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March 19, 2024

नैनीताल ने जीती कुमाऊं विश्वविद्यालय की अंतरमहाविद्यालयी योग प्रतियोगिता

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कुमाऊं विश्वविद्यालय की अंतरमहाविद्यालयी योग प्रतियोगिता की विजेता डीएसबी परिसर के खिलाड़ी पुरस्कार प्राप्त करते हुए।नवीन समाचार, नैनीताल, 21 नवंबर 2022। डीएसबी परिसर नैनीताल ने कुमाऊं विश्वविद्यालय की अंतरमहाविद्यालयी योग प्रतियोगिता जीत ली है। सोमवार को चाणक्य लॉ कालेज रुद्रपुर में आयोजित हो रही प्रतियोगिता में डीएसबी परिसर ने एमबीपीजी कालेज हल्द्वानी की टीम को हराकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह भी पढ़ें : विराट-अनुष्का नैनीताल जनपद के एक सप्ताह के प्रवास से लौटे…

कुमाऊं विवि के क्रीड़ाधिकारी डॉ. नागेन्द्र शर्मा ने विजयी प्रतिभागियों को बधाईयां देते हुये बताया कि इस प्रतियोगिता के साथ अखिल भारतीय योग प्रतियोगिता के प्रतिभागियों का चयन कर लिया गया है। चयनित टीम केआईआईटी विश्वविद्यालय भुवनेश्वर में आगामी 18 दिसम्बर को आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे। यह भी पढ़ें : रात में गिरी कार, सुबह-सुबह दिखी तो हो चुकी थी कार सवारों की मौत…

बताया कि विजेता टीम में तुषार, रवि नाथ गोस्वामी, आशीष कुमार, साकेत गोस्वामी, धीरज कुमार, प्रशांत कुमार तथा टीम मैनेजर डा सीमा चौहान एवं उपविजेता टीम में शुभम आर्या, भास्कर सिंह, हर्षित जोशी, तनुज जोशी, जय पांडे, जितेंद्र चंदोला तथा टीम मैनेजर डॉ. एससी पाठक रहे। प्रतियोगिता में एससी गुडिया लॉ कालेज काशीपुर, पीएनजीपीजी कालेज रामनगर तथा मेजबान चाणक्य लॉ कालेज की टीमों ने भी प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता की चयन समिति में प्रो. डीडी जोशी, डॉ. सीमा चौहान, एचसी पाठक, ज्योति चुफाल एवं मुरलीधर कापडी शामिल रहे। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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यह भी पढ़ें : जगह-जगह किया गया योग, 25 लाख के पंडाल से भूखे योग कर लौटने को मजबूर हुए बच्चे !

अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर नगर पालिका के नर्सरी विद्यालय में योग करती बच्चियां।

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 21 जून 2022। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्यालय में डीएसए मैदान में हुए मुख्य कार्यक्रम के अलावा भी अलग-अलग स्थानों पर अनेक कार्यक्रम हुए। लेकिन डीएसए मैदान का मुख्य कार्यक्रम अन्य कारण से विवाद में आ गया है। यहां बच्चे सुबह साढ़े पांच बजे घर से बिना नास्ता किए ही योग करने के लिए पहुंच गए थे। लौटते हुए कार्यक्रम में शामिल हुए बच्चों के लिए सूक्ष्म जलपान की व्यवस्था की गई थी।

लेकिन बताया गया कि बिशप शॉ, मोहन लाल साह बालिका और बाल विद्या मंदिर व सैनिक स्कूल के करीब 200 बच्चों को सूक्ष्म जलपान की सामग्री नहीं मिल पाई। बताया जा रहा है कि यह बच्चे कार्यक्रम के पश्चात फोटो लेने आदि के कारण पीछे रह गए थे, और जब तक वह रिफ्रेशमेंट लेने के स्थान पर पहुंचे, उन्हें बताया गया कि रिफ्रेशमेंट खत्म हो गया। इस पर लोग इस बात को लेकर भी चुटकी ले रहे हैं, कि कार्यक्रम के लिए 25 लाख रुपए का टेंट लगाया गया, लेकिन बच्चों को रिफ्रेशमेंट नहंी दिया जा सका।

अलबत्ता, आज अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मुख्यालय स्थित डॉ. आरएस टोलिया उत्तराखड प्रशासन अकादमी में इस अवसर पर ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ संस्था के कामना कम्बोज, सुनीता वर्मा, हिमांशु, मानसी व दीपक गुप्ता आदि सदस्यों ने अकादमी के महानिदेशक बीपी पांडेय, संयुक्त निदेशक प्रकाश चंद्र, दिनेश कुमार राणा, एनएस नगन्याल, वीके सिंह, डॉ. ओम प्रकाश, डॉ. मंजू पांडे सहित अन्य लोगों को योगाभ्यास कराया।

नगर के सबसे पुराने सीआरएसटी इंटर कॉलेज में एनएसएस तथा एनसीसी की 79 यूके बटालियन के तत्वावधान में एनसीसी कैडेटों ने अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भ्रामरी, हलासन, सूर्य नमस्कार आदि विभिन्न योग मुद्राओं तथा ध्यान के माध्यम से योग दिवस के महत्व को समझते हुए योग किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य मनोज पांडे, एनएसएस प्रभारी अनुपम उपाध्याय, एनसीसी के एएनओ रितेश साह, राजेश कुमार, जगदीश मथेला, डॉ. एसएस बिष्ट, गणेश लोहनी, ललित जीना, शैलेंद्र चौधरी, राजेश लाल, गौरव भाकुनी, मनीष साह, तारा जोशी, हिमांशु जोशी, विपिन कुमार आदि ने भी योग किया।

उधर, कुमाऊं विश्वविद्यालय के एमएसडब्ल्यू यानी मास्टर इन सोशल वर्क की छात्राओं ने फील्ड इन्वेस्टिगेटर नेहा गुप्ता के नेतृत्व में नगर पालिका परिषद् के नर्सरी विद्यालय में योग शिविर लगाया। इसमें बच्चों को वृक्षासन, वज्रासन, वीर भद्रासन, भुजंगासन आदि आसन व भ्रामरी प्राणायाम करवाए और इनके लाभों से भी अवगत करया। इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाचार्य प्रीता साह, शिक्षिका बीना जोशी, भारती जोशी, प्रेमा पांडे तथा दिव्या बर्गली, नेहा बोहरा, हिमाद्रि चंदोला, आफरीन, हर्षिता आदि छात्राओं ने भी योग किया।

