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December 26, 2024

बैंक में सेना से सेवानिवृत्त-गार्ड की बंदूक से लोगों के बैठने वाली बेंच की ओर चली गोली….

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Goli pistol

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 23 अप्रैल 2024 (A Bullet fired from the gun of Guard in the Bank)। शहर के एक बैंक में गार्ड की बंदूक से अचानक गोली चलने की घटना सामने आयी है। घटना के समय बैंक में कर्मचारी एवं ग्राहक मौजूद थे। गनीमत रही कि गोली किसी व्यक्ति को नहीं लगी, अलबत्ता गोली स्टील की बेंच पर लगी। यदि वहां कोई बैठा होता तो उसका क्या होता, आसानी से समझा जा सकता है।

(A Bullet fired from the gun of Guard in the Bank)
केनरा बैंक के गार्ड की बंदूक से चली गोली, कुर्सी में हुआ छेद

प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के केनरा बैंक की मुखानी शाखा में दोपहर के समय अचानक गार्ड की बंदूक से गलती से गोली चल गयी। गोली सीधे स्टील की कुर्सी में जाकर लगी। गोली से निकले छर्रों से बैंक में मौजूद कुछ लोग मामूली रूप से घायल भी हो गए। माना जा रहा है कि गोली गलती से चल गई।

बताया जा रहा है कि बैंक में जब सभी कर्मी अपने काम में व्यस्त थे। मुख्य गेट के पास ही गार्ड चंद्र प्रकाश जोशी बैठा हुआ था। सामने मेज पर उसकी दो बैरल की पोनिया बंदूक रखी थी। गार्ड का हाथ बंदूक के ट्रिगर से टकराया और तुरंत ही फायर हो गया। गोली ने कुर्सी में छेद कर दिया और आगे की कुर्सी से भी टकरा गई।

कुर्सियां बंदूक के सामने पीछे की ओर मौजूद थीं। आगे की कुर्सी में भी गोली का साफ निशान दिख रहा है। पहले तो बैंक में मौजूद लोगों को कुछ समझ नहीं आया लेकिन जब पता चला कि गोली चली तो अफरा-तफरी मच गई। बैंक के ग्राहक निकलकर बाहर भाग गए। गार्ड भी हतप्रभ रह गया। (A Bullet fired from the gun of Guard in the Bank)

सूचना पर कोतवाल उमेश मलिक और मुखानी थाना पुलिस मौके पर पहुंचे। गार्ड से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसका हाथ केवल बंदूक के पास था और फायर हो गया। पुलिस ने तुरंत ही बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे तो पता चला कि गार्ड का हाथ ट्रिगर से टकराने से ही गोली चली है। गार्ड गोली चलाने की अवस्था में नहीं दिखा। प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि गोली गलती से चली है। कोतवाल ने बताया कि बंदूक को कब्जे में ले लिया गया है। साथ ही गार्ड से और भी पूछताछ की जाएगी। (A Bullet fired from the gun of Guard in the Bank)

टली बड़ी घटना (A Bullet fired from the gun of Guard in the Bank)

गनीमत है कि गोली चलने के दौरान बंदूक के निशाने पर कोई इंसान नहीं आया, नहीं तो जानलेवा हादसा हो सकता था। गोली ने धातु की बनी कुर्सी में करीब ढाई इंच छेद कर दिया है। साथ ही उसने आगे की कुर्सी में भी निशान भी बना दिया। अगर उस समय कुर्सी पर भी कोई बैठा होता तो तब भी वह घायल हो सकता था। (A Bullet fired from the gun of Guard in the Bank)

गार्ड चंद्र प्रकाश ने बताया कि वह सेना से सेवानिवृत्त है। कई सालों से गार्ड की नौकरी कर रहा है। आज तक उससे कोई गलती नहीं हुई। इस बार कैसे गोली चली गई, उसे खुद समझ में नहीं आ रहा। उल्लेखनीय है कि बंदूक से तब तक गोली नहीं चल सकती है जब तक वह लोड न हो। बैंक में मौजूद बंदूक को जरूर लोड किया गया है। गार्ड इस बात से मना कर रहा है कि उसने बंदूक को लोड किया था। उसका कहना था कि शायद किसी और ने बंदूक को लोड कर दिया होगा। (A Bullet fired from the gun of Guard in the Bank)

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