नैनीताल के 9 युवाओं ने आज भरी हवा में पहली ऐतिहासिक उड़ान…
-प्रशिक्षणार्थियों ने पैराग्लाइडिंग का व्यवसायिक प्रशिक्षक बनने की पहली परीक्षा पास की
नवीन समाचार, नैनीताल, 24 नवंबर 2022। नैनीताल जनपद के 9 पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षणार्थियों ने पैराग्लाइडिंग का प्रशिक्षक बनने के लिए पहली ऐतिहासिक उड़ान भरकर पहली परीक्षा पास कर ली है। हालांकि उन्हें आगे और भी कड़ी परीक्षा से गुजरना है। यह भी पढ़ें : महिला अधिवक्ता से साथी अधिवक्ता ने किया ब्लैकमेल कर दुष्कर्म देखें विडियो :
उल्लेखनीय है कि नैनीताल के जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल के निर्देश पर जिले में साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार बढ़ाने की दृष्टिगत 15 सदस्यीय दल को हिमाचल प्रदेश में पैराग्लाइडिंग के प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था। इनमें से 9 प्रशिक्षणार्थियों ने गुरुवार को पी-1, पी-2 व पी-3 स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रशिक्षण के पांचवे दिन विश्व प्रसिद्ध बिलिंग टेक ऑफ से स्वयं 10 से 15 मिनट की सकुशल उड़ान भरी है, और वे इसके बाद प्रतिभागी बेहद रोमांचित एवं उत्साहित हैं। यह भी पढ़ें : सुबह-सुबह कई व्यवसायियों के घरों-प्रतिष्ठानों में छापेमारी से हड़कंप
जिलाधिकारी गर्ब्याल ने बताया कि व्यवसायिक पायलट बनने के लिए 100 घण्टे की स्वतः उड़ान के बाद, पैराग्लाइडिंग से 50 किलोमीटर दूरी की एकल उड़ान भरनी होगी। इसके पश्चात प्रशिक्षणार्थियों का एसआईबी कोर्स शुरू होगा। तब जाकर वह पूर्ण रूप से पैराग्लाइडिंग के व्यवसायिक पायलट बनेंगे। श्री गर्ब्याल ने कहा कि जल्द अन्य युवाओं को भी प्रशिक्षण दिलाने के लिए जिले से और दल भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि साहसिक पर्यटन न केवल जिले में पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के माध्यम भी उपलब्ध कराएगा। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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नवीन समाचार, नैनीताल, 31 अक्तूबर 2022। भीमताल में पैराग्लाइडिंग साइट पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण गुजरात के एक पर्यटक की मौत हो गई। घटना चार दिन पुरानी है, लेकिन प्रशासन, पुलिस और पर्यटन विभाग को इसकी जानकारी नहीं हैं। इस दुर्घटना से एक बार फिर पैराग्लाइडिंग साइट पर पायलटों और पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर बरती जा रही लापरवाही उजागर हो गई है। यह भी पढ़ें : देर रात्रि दोपहिया पर सवार तीन सवारियां हल्द्वानी-नैनीताल रोड पर खाई में गिरीं…
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते शुक्रवार यानी 28 अक्टूबर को भीमताल के पांडे गांव में पैराग्लाइडिंग के टैकल प्वाइंट यानी उड़ान भरने के दौरान यह हादसा हुआ। यहां पैराशूट टेक ऑफ के दौरान पुष्कर धाम राजकोट गुजरात निवासी जगदीश भट्ट फोटो खींचते हुए अचानक उड़ने जा रहे पैराग्लाइडर के नजदीक आ गया और उसमें सवार पर्यटक व पायलट से टकराकर नीचे गिर गया। यह भी पढ़ें : दिल्ली की कुमाऊं गली में रहने वाले 17 वर्षीय किशोर की बहन से छेड़छाड़ का विरोध करने पर चाकुओं से गोंदकर हत्या
इससे जगदीश के सिर पर गंभीर चोट लग गई। उसे सीएचसी भीमताल लाया गया। यहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। परिजन उन्हें लेकर हल्द्वानी के निजी अस्पताल पहुंचे, जहां शनिवार को जगदीश भट्ट ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। यह भी पढ़ें : नैनीताल के नाम जुड़ी एक और उपलब्धि, हर्षित ने भारत सरकार की प्रतियोगिता में पाया प्रथम स्थान
