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March 19, 2024

फिर डराएगा कोरोना ? सप्ताह भर के भीतर ही नए वर्ष में कोरोना से एक और मौत

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नवीन समाचार, देहरादून, 6 जनवरी 2023। उत्तराखंड में सप्ताह भर के भीतर ही नए वर्ष मेंकोरोना से एक और मरीज की मौत हो गई है। नए वर्ष में व सप्ताहभर में कोरोना की वजह से हुई यह दूसरी मौत है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व 1 जनवरी को दून मेडिकल कॉलेज में ही एक अन्य कोरोना संक्रमित की मौत हुई थी। यह भी पढ़ें : स्पा सेंटर में बड़े स्तर पर चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़, दो महिला संचालकों सहित 11 महिलाओं सहित कुल 13 लोगों को गिरफ्तार

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ताजा स्वास्थ्य हेल्थ बुलेटिन के अनुसार दून मेडिकल कालेज में एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है। जबकि देहरादून जनपद में ही कोरोना के पांच नए मामले मिले हैं। अलबत्ता, कोरोना के पांच मरीज स्वस्थ्य भी हुए हैं। राज्य में फिलवक्त कोरोना के 63 सक्रिय मामले हैं। यह भी पढ़ें : युवक को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी प्रेम विवाह की सजा, पत्नी ने भी नहीं दिया साथ, अब मिली उम्रकैद की सजा…

यह भी बताया गया है कि राज्य में कोरोरा संक्रमण की दर 0.62 और मरीजों की स्वस्थ होने की स्वस्थता दर 96 प्रतिशत है। अच्छी बात यह कि प्रदेश में फिलहाल कोराना के नए वैरिएंट का कोई मामला नहीं मिला है। दूसरी ओर कोरोना की आशंका के चलते लोग अब फिर से सतर्कता खुराक लगवाने आ रहे हैं, लेकिन राज्य में वैक्सीन का टोटा है। इससे लोग टीकाकरण केंद्रों से वापस लौट रहे हैं। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। 

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यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में कोरोना से तीन माह बाद मौत…

नवीन समाचार, देहरादून, 1 जनवरी 2023। 2019 में आए कोविड-19 ने तीन वर्ष के बाद भी 2023 के पहले दिन उत्तराखंड में डरावना संकेत दिया है। राज्य में लगभग तीन महीने बाद एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत का मामला सामने आया है। यह भी पढ़ें : नैनीताल: मध्य रात्रि के बाद तक चला हुड़दंगियों का जश्न, सिर भी फूटे… ऐसी रही बीतते साल की आखिरी शाम और नए वर्ष का पहला दिन…

स्वास्थ्य विभाग के ताजा कोरोना बुलेटिन के अनुसार रविवार को 414 नमूनों की जांच रिपोर्ट आई। इसमें देहरादून और नैनीताल जिले में तीन नए संक्रमित मिले। जबकि राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून में एक संक्रमित मरीज की मौत हो गई। इससे पहले 26 सितंबर 2022 को एक मरीज की मौत हुई थी। यह भी पढ़ें : हल्द्वानी: एक कदम और आगे बढ़ी 4000 से अधिक घरों के अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में एक जनवरी से 31 दिसंबर 2022 तक कुल 334 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौतें हुई है। वर्तमान में प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या 34 है। इसमें अधिकतर संक्रमित होम आईसोलेशन में हैं। राज्य संक्रमण दर 0.72 प्रतिशत और स्वस्थ होने की दर 96.01 प्रतिशत दर्ज की गई है।  (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। 

यह भी पढ़ें : नैनीताल तहसील के कोरोना से मृत 23 लोगों के परिजनों का पता नहीं चल पा रहा, आपको पता हो तो बताएं…

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 29 जनवरी 2022। नैनीताल तहसील में कोविड-19 से मृत्यु हुए 23 लोगों के परिजनों की पहचान नहीं हो पा रही है।

संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन ने बताया कि राकेश पंत मल्लीताल, ओम प्रकाश रेहड़ रोड भवाली, नंदन अधिकारी भवाली, मिलन लाल नैनीताल, आशा देवी नैनीताल, आनंद सिंह भंडारी नैनीताल, रुक्मड़ी जॉसेफ नैनीताल, राजेन्द्र सिंह नैनीताल, विनोद कुमार भवाली, सुभाष तल्लीताल, हीरा देवी भीमताल, रेनू नैनीताल, अनिल स्वामी अभय लॉज मल्लीताल, जयंती देवी नैनीताल, नंदी शाह शेरवानी मल्लीताल, कमला आर्या मल्लीताल, गुरदास मल्लीताल, मदन लाल नैनीताल, जाकिर हसन तल्लीताल, गोविंद पंत अयारपाटा, गोपाल चंद्र भीमताल, जगदीश चंद्र भीमताल, मोहित कुमार नैनीताल की पहचान नहीं हो पा रही है।

उन्होंने कहा कि यदि किसी को इनके बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी हो तो वह तत्काल नायब तहसीलदार नैनीताल युगल किशोर पांडे के मोबाइल नंबर 7251827343 या कार्यालय तहसील नैनीताल के दूरभाष नंबर 05942-235459 में सम्पर्क स्थापित करते हुए संबंधितों के संबंध में जानकारी उपलब्ध करा सकते हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : नैनीताल निवासी की कोरोना से मौत, पत्नी भी संक्रमित मिली, माइक्रो कंटेनमेंट जोन बना

North 24 Parganas has 83 micro containment zones, Howrah 76 | Kolkata News  - Times of Indiaडॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 29 नवंबर 2021। जिला मुख्यालय के शेरवुड स्टाफ क्वार्टर निवासी करीब 70 वर्षीय श्रीमंत भटनागर एक व्यक्ति की सोमवार को हल्द्वानी के डीआरडीओ अस्पताल में मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी भी कोरोना संक्रमित पाई गई हैं।

प्रशासन की ओर से बताया गया है वह पिछले 10 दिनों से कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद गत 15 नवंबर को कोरोना के उपचार के लिए चिकित्सालय में भर्ती हुए थे और तभी से आईसीयू में थे।

इसके बाद संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन ने शेरवुड स्टाफ क्वार्टर क्षेत्र के एपी सिंह, प्रदीप भट्ट व पूजा रौतेला के घरों को कोरोना के संक्रमण की संभावना के दृष्टिगत अगले आदेशों तक माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है, और इस क्षेत्र में बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। साथ ही प्रभावित परिवार के संपर्क में आए लोगों की कोरोना जांच कराने के आदेश दिए गए हैं।

शेरवुड नहीं आई, स्वस्थ हैं श्रीमती भटनागर : शेरवुड कॉलेज प्रशासन

इधर शेरवुड कॉलेज प्रशासन की ओर ने बताया गया है कि स्वर्गीय भटनागर उज्जैन मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी शेरवुड कॉलेज में कला विभाग में कार्यरत हैं। इधर 13 नवंबर को वह उज्जैन से आ रहे थे। इसी दौरान उनका स्वास्थ्य खराब हो गया, इस पर उन्हें नैनीताल आए बिना पहले ही चिकित्सालय में भर्ती करा दिया गया। बताया गया है कि श्रीमती भटनागर 13 नवंबर से नैनीताल आई ही नहीं हैं। इसलिए यहां किसी तरह के संक्रमण की संभावना नहीं है। बताया गया है कि उनकी पत्नी स्वस्थ हैं। सोमवार को उनकी ओर से हल्द्वानी में दिवंगत श्रीमंत भटनागर का अंतिम संस्कार कराया गया है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : कोरोना से साथी अधिवक्ता के निधन पर जिला बार ने शोक सभा कर दी श्रद्धांजलि

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 20 जून 2021। कोरोना संक्रमण के कारण अधिवक्ता सुल्तान मलिक का मंगलवार को निधन हो गया। साथी अधिवक्ता के निधन की खबर सुनते ही अधिवक्ताओं में शोक की लहर दौड़ गयी। जिला बार के अधिवक्ताओ ने सुल्तान मालिक के निधन पर गहरा दुख जताते हुवे शोक जताया। अधिवक्ताओं ने कहा कि 46 वर्षीय अधिवक्ता सुल्तान मालिक नैनीताल में ही पले बड़े। उनके पिता मोहम्मद तकी जिला कलक्ट्रेट में वर्षों तक कार्यरत रहे। इस दौरान वह तल्लीताल स्थित बाजार में किराये के मकान में रह।

बाद में वह चिड़ियाघर रोड में अपना खुद का फ्लैट लेकर रह रहे थे। उनकी शुरुवाती शिक्षा बिशप शॉ स्कूल से हुई जिसके बाद उन्होंने डीएसबी से स्नातक करने के बाद अल्मोड़ा से एलएलबी की पढ़ाई की। वर्ष 2000 में वरिष्ठ अधिवक्ता एमए खान के साथ नैनीताल जिला न्यायालय में वकालत शुरू की। वह एनडीपीएस व गैंगस्टर एक्ट के बेहतरीन अधिवक्ता होने के साथ ही बेहतरीन तैराक व बॉक्सर भी थे। वह अपने पीछे पत्नी, 6 वर्षीय बेटी व 2 वर्ष का बेटा छोड़ गये हैं। मंगलवार को हरदोई स्थित उनके पैतृक गांव पाली में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

