
16 हजार से अधिक विशिष्ट बीटीसी धारकों के लिए केंद्र से अच्छी खबर, बलूनी ने फिर ली बढ़त
बुधवार को नई दिल्ली में अनिल बलूनी के नेतृत्व में प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने जावड़ेकर से हुई मुलाकात में इस बारे में अच्छी खबर आयी। इस दौरान संघ के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि प्रदेश में वर्ष 2001 से वर्ष 2016 तक विशिष्ट बीटीसी के आधार पर 16,608 हजार से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती हुई है। परंतु विशिष्ट बीटीसी की मान्यता नहीं ली गयी, इस कारण एनसीटीई और आरटीई के मानक के अनुसार विशिष्ट बीटीसी किये शिक्षक अप्रशिक्षित शिक्षक की श्रेणी में आ गए हैं। और 31 मार्च 2019 को वे सरकारी सेवा के लिए अपात्र मान लिए जाएंगे। चूंकि शिक्षकों ने सरकार के निर्देश पर ही विशिष्ट बीटीसी की थी। इसलिए उनका कोई दोष नहीं है। इसलिए राज्य की विशिष्ट बीटीसी को पूर्व की तारीखों से मान्यता दे दी जानी चाहिए। इस मौके पर सांसद बलूनी ने भी शिक्षकों की पुरजोर पैरवी की। उन्होंने कहा कि इस समस्या के हल के लिए वे राज्य सभा में भी प्रस्ताव लाएंगे। संघ प्रतिनिधिमंडल में नंदन सिंह रावत और जनक राणा भी शामिल रहे।
यह है मामला
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दूसरा क्षेत्र है ऑटोमोबाइल क्षेत्र का। इंजीनियरिंग व आईटी क्षेत्र के घटने के साथ इस क्षेत्र में सर्वाधिक कॅरियर संभावनाएं बताई जा रही हैं।
अशोक लीलैंड के सीएफओ गोपाल महादेवन ने बताया, ‘पहले मकैनिकल इंजिनियर आईटी इंडस्ट्री का रुख कर रहे थे लेकिन अब वे वापस आ रहे हैं। लगता है अब रिवर्स ब्रेन ड्रेन हो रहा है और अचानक हमें इस सेगमेंट से बड़ी संख्या में ऐप्लिकेशन आ रहे हैं।’
मार्च 2018 के लिए नौकरी जॉबस्पीक डेटा के मुताबिक, ऑटो इंडस्ट्री में हायरिंग में काफी ग्रोथ हुई हैं। मार्च 2017 के मुकाबले मार्च 2018 में 33 फीसदी हायरिंग ग्रोथ हुई है। 2017 में खासकर अक्टूबर के बाद इस सेक्टर में दो अंकों में ग्रोथ हुई है।
एचआर प्रफेशनल्स का मानना है कि आईटी इंडस्ट्री बदलाव के दौर से गुजर रही है। इलेक्ट्रिक वीइकल्स और सेल्फ ड्राइविंग कार पर फोकस बढ़ने की वजह से स्पेशलिस्ट की डिमांड बढ़ी है।