‘नवीन समाचार’ के पाठकों के ‘2.18 करोड़ यानी 21.82 मिलियन से अधिक बार मिले प्यार’ युक्त परिवार में आपका स्वागत है। आप पिछले 10 वर्षों से मान्यता प्राप्त- पत्रकारिता में पीएचडी डॉ. नवीन जोशी द्वारा संचालित, उत्तराखंड के सबसे पुराने, जनवरी 2010 से स्थापित, डिजिटल मीडिया परिवार का हिस्सा हैं, जिसके प्रत्येक समाचार एक लाख से अधिक लोगों तक और हर दिन लगभग 10 लाख बार पहुंचते हैं। हिंदी में विशिष्ट लेखन शैली हमारी पहचान है। आप भी हमारे माध्यम से हमारे इस परिवार तक अपना संदेश पहुंचा सकते हैं ₹500 से ₹20,000 प्रतिमाह की दरों में। यह दरें आधी भी हो सकती हैं। अपना विज्ञापन संदेश ह्वाट्सएप पर हमें भेजें 8077566792 पर। अपने शुभकामना संदेश-विज्ञापन उपलब्ध कराएं। स्वयं भी दें, अपने मित्रों से भी दिलाएं, ताकि हम आपको निरन्तर-बेहतर 'निःशुल्क' 'नवीन समाचार' उपलब्ध कराते रह सकें...

January 3, 2025

Devi

उत्तराखंड में भी एक रामेश्वर, रामेश्वरम की तर्ज पर भगवान राम ने की थी शिव लिंग की स्थापना, यहीं ली थी शिक्षा…

नवीन समाचार, आस्था डेस्क, 12 अक्टूबर 2024 (Rameshwar-Uttarakhand-Ram established Shiv Ling)। आज पूरे देश-दुनिया में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के...

भगवान ‘राम की नगरी’ के समीप माता सीता का वन ‘सीतावनी’, यहीं हुआ था लव-कुश का जन्म…

डॉ. नवीन जोशी, नैनीताल, 22 जनवरी 2024। देवभूमि कुमाऊं-उत्तराखंड में रामायण में सतयुग, द्वापर से लेकर त्रेता युग से जुड़े...

उत्तराखंड में भी एक रामेश्वर, रामेश्वरम की तर्ज पर भगवान राम ने की थी शिव लिंग की स्थापना, यहीं ली थी शिक्षा…

नवीन समाचार, देहरादून, 11 जनवरी 2024 (Devi Devta)। आज पूरे देश-दुनिया में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के अयोध्या में जन्म...

आपका कोना में आज : कितना अंधेरा है ना ‘ए खुदा’

(‘नवीन समाचार’ के इस ‘आपका कोना’ स्तंभ में हम ‘नवीन समाचार’ के पाठकों की कविताएं, लेख, विचार आदि प्रकाशित करते...

प्रसिद्ध वैष्णो देवी शक्तिपीठ सदृश रामायण-महाभारतकालीन द्रोणगिरि वैष्णवी शक्तिपीठ दूनागिरि

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 9 अक्टूबर 2021। हिमालय की गोद में बसे आध्यात्मिक महिमा से मंडित और...

भद्रकालीः जहां वैष्णो देवी की तरह त्रि-पिंडी स्वरूप में साथ विराजती हैं माता सरस्वती, लक्ष्मी और महाकाली

https://youtu.be/eM58RrOTxuk ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।। कहते हैं आदि-अनादि काल में सृष्टि...

नेपाली, तिब्बती, पैगोडा, गौथिक व ग्वालियर शैली में बना है नयना देवी मंदिर

"सरोवरनगरी की पहचान से जुड़ा नगर का प्राचीन नयना देवी मंदिर नेपाली, तिब्बती, पैगोडा व कुछ हद तक अंग्रेजी गौथिक...

आप यह भी पढ़ना चाहेंगे :

You cannot copy content of this page