मृतक के परिजन कुश भट्ट ने आरोप लगाया कि उन्हें मौके पर जल्दी एंबुलेंस भी नहीं मिली। वह किसी तरह एक व्यक्ति की निजी कार से घायल जगदीश को अस्पताल तक लेकर पहुंचे। इस दुर्घटना के बारे में भीमताल थाने के एसआई शंकर नयाल एवं साहसिक खेल अधिकारी नैनीताल बलवंत सिंह ने किसी तरह की औपचारिक शिकायत या सूचना मिलने से इंकार किया है। यह भी पढ़ें : नई महिला कप्तान के आते ही अंकिता के तीनों हत्यारोपितों की मुश्किलें बढ़ीं, हुई बड़ी कार्रवाई…
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी यहां हुए एक हादसे में 4 फरवरी 2021 को लैंडिंग के दौरान पायलट के हाथ-पैर टूट गए थे जबकि 20 फरवरी 2022 व 1 मई, 2022 को पैराग्लाइडिंग करते हुए पर्यटक घायल हो गए थे। इन हादसों के बावजूद साहसिक पर्यटन की श्रेणी में आने वाली पैराग्लाइडिंग साइट पर एंबुलेंस या चिकित्सा सुविधाओं का अभाव है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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-सेवानिवृत्त कर्नल डॉ गिरजा शंकर मुनगली ने विमान से लगाई छलांग
नवीन समाचार, नैनीताल, 13 नवंबर 2022। मूल रूप से नैनीताल उत्तराखंड के निवासी तथा वर्तमान में पुणे-महाराष्ट्र निवासी सेवानिवृत्त कर्नल डॉ. गिरजा शंकर मुनगली ने 1600 फिट की ऊंचाई से विमान से पैराजंपिंग करने का कारनामा दिखाया। इसके बाद पूरे देश में उनकी सराहना की जा रही है। यह भी पढ़ें : नैनीताल: मंदिरो में लगे होर्डिंग चर्चा में…. देखें वीडियो:
बताया गया है कि उन्होंने वायु सेना के पैराशूट ब्रिगेड महोत्सव ‘रियूनियन 2022’ के दौरान आगरा में वायु सेना प्रशिक्षण में एयरवेज पर 1600 फीट की ऊंचाई से एक विमान से पैराजंपिंग की, इसमें उनके साथ 35 अन्य लोग भी शामिल थे, लेकिन वह इनमें सबसे उम्रदराज थे। उन्होंने बताया कि विमान से कूदने के बाद जमीन पर सुरक्षित उतरने में बहुत खतरा होता है। जब तक पैराशूट पूरी तरह से खुल नहीं जाता तब तक सब कुछ ठीक नहीं होता है। यह भी पढ़ें : बाप-बेटे के विवाद के कारण पांच दिन बाद हो पाई मृतका की अंत्येष्टि, लेकिन बाप-बेटे दोनों महिला से संबंध के प्रमाण नहीं दे पाये…
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना से कर्नल के पद से सेवानिवृत्त डॉ. मुनगली भारतीय सेना के साहसिक विभाग के प्रमुख थे। वह भारत और बांग्लादेश के बीच संयुक्त राफ्टिंग अभियान व हिमालय में कई ऊंची चोटियों सहित कई साहसिक अभियानों में शामिल रह चुके हैं। उन्होंने पीएचडी भी की है। वह एशियाई फुटबॉल परिसंघ के टास्क फोर्स के सदस्य तथा उद्योगपति भी हैं। यह भी पढ़ें : जीजा-साली नेे अवैध संबंधों में बाधक बने पति की कर दी थी हत्या, मामला दर्ज
उनके इस कारनामे पर उत्तराखंड ग्वालसेवा के संस्थापक अधिवक्ता पंकज कुलौरा, आशीष दुम्का, डॉ रेखा पांडे, मनोज साहनी, भारती ओलंपिक संघ के महासचिव राजीव मेहता, नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट के अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट व सचिव वेद साह, उत्तराखंड ताइक्वांडो फेडरेशन के महासचिव चंद्रविजय बिष्ट, नैनीताल जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नीरज साह, बहादुर सिंह पाल, हेमंत बोरा, आनंद सिंह दरम्वाल, करणवीर गंगोला, संजय सुयाल दीपक रुवाली, मनीष जोशी सहित अनेक लोगों ने उन्हें बधाई देते हुए शुभकामनाएं दी और पहाड़ के लोगों के लिए एक आदर्श बताया। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।