उत्तराखंड के सबसे पुराने (नवंबर 2009 से) डिजिटल मीडिया पर सक्रिय विश्वसनीय समाचार प्लेटफार्म ‘नवीन समाचार’ के पाठकों के ‘2.41 करोड़ यानी 24.1 मिलियन से अधिक बार मिले प्यार’ युक्त परिवार में आपका स्वागत है। आप पिछले 10 वर्षों से मान्यता प्राप्त- पत्रकारिता में पीएचडी डॉ. नवीन जोशी द्वारा संचालित, ‘समाचारों को नवीन दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने वाले’ डिजिटल मीडिया परिवार का हिस्सा हैं, जिसके प्रत्येक समाचार एक लाख से अधिक लोगों तक और हर दिन लगभग 10 लाख बार पहुंचते हैं। हिंदी में विशिष्ट लेखन शैली हमारी पहचान है। आप भी हमारे माध्यम से हमारे इस परिवार तक अपना संदेश पहुंचा सकते हैं ₹500 से ₹20,000 प्रतिमाह की दरों में। यह दरें आधी भी हो सकती हैं। अपने शुभकामना संदेश-विज्ञापन हमें भेजें ह्वाट्सएप 8077566792 पर। स्वयं भी दें, अपने मित्रों से भी दिलाएं, ताकि हम आपको निरन्तर-बेहतर ‘निःशुल्क’ ‘नवीन समाचार’ उपलब्ध कराते रह सकें...

Holi Essentials | Beauty Edit

April 19, 2025

सरकारी चिकित्सालयों में ऐसा भी ! नर्स ने नवजात शिशु को अवैध रूप से अन्य दंपति को सौंप दिया, जांच के आदेश…

Navjat Bachcha Bachchi

नवीन समाचार, रुद्रपुर, 10 मार्च 2025 (Nurse Illegally handed over NewbornBaby to other)। उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जनपद के मुख्यालय रुद्रपुर के सरकारी चिकित्सालय में एक नवजात शिशु को अवैध रूप से अन्य दंपति को गोद देने का मामला सामने आया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी  ने प्रकरण की जांच के आदेश दे दिए हैं। 

(Nurse Illegally handed over NewbornBaby to other)पुलिस व संबंधितों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की रात लगभग 12 बजे रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप निवासी उमाशंकर की पत्नी संगीता ने जिला चिकित्सालय में एक स्वस्थ बालक को जन्म दिया। स्टाफ नर्स ज्योति बाल्मीकि ने नवजात को सोडी कॉलोनी निवासी एक अन्य दंपति को बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया के सौंप दिया। उक्त दंपति रात में ही नवजात को लेकर अपने घर चले गए। इस प्रक्रिया में नवजात के माता-पिता की सहमति की बात भी सामने आई है।

बाल कल्याण समिति का हस्तक्षेप

सोमवार को इस मामले की सूचना बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को मिली। समिति की सदस्य पुष्पा पानू, किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य रजनीश बत्रा और एक अधिवक्ता के साथ जिला चिकित्सालय पहुंचीं। सीडब्ल्यूसी के हस्तक्षेप के बाद नवजात को दंपति के घर से वापस मंगाया गया और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) के निर्देश पर नवजात को न्यू बॉर्न बेबी वार्ड में भर्ती कराया गया।

माता-पिता की प्रतिक्रिया

नवजात के पिता उमाशंकर ने बताया कि उनके पहले से दो बेटे और एक बेटी हैं। उन्होंने पहले से तय किया था कि इस बार लड़का हो या लड़की, किसी को गोद दे देंगे। गर्भधारण के बाद गर्भपात के लिए चिकित्सालय आए थे, लेकिन तीन महीने का गर्भ होने के कारण गर्भपात नहीं हो सका। उमाशंकर ने बताया कि नर्स के माध्यम से बच्चा दंपति को दे दिया गया।

नर्स का पक्ष

स्टाफ नर्स ज्योति वाल्मीकि का कहना है कि नवजात के माता-पिता की सहमति पर ही बच्चा दंपति को दिया गया।

मामले की जांच

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. केके अग्रवाल ने प्रकरण की जांच के लिए डॉ. पंकज माथुर (अतिरिक्त निदेशक) की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है। इस समिति में मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. मकरंद सिंह और एसीएमओ डॉ. डीपी सिंह को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। सीएमओ ने कहा है कि जांच के बाद आवश्यकता पड़ने पर इस प्रकरण में लिप्त कर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।

स्पष्टीकरण की मांग

सीएमएस डॉ. आरके सिन्हा ने बच्चे को गोद देने की आरोपित नर्स ज्योति वाल्मीकि और रविवार रात ड्यूटी पर तैनात नर्स इंद्रा मोहनी से स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

बच्चा गोद देने में कानूनी प्रक्रिया आवश्यक (Nurse Illegally handed over NewbornBaby to other)

किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य रजनीश बत्रा ने बताया कि किसी सामाजिक कार्यकर्ता ने प्रकरण की जानकारी दी थी। चिकित्सालय आकर वास्तविकता का पता लगाया गया। मामला सही पाए जाने पर सीएमएस के सामने मामला उठाया गया। नवजात के पिता को बुलाया गया और बच्चा वापस मंगाया गया। नवजात के पिता ने बताया कि नर्स के माध्यम से ही यह सब कुछ हुआ है। सीडब्ल्यूसी नवजात के पिता और बच्चे को बिना वैधानिक प्रक्रिया के गोद लेने वाले की काउंसलिंग करेगी। यह प्रक्रिया अवैधानिक है। काउंसलिंग के बाद सीडब्ल्यूसी वैधानिक कार्रवाई करेगी।

यह घटना सरकारी चिकित्सालयों में वैधानिक प्रक्रियाओं के पालन की अनिवार्यता को रेखांकित करती है। बिना उचित प्रक्रिया के नवजात शिशु को अन्य दंपति को सौंपना न केवल अवैध है, बल्कि यह बच्चे के अधिकारों का उल्लंघन भी है। इस प्रकरण में संबंधित अधिकारियों द्वारा उचित जांच और कार्रवाई आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। (Nurse Illegally handed over NewbornBaby to other)

आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे उत्तराखंड के नवीनतम अपडेट्स-‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यहां क्लिक कर हमारे थ्रेड्स चैनल से, व्हाट्सएप चैनल से, फेसबुक ग्रुप से, गूगल न्यूज से, टेलीग्राम से, एक्स से, कुटुंब एप से और डेलीहंट से जुड़ें। अमेजॉन पर सर्वाधिक छूटों के साथ खरीददारी करने के लिए यहां क्लिक करें। यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें यहाँ क्लिक करके सहयोग करें..

(Nurse Illegally handed over NewbornBaby to other, UdhamSingh Nagar News, Rudrapur News, Navjat, Illigal Giving of Child, Bachcha God Lena, This also happens in government hospitals! Nurse illegally handed over the newborn baby to another couple, investigation ordered., Rudrapur, Government Hospital, Newborn, Nurse, Child Welfare Committee, Legal Process, Parental Consent, Investigation, Medical Negligence, Infant Adoption, Hospital Administration, Legal Action, Healthcare Ethics, Parental Rights, Child Protection, Newborn Baby,)  

आप यह भी पढ़ना चाहेंगे :

You cannot copy content of this page