इधर, कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में इस अवसर पर नेहरू युवा केंद्र, एनएसएस, एनसीसी एवं विद्यालय के विद्यार्थियों एवं अध्यापकों ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके जोशी, परिसर निदेशक प्रो. एलएम जोशी आदि के साथ बढ़-चढ़कर योग किया। कार्यक्रम में योग विभाग समन्वयक प्रो संजय घिल्डियाल, जिला युवा अधिकारी डॉल्वी तेवतिया, क्रीड़ा अधिकारी डॉ नागेंद्र शर्मा, प्रो.एलएस लोधियाल, डॉ. गीता तिवारी, प्रो. लता पांडे, डॉ. महेंद्र राणा, दुर्गेश डिमरी, एनसीसी के अधिकारी प्रो. एचसीएस बिष्ट, नेवी के डॉ. रीतेश साह, प्रो. ललित तिवारी, दीपा आर्य, श्वेता अधिकारी, सरिता दानू, रूपा कोहली, शुभम विश्वकर्मा, लकी नैनवाल, हिमानी, प्रमोद कुमार आदि ने भी योग किया।

इस मौके पर योग विभागाध्यक्ष डॉ. सीमा चौहान ने बताया की योग विभाग द्वारा 1 जून से पिछले 21 दिनों में विद्यालयों, अस्पतालों, पार्क, औद्योगिक संस्थाओं में 21000 से अधिक लोगों को योग के बारे में जानकारी दी और योग कराया गया। यह भी बताया कि डीएसए मैदान में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में योग विभाग की पूर्व छात्राओं प्रियंका जोशी एवं प्रियंका भंडारी ने योग कराया। उधर विश्वविद्यालय के भीमताल परिसर में सहायक प्राध्यापक डॉ. ऋषेंद्र कुमार के निर्देशन विभागाध्यक्ष प्रो. वीना पांडे, डॉ. तपन नैलवाल, डॉ. मयंक पांडे, डॉ. संतोष उपाध्याय व डॉ. प्रवीण ध्यानी आदि ने परिसर के छात्र-छात्राओं के साथ योग किया। (डॉ. नवीन जोशी) अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : केंद्रीय मंत्री ने देश के पुलिस बलों की चैंपियन योग टीम के साथ किया योग

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 21 जून 2022। वर्ष के सबसे बड़े दिन 21 को देश ही नहीं दुनिया भर में मनाए जा रहे ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ पर सरोवरनगरी नैनीताल में केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत, डीआईजी डॉ. नीलेश आनंद भरणे, डीएम दीपक रावत, एसएसपी पंकज भट्ट, सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी व एडीएम शिवचरण द्विवेदी आदि जिला व मंडल स्तरीय अधिकारियों तथा स्थानीय विधायक सरिता आर्य सहित अन्य गणमान्यजनों एवं बच्चों के साथ योग किया। देखें विडियो :

योग कार्यक्रम में शामिल रही देश भर की पुलिस कर्मियों की चैंपियन योग टीम।

यह भी विशेषता रही कि इस अवसर पर सीआरपीएफ सेंटर काठगोदाम में प्रशिक्षण ले रहे देश भर के पुलिस बलों की चैंपियन योग टीम के सदस्यों एवं सीआरपीएफ के अधिकारियों एवं जवानों ने भी महानिरीक्षक के नेतृत्व में योगाभ्यास किया। आर्ट ऑफ लिविंग संस्था की मीनाक्षी जोशी ने यहां सैकड़ों की संख्या में लोगों एवं बच्चों को योग कराया। इस मौके पर प्रो. बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के योग को पूरी दुनिया तक पहुंचाया है, और आज उनके प्रयासों से ही पूरा विश्व योग कर रहा है, और योग दिवस मना रहा है।

उन्होंने आयुष के जरिये भी देशवासियों को स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया। वहीं मंडलायुक्त दीपक रावत ने योग को स्वयं से साक्षात्कार बताया, और हर किसी को नियमित योग करने की सलाह दी। इस मौके पर नगर के शेरवुड, सेंट जोसेफ, सेंट मेरीज कॉन्वेंट, भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय व मोहन लाल साह बाल विद्या मंदिर सहित अनेक विद्यालयों के बच्चों ने भी योग किया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : देश भर के 100 डाकघरों के साथ नैनीताल डाकघर के कर्मी हुए ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के काउंटडाउन में शामिल, किया योग

-अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2022 के काउंटडाउन कार्यक्रम में हुए शामिल

सोमवार सुबह बोट हाउस क्लब के पास के पार्क में योग करते डाक कर्मी।

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 25 अप्रैल 2022। आगामी 21 जून को आयोजित होने वाले ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के कार्यक्रमों की श्रृंखला की सोमवार को जिला मुख्यालय से शुरुआत हो गई। केंद्रीय संचार मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय डाक विभाग के द्वारा सोमवार को केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा तालकटोरा स्टेडियम दिल्ली में शुरू किए गए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2022 के काउंटडाउन कार्यक्रम के दौरान देशभर के 100 प्रतिष्ठित एवं दूरस्थ स्थानों के साथ प्रधान डाकघर नैनीताल के कर्मचारी भी शामिल हुए।

इस दौरान नगर के बोट हाउस क्लब के नजदीकी पार्क में डाक कर्मियों ने आम जनमानस में योग के प्रति जागरूकता एवं प्रचार प्रसार के उद्देश्य से योग किया। कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री व क्षेत्रीय सांसद गोपाल रावत ने बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित होकर योग कर रहे प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।

इस अवसर पर प्रवर अधीक्षक डाकघर हरेंद्र नेगी, सहायक अधीक्षक डाकघर सत्यपाल बिष्ट, डाकपाल इंद्र कुमार दास, दीपिका जोशी, गोविंदी, योग प्रशिक्षक दीपक दास, प्रमोद, मदन रावत, हरेंद्र बिष्ट, ललित वैशाली, मंजेश यादव, जीवन चंद्र, खीम सिंह मेहरा, हेमंत कुमार तिवारी, पंकज रावत, कैलाश बिस्ट, नितेश त्यागी व कैलाश पांडे आदि ने प्रतिभाग किया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने नैनीताल राजभवन में किया योग,

