नवीन समाचार, नैनीताल, 6 दिसंबर 2023 (Tourism Problems)। नैनीताल नगर में अवैध रूप से चल रहे होटलों व गेस्ट हाउसों पर नगर पालिका नैनीताल निर्वाचित बोर्ड के भंग होने एवं प्रशासक के नियंत्रण में आने के बाद अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के उद्देश्य से कर दायरा कसने जा रही है। इससे नगर में चल रहे होटलों, गेस्ट हाउसों व होम स्टे आदि के नगर पालिका एवं प्रशासन के नियंत्रण में आने और उनके बारे में बेहतर जानकारी लगने की भी उम्मीद की जा रही है।
नगर पालिका के प्रशासक केएन गोस्वामी ने बताया कि पालिका की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए करों की वसूली की व्यवस्था को व्यवस्थित कर सुधारा जा रहा है। इसके लिए नगर पालिका अपने करों के बकायेदारों को नोटिस जारी कर उनकी आरसी काटी जाएंगी। इसी कड़ी में नगर के सभी वैध-अवैध तरीकों से चल रहे होटलों व गेस्ट हाउसों व होम स्टे आदि को चिह्नित कर उनसे भी कर वसूले जाने पर कार्यवाही शुरू कर दी गयी है।
उन्होंने उम्मीद जतायी कि इससे पालिका के राजस्व में लाखों की बढ़ोतरी होगी। साथ ह ीवह एक व्यवस्था के भीतर भी आ जायेंगे। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग की सूची के अनुसार नगर में केवल 300 होटल-गेस्ट हाउस व 100 होम स्टे तथा नगर पालिका में केवल 180 होटल ही पंजीकृत हैं जबकि नगर में इससे कई गुना अधिक होटल, गेस्ट हाउसों व होम स्टे का अवैध रूप से संचालन किया जा रहा है। इन होटलों, गेस्ट हाउसों व होम स्टे को चिह्नित कर इनसे टैक्स वसूला जायेगा।
उन्होंने बताया कि कि इस हेतु पर्यटन विभाग के साथ ही जिला प्रशासन तथा नगर पालिका एवं विद्युत व पेयजल विभाग संयुक्त रूप से अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि नगर में चल रही हर तरह की व्यवसायिक गतिविधियों का नगर पालिका में पंजीकरण होना अनिवार्य है। होम स्टे के बारे में उन्होंने कहा कि इनसे घरेलू या व्यवसायिक आधार पर टैक्स लेने पर जानकारी ली जायेगी।
उन्होंने नगर के होटल, गेस्ट हाउस व होम स्टे संचालकों से अपील भी की कि वह जल्द से जल्द पर्यटन विभाग के साथ ही नगर पालिका में भी अपना पंजीकरण करा लें। अन्यथा विधिक कार्रवाई अमल में लायी जायेगी।
पर्यटन विभाग बनायेगा होम स्टे का डेटा बैंक
नैनीताल। एक अन्य समाचार के अनुसार पर्यटन विभाग प्रदेश भर में होम स्टे का डेटा बैंक बनायेगी। इसमें दर्ज किया जायेगा कि किस होम स्टे में क्या-क्या सुविधायें उपलब्ध हैं। यह जानकारी पर्यटकों के लिये भी उपलब्ध होगी। जिससे वह होम स्टे में रहने के लिये सीधे संपर्क भी कर सकते हैं।
खुर्पाताल क्षेत्र में बढ़ती पर्यटन गतिविधियों से ग्रामीण चिंतित
नैनीताल। पर्यटन नगरी व जिला मुख्यालय नैनीताल के निकट खुर्पाताल व सरियाताल के क्षेत्र पर्यटन गतिविधियों के नये हब बनते जा रहे हैं। हालांकि खुर्पाताल झील में अब तक कोई भी पर्यटन गतिविधि शुरू नहीं हुई है, लेकिन सीजनल सब्जियों के लिये विख्यात खुर्पाताल में झील किनारे एवं आसपास बड़ी संख्या में रिजॉर्ट, होटल एवं होम स्टे आदि तेजी से बन रहे हैं।
चूंकि इन रिजॉर्ट, होटल एवं होम स्टे आदि के सीवर के निस्तारण के लिये कोई सीवर लाइन उपलब्ध नहीं है, एवं सोख्ता गड्ढों से ही यह काम चला रहे हैं, इसलिये क्षेत्रीय ग्रामीण इनकी वजह से खुर्पाताल झील का पानी प्रदूषित होने के प्रति चिंतित हैं। क्योंकि इसी पानी से निकटवर्ती जोग्यूड़ा व सिल्मोड़िया आदि गांवों के जल स्रोतों से पेयजल लिया जाता है। प्रशासन को इस ओर ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है।
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नवीन समाचार, नैनीताल, 24 फरवरी 2023 (Tourism Problems)। उत्तराखंड उच्च न्यायालय के निर्देशों के क्रम में नैनीताल नगर से भवाली, भीमताल, हल्द्वानी, कालाढुंगी आदि को जोड़ने वाली सड़कों पर लगने वाले मोबाइल फूड वैन के संचालन हेतु डीएम धीराज गर्ब्याल की जगह एडीएम अशोक जोशी की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों की बैठक आहूत की गई। बैठक में श्री जोशी ने कहा कि मोबाईल फूड वैन एक ही स्थान पर खड़ी नहीं रह सकतीं।
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उन्हें एक से दूसरी जगह पर गतिमान रहना चाहिए, ताकि उनकी वजह से संबंधित स्थानों पर जाम की स्थिति उत्पन्न न हो। एक ही जगहों पर स्थिर होने वाले मोबाइल फूड वैन को अवैध अतिक्रमण माना जायेगा। उन्होंने सम्बन्धित फूड वैन संचालकों से एक सप्ताह के अन्तर्गत अपने स्थान से हटाने को कहा। चेताया कि न हटने पर प्रशासन द्वारा सम्बन्धित वाहन को जब्त कर लिया जायेगा।
उन्होंने जिला पंचायत, नगरपालिका, वन विभाग, एनएच व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि यदि किसी व्यक्ति द्वारा अवैध तरीके से अतिक्रमण किया जाता है तो विभाग स्वयं संज्ञान लेते हुए सम्बधित व्यक्ति के खिलाफ नोटिस एवं चालान की कार्रवाई करें। यह भी पढ़ें : घर में लगी आग में जिंदा जली महिला
इसके अलावा श्री जोशी ने कहा कि मोबाइल वैन संचालकों के लिए परिवहन विभाग से कैंटीन रजिस्ट्रेशन, खाद्य सुरक्षा से फूड लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा। कहा कि आगे मोबाइल फूड वैन ग्रीष्मऋतु में प्रातः आठ बजे से सांय आठ बजे तक एवं शीतऋतु में प्रातः आठ बजे से सांय छः बजे तक भी चल सकेंगे और उन्हें चलाने हेतु प्रशासन द्वारा रूट निर्धारित किये जायेंगे।
(Tourism Problems) उन्हें अपना कूड़ा इधर-उधर न डालते हुए कूड़े को नगर पालिका, जिला पंचायत के वाहनों पर डालना होगा। जनपद के सभी क्षेत्रों मेंयह प्रणाली लागू की जायेगी। उन्होंने कहा कि नगरपालिका व जिला पंचायत के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में लाइसेंस जारी करेंगे। यह भी पढ़ें : प्रेमी-प्रेमिका के कोर्ट मैरिज करने पर बवाल, तीन महिलाओं सहित चार लोग घायल…
उपजिलाधिकारी राहुल शाह ने बताया है कि जिला प्रशासन द्वारा अब तक 19 मोबाईल फूड वैनों पर आवश्यक कार्यवाही करते हुए नोटिस जारी किया गया है। बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. जगदीश चन्द्र, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आलोक उनियाल, पूजा,एआरटीओ रश्मि भट्ट, वन विभाग के एसडीओ राज कुमार,
जिला पंचायत कार्य अधिकारी कमलेश बिष्ट, एनएच के एई एमबी थापा, एमके पाण्डे, कोतवाल डीवी सोलंकी, छावनी परिषद के सीईओ वरुण कुमार, एसडीओ विद्युत पर्यंक पांडे, कैलाश चन्द्र व खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय के साथ ही अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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नवीन समाचार, नैनीताल, 17 दिसंबर 2022 (Tourism Problems) । शनिवार देर शाम मल्लीताल पुलिस कोतवाली के पास टैक्सी चालकों ने पर्यटकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीट दिया। इस मामले में एक ओर बताया जा रहा है कि पर्यटकों ने टैक्सी वालों से लड़की कि मांग की थी, इसलिए उनकी पिटाई की गई। वहीं दूसरी ओर आम लोग पुलिस पर टैक्सी चालकों के द्वारा पर्यटकों के द्वारा पीटे जाने के दौरान मूकदर्शक बने रहने और टैक्सी चालकों के खास वर्ग के निरंकुश होने के आरोप भी लगा रहे हैं।
नैनीताल में पर्यटकों के पीछे भागते टैक्सी चालक pic.twitter.com/Nk1BokYhBh
— Navin Samachar @ deepskyblue-swallow-958027.hostingersite.com (@navinsamachar) December 18, 2022
प्राप्त जानकारी के अनुसार मल्लीताल पुलिस कोतवाली के सामने रात्रि करीब 9 बजे 10-12 टैक्सी चालक तीन पर्यटकों से उलझ रहे थे। टैक्सी चालकों का आरोप था कि पर्यटक उनसे लड़की की मांग कर रहे थे। टैक्सी चालकों से पर्यटकों द्वारा की गई ऐसी बेहूदा मांग से गुस्साए लोगों ने पर्यटकों की दौड़ा-दौड़ा कर धुनाई कर दी।
(Tourism Problems) टैक्सी चालक पंत पार्क से आगे फ्लैट्स मैदान तक दौड़ते-दौड़ते गए और पर्यटकों से मारपीट करने लगे। पर्यटक अँधेरे का फायदा उठाकर किसी तरह वहां से भाग पाए। इस दौरान पुलिस निष्क्रिय नजर आयी। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : टैक्सी चालक की धोखाधड़ी पर भड़के पर्यटकों ने किया हंगामा
नवीन समाचार, नैनीताल, 3 दिसंबर 2022। नगर में मल्लीताल पुराना घोड़ा स्टैंड पर शनिवार को टैक्सी चालक और पर्यटकों के बीच नगर के 7 दर्शनीय स्थलों की बुकिंग लेकर 5 स्थल ही दिखाने पर विवाद हो गया। पर्यटक हंगामा करने लगे। पर्यटकों ने आरोप लगाया कि आरोपित टैक्सी चालक से इस पर जवाब तलब किया तो वह अभद्रता करने लगा। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने किसी तरह मामला शांत कराया। यह भी पढ़ें : अपडेटेड समाचार : बारात की कार के खाई में गिरने से दूल्हे के पिता, दीदी, भाभी व भतीजे की मौत, 3 अन्य गंभीर घायल….
