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December 22, 2024

बड़ा मामला: उत्तराखंड के डीजीपी के नाम से रंगदारी मांगे जाने का मामला आया सामने

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Cyber Crimeनवीन समाचार, देहरादून, 5 दिसंबर 2022। देश-प्रदेश में साइबर अपराधी बुरी तरह से सक्रिय हैं। अब उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों रंगदारी मांगे जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। किसी ने ट्रूकॉलर की प्रोफाइल पर डीजीपी अशोक कुमार की एक अन्य आईपीएस अधिकारी के मिलते वक्त की फोटो लगाई गई है। और इस फोन नंबर से लोगों से रंगदारी मांगी जा रही है। मामले की जानकारी लगने पर साइबर थाने में अभियोग दर्ज कर लिया गया है और पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है। यह भी पढ़ें : थाने के पीछे सरकारी आवास में चल रही थी ‘खाने-पीने’ की पार्टी, एक की हत्या हो गई….

प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश निवासी आलोक जैन नाम के व्यक्ति ने उत्तराखंड के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को एक दिसंबर को ईमेल कर बताया है कि उन्हें पिछले तीन चार दिन से एक नंबर से कॉल आ रही हैं। उस पर डीजीपी अशोक कुमार की फोटो लगी हुई और नाम भी उनका ही दर्ज है। फोन करने वाले खुद को डीजीपी बताकर उनसे रुपयों की मांग कर रहे हैं। आलोक को लगा कि यह फेक कॉल है। इसलिए उन्होंने इस नंबर की जानकारी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को देकर जांच की मांग की है। यह भी पढ़ें : कारोबारी युवती से उसके कारोबारी पार्टनर व उसके सगे भाई सहित तीन लोगों ने किया सामूहिक दुष्कर्म…

सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल ने पाया है कि डीजीपी के नाम से लोगों को गलत तरीके से डराया जा रहा है। मामले में आईटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। एएसपी एसटीएफ चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि शिकायत की जांच की जा रही है। जिस नंबर से डीजीपी के नाम पर लोगों को डराकर रकम मांगी जा रही है वह नंबर रविवार शाम तक चल रहा था। उस पर घंटी गई। पर किसी ने उठाया नहीं। अब बंद आ रहा है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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यह भी पढ़ें : नैनीताल पुलिस ने इंटरनेट के जरिए 17 लाख लूट चुके पिरान कलियर व जम्मू कश्मीर के ठग दबोचे

Policeनवीन समाचार, रामनगर, 14 मई 2022। कभी भी इंटरनेट मीडिया पर किसी लाभ के धोखे में न पड़ें। साइबर ठग हर ओर जाल लगाए बैठे हैं। नैनीताल जनपद की रामनगर पुलिस ने पिरान कलियर एवं जम्मू कश्मीर के तीन ऐसे आरोपितों को पकड़ा है जो सोशल मीडिया पर अपने सॉफ्टवेयर का लिंक देकर लोगों को करीब 17 लाख रुपए का चूना लगा चुके थे।

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपित अब्दुल परवेज ने पुलिस को पूछताछ मे बताया कि उसने पिरान कलियर में तारीक अनवर पुत्र मौ. अनवर निवासी आरो राजौरी जम्मू कश्मीर और मौ. मुजम्मिल चौधरी निवासी गम्भीर मुगला मंजाकोट राजौरी, जम्मू कश्मीर के साथ मिलकर तारीक की जान पहचान के एक व्यक्ति से एक सॉफ्टवेयर खरीदा और उसे अपनी जरूरत के अनुसार बनाया।

उन्होंने अपने वास्तविक नामों की जगह राहिल, जिशान, अजय, सुरेश अग्रवाल आदि नामों से रामनगर नैनीताल के कई लोगों को तारीक के मोबाइल से फेसबुक पर एक लिंक भेजा। अंजुम नाम के व्यक्ति ने इस लिंक पर क्लिक कर दिया और उसे झांसे में लेकर इजजण्हसवइसम ऐप के बारे में बताया और आईडी बनाने को कहा। मौ. अंजुम के जरिये रामनगर के बहुत सारे लोगो ने उनके खाते में रुपए ट्रांसफर किये।

कुछ दिन तक उन्होंनेे लोगो को लालच देकर 2-4 हजार रुपए वापस भी किए, लेकिन जब हम तीनों के पास 12-15 लाख रुपये जमा हो गये तो उन्होंनने नंबर बंद कर दिये और अपना ऐप भी बंद कर दिया। आरोपितों को रामनगर कोतवाली में तैनात वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रेम विश्वकर्मा की अगुवाई में पुलिस टीम ने एक बैंक खाते की जानकारी मिलने के बाद पकड़ लिया है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : नैनीताल: 926 रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी में कोर्ट ने दिए प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश

पुलिस ने एसएसपी से शिकायत के बावजूद दर्ज नहीं की थी रिपोर्ट
Order Imageडॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 10 अगस्त 2021। जनपद के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मनीेंद्र मोहन पांडे की अदालत ने 926 रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में भवाली कोतवाली पुलिस को पीड़ित की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करने और मांमले की जांच करने के आदेश दिए हैं।

मामले में पीड़ित रानीखेत रोड भवाली स्थित जनरल स्टोर के स्वामी दयाल चंद्र आर्य की ओर से अधिवक्ता दीपक रुवाली ने न्यायालय को बताया कि 20 नवंबर 2020 को आरोपित विनोद आनंद पाठक पुत्र सदानंद पाठक निवासी दिल्ली ने उनकी दुकान से 926 रुपए का सामान खरीदा और भुगतान किए बिना अपने मोबाइल से पुराने पेटीएम मैसेज को काट-छांटकर भुगतान होने का मैसेज भेजा। इस पर पीड़ित ने पहले 24 दिसंबर 2020 व बाद में 12 मार्च 2021 व 12 अप्रैल 2021 को थानाध्यक्ष भवाली व एसएसपी नैनीताल को पंजीकृत डाक से स्मृति पत्र भेजे, फिर भी मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

इस पर अदालत ने पत्रावलियों का निरीक्षण करने के बाद भवाली कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक को मामले में प्राथमिकी दर्ज करने व जांच करने के आदेश दिए हैं। उधर थानाध्यक्ष भवाली योगेश उपाध्याय ने कहा कि आदेश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : युवक से पत्नी की बीमारी व बेटी की शादी के लिए लोन के नाम पर ठगी

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 28 जुलाई 2021। जिला मुख्यालय में एक व्यक्ति से ऋण दिलाने के नाम पर 51 हजार की ऑनलाइन ठगी का मामला प्रकाश में आया है। नगर के बिड़ला क्षेत्र निवासी हरीश प्रसाद ने मल्लीताल कोतवाली में शिकायती पत्र देकर कहा है कि उसके साथ ऋण दिलाने का झांसा देकर 51 हजार रुपए की ऑनालाइन ठगी की गई है। उसने अपनी पत्नी के उपचार और पुत्री के विवाह के लिए उसने रिश्तेदारों से ऋण ले रखा था। इसे चुकाने को लेकर वह कहीं से ऋण लेने की सोच रहा था।

इस बीच गत अप्रैल माह में उसने समाचार पत्र में बजाज फाइनेंस द्वारा लोन दिए जाने का विज्ञापन देखा। विज्ञापन में दिए गए मोबाइल नंबर पर बात करने पर उसे अपना नाम अमित रावत बताने वाले व्यक्ति ने 10 लाख रुपए का ऋण स्वीकृत करने की बात कही, और उससे उसकी फोटो, आधार कार्ड, पैन कार्ड और राशन कार्ड की प्रतियां मांगी। इसके बाद उसने एक महिला का नंबर देकर उससे बात करने को कहा। उस महिला ने खुद को कंपनी का लीगल एडवाइजर बताकर उससे धरोहर राशि के रूप में धनराशि जमा करने को कहा।

इस पर उसने बमुश्किल कई किस्तों में करीब 51 हजार रुपये उस महिला के बताए हुए खाते में जमा कराए। लेकिन इसके बावजूद ऋण नहीं मिला। इस पर अमित रावत ने उसे ऋण की राशि बढ़ाने की बात कह और 10 हजार रुपए जमा कराने को कहा। इस पर उसे ठगी होने का अहसास हुआ। मामले में कोतवाल अशोक कुमार सिंह ने बताया कि शिकायती पत्र साइबर सेल को हस्तांतरित कर दिया गया है। साथ ही मामले में जांच की जा रही है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : नैनीताल में महिला से बीएसएनएल के नाम पर 97 हजार की ऑनलाइन चोरी

