बिन पटाखे, कुमाऊं में ‘च्यूड़ा बग्वाल’ के रूप में मनाई जाती थी परंपरागत दीपावली -कुछ ही दशक पूर्व से हो रहा है पटाखों का प्रयोग-प्राचीन लोक कला ऐपण से होता है माता लक्ष्मी का स्वागत और डिगारा शैली में बनती हैं महालक्ष्मीडॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल। वक्त के साथ हमारे परंपरागत त्योहार अपना […]