अपने परिवार के साथ नैनीताल घूमने आई दिल्ली निवासी महिला पर्यटक नाजिया ने बताया कि शनिवार सुबहएक टैक्सी चालक ने उनसे 7 दर्शनीय स्थलों की सैर कराने का प्रलोभन दिया, लेकिन पांच ही जगहों पर सैर कराकर वापस ले आया, और पूछने पर अभद्रता करने लगा। यह भी पढ़ें : होटल व्यवसायी की आत्महत्या के मामले में आया आईपीएस अधिकारी का नाम, विभाग में हड़कंप..
मल्लीताल कोतवाल प्रीतम सिंह ने कहा कि टैक्सी चालकों के खिलाफ इस तरह की काफी शिकायतें मिल रही हैं। टैक्सी चालक पर्यटकों से किसी भी तरह की ठगी न करें। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : अब आर्य समाज मंदिर के नाम पर ठगी…
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 4 जून 2022। सरोवरनगरी में होटलों के बाद अब 20 मई 1874 को सत्यधर्म प्रकाशिनी सभा के रूप में देश में सबसे पहले स्थापित आर्य समाज मंदिर में कमरा बुक कराने के नाम पर भी ठगी होने का चिंताजनक मामला प्रकाश में आया है। यह भी पढ़ें : पति की जगह किसी और के साथ साढ़े चार लाख के हनीमून पैकेज पर विदेश घूम आई पत्नी, सोशल मीडिया से खुला राज तो पति ने कराया मामला दर्ज..
आर्य समाज मंदिर के मंत्री केदार सिंह ने बताया कि इस धार्मिक संस्थान में ऑन लाइन बुकिंग की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। फिर भी आज एक पर्यटक ने बताया कि उसे आर्य समाज मंदिर में आवास की व्यवस्था करवाने का झांसा देकर दो हजार रुपए ठगा गया है। उन्होंने साफ किया कि आर्य समाज मंदिर एक निस्वार्थ संस्था है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : ग्रीष्मकालीन पर्यटन चरम पर, कमरा न मिलने पर सैलानी को पुलिस की मदद से गुरुद्वारे में बितानी पड़ी रात
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 29 मई 2022। सरोवरनगरी में ग्रीष्मकालीन पर्यटन सत्र अपने चरम पर है। ऐसे में कमरों की दरें लगातार बढ़ रही हैं, और इसके बावजूद कमरे नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसी एक स्थिति में पुलिस को एक सैलानी परिवार को पुलिस की मदद से गुरुद्वारे में रात बितानी पड़ी।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार ओम गौड़ पुत्र केदार दत्त निवासी मोहन मीकिन सोसायटी वसुंधरा गाजियाबाद सेक्टर 5 अपनी पत्नी अंजलि तथा दो बच्चों के साथ सपरिवार नैनीताल घूमने आए थे। मेट्रोपोल पार्किंग में वाहन को पार्क करने के दौरान उन्होंने किसी गाइड के माध्यम से होटल वुडलैंड जाकर होटल मैनेजर से 2500 रुपए में एक कमरा तय किया। लेकिन जब वह कार पार्किंग से अपना सामान लेकर होटल पहुंचे तो मैनेजर ने वह कमरा किसी अन्य को देने और अब 3500 रुपए का कमरा ही उपलब्ध होने की बात कही।
इस पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। सैलानी ने रात्रि साढ़े नौ बजे 112 नंबर के माध्यम से पुलिस को इसकी सूचना दी। इस पर मल्लीताल कोतवाली से उप निरीक्षक हरीश सिंह होटल पहुंचे तथा कोई हल न निकलने और रात्रि में शहर में कहीं भी कोई होटल न मिलने पर सैलानी के लिए सपरिवार गुरुद्वारे में रहने की व्यवस्था कराई। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल में 5 हजार रुपए के कमरे मे भी न सफाई मिली न रुपए वापस…
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 28 मई 2022। नैनीताल में होटल व्यवसायी समस्याओं का रोना तो खूब रोते हैं, पर शायद ही कभी चर्चा होती है कि वह सैलानियों को खुद क्या दे रहे हैं। ताजा मामला नगर के मल्लीताल स्थित एक होटल का आया है, जहां सैलानी को दो दिनों के लिए 10 हजार रुपए में कमरा बुक कराने के बावजूद कमरे में सफाई नहीं मिली। इस पर उसने कमरा छोड़ दिया तो उसे किराया लौटाया नहीं गया। पुलिस के हस्तक्षेप से रुपए लौटाए गए।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पेश से अधिवक्ता दिल्ली निवासी अमित अग्रवाल ने सपरिवार नैनीताल घूमने के लिए होटल क्लाउड 7 में 2 दिन की 10,000 रुपए में ऑनलाइन बुकिंग कराई थी। परंतु जब वह होटल में 27 मई शुक्रवार की शाम सात बजे पहुंचे तो वहां की साफ-सफाई व्यवस्था को देखकर नाराजगी जाहिर की, और तत्काल ही होटल छोड़कर अपने पैसे वापस करने को कहा।
लेकिन होटल स्वामी ने उनके रुपए वापस नहीं किए। इस पर अधिवक्ता ने रात्रि नौ बजे 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची, तब जाकर होटल स्वामी ने आज शनिवार को सैलानी के पूरे रुपए वापस किए। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : केवल कुछ ऑनलाइन बुकिंग कराने वाली कंपनियों को फायदा पहुंचाने वाली साबित हो रही नैनीताल पुलिस की सैलानियों को रोकने की नीति
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 9 मई 2022। नैनीताल पुलिस शहर में भीड़ बढ़ने वाले सप्ताहांत एवं ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन जैसे खास मौकों पर केवल उन्हीं सैलानियों को नैनीताल आने देने की बात कर रही है, जिन्होंने नैनीताल के होटलों में पार्किंग सुविधा के साथ बुकिंग कराई है। पुलिस की यह व्यवस्था केवल कुछ ऑनलाइन बुकिंग कराने वाली कंपनियों को लाभ पहुंचाने वाली साबित हो रही है।
गौरतलब है कि सैलानियों को नैनीताल आने के लिए बुकिंग की स्लिप दिखाने को कहा जा रहा है। यह बुकिंग देश की कुछ गिनी-चुनी ऑनलाइन बुकिंग करने वाली कंपनियां ही कर रही हैं। यह कंपनियां होटलों पर अपनी मनमानी शर्तों को थोपती हैं। इनमें से कुछ नगर के कई होटलों के साथ बेइमानी भी कर चुकी हैं। सैलानियों के साथ भी कई बार उनके द्वारा धोखाधड़ी किए जाने के समाचार आम हैं।
पिछले दिनों तल्लीताल के एक होटल में एक सैलानी से हजारों रुपए लेकर बुकिंग कराने के बाद सैलानी के अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ सड़क पर लेटने एवं एक अन्य घटना में दो महिला सैलानियों से ऐसी ही स्थिति में होटल कर्मी द्वारा अभद्रता किए जाने के मामले प्रकाश में आए। बाद में तल्लीताल के चीता मोबाइल प्रभारी ने बमुश्किल महिला सैलानी के रुपए वापस करवाए।