उनके निधन पर जिला बार एसोसिएशन के अध्य्ाक्ष नीरज साह, सचिव दीपक रुवाली, जिला शासकीय अधिवक्ता सुशील शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता बीसी पाल, डीके मुनगली, भुवन मेलकानी, राजेंद्र पाठक, संजय सुयाल, तरुण चंद्र, उमेश कांडपाल, मनीष कांडपाल, हेमा शर्मा, किरन आर्य, मेघा उप्रेती, स्वाति परिहार, प्रदीप परगाई, रवि आर्य, ओमकार गोस्वामी, अरुण बिष्ट, मनीष जोशी, कैलाश जोशी, हरीश भट्ट, कैलाश बल्यूटिया, संजय कुमार ‘संजू’, अखिलेश साह, दीपक तिवारी, पंकज कुलौरा, बीके सांगुड़ी, राजेश चंदोला, सुनील पंत, जीएस पंत, पूरन जोशी, संजय त्रिपाठी, प्रदीप परगाई, राकेश सुयाल, ललित जोशी, प्रमोद बहुगुणा, पंकज कुमार, घनश्याम पंत, भानु प्रताप मौनी, सुभाष जोशी, प्रमोद कुमार, शिवांशु जोशी, शारिक अली खान, ललित रावत, दीपक तिवाड़ी, दीपक दानू, शंकर चौहान, दयाकिशन पोखरिया, शरत साह, नवीन चंद्र, राजेंद्र परगाई, भरत मेहरा, मो. दानिश, समीर खान, प्रमोद तिवारी, नीरज कुमार, मो. खुर्शीद, प्रमोद कुमार व अनुराग बिसारिया ने गहरा दुख जताकर अपनी शोक संवेदनाये व्यक्त कीं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : कोरोना से अधिवक्ता के निधन से शोक की लहर

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 22 जून 2021। कोरोना की दूसरी लहर के धीमी पड़ने के बावजूद घातकता कम नहीं हुई है। जिला न्यायालय के एक अधिवक्ता सुल्तान मलिक की कोरोना की वजह से असामयिक मौत हो गई है। इससे एक बार फिर न्यायिक जगत के साथ ही आम लोगों में कोरोना के प्रति भय का माहौल बनना तय है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रुप से उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर निवासी 45 वर्षीय अधिवक्ता सुल्तान मलिक करीब 25 दिन पूर्व कोरोना विषाणु के संक्रमण की चपेट में आ गए थे, और तभी से उनका बरेली के भोजीपुरा स्थित राममूर्ति अस्पताल में उपचार चल रहा था। वह अपने पीछे पत्नी व दो बच्चों को रोता बिलखता छोड़ गए हैं। मंगलवार को उनके कोरोना से जंग हारने की खबर से अधिवक्ताओं सहित न्यायिक न्यायिक जगत में शोक छा गया। सोशल मीडिया पर अधिवक्ता उनके निधन पर शोक जता रहे हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : देश में कोरोना के सिमटने के बावजूद मौतों के आंकड़े बढ़ने का खुला राज ! बिहार, महाराष्ट्र के साथ उत्तराखंड भी मौतों के आंकड़े छुपाने में शामिल !!

नवीन समाचार, नई दिल्ली, 13 जून 2021। देश में कोरोना विषाणु के मामले तो कम हो रहे हैं लेकिन, मौतों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसके पीछे एक बड़ा कारण यह आ रहा है कि पिछले 30 दिनों में राष्ट्रीय मृत्यु दर में शामिल होने वाली हर पांच मौतों में लगभग एक मौत पुरानी थी, जोकि पहले रिपोर्ट नहीं की गई थी। दावा किया जा रहा है कि पिछले एक महीने में कम से कम छह राज्य-महाराष्ट्र, उत्तराखंड, बिहार, गोवा, पंजाब, उत्तर प्रदेश लगातार अपने यहां कोरोना से हुई मौतों के आंकड़ों को गलत दिखा रहे थे। अब तक कुल 20 हजार 741 मौतें ऐसी हैं जो पहले दर्ज नहीं की गई थीं। इस बुधवार को राष्ट्रीय मौत का आंकड़ा 6,141 के रिकॉर्ड को छू गया। इनमें से 71 प्रतिशत पहले की मौतें थीं, जिनमें से अधिकांश 3,951 बिहार, 400 महाराष्ट्र और 30 उत्तराखंड में रिपोर्ट की गईं थीं। इससे ये पता चलता है कि राज्यों ने पिछले महीने में 25 दिनों के अपने टैली को अपडेट किया है, जबकि उत्तराखंड ने इसी अवधि में 27 बार ऐसा किया है।
बिहार में पिछले एक महीने में हर चार मौतों में से तीन को सिर्फ एक दिन में यानी 9 जून को जोड़ा गया। इसी तरह महाराष्ट्र में पिछले 30 दिनों में हुई मौतों की आधी से अधिक संख्या पुरानी हैं। वहीं, उत्तराखंड में यह अनुपात 30 फीसदी है। इस कारण देश में अब मौत के मामले एकदम से बढ़ने लगे हैं। इससे ये भी सामने आता है कि अप्रैल और मई के दौरान राज्यों ने मौत के सही आंकड़े नहीं दिए थे। इधर, शनिवार को देश के टैली में कुल 3,302 दैनिक मौतें जोड़ी गईं थी, हालांकि वास्तव में इस दिन केवल 1,316 मौतें ही हुई थीं। इन 3,302 मौतों में से 1,986 पुरानी मौतें थीं, जिन्हें राज्यों ने अब जोड़ा है। इसका मतलब है कि सभी नई मौतों में से 40 प्रतिशत हुई थीं। इसी तरह शुक्रवार को देश के टैली में 4,000 दैनिक मौतें जोड़ी गईं। इस दिन महाराष्ट्र ने 2,213 मौतों का बैकलॉग जोड़ा, उत्तराखंड ने 10 और यूपी ने 4 पुरानी मौतें जोड़ी। इसका मतलब है कि इनमें से 56 प्रतिशत मौतें पुरानी थीं। वहीं, गुरुवार को यह अनुपात 3,410 मौतों में से 45 प्रतिशत था। इसमें महाराष्ट्र में 1,522, गोवा में 1, उत्तराखंड में 14, पंजाब में 3 और यूपी में 1 मौत पूरानी जोड़ी गई थी। महाराष्ट्र ने पिछले एक महीने में 15 हजार 756 पुरानी मौतों को अपनी संख्या में जोड़ा है, जोकि इस अवधि में राज्य द्वारा बताई गई सभी मौतों का 53.5 प्रतिशत है। वहीं, उत्तराखंड ने इसी दौरान 807 मौतों को अपडेट किया, जो कि 30.1 प्रतिशत है। पंजाब और उत्तर प्रदेश भी लगातार अपने मौत के आंकड़ों को अपडेट कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश ने 78 पुरानी मौतों को नए आंकड़ों में जोड़ा है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : दुःखद : माता-पिता के बाद ज्येष्ठ पुत्र का जीवन भी लील गया कोरोना

नवीन समाचार, लालकुआं, 03 जून 2021। नगर के एक समाजसेवी परिवार पर कोरोना बहुत भारी पड़ा है। कोरोना की वजह से नगर के वार्ड नंबर 4 एवं मूलतः हल्दूचौड़ के निवासी समाजसेवी व व्यवसायी मथुरा दत्त भट्ट व उनकी पत्नी के बाद उनके ज्येष्ठ पुत्र की भी मौत हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार व्यवसायी मथुरा दत्त भट्ट की पत्नी की करीब डेढ़ माह पूर्व कोरोना से मृत्यु हो गई थी। इसके करीब एक सप्ताह बाद बीते मई माह में मथुरा दत्त भट्ट का भी कोरोना से निधन हो गया, जबकि अब बृहस्पतिवार सुबह उनके ज्येष्ठ पुत्र महेश भट्ट ने भी हल्द्वानी के एक निजी चिकित्सालय में कोरोना का उपचार कराते हुए दम तोड़ दिया है। इस तरह एक ही परिवार के तीन सदस्यों की कोरोना से मौत दिल को दहलाने वाली है। (डॉ.नवीन जोशी)

यह भी पढ़ें : जिला बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता का कोरोना से निधन

नवीन समाचार, नैनीताल, 12 मई 2021। जिला बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता महेश चंद्र ‘जिज्ञासु’ का कोरोना से निधन हो गया। 63 वर्षीय जिज्ञासु वर्ष 1984 से जिला न्यायालय में अधिवक्ता व्यवसाय के साथ ही नोटरी अधिवक्ता के रूप में भी अपनी सेवाएं देते आ रहे थे। इधर 30 अप्रैल को उनके कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां पिछले चार दिनों से स्वास्थ्य ठीक न होने पर उन्हें चिकित्सकों की सलाह पर आईसीयू में भर्ती किया गया था। इसके बावजूद उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो पाया और बुधवार सुबह उनका निधन हो गया।

वह अपने पीछे पत्नी, दो बेटे व दो बेटियां छोड़ गये हैं। उनकी पत्नी जूनियर हाइस्कूल पटवाडांगर में प्रधानाध्यापिका व उनके बड़े बेटे योगेश पंजाब नेशनल बैंक की रुद्रपुर शाखा में सीनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। उनके असामयिक निधन पर जिला बार एसोसिएशन के अध्य्ाक्ष नीरज साह, सचिव दीपक रूवाली, जिला शासकीय अधिवक्ता सुशील शर्मा, राजेंद्र पाठक, बीसी पाल, डीके मुनगली, संजय सुयाल, तरुण चंद्र, उमेश कांडपाल, मनीष कांडपाल, हेमा शर्मा, किरन आर्य, मेघा उप्रेती, स्वाति परिहार, प्रदीप परगाई, रवि आर्य, ओमकार गोस्वामी, अरुण बिष्ट, मनीष जोशी, कैलाश जोशी, हरीश भट्ट, कैलाश बल्यूटिया, संजय कुमार ‘संजू’, अखिलेश साह, भुवन मेलकानी, दीपक तिवारी, पंकज कुलौरा, बीके सांगुड़ी, राजेश चंदोला, सुनील पंत, जीएस पंत, पूरन चन्द्र जोशी, संजय त्रिपाठी, राकेश सुयाल, ललित जोशी, प्रमोद बहुगुणा, पंकज कुमार, घनश्याम पंत, सुभाष जोशी, प्रमोद कुमार, शिवांशु जोशी, ललित रावत, दीपक तिवाड़ी, डीएस दानू, शंकर चौहान, दयाकिशन पोखरिया, शरत साह, भरत मेहरा, मो. दानिश, नीरज कुमार, मो. खुर्शीद, शारिक अली खान व अनुराग बिसारिया ने गहरा दुख जता अपनी शोक संवेदनाये व्यक्त कीं।