कहा-आज विश्व पटल पर योग की स्वीकार्यता को मनाने का दिन, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ने भी अपने घर पर किया योग

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 21 जून 2021। सरोवरनगरी नैनीताल में सोमवार को ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ अनेक स्थानों पर मनाया गया। अनेक लोगों ने अपने घरों पर भी योग किया। इस अवसर पर नैनीताल राजभवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने भी प्राणायाम एवं योगाभ्यास किया। इस मौके पर श्रीमती मौर्य ने कहा कि योग भारतीय जीवन पद्धति में हमेशा से शामिल रहा है। ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ विश्व पटल पर भारतीय योग की स्वीकार्यता को एक साथ मिलकर मनाने का अवसर है। योग आध्यात्मिक, मानसिक और शाररिक अनुशासन है, जिससे न सिर्फ शारीरिक अभ्यास या व्यायाम बल्कि विचारों और कार्यो के बीच संतुलन और ताल-मेल स्थापित किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के संकट में पूरे विश्व ने आयुर्वेद और योग की उपयोगिता को और अधिक समझा और इसके लाभ के महत्व को जानकर इसे अपनाया है। हम सभी को अपनी इस प्राचीन परम्परा को पूरे गौरव के साथ अपनी आने वाली पीढ़ियों को सीखाना, समझाना और सौंपना चाहिए। इसके अलावा श्रीमती मौर्य ने आज प्रशासनिक अमले के साथ नगर की आराध्य देवी माता नयना देवी के मंदिर पहुंच कर पूजा-अर्चना की तथा प्रदेश की खुशहाली एवं सुख-समृद्धि के साथ ही देश और दुनिया से कोरोना की समाप्ति तथा पीड़ितों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी प्रार्थना की।

इधर इस मौके पर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष कांग्रेस नेत्री सरिता आर्य के भी अपने भूमियाधार स्थित आवास पर महिलाओं के साथ योग करने की तस्वीरें आई हैं, जिनमें वह रेखा आर्या, रोमा आर्या, तुलसी देवी, मदनलाल व प्रभात कुमार आदि के साथ योग करती हुई दिखाई दे रही हैं। इस मौके पर नगर के भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा बूथों में योग किये जाने की बात कही जा रही है। अलबत्ता कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं हुआ।

वहीं नगर के दुर्गापुर वीरभटटी स्थित पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार में छात्रों के बीच योग से संबंधित ऑनलाइन प्रश्नमंच प्रतियोगिता करायी गयी। साथ ही विद्यालय परिवार के सभी लोगो ने अपने घरों पर सपरिवार योग करके योग दिवस मनाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विद्या भारती के क्षेत्र संगठन मंत्री डोमेश्वर साहू ने बताया कि इस बार के आयोजन की थीम ‘मानव तन्दुरस्ती और कल्याण के लिए योग’ है। आयोजन में विद्या भारती के प्रांत निरीक्षक विजय पाल, प्रधानाचार्य नरेंद्र सिंह भी शामिल रहे। नगर के प्राणी उद्यान यानी चिड़ियाघर में भी डीएफओ बीजू लाल के निर्देशन में योग किया गया। स्थानीय मुख्य डाकघर में भी इस मौके पर पूरे दिन प्रोजेक्टर के माध्यम से यौगिक क्रियाओं का प्रदर्शन कर यहां आने वाले लोगों को योग के प्रति जागरूक किया गया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : कोरोना संक्रमण और संकट के दौर में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग सर्वोत्तम उपाय

-राज्यपाल ने दी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 20 जून 2021। उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने प्रदेश वासियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में श्री मौर्च ने कहा है कि एक लंबे समय से पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ लड़ रही है। महामारी ने मानव जीवन को कई तरह से प्रभावित किया है। इस महामारी से लाखों लोग शारीरिक और मानसिक पीड़ा का शिकार हुए हैं।

ऐसे समय में इस संकट से उबरने के लिए व्यक्ति को आत्मबल और धैर्य की सबसे अधिक जरूरत है। जब पूरी दुनिया में महामारी फैली हुई है तब हम अपने अंदर किसी भी प्रकार के असंतुलन एवं अशांति को फैलने से रोकंे। जब भी दुनिया में या किसी देश अथवा समाज में कोई आपदा आती है तो मनुष्य की आत्मशक्ति ही संतुलन बनाने का कार्य करती है। इसी आत्मबल और संतुलन को बनाये रखने व तनाव को दूर करने में योग की अहम भूमिका है।

राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि योग हमें शारीरिक और मानसिक तनाव से दूरी बनाए रखने एवं असहज स्थिति में संतुलन बनाने में मदद करता है। शोधों की मानें तो इस महामारी के बाद लोगों को बहुत सारी चुनौंतियों का सामना करना पड़ रहा है जिससे लोगों में निराशा और अवसाद पैदा हुआ है। इन सभी दुष्प्रभावों को योग अपनाकर ही दूर किया जा सकता है। राज्यपाल ने कहा कि इस संक्रमण और संकट के समय में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग सर्वोत्तम उपाय है। उन्होंने सभी से अपील है कि अपनी दिनचर्या में योग को शामिल कर कोरोना संकट का मजबूति से सामना करें।

आज युवा क्लबों के माध्यम से 6000 लोग करेंगे योग
नैनीताल। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-21 जून के अवसर पर नेहरू युवा केंद्र नैनीताल द्वारा छह हजार से अधिक लोगों को योग करने का लक्ष्य रखा गया है। नेहरु युवा केंद्र की जिला युवा अधिकारी डाल्वी तेवतिया के अनुसार 21 जून सोमवार को कोविड नियमों का अनुपालन करते हुए जिले के लगभग 250 युवा क्लबों के एक हजार से अधिक परिवारों के लोग योग करेंगे। उन्होंने बताया कि युवा स्वयं सेवकों, युवा क्लबों के सदस्यों, कोविड स्वयं सेवकों के माध्यम से अपने अपने विकास खंडों एवं गांवों में अधिक से अधिक लोगों को सामान्य योग प्रोटोकाल के तहत योग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
भाजपाई बूथों में करेंगे योग
नैनीताल। 21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भाजपा मंडल नैनीताल के सभी बूथों पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। बताया गया कि इस मौके पर सभी बूथ अध्यक्ष अपने अपने बूथों पर कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए योग कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : कोरोना ने बताया कि जीवन में क्या ज्यादा मायने रखता है: प्रो. पचौरी