बुकिंग के साथ दिखाए जाने वाले फोटो के अनुरूप वास्तविक कक्ष न मिलने की समस्या भी आम हैं। यह भी है कि नगर में होटल सस्ते में मिल जाते हैं और ऑनलाइन में हजारों रुपए वसूले जा रहे हैं। यानी यहां होटल चलाने वालों की जगह बाहरी कंपनियां उनसे अधिक लाभ कमा रही हैं और सैलानियों के साथ होटल व्यवसायियों का भी उत्पीड़न हो रहा है। होटल व्यवसायियों को उनके हिस्से का किराया भी आसानी से नहीं, बल्कि कंपनियों की मनमर्जी के हिसाब से मिल पाता है, और कई बार सैलानियों की नाराजगी पर रोक भी लिया जाता है।
सभी सैलानी भी अभी इतने आधुनिक नहीं हुए कि होटलों की ऑनलाइन बुकिंग करा पाएं। अधिकांश सैलानियों का मानस अभी भी होटल के कमरे देखकर ही कमरा पसंद आने पर बुक करने का है। होटल व्यवसायियों की इन कंपनियों के चंगुल में फंसने की अपनी मजबूरी है। अधिकांश होटलों के पास अपनी ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा या अपनी वेबसाइटें नहीं हैं। अपनी वेबसाइटें हैं भी तो उनकी प्रसिद्ध नहीं हैं कि सैलानी बिना किसी मध्यस्थ के सीधे उनके माध्यम से बुकिंग कराएं।
नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य रुचिर साह ने कहा कि पुलिस-प्रशासन की नीति केवल कुछ ऑनलाइन बुकिंग कराने वाली कंपनियों को लाभ पहुंचाने वाली है। बताया कि पुलिस की नई व्यवस्था का खामियाजा नगर के होटलों के साथ ही रेस्टोरेंटों और पर्यटन से जुड़े हर व्यवसायी को उठाना पड़ रहा है।
(Tourism Problems) वहीं एसोसिएशन के उपाध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने कहा कि प्रशासन ने सैलानियों को रूसी बाइपास तक आने में कोई रोक न लगाने की बात कही थी। बेहतर होगा कि प्रशासन यहां पहुंचने पर सैलानियों में से उनके प्रतिनिधियों को नगर में आकर होटल देखकर होटल बुक कराने की सुविधा उपलब्ध कराएं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल आने के लिए दोपहिया ही नहीं, चार पहिया वाहन भी रोके जा रहे
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 3 मई 2022। नैनीताल पुलिस कालाढुंगी में दोपहिया के साथ ही चार पहिया वाहनों को भी नैनीताल आने से रोक रही है। दोपहिया वाहनों को ईद के बाद तीन व चार मई को पुलिस ने रोके जाने की बात कही थी, लेकिन इनके अलावा चार पहिया वाहनों को भी रोके जाने पर नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन में नाराजगी है। इस मामले की शिकायत डीएम से लेकर प्रदेश के पर्यटन सचिव तक से की गई है।
उधर बताया गया है कि कालाढुंगी में वाहनों को एक किलोमीटर से भी अधिक लंबा जाम लगा हुआ है। केवल उन्हीं वाहनों को नैनीताल आने दिया जा रहा है, जिनकी नैनीताल के पार्किंग की सुविधा युक्त होटलों में बुकिंग है व जो नैनीताल के ही वासी हैं, या नैनीताल में अपने रिश्तेदारों के पास जा रहे हैं। अन्य वाहनों को लौटाया जा रहा है।
नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने कहा कि किसी को भी कहीं आने-जाने से रोका जाना उसके मानवाधिकारों का हनन है। पूर्व में हुई बैठकों में पुलिस के उच्चाधिकारियों ने किसी को भी न रोकने और सभी के लिए नैनीताल आने की व्यवस्था करने की बात कही थी।
चार पहिया वाहनों को नगर से बाहर रूसी बाइपास-नारायण नगर तक आने देने और वहां से उन्हें होटलों व पार्किंग की व्यवस्था कर शटल टैक्सी से नैनीताल लाने की बात हुई थी। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इसका फायदा अवैधानिक तरीके से पर्यटन व्यापार कर रहे लोग लाभ उठा रहे हैं।
(Tourism Problems) अलबत्ता उन्होंने यह भी कहा कि एसोसिएशन को दोपहिया वाहनों को रोके जाने पर कोई आपत्ति नहीं है। पूछे जाने पर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उच्चाधिकारियों के आदेशों पर ही नैनीताल में सुगम यातायात व्यवस्था बनाने के लिए वाहनों को रोका जा रहा है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल : पर्यटन व्यवसायियों ने जताया प्रशासन के सैलानियों को रोकने के प्लान पर विरोध
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 19 अप्रैल 2022। जिला प्रशासन ने मंगलवार को आसन्न ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन के लिए अपने प्लान पर नगर के पर्यटन व्यवसायियों के साथ विचार विमर्श करने के लिए नैनीताल क्लब में बैठक का आयोजन किया।
(Tourism Problems) बैठक में नैनीताल होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने याद दिलाया कि डीआईजी-कुमाऊं ने किसी भी सैलानी को नैनीताल आने से न रोकने की बात कही थी, लेकिन बीते सप्ताह सैकड़ों वाहनों को रोका गया। इस पर एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश साह पूर्व में ही ऐसा होने पर होटलों को बंद कर काले झंडे लगाने की बात कह चुके हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कहीं आने से रोकना उसके संवैधानिक अधिकार का हनन है। पुलिस बिना बुकिंग किए आने वाले सैलानियों के वाहनों को तो रोक सकती है, लेकिन उन्हें अन्य माध्यम से नैनीताल आने से नहीं रोक सकती है। उन्होंने कहा नगर में केवल 25 फीसद होटल ही अग्रिम बुकिंग लेते हैं। शेष 75 फीसद होटल तो बिना बुकिंग वाले सैलानियों से ही चलते हैं। यह भी कहा कि नैनीताल तीन प्रवेश द्वारों वाली एकमात्र पर्वतीय पर्यटन नगरी है। प्रशासन को कम से कम दो प्रवेश मार्गों का इस्तेमाल तो करना चाहिए।
रुद्रपुर की ओर से आने वाले नैनीताल के स्थानीय लोगों को भी कालाढुंगी की ओर से भेजने का भी उन्होंने विरोध किया। इसके अलावा उन्होंने शटल टैक्सी में अच्छे वाहन लगाने तथा सैलानियों के वाहनों की सुरक्षा का प्रबंध कराने की मांग भी रखी। बैठक में तीक्ष्ण चढ़ाई वाली बिड़ला रोड पर टैक्सियों के लिए बैरियर लगाने, इस मार्ग पर केवल स्थानीय निजी वाहनों को ही जाने की बात भी तय हुई।
अलबत्ता बैठक में इस बात पर नगर पालिका या किसी पक्ष ने आपत्ति नहीं की कि वाहनों को शहर से बाहर ही रोके जाने या कालाढुंगी मार्ग से आने से नगर की लेक ब्रिज चुंगी की आय घट जाएगी। बैठक में एसोसिएशन के सचिव वेद साह, व्यपार मंडल अध्यक्ष किशन नेगी सहित टैक्सी यूनियन व अन्य संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। उधर, भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टी की राज्य में सरकार होने के बावजूद उन्हें न बुलाये जाने पर प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : सैलानियों को लूटने पर आपस में भिड़े पर्यटन से जुड़े कारोबारी, और फिर आपस में किया सैलानियों को लूटने के लिए समझौता!