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 17 जुलाई 2021। सरोवरनगरी में एक महिला को ऑनलाइन कॉल पर भरोसा करना भारी पड़ गया। महिला के साथ बीएसएनएल के मोबाइल नंबर की केवाईसी कराने के नाम पर 97 हजार रुपए की ऑनलाइन चोरी होने की घटना हो गई है। नगर के गार्डन हाउस मल्लीताल निवासी बीना साह का कहना है कि उन्हें बीएसएनएल के मुख्यालय के नाम पर मोबाइल नंबर का केवाईसी कराने के लिए उनके बैंक खाते की जानकारी मांगी गई। इसके कुछ देर बाद ही उन्हें अपने बैंक खाते से 96 हजार 900 रुपए निकल जाने का पता चला। महिला से संबंधित बैंक एवं पुलिस के साइबर क्राइम सेल को घटना की जानकारी दे दी है। कोतवाली पुलिस ने भी आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच प्रारंभ कर दी है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : बड़ा समाचार: हद है, देहरादून की महिला ने कुत्ते का पिल्ला खरीदने के लिए ऑनलाइन गंवा दिए 63 लाख रुपए

नवीन समाचार, देहरादून, 14 जुलाई 2021। बेटी को उसके जन्मदिन पर महंगी नस्ल के कुत्ते का पिल्ला भेंट करने के लिए ऑनलाइन खरीदारी करना एक महिला को काफी भारी पड़ गया। कुत्ते की तय कीमत 15 हजार रुपये चुकाने के चक्कर में जालसाज ने महिला से रिफंड का झांसा देकर 63 लाख रुपये ठग लिए। इस मामले में साइबर पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के मोथरोवाला निवासी आरती रावत अपनी बेटी को उसके जन्मदिन पर गोल्डन रिट्रीवर ब्रीड का कुत्ता भेंट करना चाह रही थी। इसके लिए गत 20 जून को उसने इंटरनेट पर मिले एक डीलर के फोन नंबर पर बात कर 15 हजार रुपये के कुत्ते के लिए मांगे जाने पर पांच हजार रुपये अग्रिम जमा किए। अगले दिन उसे कुत्ते के ऐवज में ई-मेल से एक लाख तीन हजार रुपये जमा कराने के लिए कहा गया। बताया गया था कि यह धनराशि रिफंडेबल होगी, यानी बाद में वापस कर दी जाएगी। इसके बाद भी कभी एक लाख तो कभी अधिक बताकर दावा है कि आरती ने उस पर विश्वास कर 63 लाख रुपये से ज्यादा जमा करा दिए।

इतनी धनराशि जमा कराने के बाद गत तीन जुलाई को उसे ई-मेल आया कि पिल्ला जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच गया है, वह 25 लाख रुपये जमा कराकर डिलीवरी ले ले। इस पर आरती को मामला कुछ गड़बड़ लगा, तो उसने साइबर थाने को शिकायत की। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि मामले में साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसकी जांच की जा रही है। महिला ने कुछ मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराए हैं। सबके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में चलता मिला ऐसा कॉल सेंटर जिससे अमेरिकियों को लगाया जाता था चूना, करोड़ों मिले ठगों के खातों में…

नवीन समाचार, देहरादून, 26 जून 2021। उत्तराखंड एसटीएफ ने राजधानी देहरादूप के पटेलनगर थाना क्षेत्र में चल रहे एक ऐसे फर्जी कॉल सेंटर को पकड़ा है, जहां से दो शातिर अमेरिका के लोगों के कंप्यूटर पर गड़बड़ी का एक मैसेज भेजते थे। और उसे ठीक करने के एवज में उनसे 100 से 900 डॉलर तक धन ठगते थे। उनकी एक सहयोगी अमेरिका में भी रह रही थी। एसटीएफ ने दून में छह माह के भीतर इस तरह का तीसरा कॉल सेंटर पकड़ा है, साथ ही दो ठगों को भी गिरफ्तार किया गया है। उनके देहरादून स्थित बैंक खातों में एक करोड़ 10 लाख रुपये जमा मिले हैं। इन पर कार्रवाई के लिए ईडी को लिखा जा रहा है। इन्होंने हाल ही में 60 लाख रुपये का एक फ्लैट और 16 लाख रुपये की एक गाड़ी भी खरीदी है।

डीआईजी एसटीएफ डॉ. निलेश आनंद भरणे ने बताया कि पिछले दिनों पटेलनगर क्षेत्र में एक फर्जी कॉल सेंटर की जानकारी मिली थी। इस सूचना पर डीएसपी एसटीएफ की अगुवाई में गुरु रामराय पीजी कॉलेज के पास एक फ्लैट में छापा मारा गया। इसमें दो युवक मौजूद थे। इन युवकों से पूछताछ की गई तो पता चला कि वे से अमेरिका के लोगों के कम्प्यूटर सिस्टम में खराबी का मैसेज भेजते थे। इसके बाद इसे ठीक करने को कहा जाता तो फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर उनसे धन वसूलते थे। इस काम के लिए उन्होंने दो टॉल फ्री नंबर भी खरीदे थे। जैसे ही कोई इन नंबरों पर फोन करता था तो उस व्यक्ति से रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर इंस्टाल कराया जाता था, और गड़बड़ी ठीक करने की एवज में उनसे 100 डॉलर से 900 डॉलर तक वसूल किए जाते थे। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम वैभव गुप्ता निवासी व्किंस अपार्टमेंट आईएसबीटी के पास और सूद खान निवासी मूलचंद एन्क्लेव पटेलनगर बताया। दोनों आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय के आदेश पर दोनों को जेल भेज दिया गया।

ठगों का ही मिलता था टॉल फ्री नंबर
ठगों ने टॉल फ्री नंबर अमेरिका की द रियल पीबीएक्स कंपनी से 100 डॉलर में खरीदे थे। यह नंबर उन्होंने गूगल पर इस तरह से फीड किए हुए थे कि यदि कोई भी सॉफ्टवेयर ठीक कराने के लिए गूगल पर सर्च करेगा तो उसे यही नंबर मिलते थे। ऐसे में लोग आसानी से लोग इन पर विश्वास कर लेते थे। कुछ लोग इन्हें चेक से भी भुगतान करते थे। इस भुगतान को वह अमेरिका में ही अपनी एक साथी के सहयोग से भारतीय खातों में कमीशन काटकर हासिल करते थे। यह चेक रॉयल क्रेडिट यूनियन एंड क्यूबिकल टेक्निकल सर्विसेस के माध्यम से कैश कराए जाते थे। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : भाई की समझ-बूझ से साइबर ठगी से बाल-बाल बची नैनीताल की युवती, ऐसे ही आप भी बच सकते हैं…

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 24 जून 2021। साइबर ठगी के मामले में ‘जरा सी सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी’ की उक्ति चरितार्थ हो रही है। साइबर ठग न जाने कितने नए तरीकों से आम लोगों को अपने निशाने पर ले रहे हैं। लेकिन जरा सी भी सावधानी व समझ-बूझ दिखाने से आप इन साइबर ठगों से बच भी सकते हैं नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र निवासी युवती अपने भाई की समझ-बूझ से साइबर ठग से ठगे जाने से बाल-बाल बच गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के मल्लीताल की निवासी शिवानी पांडे ने कुछ समय पूर्व वायु सेना में निकली नौकरी के लिए आवेदन किया था। इधर कुछ दिन पूर्व उसे एक अज्ञात नंबर से उसे फोन आया की वायु सेना में उसकी नौकरी पक्की हो गई है। उसे अब 28500 रुपये शुल्क देकर नियुक्ति पत्र के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। इस पर शिवानी ने किसी तरह रिश्तेदारों से 30 हजार की रकम एकत्रित कर ली। लेकिन इससे पहले कि वह यह रुपए जमा कराती, सेना में कार्यरत उसके भाई का फोन आ गया। जब भाई को उसने नौकरी लगने और पैसे जमा करने की बात बताई तो भाई को ठगी का अंदेशा हुआ। उसने बहन को तुरंत पुलिस के पास शिकायत दर्ज करने की बात कही। इससे युवती ठगी का शिकार होने से बच गयी। मल्लीताल कोतवाली पुलिस ने मामले की शिकायत साइबर सेल को भेज दिया है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

यह भी पढ़ें : 360 करोड़ की महा साइबर ठगी में उत्तराखंड एसटीएफ ने की एक और गिरफ्तारी