-कुमाऊं विश्वविद्यालय में चल रहे दस दिवसीय राष्ट्रीय योग जागरूकता अभियान ‘योग जागरण’ का वर्चुअल हुआ समापन

नवीन समाचार, नैनीताल, 20 मई 2021। हिमालयन विश्वविद्यालय देहरादून के कुलपति प्रो. जेपी पचौरी ने कहा कि जीवन में बाहरी और आंतरिक दो तरह की प्रेरणा होती है। बाहरी प्रेरणा से व्यक्ति धन कमाने जैसे जबकि आंतरिक प्रेरणा से अपना व्यक्तित्व सुधारने, दूसरों की मदद करने, मानसिक शांति पाने और ज्ञान अर्जित करने या किसी खेल गतिविधि का आनंद उठाने के कार्य करता है। उन्होंने कहा कि कोरोना बीमारी ने लोगों को यह जानने का मौका दिया है कि जीवन में क्या ज्यादा मायने रखता है। यह भी बताया कि कोरोना संकट के समय हम कैसे स्वयं को अवसाद से दूर रखें, कैसे सकारात्मक विचारों से लबरेज रहें एवं तनाव को कम कैसे करें।

प्रो. पचौरी बृहस्पतिवार को कुमाऊं विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग द्वारा चलाये जा रहे दस दिवसीय राष्ट्रीय योग जागरूकता अभियान ‘योग जागरण’ के समापन अवसर पर गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्हांेने कहा कि मानव स्वयं में छिपी विराट शक्तियों का सही उपयोग करके सर्वज्ञता और महानता जैसी स्थिति को प्राप्त कर सकता है और यही स्थिति कोरोना मुक्ति की सार्थक दिशा है। इस दौरान उन्होंने योग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन भी किया। साथ ही कार्यक्रम में कोरोना संक्रमण की प्रभावी रोकथाम के लिए मानसिक स्वास्थ्य, रोग प्रतिरोधक क्षमता एवं सकारात्मकता को बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। इस अवसर पर योग शिक्षिका डॉ. सीमा चौहान ने कहा कि योग सिर्फ शारीरिक व्यायाम भर नहीं, बल्कि एक ऐसी एक आध्यात्मिक प्रक्रिया व स्वस्थ जीवनशैली है जो मन का स्वास्थ्य भी संवारती है। यह इंसान को आत्मिक स्तर पर भी परिष्कृत करता है, तथा शरीर, मन और आत्मा को जोड़ते हुए सकारात्मक सोच और स्वस्थ जीवन की राह सुझाती है।

समापन कार्यक्रम का संचालन करते हुए कार्यक्रम के संयोजक एवं अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. डीएस बिष्ट ने कहा कि इस चुनौतीपूर्ण समय में सकारात्मकता बनाए रखने के लिए अपने परिजनों तथा आस-पास वालों के साथ प्रतिदिन योग एवं अन्य रचनात्मक गतिविधियों में सक्रियता से भागीदारी सुनिश्चित करें साथ ही जन कल्याण की प्रार्थना करें। उन्हांेने आयोजन की सफलता हेतु कुलपति प्रो. एनके जोशी के साथ ही सभी योग विशेषज्ञों, मनोवैज्ञानिकों, विद्वतजनों एवं छात्र-छात्राओं का आभार भी व्यक्त किया। आयोजन के दौरा आयोजित योग प्रतियोगिता में शुभम विश्वकर्मा, ईशिता राजपूत, आशीष कुमार, पलास मेहरा एवं कृष्णा मुरारी ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ एवं पंचम स्थान प्राप्त किया। निर्णायक मंडल में प्रो. सुरेश वर्णवाल, डॉ. विनोद नौटियाल, डॉ. लक्ष्मी नारायण जोशी, डॉ. सीमा चौहान एवं श्रीमती दीपा आर्या ने सहयोग दिया।

यह भी पढ़ें : सुखद : बुर्के में योग-कभी देखी है ऐसी तस्वीर….

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 16 सितंबर 2020। सेहत आज के समय में सर्वाधिक चिंता का विषय भी है। सेहत धर्म का विषय नहीं। सेहत की चिंता के आगे धार्मिक मान्यताएं भी बदल रही हैं। हल्द्वानी में सेहत से जुड़ी एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसकी कुछ वर्ष या दशक पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। यहां शबनम, आशिका, शमरीन, अर्शी अंसारी, मंतशा, खुशबु, रूबी, सहाना, उजमा आदि मुस्लिम महिलाएं अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स स्टेडियम के पास एक मैदान में हर रोज सुबह के वक्त अपने महिला क्लब के जरिये बॉक्सर रहनुमा के नेतृत्व में जुटती हैं, और बुर्के के परदे में रह कर भी सूर्य नमस्कार, ज्ञान मुद्रा, कपालभाति, अनुलोम विलोम आदि प्राणायाम और योग के विभिन्न आसन करती हैं।
हल्द्वानी गौलापार में बुर्के में एक्सरसाइज करती मुस्लिम महिलाएं।         फोटो: राजेन्द्र सिंह बिष्टरहनुमा के अनुसार क्लब की शुरुआत इधर लॉक डाउन में ढील मिलने के दौरान 31 जुलाई को चार मुस्लिम महिलाओं के साथ की गई थी। अब 40 से अधिक महिलाएं यहां आ रही हैं। इनमें 11 साल की बच्चियों से लेकर 60 साल तक की बुजुर्ग महिलाएं शामिल हैं। क्लब में जुड़ने व योगासन करने का कोई शुल्क नहीं रखा गया है। सुबह की कसरत की शुरुआत वार्मअप के लिए जॉगिंग से होती है। इसमें महिलाएं स्पोर्ट्स शूज पहनकर जॉगिंग करती हैं। फिर विभिन्न प्राणायाम और योगासनों का अभ्यास किया जाता है। इससे महिलाएं बहुत खुश भी हैं। वे कहती हैं, यह शानदार पहल है। इससे उनका शरीर स्वस्थ्य रहता है। स्फूर्ति भी मिलती है। वे यहां रोज आना चाहेंगी। हर रोज व्यायाम, योग करने से घरेलू कामकाज में थकान का अनुभव नहीं होता। सेहत भी तंदुरुस्त रहती है। अन्य महिलाओं को भी यहां नियमित रूप से आना चाहिए। वहीं उनकी कोच का कहना है, ‘मैं चाहती हूं कि हमारे समाज की महिलाएं आगे आएं। एक्सरसाइज करने में पीछे न रहें क्योंकि एक्सरसाइज करने से खुद को फिट रखा जा सकता है।’ (फोटो साभार : अमर उजाला)