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 8 अप्रैल 2022। पर्यटन नगरी में जैसे हर कोई सैलानियों को अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार लूटने में लगा हुआ है। लेकिन लगता है उन्होंने एक-दूसरे द्वारा की जाने वाली लूट को लेकर आपस में समझौता भी कर लिया है।
हुआ यह कि शुक्रवार को लैंड्स-इंट-टिफिन टॉप घोड़ा मार्ग पर फोटाग्राफी का काम करने वाले हेमराज पुत्र स्वर्गीय राम सिंह राठौर निवासी निशांत स्कूल मल्लीताल तथा जिपलाइन यानी रस्सी पर साहसिक पर्यटन करवाने वाले अमित पुत्र दिनेश चंद्र निवासी अयारपाटा एवं घोड़ा संचालन का कार्य करने वाले वसीम पुत्र जुल्फे व अजीम पुत्र जुल्फे निवासी मेट्रोपोल कंपाउंड के बीच विवाद हो गया।
बताया गया कि वसीम व अजीम ने सैलानियों को को बोला कि यह फोटोग्राफर 60 रुपए में बनने वाली फोटो के 200 रुपए ले रहा है। इस पर अमित ने भी सैलानियों के समक्ष घोड़े वालों की पोल खोल दी कि वह भी किस तरह सैलानियों से अधिक धनराशि वसूलते हैं। इस बात पर ही दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया।
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने लाई और वसीम व अमित का पर पुलिस अधिनियम की धारा 81 के अंतर्गत चालान कर दिया। साथ ही सभी को पुलिस सत्यापन करने को कहा गया। बताया गया कि इसके बाद दोनों पक्षों में आपसी सहमति से समझौता हो गया कि दोनों पक्ष एक-दूसरे के कामों में कोई हस्तक्षेप भविष्य में नहीं करेंगे, यानी एक-दूसरे की लूट को सैलानियों के समक्ष उजागर नहीं करेंगे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल-हल्द्वानी के बीच जाम ही जाम, पहुंचने में लग रहा दो से तीन गुना समय, छूट रहीं गाड़ियां
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 20 मार्च 2022। काठगोदाम में कलसिया नाले के और रानीबाग में भीमताल रोड के पुल के क्षतिग्रस्त होने और पुलिस कर्मियों द्वारा अत्यधिक रोक-टोक से हल्द्वानी से नैनीताल आने-जाने में सामान्य के मुकाबले दो से तीन गुना तक समय लग रहा है। इससे लोगों की रेलगाड़ी तथा अन्य गाड़ियां छूट रही हैं, और आम लोग अत्यधिक परेशान हो रहे हैं। रविवार को सप्ताहांत पर काठगोदाम के पहले से भुजियाघाट-टूटा पहाड़ तक वाहनों का जाम लगा रहा। इससे कई लोगों की गाड़ियां छूटीं।
नगर के रॉयल बास्केटबॉल कोर्ट के महासचिव राजीव गुप्ता ने बताया कि उनकी पुत्री सुहानी गुप्ता व भतीजा अर्पित महाजन रविवार को काठगोदाम से तीन बजकर 10 मिनट पर चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस रेलगाड़ी पकड़ने के लिए टैक्सी से एक बजे चले थे, लेकिन साढ़े चार बजे यानी साढ़े तीन घंटे में काठगोदाम पहुंचे, जबकि सामान्य तौर पर यह दूरी एक घंटे की है।
स्वयं ‘नवीन समाचार’ की टीम भी हल्द्वानी से शाम साढ़े पांच बजे हल्द्वानी से चलकर रात्रि साढ़े नौ बजे नैनीताल पहुंची। रास्ते में देखा गया कि पुलिस काफी देर रोक-रोककर वाहनों को चला रहे हैं। इसे नैनीताल-हल्द्वानी के बीच आने-जाने में लग रहे समय से भी देखा जा सकता है। रानीबाग से वाहनों को भीमताल की ओर भी नहीं जाने दिया जा रहा था।
गौरतलब है कि ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन आने को है, और इससे पहले यह स्थिति है। डीएम धीराज गर्ब्याल ने पुराने कलसिया पुल की जगह ह्यूम पाइप या वैली ब्रिज बनाकर दोनों पुलों से वाहन चलाने की बात कही है, किंतु अभी तक पुराने पुल को हटाया ही नहीं जा सका है, तो इसकी जगह नयी कामचलाऊ व्यवस्था बनाने में भी कितना समय लगेगा, यह सोचनीय विषय है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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-पुलिस ने कहा, 150-200 से अधिक किराया वसूलने पर वाहन सीज किया जाएगा
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 6 फरवरी 2022। दूसरे की मजबूरी का फायदा उठाना कोई टैक्सी चालकों से सीखे। हल्द्वानी से नैनीताल के 39 किलोमीटर के बीच का मनमाना किराया वसूलने के लिए कुख्यात टैक्सी वाले रविवार को सप्ताहांत एवं नैनीताल में बर्फबारी का फायदा उठाते हुए एक सवारी का 500 रुपए तक वसूलते हुए पकड़े गए।
शिकायत मिलने पर तल्लीताल थाना प्रभारी रोहताश सिंह सागर के निर्देशों पर चीता मोबाइल प्रभारी शिवराज राणा ने रविवार को एक टैक्सी संख्या यूके04टीए-5056 के चालक सूखाताल निवासी जुल्फिकार को मौके पर पकड़ा गया। इस पर पुलिस ने जुल्फिकार का 500 रुपए का चेतावनी चालान काटा, और सभी टैक्सी चालकों को चेतावनी दी गई कि यदि आगे कोई टैक्सी चालक 150-200 रुपए से प्रति सवारी से अधिक किराया वसूलते पकड़ा गया तो तत्काल कार को सीज किया जाएगा। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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-2019 में बाहर रोकने पड़े थे सैलानी, तब से उखड़ा तो आज तक पटरी पर लौट नहीं पाया है नैनीताल का पर्यटन
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 7 दिसंबर 2021। कहते हैं कभी किसी के साथ अच्छा होता है तो उसकी प्रगति लोगों की आंखों में खटकती है, और इन आंखों से उस पर बुरी नजरें उठती हैं और बुरी नजरें लग भी जाती हैं। सरोवरनगरी के पर्यटन को भी ऐसे ही न जाने किसकी नजर लग गई है। पिछले दो वर्षों से यहां लगातार कोई न कोई समस्या बनी हुई है।
2019 के ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन में यहां सैलानियों का रेला उमड पड़ा था। ऐसे में प्रशासन ने उच्च न्यायालय के आदेशों का हवाला देकर सैलानियों के वाहनों को हल्द्वानी, रानीबाग, कालाढुंगी में रोकने व दूसरी ओर डायवर्ट किया था, जिस कारण यहां पर्यटन प्रभावित हुआ।
(Tourism Problems) रही-सही कसर जून 2019 में रूसी बाइपास में सैलानियों के वाहनों को रोके जाने ने पूरी कर दी। तब रूसी बाइपास में खड़े वाहनों के राष्ट्रीय मीडिया में सड़कों पर जाम के रूप में प्रकाशित तस्वीरों के प्रकाशित होने के बाद अचानक यहां का पर्यटन ऐसा गिरा कि आज तक नहीं उठ पाया है।
इसके बाद कोरोना की वजह से मार्च 2020 से कई माह यहां होटल बंद एवं प्रशासन द्वारा अधिग्रहीत रहे। कोरोना का पहला दौर ठंडा पड़ने के बाद सितंबर-अक्टूबर 2021 में पर्यटन पटरी पर लौटने लगा तो फिर से मार्च 2021 से कोरोना की डरावनी दूसरी लहर ने नगर के पर्यटन को फिर से फर्श पर ला दिया। दूसरी लहर के निपटने के साथ 2021 का ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन भी जाता रहा।
इसके बाद फिर पर्यटकों ने वापसी की तो अक्टूबर 2021 में जनपद में आई आपदा के बाद एक बार फिर नगर का पर्यटन धड़ाम हो गया। इसके बाद फिर नगर के पर्यटन उद्योग ने उठने की कोशिश की। नगर के पास तितलियों का महोत्सव आयोजित हुआ और नगर के कई होटलों में नवंबर माह में क्रिसमस के लिए केक मिक्सिंग भी की गईं।
(Tourism Problems) लेकिन अब दिसंबर माह में देश में ओमिक्रॉन के गिने-चुने ही मामले आने के बावजूद राष्ट्रीय मीडिया में इस बारे में मच रहे शोर के कारण सैलानी अपनी बुकिंग निरस्त करने लगे हैं। इससे क्रिसमस की तैयारियां भी प्रभावित हो रही हैं। पर्यटन व्यवसायियों को समझ नहीं आ रहा है कि क्रिसमस की किस स्तर की तैयारियां की जाएं।
(Tourism Problems) क्रिसमस तक ओमिक्रॉन का प्रभाव जा चुका होगा या बढ़ चुका होगा, इस बारे में असमंजस पर्यटन व्यवसायियों को भी असमंजस में डाले हुए है। ऐसे में व्यवसायी केंद्र व राज्य सरकार की ओर से भी कोई समाधान या मदद न किए जाने से भी व्यथित हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल में पार्किंग खाली रहने के बावजूद वाहनों को बाहर रोकने व एक दिन में ही दो बार पार्किंंग शुल्क वसूलने के आरोप
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 16 अक्टूबर 2021। पर्यटननगरी नैनीताल में सप्ताहांत के साथ दशहरा अवकाश पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ने के बाद शनिवार को भी पुलिस-प्रशासन से वाहनों रूसी बाईपास और नारायण नगर में लगातार तीसरे दिन रोका। इस पर होटल एसोसिएशन की नाराजगी भी बनी हुई है।
वहीं अब नगर के एक पार्किंग संचालक ने नगर की पार्किंग खाली रहने के बावजूद वाहनों को बाहर रोके जाने का आरोप लगाया है, जबकि नगर पालिका के एक सभासद ने नगर के एक पार्किंग संचालक पर नगर पालिका के अधिकारियों की शह पर एक दिन में भी दो बार पार्किंग शुल्क वसूलने का आरोप लगाया है।