नवीन समाचार, देहरादून, 11 जून 2021। पावर बैंक एप के जरिये 15 दिन में रकम दोगुनी करने का झांसा देकर देशभर में करीब 360 करोड़ रुपए की महाठगी करने वाले गिरोह के एक और सदस्य को उत्तराखंड एसटीएफ और साइबर पुलिस की टीम ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अब तक 360 करोड़ रुपये की ठगी की बात सामने आ चुकी है, और देशभर में दर्ज दर्जनों मुकदमों में अब तक 19 ठगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसमें दो गिरफ्तारी दून पुलिस ने की है। दोनों के खाते फ्रीज करवा दिये गए हैं। उत्तराखंड के एडीजी प्रशासन व उत्तराखंड पुलिस के मुख्य प्रवक्ता अभिनव कुमार ने कुछ दिन पहले सामने आए 250 करोड़ रुपये के पावर बैंक एप से हुई ठगी की जानकारी को अपडेट करते हुए बताया कि करोड़ों की इस ठगी में एक और ठग प्रकाश बैरागी निवासी ग्राम मियांपुर बेली राजापुर खीरी मोहम्मदी खीरी लखीमपुर खीरी को यूपी से गिरफ्तार किया गया है। अब तक दून में चार मुकदमे दर्ज कर आठ बैंक खातों के 30 लाख रुपये फ्रीज करवाए गए हैं। साइबर ठग पावर बैंक एप के जरिये इनवेस्ट कराने के नाम पर 15 दिन में रकम दोगुनी करने का झांसा दिया करते थे। हरिद्वार के रोहित कुमार और राहुल कुमार ने अपने साथ एप के जरिये ठगी की शिकायत दी थी। जांच के बाद पुलिस ने सात जून को गिरोह से जुडे़ ठग पवन कुमार पांडेय निवासी ग्रीन व्यू अपार्टमेंट नोएडा यूपी को गिरफ्तार किया था। ठगी और धोखाधड़ी में रेजर पे गेटवे का इस्तेमाल किया गया था। रेजर पे के लीगल हेड से जानकारी करने पर पता चला कि अब तक 360 करोड़ रुपये की ठगी सामने आ चुकी है। इस गिरोह के खिलाफ बंगलुरु पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें से छह ठगों को बंगलुरु पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से तीन नागाभूषण, सुकन्या और तिब्बत मूल के पेमा वांगमो के खिलाफ साइबर थाने में मुकदमा दर्ज है। जिन्हें जल्दी ही रिमांड पर उत्तराखंड लाया जाएगा। पावर बैंक एप ठगी में साइबर सेल दिल्ली ने भी 29 मई को मुकदमा दर्ज किया, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने संबंधित कम्पनियों के निदेशक एवं कम्पनी के सीए अविक केडिया और रौनक समेत 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया।

हांगकांग से संचालित किया जा रहा है पावर बैंक एप
देहरादून। जिस एप के जरिये देश-विदेश में लोगों से 360 करोड़ रुपये की ठगी की जा चुकी है। वह एप और ठगी का अवैध कारोबार हांगकांग से संचालित किया जा रहा है। इसमें चीन के भी दो ठगों के नाम सामने आए हैं। उत्तराखंड पुलिस के मुख्य प्रवक्ता अभिनव कुमार ने बताया कि साइबर थाने द्वारा तकनीकी रूप से यह जानकारी भी हासिल की गई है कि धोखाधड़ी की रकम को क्रिप्टो करेंसी के जरिए चीन भेजा गया है। धोखाधड़ी में इस्तेमाल पावर बैंक एप को हांगकांज चाइना से संचालित किया जा रहा था। प्रकरण बेहद गंभीर हैं, जिसमें विदेशी नागरिकों और कम्पनियों के जुड़े होने के प्रमाण भी मिले हैं, जिसके बाद राष्ट्रीय एजेंसियों सीबीआई, आईबी और ईडी से भी समन्वय स्थापित कर सहयोग लिया जा रहा है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय एजेंसियो से भी सम्पर्क स्थापित करने का प्रयास जारी है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : भारत-चीन-नेपाल सीमा पर आईटीबीपी ने पकड़ा एक संदिग्ध, पूछताछ जारी

मनोज चंद @ नवीन समाचार, धारचूला-पिथौरागढ़, 16 मार्च 2021। भारत की चीन-नेपाल से लगी त्रिकोणीय सीमा पर आईटीबीपी ने बिना इनर लाईन परमिट के एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गत 14 मार्च की अपराह्न धारचूला तहसील स्थित आईटीबीपी की सीमा चौकी गर्ब्यांग के पास धारचूला से गुंजी की ओर जा रही बोलेरो कार संख्या यूके05-3350 को इनर लाइन परमिट चेक पोस्ट आइटीबीपी गर्ब्यांग में तैनात कार्मिकों के द्वारा चेक किया गया। चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति बिना इनर लाइन पास के पाया गया।

पूछताछ में उसने अपना नाम विपिन निवासी द्वारिका, साउथ दिल्ली बताया। उसने बताया कि उसने द्वारा 3 महीने पूर्व दरभंगा बिहार से जनकपुर नेपाल में प्रवेश किया था, और नेपाल में भ्रमण करते हुए 14 मार्च की सुबह 8 बजे दारचूला (नेपाल) से धारचूला (भारत) में प्रवेश किया। इसके पश्चात वह इस सवारी गाड़ी से धारचूला से कालापानी को जा रहा था। उसके पास से लैपटॉप, राइटिंग टेबलेट, नेपाल का नक्शा, आधार कार्ड और वोटर कार्ड बरामद हुआ है। उससे आईटीबीपी, एसएसबी, भारतीय सेना व पुलिस के प्रतिनिधियों द्वारा पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में वह शोध करने की सोच से नेपाल व इस क्षेत्र में आने तथा इनर लाइन पास की बाध्यता होने की जानकारी नही होना बता रहा है। टीम द्वारा की गई प्रारंभिक पूछताछ में उससे फिलहाल कोई आपत्तिजनक जानकारी प्राप्त नही हुई है। सोमवार को उसे थाना पांगला लाया गया है, जहां उससे पूछताछ व जांच के आधार पर अग्रिम आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।

यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री मोदी पर अभद्र पोस्ट करने पर गिरफ्तार हुआ युवक, कांग्रेसी विधायक ने माफी दिलवाई…

नवीन समाचार, जसपुर, 04 जनवरी 2021। बीती रात्रि निकटवर्ती ग्राम मलपुरी निवासी एक युवक नवजोत सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ फेसबुक पर अभद्र टिप्पणी पोस्ट कर दी। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। हालांकि बाद में क्षेत्रीय कांग्रेसी विधायक आदेश चौहान के हस्तक्षेप के बाद उसे लिखित माफीनामा लिखवाने के बाद चालान कर छोड़ दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ युवक ने शनिवार रात्रि फेसबुक पर अभद्र पोस्ट डाली। इस पर पुलिस ने रात्रि में ही मुकदमा दर्ज कर आरोपित युवक को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। इधर रविवार को कांग्रेसी विधायक आदेश चौहान ने दर्जनों किसानों के साथ कोतवाली पहुंचकर एएसपी राजेश भट्ट व सीओ अक्षय प्रह्लाद से मुलाकात की। उनका कहना था कि इस समय किसान कृषि कानूनों को लेकर आंदोलनरत हैं। ऐसे में पुलिस को किसानों का दर्द समझना चाहिए। छोटी-छोटी बातों पर लोगों के खिलाफ यदि मुकदमा दर्ज किया जाएगा तो किसानों में असंतोष बढ़ेगा। इससे लोग भड़क उठेंगे, इसलिए पुलिस को इससे बचना चाहिए। विधायक ने कहा कि युवक से जो गलती हुई है उसे माफीनामा लिखवा कर निपटाया जा सकता है। इस पर पुलिस ने आरोपित युवक से माफीनामा लिखवा कर तथा धारा 41 सीआरपीसी का नोटिस देकर छोड़ दिया गया। इस पर मामला निपट गया।

यह भी पढ़ें : बिग ब्रेकिंग : एसएसपी के बाद आज ही कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति भी आए साइबर अपराधियों के निशाने पर

नवीन समाचार, नैनीताल, 30 दिसम्बर 2020। मुख्यालय में साइबर अपराधियों की सक्रियता का एक और मामला प्रकाश में आया है। जीमेल पर एक ईमेल खाता बनाकर कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके जोशी के नाम का दुरुपयोग किये जाने का खुलासा हुआ है। कुमाऊं विश्वविद्यालय के फेसबुक पेज पर इसकी सूचना देते हुए बताया गया है कि personalmailing.in@gmail.com नाम से फर्जी ईमेल खाता बनाया गया है। इससे लोगों कुलपति के नाम से संदेश भेजे जा रहे हैं। कुलपति की ओर से इसकी शिकायत साइबर क्राइम पोर्टल पर कर दी गई है। साथ ही लोगों से अपील की गई है कि इस ईमेल से कोई संदेश आने पर तुरंत कुलपति के कार्यालय को अवगत कराएं। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व नैनीताल जनपद के एसएसपी के फेसबुक खाते जैसा हूबहू नजर आने वाला फर्जी फेसबुक खाता बनाया गया था।

यह भी पढ़ें : जनपद के एसएसपी आए साइबर अपराधियों के निशाने पर, किसी ने बनाया हूबहू फर्जी फेसबुक खाता..