यह भी पढ़ें : युवा व्यवसायी का कोरोना से निधन

नवीन समाचार, नैनीताल, 9 मई 2021। नगर के एक युवा व्यवसायी रविवार को कोरोना के विरुद्ध युद्ध हार गए। नगर के भोटिया मार्केट में गिफ्ट आइटम्स की दुकान चलाने वाले हंसमुख व मिलनसार 44 वर्षीय प्रताप राणा बीते करीब 10 दिनों से हल्द्वानी के सुशीला तिवारी चिकित्सालय में कोरोना का उपचार करा रहे थे, जहां रविवार की सुबह उनका निधन हो गया। इस बीच उन्हें प्लाज्मा भी चढ़ाया गया था। तीन भाइयों में सबसे छोटे प्रताप अपने पीछे पिता, दो भाइयों, पत्नी एवं दो बेटियों को रोता-बिलखता छोड़ गए हैं। यहां यह कहना समीचीन है कि कोरोना से मृत्यु की खबरों से व्यथित होने की जगह कोरोना के विरुद्ध जंग में अधिक सकारात्मकता से जुटने की आवश्यकता है, ताकि बार-बार ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

यह भी पढ़ें : एरीज के उत्तराखंड मूल के पहले निदेशक डॉ. पांडे का कोरोना से असामयिक निधन

नवीन समाचार, नैनीताल, 23 अप्रैल 2021। मुख्यालय स्थित एरीज यानी आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान के सेवानिवृत्त निदेशक डॉ. अनिल पांडेय का शुक्रवार सुबह हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में कोरोना की वजह से असामयिक निधन हो गया। बताया गया है कि वह अन्य बीमारियों से ग्रस्त होने के साथ ही कोरोना संक्रमित भी पाए गए थे। एरीज के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शशिभूषण पांडे ने बताया कि वह सेवानिवृत्ति के बाद हल्द्वानी की अमलतास कॉलॉनी कमलुवागांजा व नवाबी रोड में रहते थे। इधर 12-13 अप्रैल से उन्हें समस्या होनी प्रारंभ हुई। इस पर वह चार दिन पहले हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गए थे। 21 अप्रैल को उन्होंने एरीज के एक चिकित्सक से बात भी की थी। लेकिन 22 अप्रैल की रात्रि ही उन्हें वेंटीलेटर में डाल दिया गया और आज शुक्रवार की सुबह 6 बजे उनका असामयिक निधन हो गया।
डा. शशिभूषण ने बताया कि स्वर्गीय डॉ. अनिल ऐरीज के सेवानिवृत्त के बाद सर्वाधक सक्रिय वैज्ञानिकों में शामिल थे। पिछले 6 माह में उनके कम से कम चार अंतराष्ट्रीय शोध आलेख प्रकाशित हुए थे। लिहाजा उनका निधन देश के खगोेल विज्ञान सहित पूरे वैज्ञानिक जगत के लिए बड़ी व अपूरणीय क्षति है। वर्ष 2013 में एरीज के कार्यकारी निदेशक एवं मार्च 17 से नवंबर 18 तक पूर्ण निदेशक रहे डॉ. अनिल उत्तराखंड मूल के पहले वैज्ञानिक थे, जो स्थानीय डीएसबी परिसर से पढ़ाई करने के बाद एरीज जैसे बडे केंद्रीय वैज्ञानिक संस्थान में शीर्ष पद पर पहुंचे थे। एरीज में ऐशिया की सबसे बड़ी 3.6 मीटर व्यास की ‘देवस्थल ऑप्टिकल टेलीस्कोप‘-डॉट व चार मीटर व्यास की लिक्विड मिरर टेलीस्कोप-एलएमटी लगाने एवं दुनिया की सबसे बड़ी प्रस्तावित ‘थर्टी मीटर टेलीस्कोप’-टीएमटी के लए भारत की ओर आधार संरचना तैयार करने सहित अन्य वैज्ञानिक गतिविधियों में उनकी उल्लेखनीय भूमिका रही है। राष्ट्रीय विज्ञान एकादमी के फैलो भी रह डा. पांडे तरुण वैज्ञानिक पुरस्कार तथा विक्रम साराभाई अवार्ड से भी सम्मानित रहे हैं। अब तक उनके 150 से अधिक शोध पत्र विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। वह अपने पीछे पत्नी माता व पुत्र को रोता-बिलखता छोड़ गए।

यह भी पढ़ें : कोरोना ने छीन लिया नगर का एक प्रतिभासम्पन्न शिक्षक..

नवीन समाचार, नैनीताल, 22 अप्रैल 2021। जानलेवा साबित हो रहे कोरोना ने बृहस्पतिवार को नगर के युवा होनहार, प्रतिभासम्पन्न अध्यापक को छीन लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के ऑल सेंट्स कॉलेज में कंप्यूटर के शिक्षक तल्लीताल निवासी 49 वर्षीय पंकज वर्मा को चार दिन पूर्व कोरोना का संक्रमण पाए जाने के बाद होम आइसोलेट किया गया था। तब से वह घर से कोरोना का उपचार करा रहे थे। लेकिन इधर बृहस्पतिवार सुबह सीने में दर्द की शिकायत होने पर परिजन उन्हें उपचार के लिए बीडी पांडे जिला चिकित्सालय ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
स्वर्गीय पंकज वर्मा अपने पीछे पत्नी एवं सेंट जोसफ कॉलेज में पढ़ने वाले दोे पुत्रों आदि को रोता-बिलखता छोड़ गए हैं। साथ ही उनके निधन से नगर के शिक्षा जगत एवं उनके परिचितों व रिश्तेदारों में भी शोक की लहर है।

यह भी पढ़ें : 26 वर्षीय युवक व 30, 32, 35 वर्षीय युवतियों सहित आज 37 ने कोरोना से तोड़ा दम, मृतकों में कम उम्र युवतियां अधिक !

नवीन समाचार, नैनीताल, 17 अप्रैल 2021। जानलेवा साबित होते हुए कारोना ने शनिवार को 37 जीवन लील लिए। राज्य के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार आज एम्म ऋषिकेश में 30 वर्षीय महिला सहित दो, दून मेडिकल कॉलेज में 40 वर्षीय महिला सहित दो, एसटीएच हल्द्वानी में
मरने वालों में 26 वर्षीय युवक तथा 32 व 35 वर्षीय महिलाओं सहित 16, हिमालयन हॉस्पिटल देहरादून में 43 वर्षीय पुरुष सहित तीन, मिलिटरी हॉस्पिटल देहरादून में 54 वर्षीय व्यक्ति सहित तीन, श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में 45 वर्षीय महिला सहित दो तथा अरिहंत हॉस्पिटल दून, मेडिसिटी हॉस्पिटल रुद्रपुर, साई हॉस्पिटल हल्द्वानी, बृजलाल हॉस्पिटल हल्द्वानी, जिला अस्पताल नरेंद्रनगर, में एक तथा जिला अस्पताल चमोली व गोपेश्वर में 40, 46, 51 व 59 आदि उम्रों के एक-एक व्यक्तियों की मौत हुई है। यह भी देखा जा रहा है कि मरने वालों में कम उम्र की महिलाओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले अधिक देखी जा रही है।

यह भी पढ़ें : कुमाऊं में 13 सहित उत्तराखंड में बीते 24 घंटों में कोरोना से 30 मौतें… अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा..

नवीन समाचार, नैनीताल, 17 अप्रैल 2021। उत्तराखंड एवं कुमाऊं में कोरोना भयावह होता जा रहा है। डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डा. अरुण जोशी के हवाले से आई रिपोर्ट के अनुसार कुमाऊं मंडल के एकमात्र कोविद केयर सेंटर एसटीएच में 13 मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई। यह अब तक एक दिन में मौतों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसमें एक 26 वर्षीय युवक तथा पिथौरागढ़, बनबसा, काशीपुर के मरीज भी शामिल है। ये सभी कोरोना संक्रमण के साथ ही डायबिटीज व अन्य बीमारियों से ग्रस्त थे। रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल में कोरोना संक्रमित 170 मरीज भर्ती हो चुके हैं। इनमें से 40 की हालत गंभीर है। खास बात यह है कि इन 13 मौतों के आंकड़े शनिवार के राज्य के हेल्थ बुलेटिन में शामिल नहीं हैं।

वहीं राज्य के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटों में राज्य में 17 संक्रमितों की मौत हुई है। इनमें एम्स ऋषिकेश में 40 व 76 वर्षीय महिलाएं तथा 70 व 71 वर्षीय पुरुष, दून मेडिकल कॉलेज में 53 व 78 वर्षीय पुरुषों, श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में 70 वर्षीय महिला व 80 वर्षीय बुजुर्ग, कैलाश अस्पताल देहरादून में 59 व 71 वर्षीय पुरुष, हिमालयन हॉस्पिटल दून में 22 वर्षीय युवक, अरिहंत हॉस्पिटल दून में 74 वर्षीय महिला, मैक्स हॉस्पिटल में 78 वर्षीय बुजुर्ग, मिलीटरी हॉस्पिटल रुड़की में 85 वर्षीय महिला तथा रुद्रपुर के जिला अस्पताल में 38 वर्षीय महिला व 71 वर्षीय बुजुर्गों की मौत हुई है।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में बीते 24 घंटों में 24, 35 व 41 वर्षीय महिलाओं सहित हल्द्वानी में 6 संक्रमितों की कोरोना से मौत