पर्यटन नगरी में दो दिनों से पर्यटक वाहनों की आमद अत्यधिक बढ़ जाने से जाने कोरोना के बाद बरती जा रही सावधानियों को ताक पर रखकर नगर में सैलानी उमड़ पड़े हैं, और नगर में सैलानियों की जबर्दस्त रौनक, भीड़भाड़ का माहौल है। नगर के बाजारों, पंत पार्क, माल रोड, किलबरी रोड, हिमालय दर्शन, बारापत्थर, केव गार्डन, चिड़ियाघर, रोप वे में सैलानियों की संख्या अत्यधिक दिखाई दे रही है। होटल, गेस्ट हाउस में बुकिंग बढ़ने के साथ रेट भी बढ़ गए हैं।
ऐसे में नगर को जाम से बचाने के लिए पुलिस पर्यटक वाहनों को शहर से बाहर रोक रही है। इस पर नगर के सूखाताल के पार्किंग संचालक प्रदीप बोरा ने आरोप लगाया कि सूखाताल में सड़क किनारे की पार्किंग खाली रहने के बावजूद वाहनों को बाहर रोक दिया गया है।
(Tourism Problems) वहीं पालिका सभासद मनोज साह जगाती ने मल्लीताल डीएसए कार पार्किंग संचालकों पर सुबह 8 बजे के करीब पार्किंग शुल्क चुकाने वाले वाहन से 11 बजे दुबारा पार्किंंग शुल्क वसूलने एवं इसके लिए उन पर पालिका के अधिशासी अधिकारी की शह होने का आरोप लगाया है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल में पर्यटक उमड़े, वाहनों को डायवर्ट करने से होटल एसोसिएशन भड़की, पहाड़ों की सैर का यही सबसे उत्कृष्ट समय
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 15 अक्टूबर 2021। पर्यटननगरी नैनीताल में सप्ताहांत के साथ दशहरा अवकाश पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। जिसके बाद बाजार व पर्यटन स्थलों पर रौनक है। वहीं वाहनों की संख्या बढ़ने के कारण पुलिस प्रशासन को वाहनों को रूसी बाईपास और नारायण नगर में रोकना पड़ा है। इस पर होटल एसोसिएशन ने नाराजगी जाहिर की है।
बताया गया है कि शुक्रवार को दोपहर एक बजे तक हल्द्वानी रोड से करीब ढाई सौ वाहनों ने जबकि कालाढूंगी रोड से पांच सौ से अधिक वाहनों की शहर में प्रवेश किया। इसके बाद पुलिस ने वाहनों को रूसी बाईपास व नारायण नगर में रोक कर शटल टैक्सियों के माध्यम से नगर में भेजा। इससे होटल एसोसिएशन भड़क गई।
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश साह, उपाध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने जिलाधिकारी व पुलिस अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर इस पर नाराजगी जताई। बताया कि नैनीताल में होटलों में बड़ी संख्या में कमरे खाली हैं। इसके बावजूद वाहनों को रोक कर उनका नुकसान किया जा रहा है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
पहाड़ों की सैर का यही सबसे उत्कृष्ट समय
नैनीताल। पहाड़ों में प्राकृतिक सौंदर्य को निहारने व आनंद लेने का सबसे बेहतर समय शरद ऋतु का यानी अक्टूबर माह का होता है। इस मौसम में यहां न ही बारिश होती है और न ही सर्दी। साथ ही वायुमंडल एवं आसमान भी एकदम साफ होता है और चटख धूप भी खिलती है। ऐसे में मौसम बेहद दिलकश होता है। इस दौरान दुर्गा पूजा व दीपावली के त्योहार भी इस मौसम में चार चांद लगा देते हैं।
(Tourism Problems) इस दौरान बंगाली मूल के सैलानियों की भी सरोवरनगरी नैनीताल सहित पहाड़ों पर बहार व रौनक रहती है। फिर भी इतनी भीड़ नहीं होती है कि पार्किंग या जाम जैसी समस्याएं हों। इन दिनों भी नगर में यही माहौल है। खिले मौसम में सैलानी ही नहीं, नगर वासी भी मौसम एवं प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठा रहे हैं, और नगर में अच्छी रौनक बनी हुई है। अलबत्ता कोरोना के प्रति अपेक्षित सतर्कता भी नजर नहीं आ रही है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : शराब के नशे में सैलानियों को उल्टी-सीधी जानकारी देते मिले गाइड
डॉ. नवीन जोशी, नवीन समाचार, नैनीताल, 29 सितंबर 2021। नगर में बिना लाइसेंस के गाइड के रूप में कार्य कर रहे लोग किस तरह कार्य कर रहे हैं और सैलानियों के समक्ष पर्यटन नगरी की कैसी छवि प्रस्तुत कर रहे हैं, इसकी बानगी बुधवार को तल्लीताल थाना पुलिस की गाइडों के सत्यापन के लिए की जा रही छापेमारी के दौरान देखने को मिली।
पुलिस की औचक छापेमारी में पुलिस के हत्थे तल्लीताल डांठ पर वीरेन आर्या पुत्र कन्नू आर्या निवासी हरिनगर तल्लीताल व दिवाकर साह पुत्र नरी लाल साह निवासी तल्लीताल बाजार चढ़े, जो सैलानियों को उल्टी-सीधी जानकारी दे रहे थे। पूछताछ के दौरान पता चला कि उनके पास गाइड के रूप में कार्य करने का कोई लाइसेंस नहीं था।
(Tourism Problems) यही नहीं, वह शराब के नशे में धुत थे। इस पर पुलिस उन्हें थाने ले गई और दोनों का पुलिस एक्ट के तहत चालान किया गया व आगे से ऐसा न करने की हिदायत देकर छोड़ा गया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : तीन हजार से अधिक वाहनों से सरोवरनगरी में सप्ताहांत पर उमड़े सैलानी, रोक-रोक कर भेजने पड़े वाहन
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 03 जुलाई 2021। सरोवरनगरी में सप्ताहांत पर सैलानियों का रेला उमड़ पड़ा है। ऐसे मंे पुलिस को वाहनों को रूसी बाइपास, नारायण नगर एवं हनुमानगढ़ी पर रोकना पड़ा है। इसके अलावा ज्योलीकोट में भी बाहरी प्रांतों से आ रहे सैलानियों के वाहनों की जांच की जा रही है।
(Tourism Problems) नगर की पार्किंग भर जाने के कारण रूसी बाइपास एवं नारायण नगर की प्रस्तावित पार्किंग में वाहनों को खड़ा कराया गया। रूसी बाइपास में तल्लीताल थाना प्रभारी विजय मेहता एवं नारायण नगर में नगर कोतवाल अशोक कुमार सिंह खुद व्यवस्थाएं संभाले रहे।
वहीं नगर क्षेत्राधिकारी विजय थापा ने नगर में माल रोड पर इंडिया होटल के पास खड़े होकर नगर के भीतर की यातायात व्यवस्था संभाली। श्री थापा ने बताया कि सुबह से सैलानियों के ढाई से तीन हजार चार पहिया वाहन शहन में प्रवेश कर चुके हैं। इसके अलावा हजारों की संख्या में दोपहिया वाहनों से भी सैलानी शहर में पहुंच रहे हैं।
(Tourism Problems) फिर भी हनुमानगढ़ी से रोक-रोक कर वाहनों को नगर की ओर भेजकर नगर में यातायात को सुचारू रखने का प्रयास किया गया है। इस तरह नगर में जुलाई माह में आम तौर पर मई-जून की तरह सैलानियों का रेला उमड़ा हुआ नजर आ रहा है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : डीएम ने शासन से किया पर्यटन से जुड़े लघु व्यवसायियों की मदद का अनुरोध
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 04 जून 2021। डीएम धीराज गर्ब्याल ने लॉकडाउन से प्रभावित पर्यटन उद्योग को विभिन्न क्षेत्रों में छूट व सहायता देने हेतु शासन से अनुरोध किया। साथ ही पर्यटन उद्योग में पडे प्रतिकूल के कारण पर्यटन क्षेत्र से जुडे नाव चालक, पैडल बोट चालक, अस्थाई दुकानें लगाने वाले, रिक्शा, घोड़ा, खच्चर, पर्यटन, गाइड कार्मिकों व होम-स्टे संचालकों को गति वर्ष की भांति आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
श्री गर्ब्याल ने उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व सिंचाई विभाग के सचिव को भेजे पत्र के माध्यम से कहा है कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम हेतु लगाए गए लॉकडाउन के कारण जनपद में समस्त व्यवसायिक गतिविधियां बंद हैं। इससे पर्यटन उद्योग से जुडे कार्मिकों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है।
(Tourism Problems) समय-समय पर इनके द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने की मांग की जा रही है। उन्होने राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम हेतु प्रदेश में लागू लॉकडाउन से प्रभावित श्री गर्ब्याल ने सचिव सिचाई से पंजीकृत नाव संचालकों का वर्षिक पंजीकरण लाईसेंस शुल्क माफ किये जाने का भी अनुरोध किया है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : कोरोना की वजह से देश के 30 फीसद होटल बंद, 20 फीसद लॉक डाउन के बावजूद नहीं खुले, शेष 50 फीसद भी घाटे में…
नवीन समाचार, नैनीताल, 14 अप्रैल 2021। देश के 55 हजार होटलों एवं पांच लाख रेस्टोरेंटों का प्रतिनिधित्व करने वाले ‘द फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ ने दावा किया है कि कोरोना की वजह से देश के 30 फीसद होटल एवं रेस्टोरेंट पूरी तरह से बंद हो गए हैं। 20 फीसद लॉक डाउन के उपरांत पूरी तरह से खुले नहीं हैं, और शेष 50 फीसद कोरोना से पूर्व की स्थितियों की तुलना में 50 फीसद कम कारोबार करते हुए घाटे में चल रहे हैं।