यह भी पढ़ें : केवल सरकारी कार्यक्रमों में रहा कोरोना के खौफ का साया, अन्य लोगों ने सार्वजनिक-सामूहिक तौर पर भी किया योग

नवीन समाचार, नैनीताल, 21 जून 2020। जिला व मंडल मुख्यालय सरोवरनगरी में भी विश्व योग दिवस पर आयोजित होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों पर तो कारोना की छाया पड़ी और खासकर सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम नहीं हुए, लेकिन अनेक लोगांे ने सार्वजनिक तौर पर योग का सामूहिक प्रदर्शन भी किया। वहां लोगों में कोरोना का कोई विशेष भय नहीं दिखाई दिया। घरों में भी लोगांे ने योग किया। लोगों का यह भी मानना रहा कि योग मनुष्य को शारीरिक व मानसिक यानी बाहर व भीतर से मजबूत करके कोरोना से लड़ने में प्रभावी भूमिका निभा सकता है।
नगर के वीरभट्टी स्थित पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार माध्यमिक विद्यालय में इस मौके पर सामाजिक दूरी रखते हुए विद्यालय के माधव सभागार में योग और आसन किये गये। साथ ही विद्या भारती के निर्देशानुसार सभी छात्रों को लिंक भेज कर उनके घर पर ही वीडियो ऐप के द्वारा योग, आसन कराया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नैनीताल के जिला प्रचारक मनोज ने कहा योग योग भारत की प्राचीन परम्परा से चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि योग सिर्फ 21 जून को ही नहीं अपितु प्रतिदिन नियमित रूप से करना चाहिए। प्रधानाचार्य नरेंद्र सिंह ने कहा कि योग आत्मा को परमात्मा से तथा शरीर के विविध अंगों को मन और मस्तिष्क के साथ जोड़ ने का कार्य करता है। इस अवसर पर डॉ. माधव प्रसाद त्रिपाठी, पवन जोशी, डॉ. पंकज शुक्ल, महेंद्र बिष्ट ,खजान उपाध्याय, राहुल सिंह, अतुल पाठक और डॉ. प्रमोद बघेल सहित कई लोगों ने योग किया। संचालन शैक्षिक प्रभारी उमेश शर्मा ने किया।

इधर नगर में मल्लीताल में नैनी झील के किनारे अनेक लोगों ने सार्वजनिक एवं सामूहिक रूप से योग किया। अन्य स्थानों पर लोगों में योग के प्रति उत्साह देखा गया। उधर भवाली में नगर पालिका अध्यक्ष संजय वर्मा, डॉ. ललित मोहन जोशी, ग्राम प्रधान हरगोविंद रावत व विक्रम धामी आदि ने योगाचार्य पुष्कर जोशी के निर्देशन में योग की विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्राप्त की और योग, आसन किये। चोपड़ा में योग शिक्षिका नमिता ने योगासन करवाये। नगर के क्लर्क क्वार्टर में भी लोगों ने सार्वजनिक एवं सामूहिक तौर पर योगाभ्यास किया। वहीं ऑल इंडिया वीमन कांफ्रेंस की तारा बोरा, गीता पांडे, डा. सरस्वती खेतवाल, उमा बिष्ट, कंचन बिष्ट, नीमा बिष्ट, नीलम बिष्ट व पूजा रौतेला ने गायत्री खाती के निर्देशन में योग किया।

यह भी पढ़ें : नैनीताल में आम लोगों से लेकर अन्तरिक्ष वैज्ञानिकों ने भी ऐसे किया मनुष्य के तन, मन, मस्तिष्क व आत्मा को संतुलित कर प्रकृति से जोड़ने वाला योग

-मुख्यालय में आज ऐसे उत्साहपूर्वक मनाया गया अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस, हुए अनेक कार्यक्रम
-एरीज में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने निदेशक डा. वहाब उद्दीन की अगुवाई में भी योग किया

नवीन समाचार, नैनीताल, 21 जून 2019। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस जिला व मंडल मुख्यालय में भी उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस मौके पर जनपद मुख्यालय सहित विभिन्न स्थानों तथा तहसील मुख्यालयों पर योग के कार्यक्रम आयोजित किये गये। मुख्यालय में मुख्य कार्यक्रम फ्लैट्स मैदान में आयोजित हुआ, जहां मुख्यमंत्री के सचिव एवं कुमाऊं मंडल के आयुक्त राजीव रौतेला, डीएम विनोद कुमार सुमन, एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने भी योग के विभिन्न आसनों के साथ अभ्यास किया। कार्यक्रम मंे स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग किया। मुख्यालय स्थित एरीज यानी आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने भी निदेशक डा. वहाब उद्दीन की अगुवाई एवं एरीज योग समिति के सदस्य डा. हुमचंद एवं इंजीनियर समरेश भट्टाचार्य व रजिस्ट्रार रविंद्र कुमार तथा महर्षि शिक्षण संस्थान हल्द्वानी के चंचल पाण्डे के मार्गदर्शन में अनुलोम-विलोम, कपालभाति, प्राणायाम एवं अन्य आसनों को अभ्यास तथा ध्यान व प्राणायाम किये।

