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September 8, 2024

नैनीताल आयें तो इन 10 स्वादों को लेना न भूलें, जीवन भर रखेंगे याद

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Nainital Food

नवीन समाचार, नैनीताल, 5 जून 2023। (Nainital Food) हालांकि आज के दौर में पूरी दुनिया एक गांव जैसी बन गई है। यानी हर कहीं एक जैसे पैकेट बंद या खुले या ताजा तैयार होने वाले भोजन मिल जाते हैं। पर यदि आप फूड लवर यानी खाने के प्रेमी या देश भर के अलग-अलग स्वाद लेने के शौकीन हैं तो नैनीताल आपकी जीभ को कुछ ऐसे स्वाद दे सकता है, जिसे आप जीवन भर कभी भुला नहीं पाएंगे। देखें वीडिओ – पीएम ‎@NarendraModi को भी पसंद Uttarakhand की प्रसिद्ध बाल मिठाई

1. Nainital Food : कुमाउनी थाली (Kumauni Thali):

नैनीताल उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में स्थित है। यहां आकर आप कुमाऊं की कुमाउनी थाली या कुमाउनी व्यंजनों का स्वाद न ले पाएं तो आप की नैनीताल यात्रा अधूरी मानी जाएगी। कुमाउनी थाली में आप खासकर मडुवे की घी लगी व गुड़ के साथ खाई जाने वाली रोटी, मौसम के अनुसार उपलब्ध्ता पर सिसूंण यानी बिच्छू घास, लिंगूड़े, गेठी, गडेरी की सब्जी, आलू के गुटके, गहत के डुबके, भट्ट के डुबके व चुड़कांणी, पहाड़ी ककड़ी के नाक में चढ़ने वाली तीखी राई के रायते और मांसाहारी हैं तो भड्डू में बने पहाड़ी बकरे के शिकार का स्वाद लेने का प्रयास करें।

इनमें से कुछ ठेठ पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए आपको यहां के गांवों में होम स्टे पर रहने का आनंद भी ले सकते हैं। इनमें से आलू के गुटके व पहाड़ी रायते को आप भोजन की जगह अलग से नास्ते में भी ले सकते हैं।

2. Nainital Food : तिब्बती भोजन-मोमो, चाउमिन व थुक्पा:

नैनीताल में तिब्बती समुदाय के लोग रहते और कारोबार करते हैं। इन लोगों की वजह से यहां तिब्बती मूल के मोमो, चाउमिन व थुक्पा जैसे व्यंजन पसंद हैं। इनका स्वाद भी यहां खासकर तिब्बती मार्केट क्षेत्र में अन्य स्थानों से अलग होता है। हालांकि अब बाजार में अन्य लोग भी इन व्यंजनों को बेचते हैं।
3. Nainital Food : नैनीताल की लोटे वाली जलेबी या जलेबा (Lote wali jalebi-Jaleba) : जलेबी आप ने हर जगह खाई होगी, लेकिन नैनीताल में आप को लोटे से बनने वाली जलेबी और विशाल आकार के जलेबा का स्वाद भी लेने को मिल सकता है।

4. Nainital Food : नैनीताल की नमकीन: नैनीताल की नमकीन अपने आप में एक ब्रांड है। यहां करीब 70 वर्ष से नमकीन बन रही है। बाजार में स्थानीय स्तर पर बनने वाली नमकीन की गिनी-चुनी दुकानें हैं। इनमें लगभग 20 तरह की नमकीन उपलब्ध होती है, लेकिन काली मलका, मूंग अथवा चने की दाल से बनी खस्ता युक्त मिक्स नमकीन सर्वाधिक पसंद की जाती है।

5. Nainital Food : सिल पिसी लूंण: लूंण पहाड़ में नमक को कहते हैं, और सिल पिसी लूंण यानी सिल-बट्टे पर पिसा नमक। पर नमक में क्या विशिष्टता हो सकती है, यदि आप ऐसा सोच रहे हैं तो आपको नैनीताल में जरूर सिल पिसी लूंण लेने चाहिए। यहाँ दर्जनों प्रकार के सिल-बट्टे पर पिसे नमक आपको मिल सकते हैं। इनमें पहाड़ी हर्बल लहसुन, मिर्च, हरे धनिया आदि के साथ पिसे नमक का स्वाद तो आपको मिलेगा ही जिसे आप सलाद या भोजन में अन्य तरह से उपयोग कर सकते हैं, वहीं राई या खासकर तिमूर के सिल पिसी लूण का आप चुटकी भर जीभ पर रखें तो इससे जीभ काफी देर तक झनझनाती रह सकती है।
6. Nainital Food : पहाड़ी फल: नैनीताल में आपको कई ऐसे फल मिलते हैं जिनका स्वाद आपको कहीं और नहीं मिल सकता। इनमें हिसालू, काफल, किल्मोड़ा व शहतूत जैसे फल प्रमुख हैं। इनके अलावा यहां की रामगढ़ फल पट्टी के आढ़ू, खुमानी व पुलम का स्वाद भी अनूठा है।