SSP Sunil Meenaनवीन समाचार, नैनीताल, 30 दिसम्बर 2020। नैनीताल जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा साइबर अपराधियों के निशाने पर आ गए लगते हैं। किसी ने संभवतया आज यानी बुधवार को ही उनके फेसबुक अकाउंट की तरह ही हूबहू नजर आने वाला फेसबुक खाता बना लिया है। यही नहीं श्री मीणा के असली खाते में जुड़े लोगों को इस नए खाते की ओर से ‘फ्रेंड रिक्वेस्ट’ भी भेजी गई हैं। जनपद के एक डिप्टी कलेक्टर सहित 112 लोग आज ही, समाचार लिखे जाने तक इस नए फर्जी खाते से जुड़ भी गए हैं। जबकि उनके पुराने वास्तविक खाते में 620 दोस्त जुड़े हुए हैं। संभव है कि यह किसी साइबर अपराधी या हैकर की करतूत हो, जो श्री मीणा के फेसबुक दोस्तों को भी जोड़कर बाद में उनके नाम से उनके दोस्तों से किसी धनराशि की मांग करता, अथवा इस फर्जी खाते से किसी गैरकानूनी कृत्य को अंजाम देता। इस बारे में पूछे जाने पर श्री मीणा ने कहा कि इस बारे में जांच के आदेश दे दिये गये हैं। साथ ही उन्होंने लोगों को इसकी जानकारी देते हुए इस नए खाते से ‘फ्रेंड रिक्वेस्ट’ स्वीकार न करने की अपील की है।
देखें श्री मीणा का असली फेसबुक खाता : https://www.facebook.com/profile.php?id=100041229260890
श्री मीणा का नकली फेसबुक खाता : https://www.facebook.com/talsi.prajapati.3 
उल्लेखनीय है कि श्री मीणा के नकली खाते में उनके असली खाते के नाम ‘सुनील कुमार’ के साथ ही उनकी तथा पत्नी व बच्ची के संयुक्त फोटो युक्त प्रोफाइल फोटो और झरने व नदी के चित्र युक्त कवर फोटो भी लगाई गई है। इससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है, और बताना मुश्किल है कि कौन सा खाता असली है और कौन सा नकली। उल्लेखनीय है कि श्री मीणा इन दिनों कोरोना का संक्रमण होने के बाद स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें : छात्रा को फर्जी फेसबुक अकाउंट से आपत्तिजनक संदेश, मामला एसओजी को

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 5 दिसंबर 2020। हल्द्वानी में फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर एक छात्रा को आपत्तिजनक संदेश भेजने के आरोप में पुलिस ने आईटी एक्ट और छेड़खानी के आरोप में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार सावित्री नगर कॉलोनी निवासी छात्रा ने बताया कि किसी ने फर्जी आईडी से उसे फेसबुक पर आपत्तिजनक संदेश भेजे हैं। कोतवाल संजय कुमार के निर्देश पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ 66डी आईटी एक्ट और धारा 354 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस इस मामले में एसओजी की मदद से जांच कर रही है।

यह भी पढ़ें : पड़ोस की दुकान से ऑनलाइन मंगाया 90 रुपए का पिज्जा, 10 हजार रुपए का पड़ा..

नवीन समाचार, रामनगर, 7 नवम्बर 2020। बढ़ते ऑनलाइन के दौर में ऑनलाइन ठगी के नए-नए तरह के मामले प्रकाश में आ रहा है। नगर के एक युवक ने अपने पड़ोस की दुकान से पिज्जा खरीदने की जगह ऑनलाइन ऑर्डर किया तो 90 रुपए के पिज्जा के लिए खाते से 10 हजार रुपए निकल गए। अब कहीं से मदद भी नहीं मिल रही है।
हुआ यह कि शहर के मोहल्ला टेड़ा रोड निवासी विनय वर्मा के घर से करीब 60 मीटर की दूरी पर स्थित पिज्जा की दुकान से ऑनलाइन 90 रुपए का पिज्जा मंगाया। इस दुकान के लिए गूगल पर मिले फोन नम्बर पर कॉल करने पर फोन उठाने वाले व्यक्ति ने घर पर पिज्जा भेजने से पहले पांच रुपये उनके खाते में भेजने को कहा। इसके लिए युवक ने उस व्यक्ति को अपने एटीएम कार्ड की जानकारी दे दी। इसके बाद पिज्जा बॉय तो नहीं आया, लेकिन उसके खाते से दस हजार रुपये निकलने का मैसेज आ गया। ठगी का पता चलने पर युवक ने पहले बैंक मैनेजर को जानकारी दी। इसके बाद वह कोतवाली पहुंचा और पैसे वापस ट्रांसफर करने के लिए कार्रवाई की गुहार लगाई। इस पर पुलिस ने उसे भविष्य में सावधानी बरतने की सलाह देकर घर भेज दिया। बेहतर होता युवक पड़ोस की दुकान से खुद जाकर पिज्जा ले आता तो आज यह दिन न देखना पड़ता।

यह भी पढ़ें : फूफा को लगाया 8 लाख का चूना, ऑनलाइन खरीद डाले स्कूटी, आटा चक्की, पी डाली 1 लाख की शराब ही…

नवीन समाचार, बागेश्वर, 24 अक्टूबर 2020। बागेश्वर में युवक ने अपने ही फूफा को करीब 8 लाख रुपये का चूना लगा दिया। युवक ने खुद भी मौज की और अपने दोस्तों को भी मौज करवाई। युवक ने अपने दोस्तों के खाते में भी पैसे ट्रांसफर कर दियो। यहां तक कि वह फूफा के पैसे से लगभग एक लाख रुपये की बियर ही पी गया। मामले का जब खुलासा हुआ तो धोखाधड़ी के शिकार युवक के फूफा मदन सिंह टंगड़िया फूट-फूट कर रो पड़े। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बच्चों को रोजगार कराने के लिए रकम बैंक में रखी थी, लेकिन उसके भतीजे ने सब खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि युवक से बरामद सामान उनके किसी काम का नहीं है।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि 19 सितंबर को मजियाखेत निवासी सेना के रिटायर्ड सूबेदार मधन सिंह टंगड़िया पुत्र स्वर्गीय उत्तम सिंह टंगड़िया ने उनके एसबीआई के खाते से आठ लाख रुपये निकाल लिये जाने की तहरीर पुलिस को दी थी। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए खुलासे के लिए दो टीमों का गठन किया। साइबर सेल की जांच में यह धनराशि अमेजन/यूपीआई से निकाला जाना सामने आया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को बैंक खाते से धोखाधड़ी से आठ लाख रुपये साफ करने वाले आरोपी को धर दबोचा। जब उससे पूछताछ की तो पता चला कि आरोपी पीड़ित का ही रिश्तेदार है। आरोपी ने अमेजन पर एकाउंट बनाकर लाखों रुपयों के सामान की खरीदारी की। उसके पास से स्कूटी, निकोन कैमरा, ट्राइपाॅड व फ्लैश लाइट, ड्रिल मशीन, ट्विस्टर काॅबो एक्सरसाइज, वाईफाई डोंगल, ब्लूटूथ स्पीकर, ब्लैकहेड रिमूवर, मिक्सर ग्राइंडर, एयर सोफा कम बेड, वुड कटर, फ्रिज, हथौड़ा, ब्लैक एंड डैकर मशीन, डंबल, कूलर मोटर, सूटकेस, चार महंगे फोन, अल्ट्रा फास्ट चार्जर, सिक्स पैक एक्सरसाइज मशीन, पंखा, योगा मैट, आटा चक्की आदि सामान बरामद हुआ है। एसपी मिश्रा ने बताया कि बैंक खातों की जांच करने पर एक संदिग्ध खाता मालता, बागेश्वर निवासी राजेंद्र सिंह दफौटी (22) के नाम से प्रकाश में आया। राजेंद्र मधन सिंह टंगड़िया की पत्नी के भाई का लड़का है। आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया। आईटीआई पास आरोपी राजेंद्र ने बताया कि वह दिसंबर 2019 में करीब तीन महीने तक फूफा के घर पर रहा। फूफा अपना मोबाइल और एटीएम कहीं भी रख देते थे। उसने मौके का फायदा उठाकर अपने फूफा के मोबाइल और एटीएम का प्रयोग कर अमेजन पर खाता बनाया। खाता बनाते समय जो ओटीपी आई, उनका प्रयोग कर डिलीट कर देता था। राजेंद्र ने बताया कि उसने अमेजन से सामान मंगाने के साथ ही अपनी जान पहचान वाले लोगों के खाते में भी रकम ट्रांसफर की। एसपी मिश्रा ने बताया कि आरोपी राजेंद्र ने अमेजन से लगभग साढ़े तीन लाख रुपये की खरीदारी की है। 95 हजार रुपये की एक स्कूटी खरीदी है। तथा लगभग एक लाख रुपये अन्य लोगों के खातों में ट्रांसफर किये हैं। आरोपी के पास से 18 हजार रुपये बरामद हुए हैं। 22 हजार रुपये उसके खाते में हैं। सारे खाते फ्रीज कर दिए गए हैं।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड के एक और काबीना मंत्री का फेसबुक खाता हैक, पहले ही गिरफ्तारी की तलवार लटकने से हैं परेशान…

नवीन समाचार, देहरादून, 17 अक्टूबर 2020। उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे लगातार निजी समस्याओं से घिर रहे हैं। गत दिवस गैर जमानती वारंट जारी होने से परेशान पांडे को अब नई समस्या हैकरों ने उनका फेसबुक एकाउंट हैक कर दिलाई है। शनिवार सुबह उनका फेसबुक अकाउंट दिखाई न देेने पर मंत्री के निजी सचिव सेामपाल सिंह ने डीआईजी-एसटीएफ को शिकायत दर्ज कराई। उल्लेखनीय है कि अभी कुछ समय पूर्व प्रदेश के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक का भी फेसबुक एकाउंट हैक किया जा चुका है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंत्री अरविंद पांडे का आधिकारिक फेसबुक खाता शनिवार सुबह आठ बजे से दिखाई देना बंद हो गया। पुलिस से एकाउंट हैक करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया गया है।

यह भी पढ़ें : ओएलएक्स के नाम पर ठग लिये 38 हजार, न कार दी-न रुपए ही कर रहा वापस..