इस अवसर पर मंडलायुक्त राजीव रौतेला ने ने कहा कि योग अपने नाम के अनुरूप शरीर के विभिन्न भागों को एक साथ लाकर शरीर, मस्तिष्क और आत्मा को जोड़कर संतुलित करने तथा मनुष्य को प्रकृति से जोडने का माध्यम भी है। साथ ही यह मनुष्य की मानसिक शारीरिक और आध्यात्मिक ऊर्जा को भी बढ़ाता हैै। आज के तनाव ग्रस्त जीवन से मुक्ति पाने और स्वस्थ एवं ऊर्जावान बने रहने के लिए सभी को योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए और व्यस्तता सेे कुछ समय निकालकर दैनिक योगाभ्यास करना चाहिए। वहीं डीएम सुमन ने कहा कि ध्यान एकाग्रता और योग शान्तिपूर्ण जीवन जीने के लिए सबसे सरलतम मार्ग हैं। यह मानव के भीतर की नकारात्मक ऊर्जा का शमन कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। इस दौरान आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के योग प्रशिक्षक दीपक गुप्ता ने उपस्थित लोगों को योगा के विभिन्न आसानों का अभ्यास कराया। कार्यक्रम में कार्यक्रम के संयोजक प्राधिकरण सचिव हरवीर सिह, एडीएम कैलाश टोलिया, एसडीएम विनोद कुमार, रोहिताश शर्मा, प्रकाश त्रिपाठी, आर्ट ऑफ लिविंग की ज्योति मेहरा, मीनाक्षी जोशी, हिमांशु, प्रिया, रेशमा टंडन के अलावा विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्रायें गणमान्य नागरिक एवं पर्यटक मौजूद रहे।

इधर, नगर के लांगव्यू पब्लिक स्कूल, डीएसबी परिसर और पार्वती प्रेमा जगाती सहित विभिन्न स्कूलों में भी अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में बच्चों को योगाभ्यास व प्राणायाम कराया गया। एलपीएस में ‘आर्ट ऑफ लीविंग‘ की नगर संयोजक मीनाक्षी जोशी साह व विद्यालय की योग अध्यापिका मंजू भट्ट, सीमा सिंह के द्वारा योग व उससे होने वाले लाभों के बारे में छात्रों को अवगत कराया, तथा प्रधानाचार्य भुवन चंद्र त्रिपाठी सहित बच्चों एवं शिक्षकों को विभिन्न आसन करवाये। डीएसबी में कुलपति प्रो. केएस राणा, परिसर निदेशक प्रो. एलएम जोशी की उपस्थिति में डीएसबी के साथ ही पॉलीटेक्निक, सीआरएसटी व भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय के एनसीसी नेवल विंग के कैडेटों, ले. भुवन राणा, प्रो. हरीश बिष्ट, प्रो. ललित तिवारी, प्रो. गंगा बिष्ट, प्रो. ज्योति जोशी, डा. रितेश साह, प्रो. पद्म सिंह बिष्ट परिसर के प्राध्यापकों, कर्मचारियों आदि ने योगाभ्यास किया। भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा मल्लीताल रिंक हॉल में योगाभ्यास किया गया। भाजपा की पूर्व दायित्वधारी सरिता आर्य ने अपने आवास के निकट महिलाओं को योगाभ्यास करवाया। नैनी झील के किनारे बच्चे एवं महिलाएं भी योगाभ्यास करते दिखे। नगर के राजकीय पॉलीटेक्निक में भी प्रधानाचार्य पीआर पटेल की अगुवाई में एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी जया बोहरा, मनमोहन, राजेश लोहनी, क्रीड़ाधिकारी गिरीश वर्मा सहित छात्र-छात्राओं, विभागाध्यक्षों एवं शिक्षकों व कर्मचारियों ने योगाभ्यास किया।

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प्रकृति योग

प्रकृति योग

Image result for योग दिवस के साथ युग परिवर्तनबात कुछ पुराने संदर्भों से शुरू करते हैं। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 1836 में उनके गुरु आचार्य रामकृष्ण परमहंस के जन्म के साथ ही युग परिवर्तन का काल प्रारंभ हो गया है। यह वह दौर था जब देश में 700 वर्षों की मुगलों की गुलामी के बाद अंग्रेजों के अधीन था, और पहले स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल भी नहीं बजा था।
बाद में महर्षि अरविन्द ने प्रतिपादित किया कि युग परिवर्तन का काल, संधि काल कहलाता है और यह करीब 175 वर्ष का होता है …

पुनः, स्वामी विवेकानंद ने कहा था, ‘वह अपने दिव्य चक्षुओं से देख रहे हैं कि या तो संधि काल में भारत को मरना होगा, अन्यथा वह अपने पुराने गौरव को प्राप्त करेगा ….’
Yogaउन्होंने साफ किया था ‘भारत के मरने का अर्थ होगा, सम्पूर्ण दुनिया से आध्यात्मिकता का सर्वनाश! लेकिन यह ईश्वर को भी मंजूर नहीं होगा … ऐसे में एक ही संभावना बचती है कि देश अपने पुराने गौरव को प्राप्त करेगा …. और यह अवश्यम्भावी है। ‘
वह आगे बोले थे, ‘देश का पुराना गौरव विज्ञान, राज्य सत्ता अथवा धन बल से नहीं वरन आध्यात्मिक सत्ता के बल पर लौटेगा ….’
अब 1836 में युग परिवर्तन के संधि काल की अवधि 175 वर्ष को जोड़िए। उत्तर आता है 2011। अब थोड़ा पीछे मुड़कर 2011 को याद याद करें, जब देश में बाबा रामदेव योग को लेकर आगे बढ़ा रहे थे, और इसके चार वर्षों के बाद ही हमारा योग विश्व का योग बनने की राह पर चल पड़ा। 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विश्व योग दिवस का प्रस्ताव रखने के केवल 75 दिनों के अब तक के संयुक्त राष्ट्र संघ के किसी भी प्रस्ताव की स्वीकृति के रिकॉर्ड समय में 47 मुस्लिम देशों के साथ दुनिया के 177 देशों ने विश्व योग दिवस मनाने के सह प्रस्तावक बनकर इस प्रस्ताव को पारित करा दिया, और 21 जून 2015 को सूर्य के संक्रांति काल में उत्तरी गोलार्ध के वर्ष के सबसे बड़े दिन के अवसर पर भारत के योग का डंका दुनिया के 192 देशों में बज गया।
कोई आश्चर्य नहीं, ईश्वर स्वयं युग परिवर्तन की राह आसान कर रहे हों, और युगदृष्टा महर्षि अरविन्द और स्वामी विवेकानंद की बात सही साबित होने जा रही हो ….