नवीन समाचार, नैनीताल, 15 अप्रैल 2021। कोरोना का संक्रमण जानलेवा होने के साथ भयावह होता जा रहा है। बृहस्पतिवार को जारी राज्य में हेल्थ बुलेटिन के अनुसार 9 संक्रमितों की मौत हुई है, इनमें एम्स ऋषिकेश में 65 वर्षीय महिला, दून मेडिकल कॉलेज में 77 वर्षीय बुजुर्ग तथा 35 व 51 वर्षीय महिला, कैलाश हॉस्पिटल देहरादून में 64 व 65 वर्षीय दो बुजुर्गों, उजाला हॉस्पिटल काशीुपर में 63 व 71 वर्षीय बुजुर्गों तथा हिमालयन हॉस्पिटल में एक 24 वर्षीय युवती की मौत हो गई है।
वहीं एसटीएच हल्द्वानी प्रशासन की ओर से बताया गया है कि बीते 24 घंटों में एसटीएच हल्द्वानी में छह मरीजों की मौत हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसर इन 6 में से तीन मरीजों की मौत अस्पताल पहुंचने के 24 घंटे के भीतर हो गई। डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डा. अरुण जोशी ने बताया कि अस्पताल में कोरोना संक्रमित 157 मरीज भर्ती हैं। इसमें से 45 मरीज गंभीर हैं और 10 मरीजों को वेंटीलेटर में रखा गया है। वहीं आज पीरूमदारा के 72 वर्षीय, हल्द्वानी पीलीकोठी निवासी 82 वर्षीय और किच्छा निवासी 80 वर्षीय बुजुर्गों की मौत हुई। इन सभी को एक दिन पूर्व ही यानी 14 अप्रैल को भर्ती किया गया था। ये सभी कई अन्य बीमारियों के साथ ही कोरोना संक्रमित भी पाए गए थे। इनके अलावा गैरसैंण चमोली के 55 वर्षीय मरीज को 12 अप्रैल को भर्ती किया गया था। उसकी भी आज एसटीएच में उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं हल्द्वानी बिठोरिया के मधुमेह सहित कुछ अन्य बीमारियों से ग्रस्त 49 वर्षीय एवं दमुवाढूंगा के निमोनिया से भी ग्रस्त 80 वर्षीय मरीज की भी बृहस्पतिवार वार को मौत हो गई।

यह भी पढ़ें : कुंभ मेले में आए एक महामंडलेश्वर संत की कोरोना से मौत..

नवीन समाचार, देहरादून, 15 अप्रैल 2021। हरिद्वार में कोरोना संक्रमित महामंडलेश्वर संत कपिल देवदास की मौत हो गई है। वह कुंभ स्नान के लिए चित्रकूट से हरिद्वार आए थे। इस बीच कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से उनका स्वास्थ्य खराब हो गया। इस पर उन्हें देहरादून स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां बृहस्पतिवार को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि महाकुंभ के दौरान होने वाली यह किसी संत की पहली मौत है। बताया जा रहा है कि महामंडलेश्वर की मौत बुधवार को ही हो चुकी थी।
उल्लेखनीय है कि पिछले 72 घंटे में अकेले हरिद्वार में 1,500 से भी ज्यादा पॉजिटिव मामले हरिद्वार के कुंभ मेला क्षेत्र से ही सामने आए हैं और कई लोगों की जान गई है, जबकि सैकड़ों की संख्या में लोगों की रिपोर्ट आनी अभी शेष है।
उधर देश में कोरोना की स्थिति बेकाबू होती दिख रही है। बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के रिकॉर्ड 2,00,739 नए मामले सामने आए हैं। यह महामारी फैलने के बाद का एक दिन का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इन 24 घंटों में 1,038 मरीजों की मौत भी हुई है।

यह भी पढ़ें : आज हल्द्वानी में 44 वर्षीय युवक व 57 वर्षीय महिला सहित पांच की मौत, दून में 7 की मौत

नवीन समाचार, नैनीताल, 13 अप्रैल 2021। उत्तराखंड में मंगलवार को इस वर्ष के सर्वाधिक 13 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है। इनमें से पांच की मौत एसटीएच हल्द्वानी में, पांच की हिमालयन हॉस्पिटल देहरादून में, दो की कैलाश हॉस्पिटल दून में व एक ही एम्स ऋषिकेश में हुई है। एसटीएच में मरने वालों में 44 वर्षीय युवक व 57 वर्षीय महिला के साथ ही 76, 80 व 90 वर्षीय बुजुर्ग भी शामिल हैं, जबकि हिमालयन हॉस्पिटल में 44, 56, 57, 68 व 74 वर्षीय पुरुष, कैलाश हॉस्पिटल में 63 व 64 वर्षीय बुजुर्ग तथा एम्स में 75 वर्षीय बुजुर्गों की मौत हुई है।

यह भी पढ़ें : पंचतत्व में विलीन हुए स्वर्गीय एसपी राजीव मोहन, पुलिस विभाग ने बेहद भावपूर्ण श्रद्धांजलि

नवीन समाचार, नैनीताल, 20 जनवरी 2021। नैनीताल जनपद के पुलिस अधीक्षक यातायात, 2009 बैच के 39 वर्षीय पीपीएस अधिकारी राजीव मोहन का मंगलवार को कोरोना के संक्रमण के कारण निधन हो गया था। शुक्रवार को बेहद गमगीन माहौल में रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। बताया गया है कि मृत्यु से पूरी जांच में वह कोविड नेगेटिव आ गए थे। जिस वजह से उनके शरीर को हल्द्वानी लाया जा सका। उनके चचेरे भाई रजत व 10 साल के बेटे हर्ष ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान जनपद की एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी की अगुवाई में पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
देखें स्वर्गीय राजीव मोहन को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए नैनीताल पुलिस की पोस्ट :

उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय राजीव गत 29 दिसंबर को कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद उन्हें हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान उन्हें दो यूनिट प्लाज्मा भी चढ़ाया गया था। फिर भी उच्च रक्तचाप, मधुमेह, न्यूमोनिया व सांस लेने में दिक्कत के कारण उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं आया तो उन्हें चार जनवरी को दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्जी कराया गया था। फिर भी इधर कुछ दिनों से स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने पर उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हल्द्वानी से लेकर दिल्ली तक 24 दिनों तक मौत से जंग लडने के बाद मंगलवार दोपहर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके असामयिक निधन के समाचार से पूरे राज्य के पुलिस विभाग में शोक की लहर है। उनकी गिनती सरल स्वभाव व इमानदार छवि वाले अफसर की थी। नैनीताल जनपद के जिला शासकीय अधिवक्ता सुशील कुमार शर्मा ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में बेहतर विवेचना से अनेक अपराधियों को सजा मिल पाई।

यह भी पढ़ें : आज कोरोना से आठ मौतें, इनमें खटीमा-ओखलकांडा के ब्लॉक प्रमुख भी शामिल

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 04 जनवरी 2021। बीते 24 घंटों में आठ लोगों की कोरोना की वजह से मौत हुई है। मृतकों में खटीमा और ओखलकांडा में ब्लॉक प्रमुख के पद पर रहे व इधर खटीमा में रह रहे आनंद आर्य (52) पुत्र संतोष राम आर्य भी शामिल हैं। आर्य खटीमा में 2002 और ओखलकांडा में 2013 में ब्लॉक प्रमुख चुने गए थे।

पूर्व ब्लॉक प्रमुख आनंद आर्य का निधनबीती नौ दिसंबर को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसके बाद से आर्य होम आइसोलेट थे। घर में हालत बिगड़ने पर उन्हें 25 दिसंबर को खटीमा से रुद्रपुर रेफर किया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था। एक जनवरी को हालत में सुधार नहीं होने पर आर्य को हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। जहां तीन जनवरी की शाम को आर्य ने दम तोड़ दिया। पूर्व प्रमुख आर्य अपने पीछे पत्नी मुन्नी आर्य, पुत्री काजल आनंद, मयंक, देवेश, ब्रजेश को रोता बिलखता छोड़ गए हैं। सोमवार को आर्य का हल्द्वानी में ही कोविड के नियमों के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया। खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व प्रमुख के निधन पर शोक जताया है।

यह भी पढ़ें : कोरोना ने ली उत्तराखंड के एक उच्चाधिकारी की जान

नवीन समाचार, देहरादून, 24 दिसम्बर 2020। बृहस्पतिवार को कोरोना ने उत्तराखंड के एक उच्चाधिकारी की जान ले ली। राज्य के पेयजल निगम के प्रबंध निदेशक विपिन चंद्र पुरोहित (57 वर्ष) का बृहस्पतिवार को एम्स ऋषिकेश में कोविड उपचार के दौरान शाम करीब साढ़े सात बजे निधन हो गया। उन्होंने 7 दिसंबर को बुखार और सांस लेने में तकलीफ होने पर अपना कोविड परीक्षण कराया था, जिसकी रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आने पर उन्हें 8 दिसंबर को कोविद-19 के संक्रमण की पुष्टि होने पर एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। बताया गया है कि वे हाइपरटेंशन के साथ साथ टाइप 2 डाइबिटीज से भी ग्रसित थे।

यह भी पढ़ें : वरिष्ठ पत्रकार की रात में कोरोना से मौत, परिजनों-पत्रकारों ने उठाई रात में हो रही कोरोना से मौतों की जांच की मांग…

नवीन समाचार, पिथौरागढ़, 16 दिसंबर 2020। शहर के वरिष्ठ पत्रकार डा. दीपक उप्रेती की कोरोना से हुई मौत के मामले की पिथौरागढ़ के पत्रकारों ने जांच की मांग शुरू कर दी है। पत्रकारों ने जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे से निष्पक्ष जांच की मांग की है। पत्रकारों ने दावा किया है कि उप्रेती के इलाज में किसी स्तर से बड़ी लापरवाही हुई है। यही लापरवाही उनकी असमय मौत का कारण बना है।
कोरोना के चलते वरिष्ठ पत्रकार डॉ.दीपक उप्रेती का निधन हुआ, पत्रकारों में  शोक की लहर – चम्पावत खबरपत्रकारों का कहना है कि आठ दिसम्बर को डा. उप्रेती को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसी दिन उनके कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद 12 दिसम्बर की सुबह अस्पताल प्रबंधन ने उनके निधन की सूचना दी। इससे पहले 11 दिसम्बर को डा. उप्रेती ने कई लोगों से मोबाइल से संपर्क कर लंबी बातचीत की थी। पत्रकारों का यह भी कहना है कि डा. उप्रेती के परिजन उनके इलाज में लापरवाही की बात पर अडिग हैं। कहा कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। पत्रकारों का यह भी कहना है कि पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना मरीजों के साथ भेदभाव कर रहा है। अभी तक हुई कोरोना मरीजों की मौत रात में ही हुई है। यह भी उप्रेती के इलाज में मौत की गवाह बन रही है। इस मौके पर विजय वर्धन उप्रेती, मयंक जोशी, राजेश पंगरिया, दीपक कापड़ी, अशोक पाठक, सुशील खत्री, राकेश पंत, दीपक गुप्ता, विपिन गुप्ता, पंकज पांडे आदि मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें : बेहद दुःखद : जिला चिकित्सालय के पूर्व पीएमएस डा. साह का कोरोना से निधन…