फेडरेशन के वाइस प्रेजीडेंट गुरबख्श सिंह कोहली ने इस संबंध में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एवं मुख्य सचिव ओम प्रकाश को पत्र लिखकर उत्तराखंड में होटल उद्योग को ध्वस्त होने से बचाने के लिए बिजली के बिलों, संपत्ति कर आदि में छूट, पूर्ण बंदी की जगह स्थितियों के अनुसार आंशिक बंदी, एसओपी यानी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए कार्य करने देने, कुछ शहरों में लागू रात्रि कर्फ्यू के बावजूद लोगों को आमंत्रण पत्रों के आधार पर शादियों में जाने की छूट देने एवं होटल उद्योग के कर्मियों को प्रथम श्रेणी के कोरोना योद्धा मानते हुए उन्हें कोरोना टीकाकरण में प्राथमिकता देने सहित आठ सूत्र सुझाए हैं।
फेडरेशन के सदस्य नैनीताल के प्रमुख होटल व्यवसायी प्रवीण शर्मा ने कहा कि कोरोना काल एवं लॉक डाउन के उपरांत जहां अन्य अनेक क्षेत्रों में अनेक छूटें दी गई हैं, वहीं सर्वाधिक रोजगार देने वाले होटल उद्योग की ओर सरकार का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है। इससे होटलो पर बंद होने और कर्मचारियों के बेरोजगार होने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : सरोवरनगरी में कोरोना की दूसरी लहर के बाद ऐसे हुए पर्यटन के हाल…
-सरोवरनगरी में सैलानियों की आवक काफी घटी, रौनक गायब
नवीन समाचार, नैनीताल, 10 अप्रैल 2021। देश में कोरोना की दूसरी लहर के लगातार बढ़ते संकट के साथ पर्यटन नगरी नैनीताल में सैलानियों की आवक काफी घट गई है। शहर में गिने-चुने ही सैलानियों के परिवार समूह नजर आ रहे हैं। माल रोड एवं नैनी झील में घूमने वाले सैलानियों व नौकाओं की संख्या भी काफी सीमित हो गई है। माल रोड पर कई बार सन्नाटा नजर आ रहा है। बीच-बीच में कुछ वाहन गुजर रहे हैं।
इससे नगर में रौनक ठीक ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन से पहले गायब हो गई है। कई नौका चालकों के भी गत वर्ष के अचानक लॉक डाउन लगने के कारण यहीं फंस जाने के अनुभव के दृष्टिगत अपने गांव लौटने की खबर है। वहीं होटलों-रेस्टोरेंटों का सैलानियों से चलने वाला कारोबार काफी हद तक प्रभावित हो गया है और उनसे जुड़े नगर के आम व्यवसायियों का काम भी बहुत प्रभावित हो गया है। स्थानीय लोग, खासकर बुजुर्ग भी घरों से कम बाहर निकल रहे हैं। लोगों ने अब एक हद तक मास्क पहनने शुरू कर दिए हैं। मास्क न पहनने वाले लोगों के पुलिस के साथ ही सादी वर्दी में निकल रही प्रशासनिक टीमें भी छापामारी कर चालान कर रही हैं।
यह भी पढ़ें : मानवाधिकार आयोग ने कहा-सैलानियों को परेशान न करें, पहले ही दे दें नैनीताल के पैक होने की जानकारी
-मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष ने कहा-समस्या का पहले ही होना चाहिए समाधान
नवीन समाचार, नैनीताल, 20 मार्च 2021। उत्तराखण्ड मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष वीके बिष्ट ने शनिवार को जनपद में मानव अधिकारों से संबंधित वादों के निस्तारण हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक ली। इस दौरानन उन्होंने अधिकारियों को मानव अधिकारों से संबंधित मामलों का त्वरित गति से निस्तारण करने के निर्देश दिये। उन्होंने शुरूआती दौर में ही समस्या का निदान करने की पैरवी करते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति समस्या या शिकायत लेकर आता है तो उसकी समस्या एवं शिकायतों को पूरी शालीनता से सुना जाये और उचित निस्तारण किया जाये। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में मानव अधिकारों का हनन नहीं होना चाहिए और किसी भी व्यक्ति के साथ गलत व्यवहार न किया जाये।
आगामी पर्यटन सीजन में सैलानियों को होने वाली समस्याओं पर श्री बिष्ट ने कहा कि नैनीताल में होटलों के फुल होने पर पर्यटकों को बजून, ज्योलीकोट के स्थान पर कालाढुंगी व रानीबाग में रोक कर ही नैनीताल की स्थिति की जानकारी देने के साथ अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में भी अवगत कराया जाये। रात्रि में आने वाले पर्यटकों के लिए रूसी बाईपास पर महिला पुलिस कर्मियों के साथ ही पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की जाये और आधारभूत सुविधाऐं भी उपलब्ध करायी जायें। साथ ही वहां वाहनों को रोकने की स्थिति में वहां से प्रभावी शटल सेवा उपलब्ध करायी जाये। इस अवसर पर डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि जनपद में आयोग से संबंधित 42 मामलों में से 24 का निस्तारण किया जा चुका है तथा शेष 18 मामलों का निस्तारण शीघ्रता से किया जायेगा। उन्होंने शहर में पार्किंग व्यवस्था हेतु किये जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही विश्वास दिलाया कि आयोग द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों का जनपद में पूर्ण अनुपालन कराया जायेगा। बैठक में एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी, सीडीओ नरेंद्र सिंह भंडारी, एसडीएम विनोद कुमार सहित केके गुप्ता, अमन अनिरूद्ध, व्योमा जैन, महेन्द्र कुमार व संतोष उपाध्याय आदि अधिकारी उपस्थित रहे।
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-लोग लगा रहे पुलिस के संरक्षण का आरोप
नवीन समाचार, नैनीताल, 07 फरवरी 2021। नगर में कोरोना से बंदी के बाद इधर गत दिवस बर्फबारी होने के साथ इधर सप्ताहांत पर बड़ी संख्या में सैलानी उमड़ आए हैं। इससे नैनीताल-हल्द्वानी मार्ग पर टैक्सी वालों ने लूट मचा दी है। हल्द्वानी-नैनीताल के बीच 39 किमी की दूरी का रोडवेज बसों का किराया 65 रुपए के करीब है। करीब एक दशक पहले बाकायदा पुलिस के द्वारा हल्द्वानी-नैनीताल के बीच टैक्सियों का किराया 75 रुपए प्रति सवारी तय किया गया था। तब से किराया औपचारिक तौर पर नहीं बढ़ाया गया है, लेकिन टैक्सी वाले आमतौर पर, खुलकर 150 रुपए सवारी लेते हैं, लेकिन इधर रविवार को उनके द्वारा दो सवारियों से 500 रुपए यानी प्रति सवारी 500 रुपए किराया वसूले जाने की सूचना है। उल्लेखनीय है कि नगर में पुलिस ने प्रीपेड टैक्सी बूथ की स्थापना भी की हुई है। यह बूथ तल्लीताल डांठ पर पुलिस के बूथ से सटकर बना हुआ है। फिर भी यात्रियों से टैक्सी वालों द्वारा लूट की जा रही है। सैलानियों तो दूर, स्थानीय लोगों को भी नहीं बख्शा जा रहा है।
नगर की महिला पत्रकार कंचन वर्मा ने बताया कि रविवार सुबह माइग्रेन का दर्द होने पर हल्द्वानी जा रही थीं। उनसे टैक्सी वालों ने दो सवारी के 500 रुपए मांगे। बहुत बहश होने के बाद बमुश्किल 400 रुपए में टैक्सी मिल पाई। मल्लीताल बाजार निवासी नीलोफर ने भी यही बात कही। साथ ही बताया कि इन दिनों बच्चे देर शाम परीक्षाएं देकर आ रहे हैं। टैक्सी वाले उनसे भी इतनी ही धनराशि ले रहे हैं। इस पर पूछे जाने पर तल्लीताल थाना प्रभारी विजय मेहता ने मामले में संज्ञान लेने की बात कही।
यह भी पढ़ें : विधायक संजीव आर्य ने सदन में उठाई नैनीताल के पर्यटन से संबंधित बड़ी समस्या
नवीन समाचार, नैनीताल, 23 दिसम्बर 2020। क्षेत्रीय विधायक संजीव आर्य ने सदन में नैनीताल के टैक्सी व्यवसायियों से संबंधित बड़ी समस्या को नियम 300 के तहत उठाया है। श्री आर्य ने सदन में कहा कि उच्च न्यायालय ने नैनीताल नगर में टैक्सी-मैक्सी वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस पर नगर के टैक्सी-टेªवल्स एसोसिएशन ने राज्य सरकार से इस प्रतिबंध के संबंध में उच्च न्यायालय में अपील करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नगर के अर्थ व्यवस्था में टैक्सी एवं टैक्सी-टेªवल्स व्यवसाय में लगे हजारों लोगों का बहुत बड़ा योगदान है। नगर में वाहनों में लगे प्रतिबंध के कारण पर्यटन व्यवसाय में कार्यरत हजारों परिवारों की आजीविका तो प्रभावित हो ही रही है साथ ही सरकार को राजस्व की हानि भी हो रही है, लिहाजा उच्च न्यायालय में इस संबंध में प्रभावी पैरवी करने तथा टैक्सी-मैक्सी वाहन संचालकों के समक्ष उत्पन्न जीविकोपार्जन के संकट के समाधान हेतु समुचित वैकल्पिक व्यवस्था करनी नितांत आवश्यक हो गई है।
इस संबंध में नैनीताल टैक्सी-टेªवल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नीरज जोशी का कहना है कि उच्च न्यायालय ने जुलाई 2017 में नैनीताल नगर में नैनीताल एवं संपूर्ण उत्तराखंड के टैक्सी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस कारण नगर में पर्यटन तो प्रभावित हो ही रहा है, इस व्यवसाय से जुड़े लोगों की आजीविका भी प्रभावित हो गई है। उन्होंने सदन में उनकी मांग उठाने पर विधायक संजीव आर्य का आभार ज्ञापित करने के साथ उम्मीद जताई है कि सरकार इस समस्या का कोई समाधान निकालेगी।
यह भी पढ़ें : प्रवेश द्वारों पर बाहर से आ रहे लोगों की कोरोना जांच हो नहीं पा रही, फिर भी पर्यटन को पहुंच रहा नुकसान..
