बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में बड़ी अपडेट, हत्या के पीछे आया उत्तराखंड के एक पूर्व आईएएस अधिकारी का नाम, मुकदमा दर्ज
नवीन समाचार, खटीमा, 29 मार्च 2024 (Former IAS name in Baba Tarsem Singh murder case)। उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जनपद में गुरुवार को हुई श्री नानकमत्ता गुरुद्धारा साहिब के डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या के मामले में सनसनीखेज अपडेट सामने आयी है। मामले में गुरुद्वारे से जुड़े उत्तराखंड के एक पूर्व आईएएस का नाम भी सामने आया है। पढ़ें पूर्व समाचार : उत्तराखंड में सुबह-सुबह बड़ी धार्मिक हत्या, गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब के डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम की गोली मारकर हत्या
यह भी सामने आया है कि आरोपित गुरुद्वारे यात्री निवास में ही ठहरे थे। उन्हें हत्या में प्रयुक्त बाइक व हथियार आदि देने में स्थानीय लोगों ने सहयोग किया था। मामले में पुलिस ने पूर्व आईएएस तथा बाइक पर आये दो हत्यारों सहित 5 लोगों के विरुद्ध अभियोग दर्ज कर लिया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार जसवीर सिंह निवासी चारुबेटा खटीमा ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि 28 मार्च को डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह गुरुद्वारा परिसर में बाहर कुर्सी पर बैठे थे। तभी बाइक सवार दो लोग पहुंचे और उन्होंने गोली मारकर बाबा की हत्या कर दी। हमलावरों ने सेवादार जसपाल सिंह पर भी फायर किया। दोनों हमलावर गुरुद्वारे के यात्री निवास में ही ठहरे थे।
देखें वीडिओ बाबा तरसेम सिंह को ऐसे मारी गई गोली :
घटनास्थल पर मौजूद अन्य सेवादारों ने हमलावरों को गोली चलाते, हमला कर भागते हुए देखा। दोनों हमलावर 19 मार्च से गुरुद्वारा परिसर में भाई मरदाना यात्री निवास के एक कमरे में ठहरे हुए थे। दोनों हमलावरों को डेरा कार सेवा में दो दिन पहले घूमते भी देखा गया था। इनमें से एक आरोपित की पहचान कमरे में मिली आईडी के आधार पर सरबजीत सिंह पुत्र स्वरुप सिंह निवासी ग्राम मियांविड जिला तरनतारन पंजाब के रूप में हुई है।
जबकि बाइक में पीछे बैठा गोली चलाने वाला हमलावर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टा पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी ग्राम सिहौरा थाना बिलासपुर जिला रामपुर उत्तर प्रदेश था। दोनों हमलावर सराय में रहने के लिए बिना वाहन के आए थे। उनके पास तब कोई हथियार भी नहीं देखा गया था। जिससे प्रतीत होता है कि हमलावरों को बाइक और हथियार स्थानीय व्यक्ति ने उपलब्ध कराया। बिट्टा को मुख्य आरोपित बनाया गया है। देखें वीडिओ एसएसपी ने दी बड़ी अपडेट..
पुलिस ने जसवीर की तहरीर पर सरबजीत सिंह व अमरजीत सिंह के अलावा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री नानकमत्ता साहिब के प्रधान और पूर्व आईएएस डॉ. हरबंस सिंह चुघ तथा तराई महासभा के उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह संधू और गुरुद्वारा श्री हरगोविंद सिंह रतनपुरा नवाबगंज उत्तर प्रदेश के मुख्य जत्थेदार बाबा अनूप सिह के विरुद्ध अभियोग दर्ज कर लिया गया है। (Former IAS name in Baba Tarsem Singh murder case)
कौन हैं चुघ (Former IAS name in Baba Tarsem Singh murder case)
1986 बैच के पीसीएस डॉ. हरबंस सिंह चुघ ने यूपी के अलावा उत्तराखंड में विभिन्न विभागों का नेतृत्व में किया है। आईएएस कैडर मिलने के बाद दो साल तक वह हरिद्वार जिले के डीएम और हरिद्वार विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहे। दिसंबर 2021 में गन्ना एवं चीनी उद्योग सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए। अप्रैल 2022 में वह गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब की प्रबंध कमेटी के प्रधान निर्वाचित हुये। (Former IAS name in Baba Tarsem Singh murder case)
किया गया अंतिम संस्कार, डीजीपी भी पहुंचे घटनास्थल (Former IAS name in Baba Tarsem Singh murder case)
शुक्रवार को श्री नानकमत्ता गुरुद्धारा साहिब के डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान श्रद्धांजलि देने के लिये भारी भीड़ उमड़ी रही। इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी नानकमत्ता पहुंचकर उनके अंतिम दर्शन कर उन्हें अंतिम विदाई दी। वहीं आज उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार भी नानकमत्ता पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। (Former IAS name in Baba Tarsem Singh murder case)
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