7. Nainital Food : बुरांश का जूस: बुरांश का पेड़ उत्तराखंड का राज्य वृक्ष है। इसके लाल सुर्ख रंग के फूलों पर प्रसिद्ध छायावादी कवि सुमित्रानंदन पंत भी कविता लिख चुके हैं। वहीं इसके फूलों को जूस का स्क्वैश अपने कुछ अलग से टैंगी स्वाद के साथ हृदय एवं अन्य रोगों में भी लाभदायक है। नैनीताल आए हैं तो आपको जरूर बुरांश का जूस अपने साथ ले जाना चाहिए।
8. Nainital Food : पहाड़ी मिठाइयां: पहाड़ के शुद्ध खोये की बनी बाल मिठाई, चॉकलेट, सिगौड़ी, खेंचुवा तथा चमचम आदि मिठाइयों का स्वाद अपने आप में विशिष्ट होता है। आप नैनीताल आएं और इनका स्वाद न लें या अपने घर को न ले जाएं तो आपकी नैनीताल यात्रा अधूरी रह सकती है।

बाल मिठाई: उत्तराखंड की विशिष्ट मिठाई की उत्पत्ति और लोकप्रियता

बाल मिठाई, उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र की एक विशेष मिठाई है, जिसकी उत्पत्ति अल्मोड़ा में मानी जाती है। कुछ विद्वानों का मानना है कि यह मिठाई सदियों पहले नेपाल से उत्तराखंड पहुंची थी और फिर 7वीं और 8वीं सदी में अल्मोड़ा में बनाई गई। हालांकि, नेपाल से आने वाली इस बात का कोई ठोस प्रमाण नहीं है। कुछ लोगों का मानना है कि बाल मिठाई सबसे पहले अल्मोड़ा के पास स्थित कटारमल में सूर्य देव को प्रसाद के रूप में अर्पित की जाती थी। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान कुमाउनी सैनिक बाल मिठाई को अपने घर की याद के रूप में बर्मा (वर्तमान म्यांमार) भी ले गए थे, और कहा जाता है कि उन्होंने वहां भी बाल मिठाई बनाई थी।

यह भी कहा जाता है कि यह मिठाई सबसे पहले लाला जोगा साह ने बनाई थी। बाल मिठाई विशेष रूप से अल्मोड़ा और नैनीताल के आस-पास के कुमाऊंनी पहाड़ियों की एक खासियत रही है। अल्मोड़ा में आज भी कई दुकानें हैं जहां बाल मिठाई बनाई जाती है, और उनमें से खीम सिंह मोहन सिंह की बाल मिठाई सर्वाधिक प्रसिद्ध है।

20वीं सदी में बाल मिठाई स्थानीय लोगों के बीच लोकप्रिय हो गई और आज यह मिठाई आज अपनी अद्वितीय स्वाद और परंपरा के कारण न केवल उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर, बल्कि देश-विदेश में भी लोगों की पसंद बन चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसके दीवाने हैं।

बाल मिठाई की निर्माण विधि

बाल मिठाई को भुने हुए खोये से धीमी और लंबी आग पर पकाकर तैयार किया जाता है। यह भूरे रंग की चॉकलेट पर सफ़ेद चीनी की बॉल्स में लपेटी जाती है। माना जाता है कि अंग्रेजों ने इसे ‘शुगर बॉल्स’ नाम दिया था, जो बाद में बाल मिठाई के नाम से प्रसिद्ध हो गई। 

बाल मिठाई, जड़ी-बूटी खाने वाली पहाड़ी गायों के शुद्ध दूध से बनाई जाती है। इसे बनाने के लिए खोये को घंटों तक भूरे रंग में भूनकर तैयार किया जाता है। चॉकलेट के आकार में कटे हुए इस भुने खोये को ‘चॉकलेट’ कहा जाता है, और इसे ताजगी में चीनी के विशेष प्रकार से बने गोले पर लपेटा जाता है।

9. Nainital Food : नैनीताल की चाट: नैनीताल की चाट भी काफी प्रसिद्ध है। आधुनिक दौर में जब चाउमिम-मोमो युवाओं की जुबान पर चढ़ चुके हैं इसके बावजूद नगर के तल्लीताल बाजार की प्रसिद्ध चाट आपको लंबे समय तक याद रह सकती है।

10. . Nainital Food : भुट्टे: नैनीताल में हाल के वर्षों में भुट्टों का चलन काफी बढ़ा है। अब यहां कमोबेश पूरे वर्ष भर भुट्टे मिल जाते हैं। नैनीताल आते हुए भी कई स्थानों पर भुने हुए भुट्टे खास नमक व मक्खन के साथ मिलते हैं। बरसात के मौसम के बाद अमृतपुर के सफेद रंग के मीठे भुट्टे मिल जाएं जो जरूर इनका स्वाद लेना न भूलें।
11. . Nainital Food : ऑमलेट व पराठे: नैनीताल ठंडी जलवायु का शहर है। यहां ऑमलेट के साथ उबले अंडे भी कटे धनिया, मिर्च व प्याज के साथ खाने का अपना मजा है। इसके अलावा शहर के कई प्रतिष्ठानों में पराठे भी प्रसिद्ध हैं। (Nainital Food, Nainital ke swad, traditional Kumaoni thali, Tibetan momos, Lotte Wali Jalebi, coarsely ground salt, Pahari fruits, Buransh juice, Pahari sweets, Nainital chaat, roasted corn cobs. omelette, paratha, Nainital)

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