नवीन समाचार, देहरादून, 2 अगस्त 2019। नगर के एक होटल कर्मी के साथ पुराने सामान की खरीद-बिक्री करने वाली कंपनी ओएलएक्स के माध्यम से 38 हजार रुपए की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के मल्लीताल स्थित एक होटल में कार्यरत कर्मचारी ने ओएलएक्स से एक पुरानी कार बुक करवाई थी। इसके ऐवज में 38 हजार रुपए जमा कर दिये, और इसके बाद भी बिना कार की डिलीवरी किये और अधिक रुपए मांगे जा रहे हैं। तथा न कार ही दी जा रही है और न ही जमा किये रुपए ही लौटाए जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें : नई तरह की ठगी: हल्द्वानी में स्टार स्काई शॉप के नाम पर फर्जीवाड़े के आरोप में महिलाओं का गिरोह दबोचा

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 12 जून 2019। हल्द्वानी में ‘स्टार स्काई शॉप’ के नाम पर फर्जीवाड़े के आरोप में तीन महिलाओं के एक गिरोह को पुलिस की एसआईटी के द्वारा दबोचा गया है। इन महिलाओं के द्वारा सैकड़ों लोगों को ठगे जाने की संभावना है। शिकायतकर्ता हल्द्वानी के इंद्रप्रस्थ पुरम निवासी दयानंद जोशी ने बताया कि तीन महिलाएं गत 27 मई को उनके घर पर आई थीं। उन्होंने उनकी पत्नी को विश्वास में लेकर 500 रुपए में स्टार स्काई शॉप का स्क्रैच कार्ड दिलाया। कार्ड को घिसने पर मॉर्निंग वॉकर पर 56 फीसद की छूट का कूपन निकला। महिलाओं ने बताया कि नैनीताल रोड पर विशाल मेगा मार्ग के पास 10 मई को स्टार स्काई शॉप खुलने वाली है। तभी दुकान पर जाकर या घर पर ही 56 फीसद की छूट पर मॉर्निंग वॉकर मंगा लें। साथ ही एक कप-प्लेट का सेट भी उपलब्ध कराया था, जिसमें कि महिलाओं के जाने के बाद खोलने पर टूटे हुए चीनी मिट्टी के कप-प्लेट निकले। वहीं 10 मई के बाद ना ही दुकान खुली, ना ही महिलाओं से ही संपर्क हुआ। ठगे जाने का अहसास होने पर उन्होंने बुधवार को कोतवाली पुलिस में शिकायत की। अनेक अन्य लोग भी यही शिकायत लेकर पहुंचे थे। आखिर उनकी तहरीर पर पुलिस ने शिकायत दर्ज कर महिलाओं की एसआईटी से ढूंढ खोज करवाई एवं गिरफ्तार कर लिया। वहीं नगर कोतवाल ने बताया कि पकड़ी गई महिलाओं में टिहरी गढ़वाल निवासी नीलम, बदायूं यूपी निवासी शशि और कानपुर यूपी निवासी वंदना शामिल हैं। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

यह भी पढ़ें : नैनीताल में सेना में भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाला फर्जी कर्नल कानपुर से गिरफ्तार

IMG 20190517 214551नवीन समाचार, नैनीताल, 18 मई 2019। नैनीताल में बीते डेढ़ माह युवाओं को सेना में नौकरी लगाने का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने वाले आरोपी फर्जी कर्नल को कानुपर में गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि फर्जी कर्नल के खिलाफ कानपुर में भी नौ लाख रुपये ठगने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। नैनीताल में ठगी के शिकार हुए युवाओं ने कथित कर्नल के साथ एक शिक्षक पर भी मिलीभगत के आरोप लगाए हैं।

बता दें कि नगर के मल्लीताल स्थित सुमन रीजेंसी होटल में एक व्यक्ति ने बीती 30 मार्च को सूर्य प्रताप सिंह के नाम से कमरा बुक कराया था। 31 मार्च से वह यहां रहने लगा। इस दौरान उसने होटलकर्मियों पर ठगी का जाल बिछा दिया। खुद को सेना से रिटायर कर्नल बताते हुए उसने होटल कर्मचारियों को फौज में भर्ती कराने का दावा किया। झांसे में आकर युवकों ने उसे लाखों रुपये दे भी दिए। जब उसके फर्जी होने की बात सामने आई तो मामला पुलिस तक पहुंचा। फर्जी कर्नल पर होटल कर्मी विनोद कुमार तथा कमल किशोर से तीन लाख, नाव चालक चनीराम से एक लाख और रामगढ़ की एक युवती के पिता से एक लाख रुपये लेने का आरोप है। इस संबंध युवकों ने शुक्रवार को मल्लीताल कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस ने एसएसपी एसके मीणा के निर्देशों पर मुकदमा दर्ज कर अन्य थानों को फर्जी कर्नल का फोटोग्राफ भेजा।

इधर शनिवार को पुलिस को रेलबाजार कानपुर थाना से आरोपी के गिरफ्तार होने की सूचना मिली है। बताया जा रहा है कि आरोपी इससे पहले भी नौकरी के नाम पर झांसा देकर कानपुर में युवकों से नौ लाख रुपये ठग चुका है। वह बीते कई सालों से फरार चल रहा था। कमल और विनोद ने कथित कर्नल के साथ राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त बागेश्वर के शिक्षक और अन्य पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शिक्षक ने ही उन्हें विश्वास में लेकर नौकरी देने की बात कही। पुलिस ने युवकों के बयान दर्ज कर लिए हैं, मामले में जांच जारी है। बताया जा रहा है कि नैनीताल में अन्य लोगों के साथ भी ठगी हुई है, लेकिन फिलहाल इसके अलावा कोई तहरीर थाने नहीं पहुंची है।

तेज सिंह बिष्ट @ नवीन समाचार, नैनीताल, 17 मई 2019। नगर में सेना में भर्ती के नाम पर सेना का अधिकारी बनकर एक व्यक्ति द्वारा लोगों से लाखों रुपए की लूट करने का मामला प्रकाश में आया है। नगर के मल्लीताल बड़ा बाजार सुमन रीजेंसी होटल के कर्मचारी कमल कुमार आर्य मूल निवासी बृद्ध जागेश्वर अल्मोड़ा ने नैनीताल कोतवाली पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है कि उस के होटल में पिछले 31 मार्च से सूर्य प्रताप सिंह के नाम से रह रहे एक व्यक्ति ने उसे उसके भाई को सेना में भर्ती करने का झांसा देकर ₹300000 लूट के अतिरिक्त मूलतः बागेश्वर के ग्राम असों निवासी कल्याण सिंह मनकोटी से भी इसी व्यक्ति द्वारा लूट की गई है। आज नगर के केनरा बैंक में पैसे जमा करने के दौरान वह गायब हो गया। कोतवाली पुलिस उसके खिलाफ धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर रही है। एसएसआई वालों ने बताया कि आरोपी को जल्द पकड़ लिया जाएगा। बताया गया है कि आरोपी खुद को सेना का पूर्व कर्नल बताता था अलबत्ता केनरा बैंक की पासबुक के अनुसार उसका नाम मनोज कुमार है।

यह भी पढ़ें : चंपावत में किये थे 70 हजार के नोट अंदर, 12 घंटे में भीमताल से बाहर निकले…

