सुबह गिरफ्तारी-शाम को रिहाई, 250 से अधिक पकडे पर जेल गया सिर्फ 1 : सोशल मीडिया पर छाये ‘ऑपरेशन कालनेमि’ का एक सच यह भी. ..

नवीन समाचार, देहरादून, 13 जुलाई 2025 (Operation Kalnemi-Top Trending-But Questions Too)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा आरंभ किया गया ‘ऑपरेशन कालनेमि’ अब न केवल प्रदेश बल्कि देशभर में चर्चा का विषय बन गया है। धार्मिक चोला ओढ़कर भोली-भाली जनता की आस्था से खिलवाड़ करने वाले ढोंगी बाबाओं पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। सोमवार को यह अभियान एक्स पर टॉप ट्रेंड करता रहा, और देशभर से इस पहल को व्यापक समर्थन मिला। लोगों ने इसे सनातन धर्म की रक्षा की दिशा में बड़ा कदम बताया।
अब तक 250 से अधिक की गिरफ्तारी
पुलिस व संबंधितों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्यभर में 250 से अधिक ऐसे ढोंगियों को पकड़ा गया है। इनमें देहरादून से 82, हरिद्वार से 45 और ऊधमसिंहनगर से 66 व्यक्ति शामिल हैं। अधिकतर आरोपित उत्तराखंड एवं अन्य राज्यों के निवासी हैं, जबकि एक बांग्लादेशी नागरिक भी इस सूची में शामिल है। यह व्यक्ति देहरादून के सहसपुर थाना क्षेत्र में बाबा रुकन के नाम से रह रहा था। पुलिस ने विदेश मंत्रालय के सहयोग से उसकी नागरिकता की पुष्टि कर ली है और अब उसे बांग्लादेश वापस भेजने की प्रक्रिया चल रही है।
कार्रवाई के बाद उठे सवाल भी
इस अभियान के तहत जिन धाराओं में आरोपितों को गिरफ्तार किया गया, वे मुख्यतः शांति भंग की धारा (भारतीय न्याय संहिता की धारा 170) के अंतर्गत आती हैं। इसमें जेल भेजने का कोई प्रावधान नहीं है। इस कारण से अधिकतर आरोपितों को मजिस्ट्रेट से जमानत मिल रही है और वे शाम होते-होते रिहा हो रहे हैं। केवल एक बांग्लादेशी नागरिक को विदेशी अधिनियम के अंतर्गत जेल भेजा गया है। पकडे गए लोगों में भीख मांगने वाले व सपेरे इत्यादि भी शामिल हैं।
समाज और धर्म की रक्षा का अभियान
मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि यह अभियान धार्मिक आस्था का दुरुपयोग करने वाले, विशेषकर महिलाओं को ठगने वाले और समाज में वैमनस्य फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध एक सशक्त संदेश है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सनातन धर्म की मर्यादा को ठेस पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
सोशल मीडिया पर मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया
सोमवार को जैसे ही सोशल मीडिया पर #OperationKaalnemi ट्रेंड करने लगा, हजारों उपयोगकर्ताओं ने इस अभियान का समर्थन किया। कई लोगों ने सीएम धामी को सनातन धर्म का प्रहरी बताया, तो कई अन्य राज्यों के लोगों ने अपने यहां भी ऐसा ही अभियान चलाने की मांग की। अभियान को देशभर में धर्म, समाज और कानून के त्रिस्तरीय संतुलन के रूप में देखा जा रहा है।
आंकड़ों की होड़ में न फंस जाए अभियान
हालांकि, कुछ स्थानों से यह भी सामने आया है कि पुलिस पर गिरफ्तारी के आंकड़े बढ़ाने का दबाव बन रहा है, जिससे सामान्य भिक्षा मांगने वालों व सपेरों आदि को भी संदेह के दायरे में लाकर गिरफ्तार किया जा रहा है। इससे इस अभियान की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न उठने लगे हैं। सामाजिक संगठनों का मानना है कि केवल उन्हीं व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए जो सच में धार्मिक व सामाजिक शांति के लिए खतरा हैं।
10 जुलाई से शुरू हुआ अभियान (Operation Kalnemi-Top Trending-But Questions Too)
मुख्यमंत्री धामी ने इस विशेष अभियान की शुरुआत 10 जुलाई को की थी। इसका उद्देश्य धार्मिक स्थलों व तीर्थ यात्राओं के दौरान ऐसे तत्वों की पहचान करना है जो साधु-संतों का वेष धारण कर अनैतिक गतिविधियों में संलिप्त हैं। पुलिस को विशेष रूप से चारधाम यात्रा और कांवड़ यात्रा जैसे आयोजनों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं।
निष्कर्षतः, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ जहां एक ओर सनातन संस्कृति और धार्मिक श्रद्धा की रक्षा का प्रयास है, वहीं इसकी संवेदनशीलता और मर्यादा का पालन सुनिश्चित करना भी जरूरी है, ताकि वास्तव में दोषियों को दंड मिले और निर्दोषों के अधिकारों का हनन न हो।
आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे उत्तराखंड के नवीनतम अपडेट्स-‘नवीन समाचार’ पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यहां क्लिक कर हमारे व्हाट्सएप चैनल से, फेसबुक ग्रुप से, गूगल न्यूज से यहाँ, एक्स से, थ्रेड्स चैनल से, टेलीग्राम से, कुटुंब एप से और डेलीहंट से जुड़ें। अमेजॉन पर सर्वाधिक छूटों के साथ खरीददारी करने के लिए यहां क्लिक करें। यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें यहाँ क्लिक करके सहयोग करें..।
(Operation Kalnemi-Top Trending-But Questions Too, Operation Kaalnemi, Uttarakhand Police Action, Fake Babas, CM Pushkar Singh Dhami, Trending News India, Dehradun News, Haridwar Fake Sadhus, Social Media Trends, Sanatan Dharma, Religious Fraud, Bangladeshi Deportation, Law and Order Uttarakhand, Kavad Yatra Security, Indian Government Action, Hindu Religion Protection)
डॉ.नवीन जोशी, पिछले 20 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय, ‘कुमाऊँ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पीएचडी की डिग्री प्राप्त पहले और वर्ष 2015 से उत्तराखंड सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकार हैं। 15 लाख से अधिक नए उपयोक्ताओं के द्वारा 150 मिलियन यानी 1.5 करोड़ से अधिक बार पढी गई आपकी अपनी पसंदीदा व भरोसेमंद समाचार वेबसाइट ‘नवीन समाचार’ के संपादक हैं, साथ ही राष्ट्रीय सहारा, हिन्दुस्थान समाचार आदि समाचार पत्र एवं समाचार एजेंसियों से भी जुड़े हैं। देश के पत्रकारों के सबसे बड़े संगठन ‘नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) उत्तराखंड’ के उत्तराखंड प्रदेश के प्रदेश महामंत्री भी हैं और उत्तराखंड के मान्यता प्राप्त राज्य आंदोलनकारी भी हैं।











सोचिए जरा ! जब समाचारों के लिए भरोसा ‘नवीन समाचार’ पर है, तो विज्ञापन कहीं और क्यों ? यदि चाहते हैं कि ‘नवीन समाचार’ आपका भरोसा लगातार बनाए रहे, तो विज्ञापन भी ‘नवीन समाचार’ को देकर हमें आर्थिक तौर पर मजबूत करें। संपर्क करें : 8077566792, 9412037779 पर।