नवीन समाचार, नैनीताल, 14 दिसम्बर 2020। बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में 17 वर्ष तक, एवं आखिरी 6 माह प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक रहते हुए 21 जनवरी 2019 को सेवानिवृत्त हुए डा. कैप्टन राजेश साह का सोमवार सुबह कोरोना की वजह से हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में असामयिक निधन हो गया है। वे स्वयं ‘छाती रोग विशेषज्ञ’ थे। उनकी पत्नी डा. विनीता साह भी मुख्यालय में बीडी पांडे जिला महिला चिकित्साल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक तथा बाद में अल्मोड़ा जिले की मुख्य चिकित्सा अधिकारी रहने के बाद वर्तमान में देहरादून स्वास्थ्य निदेशालय में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। जबकि एक पुत्र बीएसएफ में अधिकारी एवं दूसरे दिल्ली में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 61 वर्षीय स्वर्गीय साह को गत शनिवार यानी 12 दिसंबर को जांच में कोरोना की पुष्टि हुई थी। किंतु उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे, यानी वे एसिम्प्टोमैटिक थे। लेकिन 13 दिसंबर को उन्हें लक्षण महसूस हुए। इस पर उन्होंने हल्द्वानी के एक विशेषज्ञ चिकित्सक से उपचार लिया। इसके बावजूद रात्रि में उन्हें फेफड़ों में समस्या आने लगी। इस पर सोमवार सुबह करीब आठ बजे उन्हें हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां करीब 15 मिनट बाद ही उन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। उनके निधन से मुख्यालय में जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों सहित आम जन में भी शोक की लहर छा गई है। जिला चिकित्सालय के पीएमएस डा. केएस धामी एवं डा. आरके वर्मा सहित अन्य चिकित्सकों ने उनके निधन पर गहरा शेाक व्यक्त किया है।

यह भी पढ़ें : आज हल्द्वानी में 28 वर्षीय युवती सहित 6 कोरोना संक्रमितों की गई जान..

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 23 नवम्बर 2020। जनपद में सोमवार को कोरोना ने चिंताजनक तस्वीर पेश की। एसटीएच में भर्ती 86 संक्रमितों में से छह संक्रमितों की सोमवार को जान चली गई। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. अरुण जोशी ने बताया कि मृतकों में हल्द्वानी निवासी 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला शामिल है। जिसे कोरोना के साथ-साथ सांस की बीमारी, डायबिटीज, निमोनिया भी था। इसके अलावा ब्लड प्रेशर, सांस और किडनी की समस्या से जूझ रहे रानीखेत के 67 वर्षीय बुजुर्ग, नैनीताल बीडी पांडे अस्पताल से रेफर 85 वर्षीय बुजुर्ग, हार्ट की बीमारी से ग्रसित धारचूला निवासी 90 साल के बुजुर्ग, पिथौरागढ़ के 64 वर्षीय बुजुर्ग और अल्मोड़ा की 28 साल की युवती की भी मौत हुई है।

यह भी पढ़ें : बड़ी साजिश ? उत्तराखंड में कोरोना से 89 संक्रमितों की मौतें छुपाई गईं, हुआ खुलासा

नवीन समाचार, देहरादून, 17 अक्टूबर 2020। जी हां, उत्तराखंड में कोरोना के 89 संक्रमितों की मौतों को विभिन्न चिकित्सालयों ने छुपाया। आज इसका खुलासा होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने आंकड़ों को सुधारा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कल जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार उत्तराखंड में कुल 829 मौतें दर्शायी गईं। वहीं आज 6 मौतों के बाद मृतकों का आंकड़ा 924 बताया गया है। यह भी बताया गया है कि अब तक विभिन्न चिकित्सालयों ने 89 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा अब तक छुपाया था। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इन चिकित्सालयों ने समय पर कोरोना मरीजों की मौत के आंकड़े नहीं दिए। कैलाश हॉस्पिटल देहरादून ने 28 मौतों के मामले छुपाए। इसी तरह श्री महंत इंदिरेश हॉस्पिटल देहरादून ने 24 मौतों, एम्स ऋषिकेश ने 2, राजकीय दून मेडिकल कॉलेज ने 21, हिमालयन हॉस्पिटल ने 5, मैक्स हॉस्पिटल ने 2, विनय विशाल हॉस्पिटल रूडकी ने 2, जाया मैक्सवेल हॉस्पिटल हरिद्वार ने 2 एवं जिला चिकित्सालय रुद्रपुर ने 3 मौतों को छुपाया था।

यह भी पढ़ें : नैनीताल निवासी जिला उद्योग केंद्र के पूर्व जिला प्रबंधक की कोरोना से मौत

नवीन समाचार, नैनीताल, 5 अक्टूबर 2020। जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त हुए किशन सिंह भाकुनी की सोमवार सुबह तड़के कोविद समर्पित एसटीएच हल्द्वानी में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। वे 66 वर्ष के थे। नगर में डीएसबी परिसर के पास रहने वाले स्वर्गीय भाकुनी अपने पीछे शिक्षा विभाग में प्रशासनिक अधिकारी रही पत्नी कलावती भाकुनी, मनेसर हरियाणा में एचआर मैनेजर पद पर कार्यरत पुत्र हिमांशु एवं विवाहिता पुत्री सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उल्लेखनीय है कि इस प्रकार नगर के 4 लोग कोरोना की वजह से देह त्याग कर चुके हैं।
प्राप्त जानकारी के दौरान पूर्व में स्वास्थ्य खराब होने पर वह बीडी पांडे जिला चिकित्सालय दिखाने के लिए गए थे। तब उन्हें घर भेज दिया गया था। लेकिन दो-तीन दिन बाद स्वास्थ्य और बिगड़ने पर उनकी कोरोना जांच की गई, जिसमें उन्हें कोरोना की पुष्टि हुई। इस पर उन्हें एसटीएच भेज दिया गया था। उनके निधन पर नगर में शोक व्याप्त हो गया है।

यह भी पढ़ें : बिग ब्रेकिंग नैनीताल: महिला को 8-10 दिन से बुखार था, जांच नहीं कराई, अस्पताल पहुंचते ही हुई मौत, अब जांच में निकला कोरोना

नवीन समाचार, नैनीताल, 3 अक्टूबर 2020। बुखार होने पर लापरवाही और उपचार न कराना भारी पड़ गया। शनिवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे नगर के आवागढ़ क्षेत्र निवासी एक 58 वर्षीया महिला की कोरोना की वजह से मौत हो गई। दुर्भाग्यपूर्ण है कि महिला को करीब एक सप्ताह से बुखार था। लेकिन उसे आज पहली बार बीडी पांडे जिला चिकित्सालय लाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महिला किसी तरह स्वयं चल कर ही परिजनों के साथ घर से आई, लेकिन चिकित्सालय पहंुचते ही चक्कर खाकर गिर पड़ी और उसकी मौत हो गई। इस पर चिकित्सालय प्रशासन ने उसकी कोरोना जांच कराई, जिसमें उसे कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद जिला प्रशासन के द्वारा ऐहतियात के साथ महिला का अंतिम संस्कार कराया गया।
बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. केएस धामी ने बताया कि महिला को मृत अवस्था में जिला चिकित्सालय लाया गया था। इधर बताया गया है कि महिला के एक पुत्र एवं एक पुत्री हैं। उनके पति भारतीय स्टेट बैंक की मल्लीताल शाखा से पांच-छह वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त हुए हैं।
गौरतलब है कि सरकार की नियमों में शिथिलता के साथ ही शासन-प्रशासन भी कोरोना के प्रति अब पूरी तरह लापरवाह हो गया है। साथ ही लोग चिकित्सालयों में व्याप्त असुविधाओं के कारण लक्षण होने पर भी अपनी जांच नहीं करा रहे हैं, अथवा घर पर ही इलाज करा रहे हैं। सामाजिक दूरी और मास्क न पहनने पर पुलिस भी अब कार्रवाई नहीं कर रही है। इससे लोग भी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। जांचें कम होने से पॉजिटिवों की संख्या भी पिछले कुछ दिनों में घट रही है, जबकि मौतों की संख्या यथावत है। लिहाजा कोरोना का खतरा अभी बरकरार है।

यह भी पढ़ें : दुःखद : हल्द्वानी बार के पूर्व सचिव की कोरोना से मौत, अधिवक्ता जगत स्तब्ध, किसी को विश्वास नहीं हो रहा