नवीन समाचार, नैनीताल, 09 दिसम्बर 2020। जिला प्रशासन एवं बीडी पांडे जिला चिकित्सालय प्रशासन ने नगर के प्रवेश द्वारों पर तल्लीताल एवं बारापत्थर में बाहर से आ रहे लोगों की कोरोना जांच की व्यवस्था की है। नगर के कई होटल वालों ने दावा किया कि जबसे यह जांच हो रही है, तब से नगर में सैलानियों की आवक प्रभावित हो गई है। सैलानी इस तरह सड़क पर जांच कराना नहीं चाह रहे हैं। इसलिए दिल्ली में किसान आंदोलन के साथ इस कारण से अपनी बुकिंग भी निरस्त करा रहे हैं। वहीं बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. केएस धामी ने कहा कि इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि यहां सैलानियों की स्वेच्छा से ही जांच कराई जानी है, परंतु सैलानी स्वेच्छा से जांच नहीं करा रहे हैं। ऐसे में जिला चिकित्सालय में उपचार करा रहे लोगों तथा अस्पताल तथा अन्य विभागों के अवकाश पर अन्यत्र जाकर लौट रहे कर्मियों की कोरोना जांच आवश्यक रूप से कराने को सख्ती बरती जा रही है।
यह भी पढ़ें : शराब पीकर नौका चला रहे चालक ने सैलानियों से की अभद्रता
नवीन समाचार, नैनीताल, 21 नवम्बर 2020। नगर के मल्लीताल क्षेत्र में एक नाव चालक द्वारा गुजरात से पर्यटकों से अभद्रता करने का मामला सामने आया है। पर्यटक की शिकायत पर नाव चालक पर पुलिस एक्ट में कार्रवाई की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे मल्लीताल बोट हाउस क्लब के पास बोट स्टैंड से गुजरात से आए पंकज सिंघल अपने पिता व भतीजे के साथ नौकायन करने चप्पू वाली नौका में बैठे। बीच झील में जाने के बाद उन्हें आभास हुआ कि वह शराब के नशे में नाव चला रहा है, इसलिए नौका को कभी इधर तो कभी उधर ले जा रहा था। इस पर उन्होंने नौका चालक से पहले ठीक से नौका चलाने को और फिर नौका को वापस स्टैंड पर ले जाने को कहा तो वह उल्टे पर्यटकों से झील के बीच में ही अभद्रता करने लगा। इस पर पर्यटक डर गए। किसी तरह किनारे पर पहुंचने के बाद उन्होंने नाव से उतरकर मल्लीताल पुलिस चौकी में लिखित शिकायत कर नाव चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस पर चीता पुलिस के कांस्टेबल ललित कांडपाल आरोपित नाव चालक को पकड़ कर कोतवाली ले गये। बाद में कोतवाली पुलिस ने ड्रम हाऊस मल्लीताल निवासी नौका चालक कमल के खिलाफ 81 पुलिस एक्ट में चालानी कार्रवाई की और उसे हिदायत देकर छोड़ दिया गया।
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नवीन समाचार, नैनीताल, 13 नवम्बर 2020। उत्तराखंड की मित्र पुलिस के कर्मियों पर आम जनता व पर्यटकों से मित्रवत व्यवहार करने के उच्चाधिकारियों के आदेश-निर्देश निष्प्रभावी नजर आ रहे हैं।
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आरोपों की बात अपनी जगह, सवाल यह कि यदि पत्रकार या आम जन ने इस तरह ही, इतनी बात पर ही, महिला पुलिस कर्मी को सरे बाजार थप्पड़ मार दिया होता और उसका मोबाइल सड़क पर पटक दिया होता तो क्या होता ? सवाल यह भी कि क्या पुलिस कर्मियों को संविधान कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत देता है ? यदि नहीं तो इसकी सजा क्या है ?
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-बाइक पर पीछे की सवारी द्वारा हेलमेट न पहनने पर चार दिन दौड़ाया, तीन महीने के लिए लाइसेंस कर दिया निरस्त
नवीन समाचार, नैनीताल, 4 नवम्बर 2020। बरेली निवासी एक सैलानी ने नैनीताल पुलिस के ‘व्यवहार’ के बाद कभी भी उत्तराखंड न आने की कसम खा ली है। सैलानी का अपराध इतना था कि मुक्तेश्वर घूमने के दौरान उसकी बाइक के पीछे बैठे साथी ने हेलमेट नहीं पहना था। इस पर उसके द्वारा नगद जुर्माना भुगत लेने का आग्रह करने के बाद भी उसका चालक लाइसेंस-डीएल एवं वाहन का पंजीकरण प्रमाण पत्र-आरसी जब्त कर लिए गए। फिर इन्हें छुड़ाने के लिए उसे चार दिनों तक भवाली से लेकर भीमताल और नैनीताल दौड़ाया गया, और आखिर उसका चालक लाइसेंस तीन माह के लिए निरस्त कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में उत्तराखंड की महिला पुलिस कर्मियों के द्वारा इस तरह बिना हेलमेट पहने हाथ छोड़कर पहाड़ों पर बाइक दौड़ाने की घटनाएं भी हो चुकी हैं। ऐसे में सवाल यह भी है कि क्या पुलिस हर मामले में ऐसी ही नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करती है, अथवा कुछ मामलों को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लेती है।
पूर्व समाचार :
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बरेली के बसंत विहार इज्जतनगर निवासी शाश्वत तिवारी पुत्र ओम प्रकाश तिवारी ने आपके प्रिय एवं भरोसेमंद ‘नवीन समाचार’ को बताया कि वह गत एक नवंबर को अपने मित्र के साथ मोटरसाइकिल संख्या यूपी25सीई-4378 से मुक्तेश्वर आए थे। उनके पास सभी प्रपत्र थे। इस दौरान पीछे बैठे उनके मित्र ने सिर में खुजली होने पर हेलमेट उतारा था, और सामने पुलिस को देखकर हेलमेट पहन भी लिया था। तभी पुलिस की महिला एसआई की अगुवाई में पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक दिया और उनका चालक लाइसेंस व वाहन का पंजीकरण प्रमाण पत्र जब्त कर उन्हें तीन-चार दिन बाद भवाली जाकर छुड़वाने को कहा। शास्वत का आरोप है कि महिला उप निरीक्षक से वाहन जब्त करने का कारण पूछा तो उन्होंने नहीं बताया, उल्टे उनके पूछने को बहस करना बता दिया गया।
देखें पुलिस एवं पर्यटक के बीच इस मामले में हुई कथित बहस :
शास्वत का कहना है कि उनके पास नगदी नहीं थी, इसलिए उन्होंने महिला एसआई से, अपनी यूपी की आदत से कहा कि उनका ‘ऑनलाइन जुर्माना भुगतने वाला चालान कर दें। वह ऑनलाइन जुर्माना जमा करा देंगे। इस पर उनके अनुरोध को ‘कानून समझाना’ व ‘बहस करना’ बताकर कागजात जब्त कर लिए गए। इन्हें छुड़ाने के लिए वह भवाली थाने आए। यहां से सीओ से मिलने भीमताल, फिर नैनीताल सीओ के पास भी चार्ज होने की बात कह नैनीताल भेजा गया। फिर कागजात न पहुंचने की बात कही गई। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में शिकायत करने के बाद चार दिन बाद चार नवंबर को नैनीताल में एक हजार रुपए का जुर्माना भरने के बाद उनके प्रपत्र दिए गए पर लाइसेंस मोटर यान अधिनियम की धारा 194डी के तहत तीन माह के लिए निलंबित कर दिया गया। यानी अगले तीन माह के लिए वह देश में कहीं कोई वाहन नहीं चला सकते हैं। इधर, पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि कार्रवाई नियमानुसार ही की गई है। पीछे की सवारी के हेलमेट न पहनने पर एक हजार रुपए के जुर्माने व लाइसेंस तीन माह के लिए निलंबित करने की सजा का ही प्राविधान है।
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यह भी पढ़ें : ‘नवीन समाचार’-‘आज़ाद के तीर’ के बाद नैनी झील में नौकायन पर तेज हुई चर्चा-मांगें
आम आदमी पार्टी ने नौका संचालन को लेकर भेजा ज्ञापन
नवीन समाचार, नैनीताल, 29 जून 2020। ‘नवीन समाचार’-‘आज़ाद के तीर’ में गत 28 जून को ‘वो लकड़ी की कश्ती, वो नैनी झील का पानी ! और हाय, वो उसमें डूब गई’ शीर्षक से विशेष सामग्री प्रकाशित होने के बाद नैनी झील में नौकायन पर चर्चा-मांगें तेज हो गई है। कोरोना महामारी के कारण 22 मार्च को लॉकडाउन लागू होने से पर्यटक नगरी नैनीताल में बंद हुआ नौकाओं का संचालन अनलॉक के दो चरणों के बाद भी प्रारंभ नहीं हो पाया है। इससे नौका संचालकों की आजीविका ठप पड़ी है। इस संबंध में नाव संचालको की पीड़ा को देखते हुये आम आदमी पार्टी की नगर कार्यकारिणी ने सोमवार को डीएम नैनीताल को नौका संचालन शुरू कराने के संबंध में ज्ञापन सौंपा और शीघ्र नौका संचालन शुरू कराने की मांग रखी। ज्ञापन सौंपने वालों में नगर अध्यक्ष शाकिर अली व जिला मीडिया प्रभारी मो.खुर्शीद हुसैन शामिल रहे।
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नौका चालकों ने अपर आयुक्त को ज्ञापन सोंप की नौका संचालन शुरू करने की मांग
नैनीताल। नैनी झील में नौकाओं का संचालन करने वाले नौका चालकों ने सोमवार को अपर आयुक्त संजय कुमार खेतवाल से मुलाकात कर उन्हें मंडलायुक्त को संबोधित ज्ञापन सोंपा। ज्ञापन में कहा गया कि नगर में सैलानियों की आवक शुरू होने के साथ अब उन्हें नैनी झील में नौका संचालन की अनुमति देने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में नाव चालक संघ के अध्यक्ष राम सिंह बिष्ट, सचिव नैन सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष पूरन बोरा, उपाध्यक्ष युसूफ अहमद व प्रबंधक विक्रम बिष्ट आदि शामिल रहे।
यह भी पढ़ें : कमल विहीन हुआ नैनीताल का पौराणिक कमल ताल, इलाज सिर्फ तीन फिट की जाली, वह भी मयस्सर नहीं ?