यह भी जान लें कि आचार्य श्रीराम शर्मा सहित फ्रांस के विश्वप्रसिद्ध भविष्यवेत्ता नास्त्रेदमस सहित कई अन्य विद्वानों ने भी इस दौर में ही युग परिवर्तन होने की भविष्यवाणी की हुई है। उन्होंने तो यहाँ तक कहा था “दुनिया में तीसरे महायुद्ध की स्थिति सन् 2012 से 2025 के मध्य उत्पन्न हो सकती है। तृतीय विश्वयुद्ध में भारत शांति स्थापक की भूमिका निबाहेगा। सभी देश उसकी सहायता की आतुरता से प्रतीक्षा करेंगे।” नास्त्रेदमस ने तीसरे विश्वयुद्ध की जो भविष्यवाणी की है उसी के साथ उसने ऐसे समय में एक ऐसे महान राजनेता के जन्म की भविष्यवाणी भी की थी, जो दुनिया का मुखिया होगा और विश्व में शांति लाएगा।

क्या वह राजनेता नरेंद्र मोदी हो सकता है, जो दुनिया का मुखिया बनकर विश्व में शांति लाएगा और देश का मान भी बढ़ाएगा !
अब बात योग की। जिसका नाम ही ‘योग’ हो, वह विश्व का योग यानी विश्व को आपस में जोड़ दे तो इसमें आश्चर्य नहीं होगा। ऐसा होता भी नजर आ रहा है। दुनिया बिना किसी शुल्क दिए निरोगी बनने की भारत की राह पर आगे बढ़ रही है, और इस तरह दुनिया में ‘कल्याणकारी राज्य’ की परिकल्पना साकार होने की राह बनती नजर आ रही है। भारत की एक विधा बिना पश्चिम से लौटे न केवल देश वरन दुनिया की जीवन चर्या का अंग बनने जा रही है। अमेरिकी सांसदों और कर्मचारियों ने भारतीय दूतावास के सहयोग से ‘कांग्रेसनल योगी एसोसिएशन’ बनाकर योग को अपने जीवन का अंग बना लिया है। 21 जून से अमेरिका के 100 से अधिक शहरों में योग पर ‘योगाथॉन’ नाम का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। यूरोपीय संघ के केंद्र ब्रसेल्स में योग पर सम्मेलन आयोजित हो चुका है । सिंगापुर में भी करीब 50 स्थानों पर योग के कार्यक्रम हो रहे हैं। भारत के धुर विरोधी चीन में भी 21 जून को वैश्विक योग सम्मेलन आयोजित हो रहा है। यह क्या युग परिवर्तन के संकेत नहीं हैं ?

सूर्य नमस्कार पर मिथ्या भ्रम

ramdevसूर्य नमस्कार-सूर्य को नमस्कार नहीं वरन सात आसनों-प्रणामासन, हस्तोथानासन, पदहस्तासन, अश्व संचालानासन, पर्वतासर, अष्टांगा नमस्कारासन व भुजंगासन का एक समुच्चय है। सूर्य नमस्कार के दौरान इन सात आसनों को पहले क्रमवार शुरू करते हुए बाद में वापसी के क्रम में लौटने का विधान है। इससे पूरे शरीर को अभ्यास मिलता है। योग गुरू बाबा रामदेव के अनुसार, सूर्य नमस्कार करने का अर्थ सूर्य के आगे झुकना नहीं, बल्कि उस आसन से अपने अंदर सूर्य जैसी शक्ति का प्रचार करना है। योग में सूर्य नमस्कार के जरिए शरीर के आठ अंगों से जमीन को छुआ जाता है।

ओम में अल्लाह भी और मुहम्मद भी

Yog4विश्व के सबसे बड़े मदरसे दारुल वलूम देवबंद ने योग को इस्लामी पद्धति के आधार पर यह कहते हुए मान्य घोषित किया है कि इसमें ओम के स्थान पर अल्लाह कह देना चाहिए या खामोश रहना चाहिए। मगर यदि हम ओम को उर्दू या अरबी वर्णमाला के आधार पर जांचें तो उनमें ओम बनता है-‘अलिफ’, ‘वाव ‘और ‘मीम’ से। ‘अलिफ’ अल्लाह का नाम है, ‘वाव’ (वा) का अर्थ होता है ‘और’ तथा ‘मीम’ से तात्पर्य है मुहम्मद ! इसका अर्थ यह हुआ कि ओम में भी इस्लाम धर्म के पैगंबर अल्लाह और मुहम्मद शामिल हैं।

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नवीन जोशी, नैनीताल। यूं माना जाता है कि जब भी सूर्य किसी लंबवत वस्तु या खड़े मनुष्य के ठीक सिर के ऊपर होते हैं, तो उस वस्तु या मनुष्य की छाया सैद्धांतिक तौर पर नहीं दिखाई देती। किंतु ऐसा होता नहीं है। सूर्य कभी भी पूरी तरह ठीक सिर के ऊपर लंबवत नहीं होते, वरन थोड़ा-बहुत इधर-उधर होते हैं, और इस कारण लंबवत खड़ी वस्तुओं की छाया भी थोड़ी-बहुत दिखाई देती है। लेकिन आगामी 21 जून को जब पूरी दुनिया भारत वर्ष के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल और संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुमोदन पर चौथा विश्व योग दिवस मना रही होगी, और खासकर उत्तराखंड अपनी राजधानी देहरादून में योग कर रहे प्रधानमंत्री मोदी के साथ योग कर रहा होगा, तब कर्क रेखा पर स्थित स्थानों पर ऐसा अनूठा पल आएगा, जबकि लंबवत खड़ी वस्तुओं की छाया स्वयं उनमें ही समाहित हो जाएगी और दिखाई नहीं देगी।