नवीन समचार, नैनीताल, 24 सितंबर 2020। हल्द्वानी बार के पूर्व सचिव दिनेश मेहता की कोरोना से मौत हो गई है। डीलडौल एवं शारीरिक रूप से काफी मजबूत व स्वस्थ माने जाने वाले मेहता के इस तरह अचानक कोरोना की वजह से मौत के समाचार से नैनीताल जनपद का अधिवक्ता जगत स्तब्ध हो गया है। किसी को विश्वास नहीं हो रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 48 वर्षीय मेहता को चार दिन पूर्व बुखार आया था। बाद में सांस लेने में भी दिक्कत होने पर वह एसटीएच हल्द्वानी में स्वयं ही स्कूटर से जाकर भर्ती हुए थे। इस पर उनका कोरोना जांच हुई और कोरोना की पुष्टि हुई। बुधवार को उनका रुद्रपुर के किसी व्यक्ति से प्लाज्मा ट्रांसप्लांट भी हुआ था। इसके बावजूद स्वास्थ्य बिगड़ने पर बृहस्पतिवार सुबह उन्हें उपचार के लिए दिल्ली ले जाया जा रहा था। जहां सुबह करीब पांच बजे रामपुर के पास उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके बाद उनके साथ गए दो भाइयों की मौजूदगी में हल्द्वानी के राजपुरा स्थित श्मशान घाट में उनका प्रशासनिक मौजूदगी में ऐहतियात के साथ अंतिम संस्कार किया जा रहा है। बताया गया है कि बिठौरिया में रहने वाले उनके संयुक्त परिवार में दो भाई एवं पत्नी व दो बच्चे हैं। पत्नी-बच्चों को अभी घटना की जानकारी नहीं दी गई है।

यह भी पढ़ें : सचिवालय के अनु सचिव व सीएम के ओएसडी की पत्नी के बाद अब सीएम के ओएसडी की कोरोना से मौत

मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल सिंह रावत का हुआ कोरोना से निधन  नवीन समाचार, देहरादून, 22 सितंबर 2020। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ओएसडी गोपाल सिंह रावत का मंगलवार को निधन हो गया। कोरोना से पीड़ित रावत का उपचार चल रहा था। उनके निधन पर सीएम समेत तमाम लोगों ने शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वयं सोशल मीडिया में इसकी जानकारी दी है। उन्होंने इसे व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा कि रावत योग्य अधिकारी थे। उन्होंने साथ ही स्व. गोपाल सिंह रावत के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व सचिवालय में तैनात अधिकारी अनु सचिव हरि सिंह और मुख्यमंत्री के ओएसडी उर्बा दत्त भट्ट की पत्नी की भी कोरोना से मौत हो चुकी है।

यह भी पढ़ें : कोरोना अपडेट : हल्द्वानी में कोरोना संक्रमित गर्भवती सहित चार की मौत

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 11 सितंबर 2020। कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के साथ शुक्रवार को जिले में 110 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं डॉ. सुशीला तिवारी कोविड अस्पताल में भर्ती कुमाऊं भर के चार लोगों की मौत हो गई है। एसटीएच के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अरुण जोशी के अनुसार मिर्गी की दिक्कत के साथ ही निमोनिया से बीमार बाजपुर निवासी 34 वर्षीय गर्भवती महिला कोरोना संक्रमित हो गई थी। उसे साढ़े चार माह का गर्भ भी था। गंभीर स्थिति में उसे आईसीयू में भी रखा गया था। उसने शुक्रवार को दम तोड़ दिया। साथ ही डायलिसिस पर चल रहे पिथौरागढ़ के 74 वर्षीय कोरोना संक्रमित बुजुर्ग एवं काशीपुर निवासी 95 साल के बुजुर्ग व रुद्रपुर निवासी 55 साल के कोरोना संक्रमित की भी मृत्यु हुई है। इन्हें कई अन्य बीमारियां भी थी।
इधर शुक्रवार को जिले में 110 नए मामले आने के साथ एसटीएच में कोरोना संक्रमित 240 मरीज भर्ती हैं। इसमें 100 मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है। एमएस डॉ. जोशी ने बताया कि ये मरीज ऑक्सीजन में हैं। वहीं 18 संदिग्ध मरीज भी आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं।

यह भी पढ़ें : जनपद में 6 माह के बालक व 22 वर्षीय युवक सहित पांच की मौत..

नवीन समाचार, नैनीताल, 06 सितंबर 2020। कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। रविवार को नैनीताल जिले में 335 लोगों की जांच रिपोर्ट में 39 नए मामले सामने आए। जबकि डॉ. सुशीला तिवारी कोविड अस्पताल में छह साल के मासूम समेत पांच लोगों की मौत हो गई।
चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अरुण जोशी के अनुसार हल्द्वानी के तीनपानी निवासी छह वर्षीय बच्चा कोरोना संक्रमित होने के साथ ही निमोनिया व दिमाग में सूजन की परेशानी से जूझ रहा था। आज इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। साथ ही हल्द्वानी के ही डहरिया निवासी मधुमेह से ग्रस्त 76 वर्षीय बुजुर्ग, रामनगर के निमोनिया, सेप्टीसीमिया से ग्रस्त 22 वर्षीय युवक, खटीमा निवासी सांस रोग से ग्रस्त 84 वर्षीय बुजुर्ग एवं रुद्रपुर निवासी मधुमेह से ग्रस्त 56 वर्षीय मरीजों की मौत हो गई है।

यह भी पढ़ें : हल्द्वानी में वरिष्ठ चिकित्सक की पत्नी सहित तीन कोरोना संक्रमितों की मौत

नवीन समाचार, नैनीताल, 4 सितंबर 2020। शुक्रवार को नैनीताल जिले में 131 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। जबकि कोविद समर्पित डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार करा रहे शहर के वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक की 67 वर्षीया पत्नी सहित तीन कोरोना संक्रमित मरीजों ने दम तोड दिया। उन्हें 15 अगस्त को भर्ती किया गया था। उनका पुत्र भी एसटीएच के ही नेत्र चिकित्सक हैं। यह पूरा परिवार ही कोरोना की गिरफ्त में बताया गया है। कोविड पॉजिटिव होने के बाद उनकी रिपोर्ट एक बार निगेटिव भी आ चुकी थी। उनके अलावा रुद्रपुर निवासी 40 वर्षीय युवक तथा धारी निवासी 35 वर्षीय एक अन्य मरीज की भी मौत हो गई है।
इधर लालकुआं के विधायक नवीन दुम्का को भी एसटीएच में भर्ती कर लिया गया है। देहरादून में प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के संपर्क में आने के बाद तीन सितंबर को उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। वहीं भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष विकास भगत को यहां से रेफर कर दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। इसके अलावा बेस अस्प्ताल की टीबी क्लीनिक में एक कर्मचारी को पॉजिटिव आने के बाद अन्य कर्मचारियों ने सभी की जांच की गुहार लगाई है।

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नवीन समाचार, नैनीताल, 3 सितंबर 2020। हालांकि जिला मंडल मुख्यालय निवासी दो कोरोना संक्रमित व्यक्तियों, एक की दिल्ली एवं एक की हल्द्वानी में मौत हो चुकी है, लेकिन नगर में कोरोना की संक्रमित की पहली और कुल मिलाकर तीसरी मौत हो गई है। मृतक नगर के रॉयल होटल कंपाउंड निवासी 86 वर्षीय बुजुर्ग थे। हालांकि वे पहले से अस्थमा, सीओपीडी, मधुमेह सहित कई बीमारियों से ग्रस्त थे और उनका बीडी पंाडे जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डा. एमएस दुग्ताल के द्वारा उपचार किया जा रहा था, किंतु दुःखद बात यह भी है कि इधर उनके बेटे व बहु किसी कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने के कारण इन दिनों क्वारन्टाइन में हैं। आज बृहस्पतिवार सुबह स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें जिला अस्पताल लाया गया। यहां भर्ती करने से पहले उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया, जिसमें कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर उन्हें रियो ग्रांड भेजा गया, लेकिन वहां स्वास्थ्य बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल की एंबुलेंस से एसटीएच हल्द्वानी ले जाया जा रहा था, तभी एंबुलेंस में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके बाद उनके शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है।
जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. केएस धामी ने बताया कि उनके परिवार में अभी कोई उपलब्ध नहीं है। इसलिए कल सुबह पूरी एहतियात के साथ स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग के लोगों के द्वारा ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आज कुल 27 लोग कोरोना पॉजिटिव आए हैं। पहले यह संख्या 23 बताई गई थी। साथ ही बताया कि अभी 100 से अधिक लोगों की आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट आनी बाकी है।

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नवीन समाचार, गदरपुर/हल्द्वानी, 31 अगस्त 2020। सुशीला तिवारी अस्पताल में 24 घंटे के भीतर सात कोविड मरीजों की मौत हो गई। इनमें नैनीताल के चार और ऊधमसिंह नगर के तीन मरीज शामिल हैं। मरने वालों में ऊधमसिंह नगर जनपद के सीएमओ कार्यालय के परिसर में बने आवास में रहने वाले व गदरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत बलवंत आर्य भी शामिल हैं। इससे जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में कार्यरत कर्मचारियों में भी भय का माहौल व्याप्त हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गदरपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कनिष्ठ सहायक पद पर तैनात 44 वर्षीय बलवंत आर्य की शनिवार को तबीयत खराब हो गई थी। इसके बाद उन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। वहां उनका कोरोना जांच के लिए नमूना लिया गया जो पॉजिटिव निकला। साथ ही उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज भेजा गया जहाँ, उनकी मौत हो गयी बलवंत अपने पीछे पत्नी और डेढ़ माह की बच्ची छोड़ गए हैं।
इनके अलावा खटीमा निवासी 54 वर्षीय डायबिटीज, किडनी संबंधी, फालिस के साथ ही निमोनिया की दिक्कत से ग्रस्त व्यक्ति की भी एसटीएच में कोरोना से मौत हो गई है। जबकि रुद्रपुर निवासी 65 वर्षीय महिला को 29 अगस्त को भर्ती कराया गया था। कोविड के अलावा उन्हें हृदय संबंधी और मधुमेह के अलावा दिक्कतें थीं। रानीबाग निवासी 58 वर्षीय व्यक्ति को रविवार को भर्ती कराया गया था। उन्हें हृदय संबंधी बीमारी थी। ज्योलीकोट निवासी 64 वर्षीय व्यक्ति को भी फालिस के अलावा हृदय संबंधी दिक्कत थी। वहीं 59 वर्षीय जजफार्म निवासी व्यक्ति को 20 अगस्त को भर्ती कराया गया था। उन्हें मधुमेह के साथ ही हृदय संबंधी दिक्कत भी थी। इनके अलावा कमलुवागांजा निवासी 43 वर्षीय एक व्यक्ति को 28 अगस्त को मुखानी रोड स्थित एक निजी अस्पताल से एसटीएच भेजा गया था। उन्हें मिर्गी के दौरे संबंधी दिक्कत थी साथ ही मैनेनजाइटिस भी थी। 44 वर्षीय व्यक्ति शनिवार को अस्पताल में भर्ती हुआ था। मधुमेह समेत स्वास्थ्य संबंधी अन्य परेशानी थी। इन सभी सात लोगों की रविवार की रात्रि तक मौत हो गई है।