नवीन समाचार, नैनीताल, 14 जून 2020। झीलों के जनपद में जिला मुख्यालय के करीबी पर्यटन स्थल नौकुचियाताल स्थित कमल के फूलों से महके रहने वाले और पर्यटकों के लिए बड़े आकर्षण, पौराणिक ’कमल ताल’ में इस वर्ष पहली बार जून माह में कमल के फूल नहीं खिले हैं। इसका कारण सरकारी उदासीनता और महज करीब तीन फिट चौड़े नाले में एक जाली का न लगना बताया जा रहा है। यह जाली पिछले वर्षों में टूट जाने के कारण नौकुचियाताल झील की ग्रास कॉर्प प्रजाति की मछलियां कमल ताल के कमल के जलीय पौधों को कुतर रही है। इस बारे में क्षेत्रीय लोग पूर्व में सिचाई व पर्यटन विभाग से लेकर मुख्यमंत्री के सचिव तक गुहार लगा चुके हैं, बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ। नतीजा कमल ताल के पहली बार कमल विहीन होने के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा कमल ताल की सफाई की जानी भी जरूरी है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष जब प्रकृति कोरोना व लॉक डाउन के दौर में आत्म परिष्कार कर रही है, और प्रकृति कई मायनों में अपने पुराने स्वरूप में लौट रही है, फिर भी इस वर्ष कमल ताल में कमल नहीं खिल पाये हैं। यह पहला मौका है जब दशकों बाद कमल ताल में कमल नहीं खिले हैं। क्षेत्रीय लोगों के अनुसार करीब एक किमी व्यास का कमल ताल पौराणिक तालाब है और नौ कोनों के लिये विख्यात जनपद की नौकुचियाताल झील का ही एक हिस्सा है। नौकुचियाताल झील से ही इस झील में करीब तीन फिट चौड़े नाले से पानी आता है। पिछले दशक में नौकुचियाताल झील में काई इत्यादि जलीय पौधों को खाने के लिए ग्राम कॉर्प मछलियां डाली गईं। जिनकी वजह से कमल ताल में कमल के पौधों पर बुरा प्रभाव पड़ा। संभवतया वे पानी के साथ यहां पहुंचकर कमल के पौधों को नुकसान पहुंचाती हों। इस समस्या के समाधान के लिए नाले में जाली लगाई गई, जो कि अब टूट चुकी है। इस कारण ही पिछले करीब तीन वर्षों से कमल ताल में कमल के फूलों का खिलना लगातार कम हो रहा है। और इस वर्ष तो कमल के फूल खिले ही नहीं हैं। क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता पूरन चंद्र बृजवासी ने बताया कि पौराणिक कमल झील के अस्तित्व को बचाने के लिए उन्होंने गत वर्ष मुख्यमंत्री के तत्कालीन सचिव-कुमाऊं आयुक्त राजीव रौतेला को तथ्यों के आधार पर ज्ञापन देकर तालाब की दशा सुधारने की माँग रखी थी। इस पर श्री रौतेला ने जिला पर्यटन अधिकारी को समाधान को कहा था और पर्यटन अधिकारी ने 2019-20 की योजना में बजट स्वीकृत होने पर झील पर कार्य करने का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक कोई कार्य नहीं हुआ। इस पर उन्होंने पुनः मुख्यमंत्री के समाधान पोर्टेल में इस बारे में शिकायत दर्ज कराई है। इस बारे में जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़ ने कहा कि अवस्थापना संबंधी कार्य उनके स्तर पर नहीं होते हैं।
यह भी पढ़ें : केंद्र-राज्य के दिशा-निर्देशों से खफा मुक्तेश्वर होटल एसोसिएशन ने किया अनिश्चिकालीन होटल बंदी का ऐलान
नवीन समाचार, नैनीताल, 9 जून 2020। जनपद के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मुक्तेश्वर के होटल, रिजॉर्ट एवं होम स्टे संचालक केंद्र एवं राज्य सरकार के पर्यटन गतिविधियों को खोलने संबंधी दिशा-निर्देशों से नाराज हैं। संगठन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने इस बारे में गंभीर विचार-विमर्श कर सर्वसम्मति से अपने प्रतिष्ठानों एवं मुक्तेश्वर क्षेत्र में समस्त पर्यटन गतिविधियों को अनिश्चितकाल के लिए अथवा कोरोना की महामारी से निजात मिलने तथा जारी दिशा-निर्देशों में संशोधन होने तक पूर्ण रूप से बंद रखने का प्रस्ताव पास किया है। संगठन के अध्यक्ष प्रदीप दर्मवाल ने बताया कि उनकी आपत्ति दिशा-निर्देशों में चार बिंदुओं को लेकर है। पहला, दिशा-निर्देशों में जिन ‘हाईलोड’ शहरों की बुकिंग नहीं लेने के निर्देश हैं, 90 फीसद कारोबार उन्हीं शहरों से है। दूसरा, यहां आने वाले पर्यटकों को सात दिन के लिए क्वारन्टाइन होने की शर्त है। इस शर्त पर किसी पर्यटक का आना असंभव है। तीसरा, पर्यटक को किसी भी सार्वजनिक स्थान पर नहीं जाना है, तो पर्यटक यहां आयेंगे ही क्यूं। चौथा रेस्टोरेंटों की समयावधि सुबह सात से शाम के साह बजे इस व्यवसाय के विरुद्ध है। क्योंकि लोग इस समय के बाद ही भोजन करते हैं। उनका कहना है कि इन कारणों के साथ ही होटलों को व्यवस्थायें बनाने में अतिरिक्त व्यय भी करना पड़ेगा। इसलिए इन दिशा-निर्देशों में होटलों को खोलना संभव ही नहीं है।
यह भी पढ़ें : नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने किया बाहरी लोगों को क्वारन्टाइन किये जाने के विरोध का ऐलान
नवीन समाचार, नैनीताल, 03 जून 2020। नगर के होटलों व रेस्टोरेंटा के संगठन नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने अन्य जिलों व स्थानों के लोग को नैनीताल शहर में क्वारन्टाइन के लिए लाए जाने पर नगर की जनता के साथ इसका भरपूर विरोध करने का ऐलान किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश साह ने इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर अपने निर्णय से अवगत कराया है।
श्री साह ने पत्र में नैनीताल जनपद को केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के विरुद्ध रेड जोन घोषित करने पर भी नाराजगी जताई है। साथ ही कहा है कि उत्तराखंड उच्च न्यायालय के निर्देशों पर बाहरी प्रदेशों से आने वाले लोगों को सीमा पर ही क्वारन्टाइन किया जाना है, जबकि नैनीताल सीमा से 80 किमी एवं नजदीकी रेलवे स्टेशन से 40 किमी दूर है। नगर के प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन के लिए अधिगृहीन होटल 20 मार्च से बंद हैं और इनके समस्त कर्मचारी लॉक डाउन के अपने घर जा चुके हैं। इसलिये किसी भी होटल में क्वारन्टाइन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। नगर में अनेक होटल रिहायशी क्षेत्र में हैं। शहर में अभी एक भी कोरोना का पॉजिटिव मामला नहीं है। ऐसे में यदि बाहरी लोगों को यहां लायाा जाता है तो नगर में कोरोना के संक्रमण का खतरा उत्पन्न हो जाएगा।