-नोट बदलने के नाम पर की गयी ठगी
नवीन समाचार, भीमताल, 12 मई 2019। चंपावत में नोट बदलने के नाम पर ठगी के मामले में पुलिस की तत्परता से चार ठगों को 12 घंटे के भीतर भीमताल से गिरफ्तार कर लिया गया है। ठगों से ठगी की गई धनराशि भी बरामद कर ली गई है तथा मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। पकड़े गए ठगों ने चंपावत के साथ ही दिल्ली व गुरुग्राम में छह वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली है।
बताया गया है कि शुक्रवार को चंपावत के ललुआपानी निवासी बाला दत्त जोशी पुत्र हरी दत्त से 70 हजार रुपये ठगी हुई थी। हुआ यह कि बाला दत्त पंजाब नेशनल बैंक के अपने खाते में रुपये जमा करने गए थे। जहां दो लोगों ने उन्हें छोटे नोटों की जगह बड़े नोट देने की बात की, और उनके मानने पर उन्हें पोस्ट ऑफिस के पास ले गए जहां ठगों ने जोशी से 2000 व 500 रुपये के नोटों में 70 हजार रुपये लिए और रुमाल में बंधी गड्डी दी। बाद में उन्होंने रुमाल खोलकर देखा तो वह कागज की गड्डी थी। जब तक वह कुछ समझ पाते दोनों ठग रफूचक्कर हो चुके थे। जिसके बाद उन्होंने बाजार पुलिस चौकी में ठगी की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ठगी करने वाले चार लोगों के गिरोह को 12 घंटे के अंदर भीमताल से गिरफ्तार कर लिया गया। भीमताल में पकड़े गए चारों अभियुक्तों को पुलिस चम्पावत ले गई। पकड़े गए चारों आरोपित सुनील कुमार राय पुत्र बिंदेश्वर राय उर्फ यादव निवासी जनार्दनपुर थाना चकमैसी जिला समस्तीपुर बिहार हाल निवासी बी-61 दालमिल रोड थाना उत्तमनगर दिल्ली, लालू कुमार यादव पुत्र बचकन यादव निवासी कालूता थाना बेहरा जिला दरभंगा बिहार, दिलीप कुमार पुत्र योगेंद्र राय निवासी कढूवा भट्टी चौक थाना चकमैसी जिला समस्तीपुर बिहार व राजू कुमार पुत्र जगदीश शॉ निवासी बसवाम थाना बेहरा जिला दरभंगा बिहार के रहने वाले हैं।

इस तरह पकड़े गये

पुलिस ने मामले में तत्परता दिखाते हुए पीएनबी के सीसीटीवी की फुटेज से दोनों ठगों की फोटो निकाली और जिले सहित अन्य जिले के थानों में भेज दी। पुलिस द्वारा क्षेत्र में पूछताछ में पता चला कि अभियुक्त चंपावत के होटल शिवा रेजिडेंसी में रुके थे। होटल के कर्मचारी जीवन चंद्र जोशी की मदद से पुलिस को ठगों का नंबर मिल गया जो उन्होंने होटल में नोट कराया था। पुलिस अधीक्षक डीएस गुंज्याल ने तत्काल छह टीमें बनाकर सीसीटीवी फुटेज खंगालने तथा सर्विलांस की मदद से लोकेशन निकाल कर जनपद के सभी थाना क्षेत्रों में सघन चेकिंग अभियान चलाने को कहा। इस पर ठगों के मोबाइल नंबर की लोकेशन भीमताल में मिली। तुरंत भीमताल थानाध्यक्ष को इस संबंध में सूचित किया गया तथा भीमताल पुलिस द्वारा चार लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिन्हें शनिवार को पुलिस चम्पावत ले गई। चारों अभियुक्तों पर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत किया गया। बताया गया है कि उन्होंने चंपावत के ग्राम पुनावे में पंकज सिंह तड़ागी के साथ ही दिल्ली के पालम, नांगलोई व विकासपुरी तथा गुरुग्राम के डीएलएफ व इंडस्ट्रीयल एरिया में छह लोगों के साथ इस प्रकार की धोखाधड़ी कर चुके हैं।

यह भी पढ़ें : दो युवतियों को भारी पड़ा इंटरनेट पर दो अनजाने-अजीब से लिंको पर क्लिक करना

images e1524240296898नवीन समाचार, रामनगर (नैनीताल), 14 अप्रैल 2019। इंटरनेट पर एक अनजाने-अजीब से लिंक पर क्लिक करते ही दो नैनीताल जिले के रामनगर निवासी दो युवतियों-पुरानी केनाल कॉलोनी निवासी सुमन रावत और रेलवे पड़ाव भवानीगंज निवासी प्रियंका वर्मा के फेसबुक अकाउंट हैक हो गए। युवतियों की तहरीर के आधार पर रामनगर कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी तहरीर में युवतियों ने बताया है कि शनिवार को सुमन के फेसबुक मैसेंजर पर प्रियंका नाम की आईडी से और प्रियंका के मैसेंजर पर रविवार को देहरादून निवासी रेनू जोशी की आईडी से मैसेज आया कि आपकी फोटो किसी ने एडिट करके पोस्ट की है। दोनों ने फोटो दिखाने को कहा तो आरोपियों ने एक लिंक भेजा। उस लिंक पर क्लिक करते ही दोनों के फेसबुक एकाउंट बंद हो गए। तब से कई बार प्रयास करने के बावजूद फेसबुक लॉग इन नहीं हो सका। एसएसआई कश्मीर सिंह ने बताया कि दोनों युवतियों की तहरीर आईटी सेल में भेजी जा रही है।

यह भी पढ़ें : इतनी हिमाकत, एक नहीं 10 लोगों ने झोंक दी थी नैनीताल की अदालत की आंखों में धूल, अब हुई यह कार्रवाई

नवीन समाचार, नैनीताल, 16 मार्च 2019। एक गैंगस्टर पिता को जेल से रिहा कराने के लिए उसके पुत्र ने न्यायालय की आंखों में धूल झोंककर फर्जी जमानती पेश करने की हिमाकत कर दी थी। यह अपनी तरह का इकलौता भी नहीं, बल्कि पांचवा मामला था। शायद फर्जियों ने सोचा हो कि पहाड़वासियों की तरह यहां की अदालतों को भी हमेशा की तरह बेवकूफ बना लेंगे। लेकिन ऐसा हो न सका। फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज होने के बाद शनिवार को तल्लीताल थाना पुलिस ने इस मामले के तीसरे व अंतिम फर्जी जमानती को भी गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।
पकड़ा गया आरोपित कृष्ण कुमार पुत्र बच्चू सिंह निवासी जैन मंदिर वाली गली वार्ड नंबर 18 कटोराताल थाना काशीपुर ऊधमसिंह नगर को शनिवार को उप निरीक्षक मनोज नयाल व आरक्षी उपेंद्र राठी ने गिरफ्तार किया। उस पर सरवन कुमार के नाम से फर्जी जमानत देने के आरोप में वर्ष 2018 में धोखाधड़ी के आरोप में धारा 420, 467, 468, 471 व 120 बी के तहत अभियोग पंजीकृत था। आगे उसे न्यायालय में पेश कर न्यायालय के आदेशों पर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में पकड़े जा चुके मो. नाजिम नाम का युवक अक्तूबर 2010 में हल्द्वानी जेल में गैंगस्टर एक्ट में बंद अपने पिता नन्हे की जमानत के लिए फर्जी तरीके से अफसर अली की जगह मो. नासिर व सिकंदर की जगह कृष्ण कुमार को लाया था। उल्लेखनीय है कि तल्लीताल थाना पुलिस में ऐसे ही कुल पांच मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें से आज 10वां आरोपित गिरफ्त में आया है।

पूर्व समाचार : अदालत की आंखों में धूल झोंक आरोपित फर्जी, जमानती फर्जी, पर पुलिस की आंखों से न बच पाये

नैनीताल, 6 नवंबर 2018। तल्लीताल थाना पुलिस ने अदालत की आंखों में धूल झोंकने वाले एक आरोपित सरजीत पुत्र ओमप्रकाश निवासी श्यामनगर बाबरखेड़ा थाना कुंडा जनपद उधमसिंहनगर को गिरफ्तार किया है। इसके बाद उसे न्यायालय मे पेश करते हुये न्यायिक हिरासत’ में जेल भेज दिया गया है।
06NTL 7तल्लीताल थाना प्रभारी राहुल राठी ने बताया कि बीते वर्ष 2017 में वसीम उर्फ शादाब निवासी कच्ची बस्ती बेगमपुरवा कानपुर यूपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468 व 471 की विवेचना उप निरीक्षक मनोज नयाल द्वारा की जा रही है। इस विवेचना के दौरान वर्ष 2015 में थाना काठगोदाम मे दर्ज एक प्राथमिकी में गैंगस्टर एक्ट मे आरोपित वसीम का पता फर्जी पाया गया। उसकी जमानत हुकुम सिह व महावीर सिंह पुत्र कृपाल सिह निवासी महुवाखेड़ा थाना आईटीआई जनपद ऊधमसिंहनगर के नाम पते से ली गई थी। इन दोनों जमानतियों के नाम पते भी तस्दीक करने पर फर्जी पाए गए। इस बीच न्यायिक हिरासत मे उपकारागार हल्द्वानी में बंद थाना तल्लीताल मे इस वर्ष पंजीकृत धारा 420, 467, 468 व 471 के मामले में भी नामजद आरोपित विजय सिंह की फोटो आरोपित वसीम उर्फ शादाब के जमानती हुकुम सिंह के नाम से न्यायालय में पेश किये गए शपथ पत्र व फर्जी पहचान पत्र से मिल रही थी व हुकुम सिंह के शपथ पत्र व प्रतिभूति पत्र मे लगे अंगुलियों की छाप को विजय सिंह की अंगुलियों की छाप से मिलान किया गया तो स्पष्ट हुआ कि हुकुम सिंह ही विजय सिंह है। इस पर बीती 9 अक्तूबर 2018 को विजय सिंह को न्यायालय में पेश कर रिमांड में लिया गया व उसके खिलाफ धारा 419 बढ़ाई गईं। विजय सिंह ने अपने बयानों मे बताया कि उसने व सरजीत पुत्र ओमप्रकाश निवासी श्यामनगर बाबरखेड़ा थाना कुण्डा जनपद उधमसिंहनगर ने वसीम उर्फ शादाब की जमानत ली है। इस पर आज आरोपित सरजीत सिंह को एसआई राहुल राठी के नेतृत्व मे उपनिरीक्षक मनोज नयाल व आरक्षी उपेंद्र राठी ने दबोच लिया।