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-नैनीताल के बड़े शराब व्यवसायी का कोरोना से निधन
नवीन समाचार, नैनीताल, 29 अगस्त 2020। नगर के एक बड़े व्यवसायी की शनिवार को कोरोना की वजह से मौत का दुःखद समाचार है। प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब तीन-साढ़े तीन दशक पूर्व शराब के बड़े कारोबारी माने जाने वाले एवं वर्तमान में तल्लीताल स्थित शराब की दुकान एवं मल्लीताल में बार के मालिक हरिकांत जायसवाल बीती सात अगस्त को बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में कोरोना की रैपिड एंटीजन जांच में कोरोना संक्रमित पाये गए थे। इस पर उन्हें पत्नी सहित हल्द्वानी रेफर किया गया था। वहां से स्वास्थ्य खराब होने पर परिजन उन्हें दिल्ली ले गए थे, जहां शनिवार पूर्वाह्न उनका निधन हो गया। बताया गया है कि कोरोना के संक्रमण एवं किडनी फेल होने से उनकी मौत हुई है। स्वर्गीय जायसवाल नगर के तल्लीताल क्षेत्र में रैमजे हॉस्पिटल के पास रहते थे और लगभग 70 वर्षीय थे। वह अपने पीछे पत्नी एवं एक पुत्र तथा नौकुचियाताल में रिजॉर्ट स्वामी भाई आदि का परिवार शोक संतप्त छोड़ गए हैं।

यह भी पढ़ें : यह क्या हो रहा है एसटीएच प्रबंधन ? 30 के करीब मौतें और अब शौचालय में मिला 24 घंटे से गायब कोरोना संक्रमित का शव

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 5 अगस्त 2020। हल्द्वानी का एसटीएच यानी कोविद समर्पित सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन चाहे खुद की जितनी तारीफ कर रहा हो, परंतु करीब 30 कोरोना संक्रमितों की मौत और अब एक 24 घंटे से लापता कोरोना संक्रमित मरीज का शव शौचालय में मिलने से उसकी व्यववस्थाओं की पोल खुद खुल गई है। बताया गया है कि बीती एक अगस्त को भर्ती करीब 58 वर्षीय कोरोना संक्रमित रईस अहमद निवासी रामनगर गुलारघट्टी बुधवार को अस्पताल से लापता हो गया था। अब गुरुवार सुबह उसका शव अस्पताल के शौचालय में मिलने की सूचना पर हड़कंप मचना तय है। कोतवाली पुलिस के एसएसआई कश्मीर सिंह ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि मरीज को दौरे भी पड़ते थे। बहरहाल रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह साफ हो सकेगी।
बताया गया है कि बुधवार सुबह जब अस्पताल कर्मचारी चादर बदलने के लिए वार्ड में गए थे। तभी वह दरवाजा खुला देख चुपचाप भाग गया था। पुलिस सूचना मिलने पर उसके रामनगर स्थित घर और बनभूलपुरा में उसके रिश्तेदारों के घर सहित रामपुर रोड के सीसीटीवी फुटेज खंगाले चुकी थी लेकिन उसका शव अस्पताल के ही शौचायल में ही मिला। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी एक मरीज अस्पताल की टूटी खिड़की से भाग गया था। पुलिस ने उसे भीमताल से पकड़ा था। जबकि पिछले सप्ताह मानसिक रूप से अस्वस्थ कोरोना संक्रमित मरीज गेट तक पहुंच गया था, लेकिन उसे पकड़ लिया गया था।

यह भी पढ़ें : हृदय विदारक कोरोना ब्रेकिंग: पति की कोरोना से मौत के बाद पत्नी ने तीन बेटियों के साथ किया विषपान

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 4 अगस्त 2020। काठगोदाम के मल्ला ब्यूरा खाम क्षेत्र में एक महिला ने पति की कोरोना की वजह से मौत होने के तत्काल बाद तीन बेटियों के साथ विषाक्त पदार्थ खाने की हृदयविदारक घटना सामने आयी है। महिला की उम्र 40 वर्ष जबकि बेटियों की उम्र 15, 11 व 5 वर्ष है। उल्लेखनीय है कि महिला के 48 वर्षीय पति की सोमवार को ही कोरोना की वजह से मौत हो गई है। काठगोदाम के थाना प्रभारी ने बताया कि महिला के पति का शव भी अभी हल्द्वानी के बेस अस्पताल में है, जहां महिला एवं उसकी बेटियों को भी उपचार के लिए ले जाया गया है। सभी की हालत गंभीर बताई जा रही है। माना जा रहा हैं कि पति की मृत्यु के बाद पत्नी ने भी अपनी बेटियों के भरण-पोषण की चिंता में विषमान कर लिया है।

यह भी पढ़ें : ब्रेकिंग हल्द्वानी : कोविद समर्पित अस्पताल में 24 घंटे में 3 मौतें, 1 कोरोना पॉजिटिव, 1 की रिपोर्ट का इंतजार..

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 12 जुलाई 2020। हल्द्वानी के सुशोभित समर्पित सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में हल्द्वानी के कोविद समिति सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में शनिवार को कोरोना संक्रमित काठगोदाम निवासी एक मरीज की मौत के बाद रविवार को गौजाजाली क्षेत्र के एक और मरीज की मौत हो गई है। चिकित्सालय प्रबंधन के अनुसार मृतक टीबी समेत कई बीमारियों से ग्रस्त था। एसटीएच में उसका उपचार चल रहा था। एसटीएच के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि गौजाजाली क्षेत्र का रहने वाली एक मरीज छह जुलाई का एसटीएच पहुंचा। इससे पहले वह निजी क्लीनिक और फिर टीबी व चेस्ट विभाग में भर्ती रहा। उपचार के दौरान जब उसकी कोरोना जांच कराई गई तो वह पॉजिटिव निकला था। उसे टीबी के अलावा निमोनिया व श्वांस संबंधी दिक्कत थी। रविवार को उसकी मौत हो गई। वहीं इसी चिकित्सालय में रुद्रपुर निवासी एक 35 वर्षीय महिला की मौत हुई है। कोरोना जांच के लिए सैंपल भेजा गया है। उसका शव मोर्चरी में रखा गया है। एक दिन पहले ही काठगोदाम के एक और कोरोना संक्रमित 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी। शहर में 24 घंटे में दो लोगों की मौत हो गई है।

यह भी पढ़ें : 20 वर्षीया युवती की सरकारी अस्पताल में मौत से हड़कंप, इमरजेंसी सील, जिले में चार नये कोरोना संक्रमित

नवीन समाचार, काशीपुर, 5 जुलाई 2020। सांस लेने में तकलीफ होने पर राजकीय चिकित्सालय में उपचार के लिए लायी गई 20 वर्षीय युवती की रविवार को मौत के बाद चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड को मृतका में कोरोना होने की संभावना के दृष्टिगत ऐहतियातन बंद कर दिया गया हैं। उल्लेखनीय है कि आज ही शहर की आवास विकास कॉलोनी के निवासी एक व्यक्ति के साथ ही जनपद में कुल चार लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके साथ राज्य में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 310 पहुंच गई है।
नोडल स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अमरजीत साहनी ने बताया कि मोहल्ला अलीखां निवासी 20 वर्ष की एक युवती की पिछले बीस दिन से बुखार आने के चलते परिजनों ने निजी चिकित्सालय में दिखाया था। इससे पूर्व तीन जुलाई को उसका नमूना लेकर कोरोना की जांच के लिए भेजा गया था। आज सुबह युवती को सांस लेने में काफी दिक्कत होने लगी तो परिजन उसे राजकीय चिकित्सालय ले आये, जहाँ उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। उम्मीद की जा रही है कि जांच रिपोर्ट आज ही आ जायेगी। उधर शहर के आवास विकास निवासी 51 वर्ष एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। खास बात यह है कि इस व्यक्ति का कोई यात्रा इतिहास नहीं है। इस व्यक्ति की जीभ में स्वाद नहीं आने तथा बुखार की शिकायत थी। उसका सैंपल दो जुलाई को भेजा गया था जो आज पॉजिटिव आया है।

यह भी पढ़ें : हल्द्वानी के नीलकंठ अस्पताल में बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव की मौत से हड़कंप, मालिक ने खुद को आइसोलेट किया, अस्पताल पर सील होने का खतरा

