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March 31, 2025

कुमाऊं विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र में पढ़ाया जाएगा समान नागरिक संहिता और जीआई उत्पाद…

Rules for Polygamy Live in Halala Bahu Vivah Iddat in Uttarakhand UCC Uniform Civil Code

नवीन समाचार, नैनीताल, 15  फरवरी 2025 (UCC-GI products will Taught at Kumaun University)नैनीताल स्थित कुमाऊं विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र ने देश में पहली बार उत्तराखंड में लागू समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को अपने पाठ्यक्रम में शामिल कर लिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इससे विद्यार्थियों को भारतीय संविधान, कानून प्रणाली और सामाजिक समरसता को बेहतर तरीके से समझने का अवसर मिलेगा।

पाठ्यक्रम में शामिल होगा यूसीसी

(UCC-GI products will Taught at Kumaun University) NCC cadets will get SSB coaching in Kumaon Univ, Kumaun University Kumaon application processमहिला अध्ययन केंद्र की डॉ. किरन तिवारी ने बताया कि समान नागरिक संहिता को महिला अध्ययन पाठ्यक्रम के अंतर्गत नए शैक्षणिक सत्र से जोड़ा गया है। इस पाठ्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को यूसीसी की पूरी जानकारी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, जून से शुरू होने वाले सत्र में यूसीसी पर एक वर्ष का प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम भी संचालित किया जाएगा, जिसमें विद्यार्थियों को कोर्स पूरा करने पर प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।

डॉ. तिवारी ने बताया कि समान नागरिक संहिता उनके पाठ्यक्रम के सतत विकास लक्ष्यों में से लक्ष्य संख्या 5 के अंतर्गत आता है, जो लैंगिक समानता पर केंद्रित है। इसे पाठ्यक्रम के तीसरे प्रश्न पत्र में शामिल किया गया है, जिससे महिला अध्ययन के उद्देश्यों को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा।

भविष्य में जीआई उत्पादों का प्रशिक्षण भी मिलेगा (UCC-GI products will Taught at Kumaun University)

डॉ. तिवारी ने बताया कि महिला अध्ययन केंद्र समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों और कार्यशालाओं का आयोजन करता है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वावलंबी बनाना है। भविष्य में इस पाठ्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को उत्तराखंड के विशिष्ट भौगोलिक संकेत (जीआई) उत्पादों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इनमें मंडुवा, झंगोरा, काला भट्ट, माल्टा, चौलाई, रामदाना, अल्मोड़ा की लखौरी मिर्च, पहाड़ी तूर दाल, बुरांश शरबत, आड़ू, लीची, बेरीनाग चाय, बिछुआ फाइबर, नैनीताल की मोमबत्ती, कुमाऊंनी पिछौड़ा, चमोली का मुखौटा और लकड़ी कला आदि शामिल हैं।

इस पहल से न केवल विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान मिलेगा, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी प्राप्त होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को न केवल संवैधानिक और कानूनी विषयों की जानकारी दी जाएगी, बल्कि उन्हें स्वावलंबन की दिशा में भी प्रेरित किया जाएगा। (UCC-GI products will Taught at Kumaun University)

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