पढ़ाने तो दूर परीक्षा कराने भी नहीं आए शिक्षक, बच्चों ने खुद प्रश्न पत्र बांटे और परीक्षा दी, कई जगह बिना प्रश्न पत्र भी कराई जा रही हैं परीक्षाएं…
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार October 26, 2024
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नवीन समाचार, नई टिहरी, 26 अक्टूबर 2024 (Students gave Exam without Teachers in New Tehri)। उत्तराखंड के टिहरी जनपद में सरकारी शिक्षा व्यवस्था की बदहाली का शायद सबसे बड़ा, अब तक पहले कभी सामने नहीं आया प्रमाण सामने आया है। यहाँ एक विद्यालय में पढ़ाने के लिए तो छोड़िए, परीक्षा संपन्न कराने के लिए भी विद्यालय में तैनात दो में से एक भी शिक्षक परीक्षा कराने के लिए उपस्थित नहीं था। ऐसे में शिक्षकों की उपस्थिति के बिना ही 18 छात्र-छात्राओं ने गणित व कला विषय की परीक्षा दी। अब शिक्षा विभाग लापरवाह शिक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही और परीक्षा को दोबारा आयोजित कराने की बात कर रहा है। मामले में डीएम ने लापरवाही पर एक शिक्षक को निलंबित कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार टिहरी जिले के जाखणीधार ब्लाक के जूनियर हाईस्कूल नेल्डा में इन दिनों अर्धवार्षिक परीक्षा चल रही है। यहाँ बीते बुधवार को छठी से आठवीं कक्षा तक छात्र-छात्राओं की गणित और कला विषय की परीक्षा होनी थी, लेकिन कोई भी शिक्षक विद्यालय नहीं पहुंचा। ऐसे में बच्चे स्वयं प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिकाएं बांटकर परीक्षा देने लगे और प्रश्नपत्र हल करने के बाद बच्चे घर भी लौट गए, पर शिक्षकों ने फिर भी विद्यालय पहुंचना जरूरी नहीं समझा।
शिक्षक स्वास्थ्य खराब होने के कारण चिकित्सालय चले गए थे
बताया गया है कि इस विद्यालय में प्रधानाध्यापक प्रमोद रावत और एक महिला शिक्षक बीरू देवी तैनात हैं। प्रधानाध्यापक से अनुपस्थित रहने का कारण पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य अचानक खराब होने के कारण वे चिकित्सालय चले गए थे। वहीं, बीरू देवी जूनियर हाईस्कूल समणगांव से स्थानांतरण के बाद नेल्डा में अपनी उपस्थिति दे चुकी हैं, लेकिन सेवा समणगांव में ही दे रही हैं।
इस संबंध में नेल्डा के ग्राम पंचायत प्रमुख मनोहर लाल ने कहा कि जूनियर हाईस्कूल नेल्डा में दो शिक्षक होते हुए भी बच्चों को बिना शिक्षकों के परीक्षा देनी पड़ी। यह शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। इस मामले में सख्ती बरतनी चाहिए।
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Toggleशिक्षक की अनुपस्थिति पर स्पष्टीकरण तलब किया गया (Students gave Exam without Teachers in New Tehri)
वहीं जाखणीधार की खंड शिक्षा अधिकारी मोनिका बम ने कहा कि जानकारी मिली है कि विद्यालय में कोई भी शिक्षक नहीं था। हमने पास ही के प्राथमिक विद्यालय से एक शिक्षक को नेल्डा भेजा था, लेकिन वे भी परीक्षा कराने नहीं पहुंचे। उनसे स्पष्टीकरण तलब किया गया है। परीक्षा दोबारा आयोजित कराई जाएगी। मामले की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक शिक्षा) वीके ढौंडियाल ने भी ली है और कहा है कि अगर सचमुच ऐसा हुआ है तो यह गंभीर लापरवाही है और इसकी जांच कराई जाएगी।
अर्धवार्षिक परीक्षा का मजाक बनाकर रख दिया, प्रश्न पत्र नहीं आ रहे
प्रदेश में गत 21 अक्टूबर से माध्यमिक विद्यालयों की अर्धवार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं, लेकिन शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों में चल रही अर्धवार्षिक परीक्षाओं का मजाक बना दिया है। कई विद्यालयों में प्रश्नपत्र नहीं पहुंच रहे तो कई में शेड्यूल के अनुसार प्रश्नपत्र नहीं भेजे जा रहे। वहीं कई विद्यालयों में शिक्षा विभाग प्रश्नपत्र की पीडीएफ भेजता है।
इसके बाद शिक्षक उसे डाउनलोड कर फोटोकॉपी करवा रहे हैं। ऐसे में बच्चों को परीक्षा कक्ष के बाहर बैठकर इंतजार करना पड़ रहा है। एक विद्यालय में मानचित्र आधारित प्रश्नों को हल करने के लिए मानचित्र तक नहीं दिए गए, जिन्हें अन्यत्र से मंगवाकर बांटा गया। कई शिक्षक खुद ही प्रश्नपत्र बनाकर और फोटोकॉपी कर परीक्षा ले रहे हैं। (Students gave Exam without Teachers in New Tehri)
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