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 28 जून 2020। जनपद के हल्द्वानी स्थित कोविद समर्पित सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज के पास स्थित नीलकंठ अस्पताल में बनभूलपुरा क्षेत्र निवासी एक 65 वर्षीय बुजुर्ग की मृत्यु हो गई है। साथ ही उसे कोरोना का संक्रमण होने की पुष्टि भी हो गई है। उसे गत 22 जून को यहां डायरिया व बुखार की शिकायत पर भर्ती किया गया था। लेकिन यहां सांस फूलने की समस्या होने पर उसे आईसीयू में रखा गया था तथा कोरोना की जांच का नमूना लिया गया था। शनिवार की देर रात्रि उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और इधर रविवार को पूर्वाह्न में उसने दम तोड़ दिया। इससे नीलकंठ अस्पताल के साथ जनपद के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया है। अस्पताल में बाहरी मरीजों को देखने सहित समस्त सेवाएं बंद कर दी गई हैं। अस्पताल के मालिक आइसोलेशन में चले गये हैं। वहीं प्रशासन मरीज के संपर्क में आये सभी लोगों के कोरोना जांच हेतु नमूने लेने व अन्य व्यवस्थाओं पर रणनीति बनाने में जुट गया है। चिंता इस बात को लेकर है कि नीलकंठ चिकित्सालय में उपचार करा रहे अन्य रोगियों के लिए क्या व्यवस्था की जाए।
जनपद की एसीएमओ डा. रश्मि पंत ने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता वहां उपचार करा रहे मरीजों का सुरक्षित तरीके से उपचार कराने की है। नीलकंठ चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सक व मालिक डा. गौरव सिंघल मृतक में कोरोना की पुष्टि होने के बाद उसका स्वयं उपचार करने के कारण स्वयं आइसोलेशन में जा रहे हैं। ऐसे में प्रशासन इसी चिकित्सालय को अच्छी तरह से सैनिटाइज कराकर यहीं यहां के रोगियों का उपचार करने या उन्हें कोविद समर्पित सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज प्रतिस्थापित करने पर विचार कर रहा है।
बताया जा रहा है कि बुजुर्ग का पांच-छह दिन से नीलकंठ अस्पताल में उपचार चल रहा था। आज सुबह उनका निधन हो गया और उसे कोरोना की पुष्टि भी हो गई। इधर मृतक के पुत्र की शहर की प्रसिद्ध मटर गली में दुकान है। मटरगली के व्यापारी नेता दलजीत सिंह ‘दल्ली’ ने बताया कि उनके निधन पर शोक में मटर गली अपराह्न तीन बजे से आधे दिन के लिए बंद कर दी गई है।

यह भी पढ़ें : कोरोना से कुमाऊं मंडल में पांचवी एवं राज्य में 27वीं मौत

-हल्द्वानी में अल्मोड़ा की 66 वर्षीय कोरोना संक्रमित महिला की मौत
नवीन समाचार, हल्द्वानी, 20 जून 2020। हल्द्वानी के कोविद समर्पित डा. सुशीला तिवारी चिकित्सालय में शनिवार अल्मोड़ा की 66 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव वृद्धा की मौत हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली से अल्मोड़ा लौटी इस वृद्धा को बीती 16 जून को जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा से यहां रेफर होने पर लाया गया था। एसटीएच की ओर से जारी सूचना के अनुसार वह टाइप 2 की डायबिटीज तथा गंभीर एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन-न्यूमोनिटिस तथा मल्टी ऑर्गन डिस्फंक्शन सिंड्रोम से भी पीड़ित थी। इस कारण पिछले एक-दो दिनों से ही उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी और उसे आईसीयू में रखा गया था। बताया गया है कि उसके अलावा भी अभी कम से कम तीन कोरोना संक्रमित मरीजों को गंभीर स्थिति को देखते हुए आईसीयू में रखा गया है। महिला की मौत को कुमाऊं मंडल में कोरोना से पांचवी एवं राज्य में 27वीं मौत बताया जा रहा है।

यह भी पढ़ें : हल्द्वानी में कोरोना संक्रमित महिला की मौत, बेटा भी आइसोलेशन में भर्ती

नवीन समाचार, हलद्वानी, 16 जून 2020। हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती अल्मोड़ा के लमगड़ा ब्लॉक निवासी एक कोरोना पॉजिटिव महिला की सोमवार की देर शाम मौत हो गई। 56 वर्षीय मृतक महिला बीती 26 मई को दिल्ली से लौटने पर पहले होम क्वारंटीन किया गया था। इधर 10 जून को बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ होने पर परिजन उसे हल्द्वानी के सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल लेकर आए थे। यहां से उसे एसटीएच रेफर किया गया था।
एसटीएच के एमएस डॉ. अरुण जोशी के अनुसार 11 जून को महिला का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था, और उसे आईसीयू में रखा गया था। उसे निमोनिया, श्वसन तंत्र फेल होने के साथ ही सेप्टीसीमिया और ब्लड प्रेशर की समस्या भी थी। इधर सोमवार की सुबह महिला की कोरोना जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी। इधर शाम को लगभग पौने सात बजे महिला ने एसटीएच में दम तोड़ दिया। इसके साथ राज्य में कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा 25 और कुमाऊं में चम्पावत व नैनीताल जिले की 1-1 के साथ 3 पहुंच गया है। महिला के साथ उसका बेटा भी है। उसे आइसोलेशन में रखवा दिया गया है।

यह भी पढ़ें : कोरोना से मात्र 48 वर्षीय कारोबारी की मौत, पूरा परिवार भी संक्रमित, नहीं मिल रही अंतिम दर्शनों की अनुमति

नवीन समाचार, देहरादून, 7 जून 2020। कोरोना के मोर्चे पर रविवार सुबह-सुबह एक बुरा समाचार है। दून मेडिकल कालेज के आईसीयू में भर्ती एक मात्र 48 वर्षीय कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गयी है। वह 26 मई को अस्पताल और पिछले चार दिन से आइसीयू में भर्ती था। उसे शुगर, बीपी और निमोनिया था। प्रारंभिक तौर पर मृत्यु का कारण हृदयाघात बताया जा रहा है। दुःखद बात यह भी है कि मृतक का पूरा परिवार भी कोरोना संक्रमित है, और जाखन स्थित एक पेड क्वारण्टाइन सेंटर होटल में भर्ती किसी भी पारिवारिक सदस्य को मृतक के अंतिम दर्शनों की अनुमति भी नहीं मिल पा रही है। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित व्यक्ति की यह 12 वीं मौत है। सीएमओ डॉ. बीसी रमोला ने आढ़ती की मौत की पुष्टि की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक शहर की जीएमएस रोड निवासी था, वआढ़ती के रूप में कारोबार करता था। 26 मई को संक्रमित पाए जाने पर उसे परिवार के अन्य छह सदस्यों के साथ दून मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती किया गया था। दून अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री ने बताया कि मृतक बीपी, शुगर व निमोनिया सहित अन्य स्वास्थ्य समस्याओ से भी पीड़ित था। तबीयत बिगड़ने ओर उन्हें चार दिन पूर्व आइसीयू में शिफ्ट किया गया था। शनिवार देर रात उनकी हृदयाघात से मौत हो गयी। शव मोर्चरी में रखवा दिया गया है। मृतक के परिवार व पुलिस-प्रशासन को सूचना दे दी है। कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत रविवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। परिजन शव के अंतिम दर्शन करना चाहते है, लेकिन गाइडलाइन के मुताबिक उन्हें अनुमति नही दी गई है।

यह भी पढ़ें : मौत के बाद अल्मोड़ा में बुजुर्ग की कोरोना जांच रिपोर्ट आई पाँजीटिव

नवीन समाचार, रानीखेत (अल्मोड़ा), 05 जून 2020। प्रदेश के पर्वतीय जनपद अल्मोड़ा के स्याल्दे विकासखंड के एक गांव निवासी एक 73 वर्षीय बुजुर्ग की मौत के पांच दिन बाद कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हड़कंप मच गया है। बताया गया है कि बुजुर्ग गत 21 मई को दिल्ली से लौटे थे, इस पर उन्हें घर पर ही क्वारन्टाइन किया गया। उच्च रक्तचाप एवं श्वांस-अस्थमा की बीमारी से भी ग्रस्त थे। 29 मई को यानी आठ दिन बाद उन्हें स्वास्थ्य खराब होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिकियासेंण उपचार के लिये लाया जा रहा था, तभी रास्ते में उनकी मौत हो गई थी। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने ऐहतियातन मृतक के कोरोना हेतु जांच के नमूने लिये थे। इधर बृहस्पतिवार चार जून की देर रात्रि उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस जानकारी के बाद उनके संपर्क में परिवार जनों के साथ ही ग्रामीणों सहित क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग उनके परिजनों एवं उनके संपर्क में आये ग्रामीणों पर स्वास्थ्य निगरानी बढ़ा सकता है। कुमाऊं मंडल में यह कोरोना से दूसरी और राज्य में 11वीं मौत हो सकती है। 

एक कोरोना पीड़ित और एक कोरोना संभावित युवक की मौत !

नवीन समाचार, देहरादून, 28 मई 2020। उत्तराखंड में कोरोना की संभावना वाले दो लोगों की मौत की दुःखद खबर आ रही है। पहला मामला देहरादून के दूर अस्पताल का है। यहाँ भर्ती उत्तरकाशी के पुरोला ब्लॉक में क्वारंटीन किए गए एक युवक की मौत हो गई है। वहीं रामनगर के मोहल्ला दुर्गापुरी में 32 वर्षीय एक कोरोना पीड़ित की मौत होने की भी सूचना है। बताया गया है कि यह व्यक्ति पिछले लम्बे समय से कैंसर से पीड़ित था और दिल्ली के राजीव गाँधी कैंसर हॉस्पिटल में 29 जनवरी से भर्ती था। इधर 25 मई को वह दिल्ली से वापस रामनगर अपने घर पहुँचा था। 26 मई को उसका कोरोना का नमूना लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट आज सुबह ही कोरोना पॉजिटिव आई। इधर उसकी मौत हो गई।
बताया गया है कि युवक गाजियाबाद से अपने दो दोस्तों के साथ पैदल 19 मई को अपने गांव पहुंचा था। 24 मई को उसने उल्टी-दस्त व छाती में दर्द होने की शिकायत की। इस पर सीएचसी पुरोला की टीम ने उसकी जांच कर उसे उत्तरकाशी रेफर कर दिया गया था। वहां उसे आंतों में संक्रमण और हृदय की समस्या बतायी गई और उसे 26 मई को देहरादून के दून अस्पताल रेफर किया गया था, जहां कल ही युवक का कोरोना सैंपल लिया गया था। जहां बुधवार रात दस बजे उसकी मौत हो गई। उसके साथ आए दोनों युवा अभी क्वारंटीन सेंटर में ही हैं।

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