एक और गैंग्स्टर के फर्जी जमानती को दबोचा

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नैनीताल पुलिस की गिरफ्त में आये फर्जी जमानती।

नैनीताल, 16 अक्तूबर 2018। तल्लीताल थाना पुलिस ने मंगलवार को इस वर्ष जनवरी माह से फरार फर्जी जमानत देने के मामले में वांछित आरोपित सुरेंद्र पुत्र रामचन्द्र को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये सुरेंद्र पर थाना हल्द्वानी में पंजीकृत वर्ष 2012 के एक मामले के गैंगस्टर एक्ट के अभियुक्त शब्बू उर्फ अभिताभ की अदालत में फर्जी शपथ पत्र के आधार पर जमानत देने का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायालय मे पेश किया गया, और न्यायालय के आदेशों पर न्यायिक हिरासत मे जेल भेज दिया।
तल्लीताल के थाना प्रभारी राहुल राठी ने बताया कि थानाध्यक्ष भारतीय दंड संहिता की धारा धारा 420, 467, 468 व 471 के तहत विजय सिंह व सुरेंद्र सिंह निवासी श्यामनगर बाबरखेड़ा थाना कुंडा जनपद उधमसिंहनगर के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया था। इसकी विवेचना उप निरीक्षक मनोज नयाल द्वारा की जा रही है। मामले में हल्द्वानी जेल में बंद एक आरोपित विजय सिंह को पहले ही अदालत में पेश किया गया था, जबकि जनवरी 2018 से फरार दूसरे आरोपित सुरेंद्र की तलाश जारी थी, उसे आज विवेचक मनोज नयाल व आरक्षी तरुण चौधरी ने टैक्सी स्टैंड तल्लीताल के पास से गिरफ्तार कर लिया।

ऐसा धंधा भी करते हैं लोग, जानकर हैरान हो जाएंगे, नैनीताल पुलिस ने पकड़े ऐसे ही दो धंधेबाज

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नैनीताल पुलिस की गिरफ्त में आये फर्जी जमानती।

-फर्जी जमानत लेने का धंधा करने वाले दो आरोपित मेरठ यूपी से दबोचे
-वर्ष 2012 में जिला न्यायालय में गैंगस्टर को छुड़वाया था, 2017 में हुआ था इनके विरुद्ध मामला दर्ज
नैनीताल, 5 अक्टूबर 2018। तल्लीताल थाना पुलिस ने छह वर्ष पुराने वर्ष 2012 में जिला एवं सत्र न्यायाधीश नैनीताल की अदालत में झूठे पते के पहचान पत्रों से एक अभियुक्त की फर्जी पते से जमानत लेने वाले दो आरोपितों को मेरठ यूपी से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। उल्लेखनीय है कि इनके खिलाफ पिछले वर्ष ही मुकदमा दर्ज हुआ था। गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को दोनों को जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया गया, जहां से दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। तल्लीताल थाना प्रभारी राहुल राठी ने बताया कि यह लोग कुछ रूपये लेकर फर्जी पतों से फर्जी जमानतें लेने का धंधा करते हैं।

एक धंधा ऐसा भी →IMG 20181005 WA0027 e1539703432245

मामले के अनुसार गैंगस्टर एक्ट वर्ष 2012 में हल्द्वानी थाने से संबंधित एक मामले में जेल में बंद गैंगेस्टर एक्ट से सम्बंधित अभियुक्त धर्मवीर ठाकुर पुत्र चंद्रपाल ठाकुर निवासी ग्राम कंधारी थाना सिकंदराबाद जिला अलीगढ़ की 6 अगस्त 12 को जिला एवं सत्र न्यायाधीश नैनीताल में फर्जी पते देवेंद्र पुत्र विजयपाल निवासी ग्राम भावनपुर थाना भावनपुर जिला मेरठ व छोटेलाल पुत्र खचेड़ू निवासी ग्राम भावनपुर थाना भावनपुर जिला मेरठ के फर्जी पहचान पत्र बनाकर जमानती बनकर जमानत ली गयी थी। जमानत के बाद आरोपित और जमानती दोनों गायब हो गये। इस पर जिला न्यायाधीश के रीडर राजेन्द्र सिंह चम्याल की तहरीर पर 11 दिसंबर 2017 को दोनों जमानतियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468 व 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। तल्लीताल थाना पुलिस ने मेरठ क्षेत्र में मुखबिरों का जाल बिछाकर और आरोपितों की फोटो आदि दिखाकर तलाश की। इस पर बृहस्पतिवार को उप निरीक्षक मनोज नयाल को मेरठ के ग्राम रसूलपुर धनतला थाना खरखौदा से देवेंद्र पुत्र विजयपाल तथा ग्राम कुनकुरा थाना इंचौली जिला मेरठ से छोटेलाल पुत्र खचेड़ू को गिरफ्तार करने में सफलता मिल गयी।

यह भी पढ़ें : सावधान ! मोदी, अक्षय कुमार व भारतीय सेना के नाम पर हो रहा जनता को ठगने का बड़ा प्रयास

-सोशल मीडिया पर चल रहे मैसेज में की जा रही है सेना के कल्याण कोष में धन जमा करने की अपील

Fraud Message
सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा फर्जी संदेश।

नवीन समाचार, नैनीताल, 16 फरवरी 2019। बीती 14 फरवरी को देश पर हुए बड़े आतंकी हमेले की आढ़ में देशवासियों के आहत दिलों में भारतीय सेना के प्रति बढ़ी संवेदनाओं का लाभ उठाने के लिए ठगों के गिरोह भी सक्रिय हो गये हैं। सोशल मीडिया पर एक संदेश बहुत तेजी से प्रसारित हो रहा है, जिसकी हेडिंग है, ‘सुपरस्टार अक्षय कुमार के ‘मास्टर स्ट्रोक’ सुझाव पर मोदी सरकार का एक और अच्दा फैसला’, आगे संदेश में कहा गया है कि मोदी सरकार की कैबिनेट की बैठक में सेना की आधुनिकता और युद्ध में घायल और शहीद होने वाले सेना के जवानों के लिए सिंडिकेट बैंक की साउथ एक्सटेंशन नई दिल्ली शाखा में ‘आर्मी वेलफेयर फंड वेलफेयर बैटल कैजुअलटीज’ नाम से खाता संख्या 90552010165915 खोला गया है।
जनता से कहा गया है कि ‘पाकिस्तान हाय-हाय करने, सड़क जाम करने और बयानबाजी करने’ से कुछ नहीं होने वाला है। इसकी जगह 1 रुपये से लेकर असीमित धनराशि इस खाते में जमा करें। कहा गया है कि यदि देश की 130 करोड़ जनसंख्या में से 70 फीसद लोग भी यदि हर रोज इस खाते में एक-एक रुपये डालते हैं तो यह 100 करोड़ होगा, यानी एक महीने में 100 करोड़ और एक वर्ष में 36 हजार करोड, जो कि पाकिस्तान का सालाना रक्षा बजट भी नहीं है। यानी स्वयं बताया गया है कि ठग कितनी बड़ी ठगी करने जा रहे हैं। संदेश में इस संदेश को सभी सोशल मीडिया ग्रुपों में भेजने की अपील भी की गयी है और मजे के बात यह है कि इस संदेश की सत्यता का पता लगाये बिना ही संदेश को आगे बढ़ा रहे हैं, और अनजाने में यह संदेश आगे बढ़ाने में पुलिस एवं बैंकों से जुड़े लोग भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। लेकिन बताया जा रहा है कि यह संदेश पूरी तरह से झूठा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कभी ऐसे किसी बैंक खाते का जिक्र नहीं किया गया है, और ना ही केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कभी ऐसा फैसला किया है। बल्कि इस तरह की कोई भी धनराशि जिला प्रशासन को चेक के माध्यम से जमा कराने का प्राविधान है। लिहाजा जानकारों का कहना है कि यह पूरी तरह से ‘फ्रॉड’ है।

यह भी पढ़ें : विश्वविद्यालय में पद सृजित कर नौकरी लगाने के नाम पर डेढ़ करोड़ की ठगी

