गुलदार ने मां की गोद से छीना चार वर्षीय मासूम, पर्वतीय गांवों में अभी भी शौच के लिए अंधेरे में बाहर जाने की समस्या कारण ?

नवीन समाचार, बागेश्वर, 3 मई 2025 (Leopard Snatched 4Years old Boy from Mothers Lap)। उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद के कांडा तहसील क्षेत्र के रावतसेरा राजस्व गांव माणाकभड़ा में शनिवार देर शाम ह्रदय विदारक घटना घटित हुई। गांव की एक महिला अपनी चार वर्षीय संतान को गोद में लेकर शौच के लिए घर से बाहर निकली ही थी कि अचानक झाड़ियों में घात लगाए बैठे गुलदार ने पलक झपकते ही मासूम बच्चे पर झपट्टा मार दिया और उसे अपनी पकड़ में लेकर जंगल की ओर भाग गया।
माँ नीलम देवी की गोद में मौजूद नैतिक नाम के मासूम को गुलदार ने इतनी तेजी से झपटा कि वह कुछ समझ पाती, उससे पहले ही उसका दिल का टुकड़ा उसके हाथों से छूट गया। माँ ने पूरी ताकत से चीखते हुए गुलदार का पीछा करने की कोशिश की, परंतु तब तक वह अंधेरे में ओझल हो चुका था। मासूम की चीख-पुकार और माँ की विलाप से आसपास के लोग भी घटनास्थल पर जुट गए। परिजनों व ग्रामवासियों ने तुरंत बच्चे की खोज शुरू की।
लगभग 300 मीटर दूर जंगल की ओर मासूम नैतिक का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ, जिसे देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। मां बेसुध हो गई, वहीं परिवार के अन्य सदस्यों का भी रो-रोकर बुरा हाल है।
घटना की सूचना मिलते ही कांडा से वन विभाग और पुलिस की टीम तथा राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उनसे ग्रामीणों ने क्षेत्र में लगातार गुलदार की बढ़ती गतिविधियों पर चिंता जताते हुए तत्काल गुलदार को पकड़ने की मांग की।
क्षेत्र में पहले से बना है गुलदार का खौफ
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि माणाकभड़ा और आसपास के क्षेत्रों में पिछले कई महीनों से गुलदार की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। कभी मवेशियों पर हमला तो कभी रात में घरों के आसपास मंडराना—ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं। परंतु शनिवार की यह घटना तब हृदयविदारक बन गई जब गुलदार ने एक मासूम की जिंदगी निगल ली।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि वन विभाग द्वारा पहले ही सतर्कता बरती जाती और गुलदार को पकड़ने की कार्रवाई होती तो आज एक परिवार उजड़ने से बच सकता था। अब ग्रामीणों ने मांग की है कि गुलदार को पिंजरे में कैद किया जाए अथवा उसकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कार्यवाही की जाए।
पर्वतीय गांवों में अभी भी शौच के लिए अंधेरे में बाहर जाने की समस्या (Leopard Snatched 4Years old Boy from Mothers Lap)
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है और लोग भयभीत हैं। स्कूल जाने वाले बच्चे डरे हुए हैं और परिजन उन्हें बाहर भेजने से कतरा रहे हैं। यह घटना एक बार फिर से पर्वतीय क्षेत्रों में मानव-वन्यजीव संघर्ष की भयावह सच्चाई को उजागर करती है। इस घटना से पर्वतीय गांवों में अभी भी शौच के लिए अंधेरे में बाहर जाने की समस्या भी उजागर हुई है। (Leopard Snatched 4Years old Boy from Mothers Lap)
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डॉ.नवीन जोशी, पिछले 20 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय, ‘कुमाऊँ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पीएचडी की डिग्री प्राप्त पहले और वर्ष 2015 से उत्तराखंड सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकार हैं। 15 लाख से अधिक नए उपयोक्ताओं के द्वारा 150 मिलियन यानी 1.5 करोड़ से अधिक बार पढी गई आपकी अपनी पसंदीदा व भरोसेमंद समाचार वेबसाइट ‘नवीन समाचार’ के संपादक हैं, साथ ही राष्ट्रीय सहारा, हिन्दुस्थान समाचार आदि समाचार पत्र एवं समाचार एजेंसियों से भी जुड़े हैं। देश के पत्रकारों के सबसे बड़े संगठन ‘नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) उत्तराखंड’ के उत्तराखंड प्रदेश के प्रदेश महामंत्री भी हैं और उत्तराखंड के मान्यता प्राप्त राज्य आंदोलनकारी भी हैं।











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