आदि-अनादि काल से वैदिक ऋचाओं की जन्मदात्री उर्वरा धरा रही देवभूमि उत्तराखण्ड में पत्रकारिता का गौरवपूर्ण अतीत रहा है। कहते हैं कि यहीं ऋषि-मुनियों के अंतर्मन में सर्वप्रथम ज्ञानोदय हुआ था। बाद के वर्षों में आर्थिक रूप से पिछड़ने के बावजूद उत्तराखंड बौद्धिक सम्पदा के मामले में हमेशा समृद्ध रहा। शायद यही कारण हो […]
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विश्व व भारत में पत्रकारिता
विश्व व भारत में पत्रकारिता का इतिहास मानव सभ्यता करीब 150-200 करोड़ वर्ष पुरानी मानी जाती है। उत्तराखंड के कालागढ़ के निकट मिले करीब 150 करोड़ वर्ष पुराने ‘रामा पिथेकस काल’ (Ramapithecus age) के माने जाने वाले एक मानव जीवाश्म से भी इसकी पुष्टि होती है। लेकिन मानव में संचार के जरूरी मूलभूत ज्ञानेंद्रियों का […]
भारत को 15 अगस्त, 1947 की रात 12 बजे ही क्यों स्वतंत्रता मिली?
हर साल, 15 अगस्त के दिन पूरा भारत स्वतंत्रता दिवस मनाता है. लेकिन कभी सोचा है कि इस दिन में क्या ख़ास बात थी, जो हमें 15 अगस्त, 1947 को रात 12 बजे ही स्वतंत्रता मिली ? एक-एक करके इस सवाल का जवाब ढूंढने की कोशिश करते हैं. पहला सवाल- 1947 ही क्यों? गांधीजी के […]