्लियर रिसाव की चर्चा तेज है। कहा जा रहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम के कारणों में भी यह एक प्रमुख कारण है।  कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में 9-10 मई 2025 को पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमलों के दौरान किरणा पहाड़ियों में रेडियोधर्मी रिसाव का दावा किया गया। ‘नवीन समाचार’ ने वैश्विक चिंता के इस विषय की सच्चाई सामने लाने का एक प्रयास किया है। 

सोशल मीडिया पर पाकिस्तान में न्यूक्लियर रिसाव की संभावना को लेकर व्यापक चर्चा है, विशेष रूप से भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद, जिसमें 9-10 मई 2025 को पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए गए। किरणा पहाड़ियों, जहां पाकिस्तान की परमाणु सुविधाएं कथित तौर पर हैं, को निशाना बनाने की अफवाहों ने इस मुद्दे को और जटिल बना दिया। हालांकि, कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है कि रिसाव हुआ है, और कई दावे गलत साबित हुए हैं। यह नोट विस्तार से इस मुद्दे का विश्लेषण करता है, जिसमें सोशल मीडिया की भूमिका, आधिकारिक बयान, और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं को शामिल किया गया है।

सोशल मीडिया पर अफवाहें और गलत सूचनाएं

Imageसोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान किरणा पहाड़ियों में परमाणु सुविधा क्षतिग्रस्त हुई, जिससे रेडियोधर्मी रिसाव हुआ। एक वायरल “रेडियोलॉजिकल सेफ्टी बुलेटिन” ने उत्तरी पाकिस्तान में रिसाव की बात कही, जिसे सरकार के मंत्रालय से जारी बताया गया। देखें : https://x.com/ImtiazMadmood/status/1922021540683518149

ऑल्ट न्यूज ने इसे नकली करार दिया, क्योंकि इसमें स्पेलिंग त्रुटियां जैसे “Confidential” और “Northern Region” की गलत लिखावट, और “24:55” जैसे अमान्य समय का उल्लेख था। ईमेल डोमेन @env.go.v.pk भी अमान्य पाया गया, जो कि पाकिस्तान में आधिकारिक डोमेन @gov.pk के विपरीत था।

कुछ X पोस्ट्स ने स्थानीय लोगों में उल्टी, सिरदर्द और मतली जैसे लक्षणों का भी उल्लेख किया, जो रेडियेशन के प्रभाव से जोड़ा गया। लेकिन इन दावों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है, और ये केवल अटकलों पर आधारित हैं

भारतीय और पाकिस्तानी आधिकारिक बयान

भारतीय वायु सेना के वायु सेनाध्यक्ष एके भारती ने 11 मई 2025 को प्रेस ब्रीफिंग में स्पष्ट किया कि किरणा पहाड़ियों को निशाना नहीं बनाया गया। वहीं पाकिस्तानी सरकार ने नूर खान और सरगोधा हवाई अड्डों पर हमलों की पुष्टि की, लेकिन परमाणु ढांचे को नुकसान की बात खारिज की है। 

अंतरराष्ट्रीय गतिविधियां और चिंताएं

अमेरिका का बी350 एएमएस विमान, जो रेडियेशन मापने के लिए उपयोग होता है, पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में देखा गया। इसकी उपस्थिति ने रिसाव की अटकलों को हवा दी, लेकिन न तो अमेरिका और न ही पाकिस्तान ने इसकी पुष्टि की। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने भी किसी बड़े रेडियोधर्मी रिसाव की पुष्टि नहीं की है।

स्थानीय और क्षेत्रीय प्रभाव

किरणा पहाड़ियों के आसपास असामान्य सैन्य गतिविधियां, जैसे सड़क अवरोध, प्रतिबंधित क्षेत्र और सुरक्षाकर्मियों की बढ़ी मौजूदगी की खबरें आईं। पाकिस्तान के खुषाब परमाणु संयंत्र, जो किरणा से 75 किमी दूर है, और नूर खान हवाई अड्डा, जो पाकिस्तान की सामरिक योजनाओं के मुख्यालय के निकट है, रणनीतिक रूप से संवेदनशील हैं । इन क्षेत्रों में हमलों ने वैश्विक चिंता बढ़ाई, लेकिन कोई ठोस सबूत रिसाव की पुष्टि नहीं करता।

विश्लेषण और भविष्य की चुनौतियां

विशेषज्ञों का मानना है कि परमाणु हथियारों में फेलसेफ सिस्टम होते हैं, जो रिसाव की संभावना को कम करते हैं। फर्जी दस्तावेज और अपुष्ट दावों ने स्थिति को और जटिल किया है। भविष्य में, दोनों देशों को पारदर्शिता और संवाद बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि ऐसी अफवाहें नियंत्रित हों और क्षेत्रीय स्थिरता बनी रहे।

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तालिका: मुख्य बिंदु और स्रोत

बिंदुविवरणस्रोत
सोशल मीडिया अफवाहेंरेडियेशन लीक का दावा, नकली बुलेटिन वायरलNewschecker, OpIndia
भारतीय वायु सेना का खंडनकिरणा पहाड़ियों को निशाना नहीं बनाया गयाThe Times of India
पाकिस्तानी सरकार का रुखपरमाणु ढांचे को नुकसान की बात खारिजThe Tribune
IAEA की प्रतिक्रियाकिसी बड़े रिसाव की पुष्टि नहींBLiTZ
अमेरिकी विमान की उपस्थितिरेडियेशन मापने का विमान, लेकिन प्रामाणिकता संदिग्धIDRW, Business Today

निष्कर्ष

वर्तमान में, पाकिस्तान में न्यूक्लियर रिसाव की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। सोशल मीडिया पर फैली अफवाहें और फर्जी दस्तावेज भ्रामक हैं, और भारतीय वायु सेना, पाकिस्तानी सरकार, और IAEA ने रिसाव की बात से इनकार किया है। क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए दोनों देशों को संयम और पारदर्शिता बरतनी होगी। इस संबंध में केवल पाकिस्तान व पाकिस्तानी लोग ही सही तथ्य सामने ला सकते हैं। (Fact Check-Has there any Nuclear Leak inPakistan, , International News, Fact Check, Nuclear Leak in Pakistan, Indo-Pak War,)

मुख्य उद्धरण (Fact Check-Has there any Nuclear Leak inPakistan)

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