नवीन समाचार, देहरादून, 12 जनवरी 2019। उत्तराखंड के आयुर्वेद विश्वविद्यालय में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर डेढ़ दर्जन लोगों से अब तक 1.41 करोड़ रुपये हड़पने का मामला सामने आया है, जबकि धनराशि अन्य पीड़ितों के भी आगे आने से डेढ़ करोड़ से भी अधिक बढ़ सकती है। इंस्पेक्टर नेहरू कॉलोनी राजेश साह ने बताया कि बेरोजगार आयुर्वेदिक डिप्लोमा फार्मेसी संघ के प्रदेश अध्यक्ष की तहरीर पर रकम हड़पने के दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।  दोनों आरोपियों ने यूनिवर्सिटी में 90 पद सृजित कराने का झांसा देकर भी 54 लाख रुपये हड़पे। इसके बाद नौकरी के नाम पर अलग-अलग बेरोजगार को झांसे में लिया गया। नौकरी नहीं मिलने पर पीड़ितों ने अपनी रकम वापस मांगी तो उन्हें आरोपियों ने चेक थमा दिए। जो बैंकों में बाउंस हो गए।

इंस्पेक्टर साह के अनुसार सरकारी नौकरी का झांसा देकर रकम हड़पने को लेकर बेरोजगार आयुर्वेदिक डिप्लोमा फार्मेसी संघ के प्रदेश अध्यक्ष आजाद डिमरी मूल निवासी भाटिया, तहसील बड़कोट, जिला उत्तरकाशी हाल निवासी चौहान सदन, टी एस्टेट, बंजारावाला ने तहरीर दी। आरोप लगाया कि मृणाल धूलिया पुत्र दिनेश चंद्र धूलिया निवासी जीटीएम, मोहकमपुर ने अपने भाई नीरज धूलिया के साथ मिलकर झांसा दिया कि वह उनके संघ से जुड़े लोगों को आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में फोर्मेसी स्टोर के नए पद सृजित कर उनकी नौकरी लगवा देंगे। आरोप है कि नीरज नेहरू कॉलोनी में ओजस्वी एसोसिएट्स के नाम से कार्यालय चलाता है। पीड़ितों के सामने उसने खुद को उत्तराखंड आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी का संचालक बताया। इस पर आजाद डिमरी व उसके साथी आरोपियों के झांसे में आ गए। इंस्पेक्टर साह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। दोनों आरोपी आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में पीपीपी मोड पर पंचकर्म यूनिट और आयुर्वेदिक चिकित्सालय का संचालन कर चुके हैं।

इनसे ठगी गई इतनी रकम
आजाद डिमरी से उसके साथियों को नौकरी दिलाने के नाम पर 54 लाख रुपये, दीपक थपलियाल से सात लाख रुपये, विजय डोभाल से 12 लाख रुपये, विपिन चंद से सात लाख रुपये, संजय कुमार से 5.60 लाख रुपये, जयवीर रावत से तीन लाख रुपये, अशोक रावत से सात लाख रुपये, नीरज चौहान से पांच लाख रुपये, रवि सैनी से छह लाख रुपये, उपासना सेमवाल से पांच लाख रुपये, स्मिता कोठियाल से पांच लाख रुपये, विपिन उनियाल से चार लाख रुपये, अंजली सेमवाल से छह लाख रुपये, विपिन से पांच लाख रुपये, अवधेश नेगी से छह लाख रुपये, मनीष नेगी से चार लाख रुपये हड़पे गए हैं। शुरुआती जांच में 16 पीड़ित सामने आए हैं। जबकि पहाड़ के दूरदराज के लोग भी दोनों आरोपियों के झांसे में आकर ठगे गए हैं। वो भी मुकदमा दर्ज होने की सूचना मिलने पर नेहरू कॉलोनी थाने में पहुंच सकते हैं। आरोपियों ने वर्ष मार्च से जून के बीच पीड़ितों से यह रकम ठगी है। पीड़ितों को फार्मेसी स्टोर के अलावा क्लर्क, पंचकर्म यूनिट, फार्मासिस्ट, लैब टैक्निशियन, नर्सिंग पदों पर नौकरी का झांसा दिया।

यह भी पढ़ें : पंजाब के कबूतरबाजों ने नैनीताल की महिला से की कनाडा भेजने के नाम पर 2.4 लाख की धोखाधड़ी

नैनीताल, 1 अक्टूबर 2018।  नैनीताल नगर की एक महिला को अज्ञात सन्देश पर भरोसा करना भारी पड़ गया। वह विदेश जाने के फेर में करीब ढ़ाई लाख रूपये गंवा बैठी है। बताया गया है कि नगर के स्नो व्यू मल्लीताल निवासी महिला राजकुमारी शर्मा के मोबाइल पर एक कंपनी के द्वारा रुद्रपुर केे गाबा चौक स्थित कार्यालय के जरिये कनाडा भेजने के लिए संदेश आया था। महिला ने दर्ज पते पर संपर्क कर सारी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए दो लाख चालीस हजार रुपये जमा कर दिये। इसके कुछ दिनों के बाद उसे वाट्सएप पर वीजा भेजा गया। इसे लेकर वह कनाडा जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची तो पता चला कि वीजा फर्जी था। मामले में उसने घटनास्थल रुद्रपुर पुलिस को शिकायत सोंपी किंतु पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की। इसके बाद वह उत्तराखंड के डीजीपी तक पहुंची और उनसे शिकायत की। डीजीपी के आदेशों पर रुद्रपुर पुलिस ने राजपुरा गुरुजनदेव कॉलोनी पंजाब एमबीएस नगर निवासी करनदीप बरार पुत्र सुखदेव सिंह बरार के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है, और आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।

नैनीताल विधायक के पीआरओ के नाम से एसबीआई के मैनेजर से धोखाधड़ी का प्रयास

नैनीताल। नैनीताल विधायक संजीव आर्य के पीआरओ के नाम से भारतीय स्टेट बैंक की मुख्यालय स्थित मुख्य शाखा प्रबंधक से धोखाधड़ी का प्रयास करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मामले में भाजपा नगर अध्यक्ष मनोज जोशी की ओर से कोतवाली पुलिस में लिखित शिकायत कर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है। पुलिस ने जांच प्रारंभ कर दी है।
भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक मनीश चौधरी ने बताया कि उन्हें सुबह दो-तीन बार मोबाइल संख्या 9870338455 से फोन आया। पंजाबी लहजे में बोल रहे फोन करने वाले व्यक्ति ने स्वयं को नैनीताल विधायक का पीआरओ बताते हुए उसके चंडीगढ़ स्थित बैंक खाते में बच्चों की फीस के लिए 29 हजार रुपए डालने और यह धनराशि पार्टी कार्यालय में अध्यक्ष से ले लेने को कहा। शंका होने पर चौधरी ने भाजपा के कार्यकर्ताओं से इस संबंध में संपर्क साधा तो पता चला कि ऐसा कोई व्यक्ति विधायक का पीआरओ नहीं है। बात विधायक आर्य तक भी पहुंची, और उन्होंने मामले में पुलिस में शिकायत करने के निर्देश दिये, जिसके बाद भाजपा नगर अध्यक्ष मनोज जोशी ने थाना मल्लीताल में शिकायती पत्र दे दिया है। नगर कोतवाल विपिन चंद्र पंत ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी है।

हिमालय पर ‘रेलवे स्टेशन ढूंढते’ चीन सीमा पर मिला मध्य प्रदेश का संदिग्ध

  • 6 दिन बाद हैलीकाप्टर के जरिये पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय लाया गया

देश के उत्तराखंड प्रांत के चीन सीमा से सटे पांछू गांव में मध्य प्रदेश के एक संदिग्ध व्यक्ति को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है। उसे 6 दिन बाद हैलीकाप्टर के जरिये पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय लाया गया। संदिग्ध अजीब बहकी-बहकी बातें कर रहा है। स्वयं को मध्य प्रदेश के रीवा जनपद का निवासी बता रहे इस व्यक्ति का कहना है कि वह उस अति दुर्गम क्षेत्र में रेलवे स्टेशन ढूंढ रहा था।
अलबत्ता, उच्च हिमालयी-बर्फीले इलाके में काफी समय तक रहने के कारण संदिग्ध व्यक्ति गैंग्रीन रोग से पीढ़ित हो गया है। उसके पैरों की अंगुलिया एक तरह से सड़ सी गयी हैं। इसे देखते हुए उसे इलाज के लिए पिथौरागढ़ के जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया है, जहाँ चिकित्सकों की टीम उसके इलाज में जुट गयी है। अलबत्ता, उच्च हिमालयी इलाकों में बर्फबारी के हालिया सर्दियों के मौसम में कैसे पांछू गांव तक जा पहुंचा, इसका फिलहाल पता नही चल पाया है। फिलहाल वह अपना नाम-पता भी ठीक से नहीं बता रहा है। चीन सीमा से जुड़ा मामला होने के चलते स्थानीय और केंद्रीय गुप्तचर एजेंसियां उससे पूछताछ करने व सही कारण जानने का प्रयास कर रही हैं। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला होने के कारण प्रशासन भी इस मामले में जानकारी देने से बच रहा है।  

इनपुट: मनोज चंद, पिथौरागढ़।

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