यूं यह ‘अयनंत’ कहा जाने वाला पल दिन में कर्क रेखा पर स्थित उज्जैन जैसे स्थानों पर इसका काफी हद तक अनुभव किया जा सकेगा। दुनिया भर के वैज्ञानिक ऐसे खास पलों पर ऐसे अध्ययनों में जुटेंगे। स्थानीय एरीज के वैज्ञानिकों की भी इस पर नजर रहेगी।इसका जिक्र 321-300 ईपू में चंद्रगुप्त मौर्य के सिहांसन पर बैठने के बाद लिखे गए कौटिल्य के अर्थशास्त्र में भी है। 2300 साल पहले ग्रीक वैज्ञानिक अराटोस्थेज ने भी 21 जून के दिन पृथ्वी पर पड़ने वाली छाया को मापने का प्रयास किया था। इस दिन शौकिया वैज्ञानिक दिल्ली में कुतुबमीनार की छाया नापने भी जाते हैं, जो कि इस दिनमात्र 0.9 मीटर की होती है। ऐसा इसलिए कि 21 जून के दिन दोपहर में सूर्य सर्वोच्च ऊंचाई पर होता है। जिस कारण हमारी छायाएं भी वर्ष की सबसे छोटी होती हैं।

धरती झुकने की वजह से हैं दिन-रात, रंग-बिरंगे मौसम

नैनीताल। कहते हैं कि फलों से लदे पेड़ या ज्ञानवान व्यक्ति में झुकने का गुण होता है, जबकि उथले ज्ञान युक्त या आधे जल से भरी गगरी छलकती जाती है। अनेकों गुणों, रस-रसायनों से भरी धरती भी झुकी हुई है, इसीलिए इतने अधिक गुणों व विभिन्नताओं युक्त है। एरीज के सौर वैज्ञानिक वहाब उद्दीन कहते हैं कि धरती अपनी धुरी पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है, इसीलिए पृथ्वी पर बड़े-छोटे दिन रात होते हैं, और मौसम बदलते रहते हैं। यदि धरती इस तरह झुकी ना होती तो वर्ष भर दिन और रात बराबर होते, तथा उत्तरी गोलार्ध में 21 जून को सबसे बड़ा दिन, 23 दिसंबर को सबसे छोटा दिन, 25 दिसंबर को दिन बढ़ना शुरू होने का ‘बड़ा दिन’ और 21 मार्च व 22 सितंबर को दिन व रात बराबर तथा दक्षिणी गोलार्ध में इसका ठीक उलटा न होता। वहीं मौसम न बदलते तो वर्ष भर एक सा मौसम होने से पृथ्वी पर जीवन नीरस होता। एरीज के ही वैज्ञानिक डा. शशिभूषण पांडे इसी विषय में आगे कहते हैं कि पृथ्वी झुकी ना होती तो अंटार्कटिक और आर्कटिक यानी दक्षिणी व उत्तरी ध्रुवों पर बर्फ की जगह संभवतया रेगिस्तान होता।

यह भी पढ़ें : कैदियों-अपराधियों ने चित्त शांति के लिये किया योग, जानें कहाँ ?

हल्द्वानी, 13 अक्तूबर 2018। कुमाऊं की सबसे बड़ी सब जेल-‘हल्द्वानी उप कारागार’ में ‘स्वामी विवेकानंद बाल विकास फाउंडेशन’ के तत्वावधान में शनिवार को ध्यान व योग संस्कारशाला का आयोजन किया गया। जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्या, फाउंडेशन के संस्थास्थापक सुबोध दीक्षित व संस्थाध्यक्ष पवन कुमार दीक्षित के नेतृत्व में संस्कारशाला आयोजित की गई। संस्थाध्यक्ष पवन दीक्षित की ओर से जेल में कैदियों को जागृत मन, चेतन मन व अवचेतन मन के सकारात्मक विचार के बारे में अवगत कराया गया। बताया गया कि जेल में रहने वाले कैदियों व अपराधियों के क्रोधित मन की शांति व जीवन की नई दिशा के लिए संस्कारशाला का आयोजन किया गया। संस्था अध्यक्ष पवन दीक्षित ने बताया कि ध्यान ही एक ऐसा सहारा है, जिससे मन के विचारों को शुद्ध किया जाता है। मन की सभी विपत्तियों को दूर करने का एक मात्र साधन दचयनध्यान व योग है। उन्होंनेे कैदियों को नियमित अपनी दिनचर्या में ध्यान को एकाग्रचित करने का संदेश दिया।

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व्याघ्रासन

नैनीताल। अर्न्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सरोवरनगरी नैनीताल स्थित पंडित गोविंद बल्लभ पंत उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान यानी नैनीताल चिड़ियाघर में अन्य स्थानों से अलग ‘वन योग’ की थीम पर योगिक क्रियाएं की गयीं। इस मौके पर स्वयं चिड़ियाघर के निदेशक, प्रभागीय वनाधिकारी टीआर बीजू लाल ने स्वयं वन्य प्राणियों से प्रेरित यथा राष्ट्रीय पशु शेर से प्रेरित सिंहासन, राष्ट्रीय पक्षी मोर से प्रेरित मयूरासन, बाघ से प्रेरित व्याघ्रासन, टिड्डे पर आधारित शलभासन, ऊंट से प्रेरित ऊष्ट्रासन व अर्ध ऊष्ट्रासन, खरगोश से प्रेरित शशकासन, सांप से प्रेरित भुजंगासन, मगरमच्छ से प्रेरित मकरासन, चमगादड़ से प्रेरित शीर्षासन, कौए से प्रेरित काकासन व मछली से प्रेरित मत्स्यासन के साथ ही प्रकृति से ही संबंधित वृक्षासन व ताड़ासन आदि योग मुद्राओं का प्रदर्शन किया, तथा उपस्थित लोगों को भी यह अभ्यास कराये। साथ ही उन्होंने कहा कि मानव प्रकृति का एक हिस्सा है। वह जितना प्रकृति से जुड़ा रहता है, उतना ही स्वस्थ एवं निरोग रहता है। प्राचीन काल से ही महर्षि पतंजलि एवं अन्य योगाचार्यों ने प्रकृति के अन्य अंगो, वन्य जीवों पर आधारित आसनों के माध्मय से शरीर को स्वस्थ एवं निरोग बनाने के तरीके बताए थे।

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